UP Board class 8 Hindi chapter 9 solutions is our free guide. This guide is prepared by the subject experts and helps you to master Hindi Manjari chapter 9 – “हिन्दी विश्वशांति की भाषा है!”.
यह अध्याय मुख्य रूप से हिंदी विश्वशांति की भाषा होने के विचार पर केंद्रित है। यह जापानी भाषाविद् हिदेशी साइजी माकनो के जीवन और विचारों पर आधारित है, जिन्होंने अपना जीवन भारत में बिताया और हिंदी भाषा सीखी। अध्याय में माकनो जी से लिए गए साक्षात्कार के माध्यम से हिंदी भाषा के महत्व, शांतिनिकेतन में उनके अनुभव, हिंदी और जापानी भाषा एवं संस्कृति की समानताओं, तथा भारत में हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार आदि विषयों पर प्रकाश डाला गया है।
UP Board Class 8 Hindi Chapter 9 Solutions
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 8th |
Chapter | 9. हिन्दी विश्वशांति की भाषा है! |
Author | साइजी माकिनो |
Board | UP Board |
विचार और कल्पना-
प्रश्न 1. यदि पेड़-पौधे और जीव-जन्तु भी भाषा बोलने में सक्षम होते तो
– वे हमसे क्या-क्या चिन्ताएँ बताते?
– इसका वातावरण पर क्या प्रभाव पडतो?
उत्तर- पेड़-पौधे और जीव-जन्तु का भाषा बोलने में सक्षम होना कल्पनातीत है।
प्रश्न 2. हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा है किन्तु वेश के अनेक प्रदेशों में इसके अतिरिक्त प्रादेशिक भाषाएँ भी बोली जाती हैं। नीचे लिखी गई भाषाओं को उनके प्रदेशों से मिलान कीजिए-
उत्तर-
भाषा प्रदेश
मराठी महाराष्ट्र
मलयालम केरल
कन्नड़ कर्नाटक
तेलुगू आंध्र प्रदेश
तमिल तमिलनाडु
बातचीत से-
प्रश्न1. साइजी माकिनो भारत कब और किस कार्य के लिए आए?
उत्तर- साइजी माकिनो सन् 1959 में, 36 वर्ष की उम्र में गांधी जी के सेवाग्राम आश्रम में पशुचिकित्सक के रूप में आए थे।
प्रश्न 2. साइजी माकिनो ने शांतिनिकेतन की क्या विशेषताएँ बताई हैं?
उत्तर- साइजी माकिनो ने शांतिनिकेतन के प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण और विभिन्न संस्कृतियों के समावेश की विशेषताओं का उल्लेख किया है। उन्होंने बताया कि पुस्तकालय में घड़ी की आवाज सुनाई दे सकती थी, इतना शांत वातावरण था।
प्रश्न 3. साइजी माकिनो को ग्वालियर की बिड़ला फैक्ट्री में क्यों जाना पड़ा?
उत्तर- ग्वालियर की बिड़ला फैक्ट्री जापानी तकनीक से स्थापित की गई थी। जापानी इंजीनियरों को हिंदी नहीं आती थी और मजदूरों को जापानी भाषा नहीं आती थी। इसलिए साइजी माकिनो को दुभाषिए के रूप में वहां जाना पड़ा।
प्रश्न 4. साइजी की क्या कामना है?
उत्तर- साइजी की कामना है कि हिंदी विश्व-शांति की भाषा बने और वह जीवनपर्यंत इससे जुड़े रहें।
प्रश्न 5. जापान में हिन्दी की क्या स्थिति है?
उत्तर- जापान में हिंदी का बहुत सम्मान है। ओसाका और टोक्यो में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर तक हिंदी पढ़ाई जाती है। जापानी भाषा में संस्कृत के शब्द प्रचुर मात्रा में मिलते हैं।
प्रश्न 6. साइजी ने पाठकों को कौन-सा संदेश देना चाहा है?
उत्तर- साइजी का संदेश है कि किसी देश को आगे बढ़ाने के लिए उस देश की भाषा और संस्कृति ही सबसे महत्वपूर्ण होती हैं। अपनी भाषा और संस्कृति को समृद्ध बनाने से ही देश आगे बढ़ सकता है।
प्रश्न 7. हिन्दी भाषा के क्षेत्र में कुछ जापानी लेखकों ने कार्य किए हैं। स्तम्भ ‘क’ में कार्य एवं स्तम्भ ‘ख’ में उनके नाम लिखे गए हैं उनका सही-सही मिलाने कीजिए-
उत्तर-
स्तम्भ ‘क’ कार्य | स्तम्भ ‘ख’ नाम |
---|---|
भीष्म साहनी के ‘तमस’ का जापानी अनुवाद | प्रो० ताषियोतनाका |
‘हिन्दी शब्दकोश’ व ‘गांधी जी की आत्मकथा’ का अनुवाद | प्रो० कोगा |
हिन्दी नाटक लेखन और मंचन | प्रो० मिजोकामी |
टोकियो विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग की स्थापना | प्रो० साकात |
हिन्दी साहित्य का काम | प्रो० दोई |
चित्रलेखा का जापानी अनुवाद | साइजी माकिनो |
भाषा की बात-
प्रश्न 1. भाषा के सौन्दर्य से सम्बन्धित निम्नलिखित वाक्यों को ध्यान से पढ़िए
(क) समझ नहीं आता कि गुरुदेव के व्यक्तित्व ने वातावरण को इतना सुन्दर बना दिया है या इतने शान्त वातावरण ने ही गुरुदेव जैसे महापुरुष की रचना की है।
उत्तर- समझ नहीं आता कि सत्य और अहिंसा की पूजा से गांधी जी महान बने या गांधी जी की महानता से सत्य और अहिंसा का प्रचार हुआ।
(ख) समझ नहीं आता कि आपकी महानता ने आपको इतना सुन्दर बना दिया है या आपकी सुन्दरता ने आपको महान बना दिया है। इसी प्रकार से किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान की दो विशेषताओं को लेकर दो वाक्यों की रचना कीजिए।
उत्तर- समझ में नहीं आता कि कुतुबमीनार दिल्ली में होने के कारण प्रसिद्ध है या दिल्ली कुतुबमीनार के होने से प्रसिद्ध है।
प्रश्न 2. ‘शान्ति’ में ‘निकेतन’ जोड़कर ‘शान्तिनिकेतन’ बना है। इसी प्रकार ‘शान्ति’ में अन्य शब्द को जोड़कर तीन नए शब्द बनाइए।
उत्तर- शान्तिदूत, शान्तिसदन, शान्तिभवन।
प्रश्न 3. जिस शब्द से क्रिया की विशेषता प्रकट हो, उसे क्रियाविशेषण कहते हैं, जैसे
(क) वह धीरे-धीरे टहलता है।
(ख) पी०टी० ऊषा तेज दौड़ती है।
यहाँ सभी रेखांकित शब्द क्रियाविशेषण हैं क्योंकि पहले वाक्य में ‘धीरे-धीरे’ क्रिया ‘टहलना’ की विशेषता और दूसरे वाक्य में ‘तेज’ शब्द ‘दौड़ने’ क्रिया की विशेषता बता रहा है। इस प्रकार पाठ में आए किन्हीं चार क्रियाविशेषण (शब्दों) को छाँटकर सम्बन्धित क्रियाओं के साथ लिखिए।
उत्तर-
- कार तेज दौड़ती है।
- वह जोर-जोर से पढ़ता है।
- तुम अधिक बोलते हो।
- वह सुन्दर लिखती है।