Here we have shared UP Board class 8 hindi chapter 2 solutions for free. This solution covers all the questions and their answers of Hindi Manjari chapter 2 – “काकी”.
काकी’ हिंदी पाठ्यपुस्तक की कक्षा 8 का दूसरा अध्याय है, जिसमें एक अबोध बालक यामू की अपनी माँ के प्रति गहरे प्रेम की कहानी है। यामू की माँ की मृत्यु हो जाती है, लेकिन यामू इसे समझ नहीं पाता और अपनी माँ को वापस लाने के लिए तरह-तरह के प्रयास करता है। यह अध्याय छात्रों को बालमन की सरलता और उसकी गहरी भावनाओं से परिचित कराएगा।
UP Board Class 8 Hindi Chapter 2 Solutions
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 8th |
Chapter | 2. काकी |
Author | सियारामशरण गुप्त |
Board | UP Board |
कुछ करने को-
प्रश्न 1. पतंग इतनी ऊँचाई तक कैसे उड़ती है, जबकि एक कागज का सादा पन्ना नहीं उड़ता है, कारण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- पतंग अपने विशिष्ट डिजाइन और आकार के कारण हवा के प्रवाह का लाभ उठाकर ऊंचाई पर उड़ सकती है। इसकी पतली और लंबी डोर के साथ ट्रेन्जुलर शेप का स्ट्रक्चर हवा से उत्पन्न उठाव बल का लाभ लेता है। जबकि सादा कागज़ का पन्ना ऐसा डिज़ाइन नहीं रखता, इसलिए वह हवा में नहीं उड़ पाता।
प्रश्न 2. श्यामू लिखना नहीं जानता था। इसलिए वह पतंग पर अपनी काकी का नाम नहीं लिख पाया। आप बताएँ, जो लोग लिखना नहीं जानते, उनको किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता होगा।
उत्तर- लिखना न जानने वाले लोगों को निम्नलिखित कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है: 1) वे अपने विचारों और भावनाओं को लिखित रूप नहीं दे पाते। 2) उन्हें दूसरों पर निर्भर रहना पड़ता है लिखने के लिए। 3) कागजी कार्य करना उनके लिए मुश्किल हो जाता है। 4) उन्हें शिक्षा और रोजगार के अवसरों से वंचित रहना पड़ता है।
प्रश्न 3.
उत्तर- विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 4. पाठ में आपने पढ़ा कि श्यामू ने विवशता में पिता जी की कोट के जेब से पैसे निकाल लिये थे, आपके विचार से ऐसा करना उचित था अथवा अनुचित? कारण भी बताएँ।
उत्तर- श्यामू एक बच्चा था और उसे गलत-सही का पूरा ज्ञान नहीं था। उसकी मां के प्रति प्यार ने उसे ऐसा करने पर विवश किया। हालांकि पैसे लेना गलत था, लेकिन उसकी मासूमियत और अज्ञानता को देखते हुए इसे पूरी तरह से गलत नहीं कहा जा सकता। एक बच्चे से पूर्ण सही-गलत की समझ की अपेक्षा नहीं की जा सकती। यह घटना बच्चों की मासूमियत और उनकी असहाय स्थिति को दर्शाती है।
कहानी से-
प्रश्न 1. समूह ‘ख’ से नामों को छाँटकर समूह ‘क’ से सम्बन्धित शब्दों के सम्मुख लिखिए-
उत्तर-
‘क’ | ‘ख’ |
---|---|
श्यामू के पिता | विश्वेश्वर |
श्यामू का साथी | भोला |
श्यामू के भैया | जवाहिर |
श्यामू के साथी की बहन | जीजी |
श्यामू की माँ | काकी |
श्यामू के साथी की माँ | सुखिया |
प्रश्न 2. श्यामू ने भोला के सामने कौन-सा रहस्य खोला?
उत्तर- श्यामू ने भोला के सामने यह रहस्य खोला कि वह पतंग बनाकर उसपर ‘काकी’ लिखकर आसमान में उड़ाएगा और फिर डोर खींचकर काकी को स्वर्ग से नीचे बुला लेगा।
प्रश्न 3. श्यामू ने जवाहिर भैया से कागज पर ‘काकी’ क्यों लिखवाया?
उत्तर- श्यामू ने जवाहिर भैया से ‘काकी’ शब्द इसलिए लिखवाया ताकि पतंग पर लिखे इस शब्द को देखकर उसकी काकी समझ जाए कि यह पतंग उन्हीं के लिए भेजी गई है।
प्रश्न 4. उड़ती हुई पतंग को देखकर क्या सोचकर श्यामू का हृदय एकदम खिल उठा?
