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यह अध्याय प्राकृतिक वातावरण एवं जंगलों की महत्ता पर केंद्रित है। इसमें प्रसिद्ध रचनाकार रविन्द्रनाथ टैगोर के “जंगल” शीर्षक कविता का समावेश किया गया है। कविता में कवि जंगलों के सौंदर्य और उनकी महत्ता का मार्मिक चित्रण करता है। इस अध्याय का अध्ययन करने के बाद छात्र जंगलों के महत्व को गहराई से समझेंगे और उनकी रक्षा करने के प्रति प्रेरित होंगे।
UP Board Class 8 Hindi Chapter 13 Solutions
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 8th |
Chapter | 13. जंगल |
Author | चित्रा मुद्गल |
Board | UP Board |
कुछ करने को
प्रश्न 1. दिए गये शब्दों के बहुवचन लिखिए l
उत्तर :
उपवन | उपवनों |
पशु | पशुओं |
तोता | तोते |
बीमारी | बीमारियाँ |
प्रश्न | प्रश्नों |
चिड़िया | चिड़ियाँ |
पक्षी | पक्षियों |
सोफा | सोफे |
प्रश्न 2. दिए गए शब्दों में उचित स्थान पर अनुस्वार (÷) लगाकर उन्हें दोबारा लिखिए l
उत्तर :
अबर | अंबर |
नही | नहीं |
आटी | आंटी |
पख | पंख |
जगल | जंगल |
पिजर | पिंजरे |
प्रश्न 3. दिए गए शब्दों से वाक्य बनाइए l
(i) प्रतिक्रिया – खरगोश के बच्चे को जंगल में छोड़ने के सवाल पर पियूष ने अपनी स्पष्ट प्रतिक्रिया दी।
(ii) धमाचौकड़ी – खरगोश के बच्चे दिन भर घर में धमाचौकड़ी मचाते थे।
(iii) सफाचट – खरगोश के बच्चों को बिल्ली कब सफाचट कर जाए, कहना मुश्किल है।
(iv) हमजोली – सोनू और मोनू दोनों हमजोली थे।
विचार और कल्पना|
प्रश्न 1. शु-पक्षियों को पालना सही है। यदि हाँ तो क्यों और यदि नहीं तो क्यों? अपने विचार लिखिए।
उत्तर: जंगली पक्षियों को पिंजरे में बंद कर पालना उचित नहीं है। पक्षी प्रकृति के निर्मित हैं और मुक्त आकाश में उड़ना उनकी स्वाभाविक प्रवृत्ति है। पिंजरे में बंद होने से उन्हें काफी तकलीफ होती है। वे अपनी स्वतंत्रता खो देते हैं और दुखी रहते हैं। इसलिए हमें उन्हें मुक्त छोड़ देना चाहिए ताकि वे अपने प्राकृतिक वातावरण में खुशी-खुशी रह सकें। साथ ही, जंगली पक्षियों को पालना कानूनन अवैध भी है।
प्रश्न 2. यदि आपको पिंजरे में बन्द रखा जाय तो आपको कैसा लगेगा? अपने विचार लिखिए।
उत्तर: यदि मुझे पिंजरे में बंद कर दिया जाए तो मुझे बहुत बुरा लगेगा। मनुष्य स्वभाव से ही स्वतंत्र प्राणी है। हम अपनी इच्छा से जहां चाहें घूमना-फिरना पसंद करते हैं। पिंजरा हमारी इस स्वतंत्रता को छीन लेगा। हम न तो कहीं जा पाएंगे और न ही अपनी मर्जी से आना-जाना कर पाएंगे। यह एक बहुत ही दुखद अनुभव होगा। इसलिए किसी को भी पिंजरे में कैद करना उचित नहीं है, चाहे वह मनुष्य हो या कोई अन्य जीव।
प्रश्न 3. जानवरों की बीमारियों को डॉक्टर (जानवरों के) कैसे ज्ञात करते हैं? पता करके लिखिए।
उत्तर: जानवरों के डॉक्टर उनकी बीमारियों का पता लगाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। सबसे पहले, वे जानवर के शारीरिक लक्षणों को ध्यान से देखते हैं जैसे – बुखार, थकान, भूख ना लगना, कमजोरी आदि। फिर वे जानवर के व्यवहार में किसी बदलाव को भी नोट करते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई जानवर अकेला बैठा रहता है या उदास लग रहा है। इसके अलावा, डॉक्टर जानवर के मल, मूत्र और रक्त की जांच भी करवाते हैं। कभी-कभी, वे एक्स-रे या अन्य जटिल टेस्ट भी करवाते हैं। अपने विशेष ज्ञान और अनुभव के आधार पर वे सभी लक्षणों का विश्लेषण करके बीमारी का पता लगाते हैं।
कहानी से
प्रश्न 1. तविषा घबराई हुई क्यों थी? वह मांडवी दीदी से क्यों बात करना चाह रही थी?
उत्तर : तविषा घबराई हुई थी क्योंकि उसकी गलती से खरगोश का बच्चा सोनू मर गया था। वह इस बारे में मांडवी दीदी से बात करना चाहती थी।
प्रश्न 2. तविषा एवं शैलेश ने क्यों कहा-“फ्लैट में पशु-पक्षी पालना कठिन है?
उत्तर : तविषा और शैलेश ने फ्लैट में पशु-पक्षी पालना कठिन बताया क्योंकि फ्लैट में जगह कम होती है और पशु-पक्षियों के लिए पर्याप्त स्थान नहीं मिल पाता।
प्रश्न 3. मोनू ने दूध के कटोरे को क्यों नहीं छुआ?
उत्तर : मोनू ने दूध का कटोरा इसलिए नहीं छुआ क्योंकि वह सोनू की मृत्यु से बहुत दुखी था।
प्रश्न 4. पियूष क्यों मोनू को जंगल में वापस छोड़ने के लिए तैयार हो गया?
उत्तर : पियूष मोनू को जंगल में वापस छोड़ने के लिए तैयार हो गया ताकि मोनू अपने स्वाभाविक वातावरण में रह सके और खुशी से जी सके।