उत्तर- उड़ती हुई पतंग को देखकर श्यामू का हृदय इसलिए खिल उठा क्योंकि उसे लगा कि वह इस पतंग की डोर से खींचकर काकी को स्वर्ग से नीचे बुला सकेगा। उसकी यह मासूम सोच उसके हृदय को आनंद से भर देती है।
प्रश्न 5. ‘भोला एक ही डाँट से मुखबिर हो गया। इस वाक्य से क्या तात्पर्य है?
उत्तर- इस वाक्य का तात्पर्य है कि विश्वेश्वर की एक ही डांट सुनकर भोला डर गया और उसने श्यामू द्वारा पतंग मंगवाने की पूरी साजिश बता दी। वह एकदम मुखबिर बन गया।
प्रश्न 6. ‘रस्सी से पतंग तानकर काकी को राम के यहाँ से नीचे उतारेंगे। भोला से यह बात सुनकर विश्वेश्वर हतबुद्धि क्यों हो गए?
उत्तर- विश्वेश्वर इसलिए हतबुद्धि हो गए क्योंकि उन्हें पता चल गया कि श्यामू बेहद मासूम है और उसने अपनी मृत माँ को बुलाने के लिए ही पतंग का प्रयोग किया था। श्यामू की यह मासूमियत और माँ के प्रति प्यार उन्हें स्तब्ध कर गया।
प्रश्न 7. कहानी के आधार पर दो सवाल बनाइये।
उत्तर-
(i) यदि विश्वेश्वर श्यामू को पतंग दे देते तो क्या वह समझ पाता कि उसकी माँ अब इस दुनिया में नहीं है?
(ii) क्या श्यामू की मासूमियत और प्रेम देख कर विश्वेश्वर का व्यवहार नरम हो गया होगा? वे उसपर डांटेंगे या प्यार करेंगे?
भाषा की बात
प्रश्न-1. ‘श्यामू पतंग के लिए बहुत उत्कंठित था।’ वाक्य में ‘श्यामू’ और ‘पतंग’ संज्ञा है। श्यामू व्यक्तिवाचक और पतंग जातिवाचक संज्ञा है। नीचे लिखे वाक्य में आए संज्ञा पदों को पहचान कर लिखिए तथा उनके भेद बताइए। एक जगह खूटी पर विश्वेश्वर का कोट हँगा था।
उत्तर- जगह-जातिवाचक संज्ञा पँटी-जातिवाचक संज्ञा . विश्वेश्वर–व्यक्तिवाचक संज्ञा कोट-जातिवाचक संज्ञा
प्रश्न 2. जो बुद्धिवाला हो’ वाक्यांश के लिए एक शब्द है-‘बुद्धिमान’। इसी प्रकार नीचे लिखे वाक्यांशों के लिए एक-एक शब्द लिखिए (शब्द लिखकर)-
(क) जिस पर विश्वास ने किया जा सके। – अविश्वसनीय
(ख) जिसका स्वर्गवास हो गया हो। – स्वर्गीय
(ग) जो अपने मन को एकाग्र रखता हो। – एकाग्रचित्त
(घ) वह स्थान जहाँ शव जलाए जाते हों। – श्मशान
प्रश्न 3. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ बताइए और अपने वाक्यों में उनका प्रयोग कीजिए। (वाक्य प्रयोग करके)
उत्तर-
कुहराम मचना: (बहुव्र शोर शराबा होना।) रेल-दुर्घटना की खबर सुनकर रेलयात्रियों में कुहराम मच गया।
हृदय का खिलना: (बहुत प्रसन्न होना।) परीक्षा में प्रथम श्रेणी में पास होने की खबर सुनकर रमेश का हृदय खिल उठा।
चिन्ता का मारा होना: (परेशानी में होना।) सामान खो जाने पर यात्री चिन्ता के मारे सो न सका।।
रहस्य खोलना: (भेद बता देना।) चोरी का रहस्य खुल जाने पर पुलिस ने चोर को पकड़ लिया।
हतबुद्धि होना: (अचम्भे में होना।) छोटे बच्चे ने लाल कपड़ा दिखाकर रेलगाड़ी रुकवा दी। दुर्घटना होते-होते रह गई। सब यात्री हतबुद्धि हो गए
प्रश्न 4, ‘समझदार’ शब्द में ‘समझ’ संज्ञा है, उसमें ‘दार’ प्रत्यय लगाकर विशेषण पद बना दिया गया है। संज्ञा शब्दों में दार, इक, इत, ई, ईय, मान तथा वान आदि प्रत्ययों को लगाने से विशेषण शब्द बनता है। नीचे लिखे शब्दों में उचित प्रत्यय लगाकर विशेषण बनाइए
उत्तर- बुधि – बुद्धिमान, चौकी – चौकीदार, उपद्रव – उपद्रवी, करुण – करुणा, बल – बलवान, प्रान्त – प्रान्तीय, उत्कंठा – उत्कण्ठित।