UP Board Class 8 Hindi Chapter 14 Solutions – कर्मवीर

UP Board class 8 Hindi chapter 14 solutions are the best guide for the students. It helps you solve all the exercise problems and give you a better understanding of the Hindi Manjari chapter 14 – “कर्मवीर”.

यह अध्याय ‘कर्मवीर’ शीर्षक से संबंधित है। इसमें कर्मवीर लोगों की विशेषताओं एवं गुणों का वर्णन किया गया है। यह बताता है कि असल कर्मवीर व्यक्ति वे होते हैं जो किसी भी परिस्थिति में हिम्मत नहीं हारते और हर काम को पूरी लगन एवं समर्पण के साथ करते हैं। वे समय का सदुपयोग करते हैं और आलस्य को त्याग देते हैं।

UP Board Class 8 Hindi Chapter 14

UP Board Class 8 Hindi Chapter 14 Solutions

SubjectHindi (Manjari)
Class8th
Chapter14. कर्मवीर
Authorअयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’
BoardUP Board

कुछ करने को-

नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।

विचार और कल्पना

प्रश्न 1. जीवन में किसी कार्य की सफलता के लिए क्या-क्या आवश्यक है इस बिन्दु पर अपने विचार लिखिए।

उत्तर : जीवन में किसी भी कार्य की सफलता के लिए लगन, मेहनत, धैर्य और दृढ़ संकल्प आवश्यक है। किसी भी कार्य को पूरी लगन और समर्पण से करना चाहिए तभी सफलता मिलती है।

प्रश्न 2. नोट-विद्यार्थी स्वयं करें।

कविता से

प्रश्न 1. कविता में कवि ने किसकी प्रशंसा की है ?

उत्तर : इस कविता में कवि ने मेहनती, लगनशील और कर्तव्यनिष्ठ व्यक्तियों की प्रशंसा की है जो अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरंतर परिश्रम करते रहते हैं।

प्रश्न 2. कर्मवीर देख मिलने पर भी क्यों नहीं पछताते ?

उत्तर : कर्मवीर देख मिलने पर भी नहीं पछताते क्योंकि वे अपने लक्ष्य पर ऐसे केंद्रित रहते हैं कि उन्हें अपने आस-पास की चीजों का ख्याल ही नहीं रहता।

प्रश्न 3. “सब जगह सब काल में फूलने-फलने से” कवि का क्या तात्पर्य है ?

उत्तर: “सब जगह सब काल में फूलने-फलने से” का तात्पर्य है कि कर्मठ व्यक्ति हर स्थान और हर समय सफलता प्राप्त करता रहता है।

प्रश्न 4. कर्मवीर दूसरों के लिए किस प्रकार नमूना बन जाते हैं ?

उत्तर: कर्मवीर लोग अपनी अथक मेहनत, लगन और सफलता से दूसरों के लिए प्रेरणास्रोत बनते हैं। उनकी मिसाल देकर लोग खुद को प्रेरित करते हैं।

प्रश्न 5. निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए l

(क) रह भरोसे भाग्य के दुख भोग पछताते नहीं।

उत्तर : “रह भरोसे भाग्य के दुख भोग पछताते नहीं।” इस पंक्ति का आशय है कि कर्मठ व्यक्ति केवल अपने भाग्य पर निर्भर नहीं रहते बल्कि वे कड़ी मेहनत करते हैं। वे किसी भी दुख या असफलता से घबराते नहीं और पछताते भी नहीं हैं। वे निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं।

(ख) काम करने की जगह बातें बनाते हैं नहीं।

उत्तर : “काम करने की जगह बातें बनाते हैं नहीं।” इस पंक्ति का तात्पर्य है कि कर्मठ व्यक्ति काम के समय बातचीत या गपशप नहीं करते बल्कि वे पूरी तन्मयता से अपने काम में लगे रहते हैं। वे अपने कीमती समय को बेकार बातों में नहीं गंवाते।

भाषा की बात

प्रश्न 1. दिए गए शब्द स्त्रीलिंग हैं या पुल्लिंग? लिखिए

उत्तर :

चित्रपुल्लिंग
लताएँस्त्रीलिंग
जंगलपुल्लिंग
बाधास्त्रीलिंग
नदीस्त्रीलिंग
बातस्त्रीलिंग

प्रश्न 2. कुछ शब्द उपसर्ग और प्रत्यय दोनों के योग से बनते हैं।

उत्तर :

सम् + कल्प + नासंकल्पना
दुर + बल +तादुर्बलता
अ + विश्वसनीय + ताअविश्वसनीयता
अ + सम्बद्ध + तlअसम्बद्धता
Other Chapter Solutions
Chapter 1 Solutions – वीणावादिनी वर दे
Chapter 2 Solutions – काकी
Chapter 3 Solutions – सच्ची वीरता
Chapter 4 Solutions – पेड़ों के संग बढ़ना सीखो
Chapter 5 Solutions – अपराजिता
Chapter 6 Solutions – बिहारी के दोहे
Chapter 7 Solutions – जूलिया
Chapter 8 Solutions – धानों का गीत
Chapter 9 Solutions – हिन्दी विश्वशांति की भाषा है!
Chapter 10 Solutions – भक्ति के पद
Chapter 11 Solutions – आत्मनिर्भरता
Chapter 12 Solutions – पहरुए सावधान रहना
Chapter 13 Solutions – जंगल
Chapter 14 Solutions – कर्मवीर
Chapter 15 Solutions – एक स्त्री का पत्र
Chapter 16 Solutions – सोना
Chapter 17 Solutions – अमरकंटक से डिंडौरी
Chapter 18 Solutions – नीड़ का निर्माण फिर-फिर
Chapter 19 Solutions – जब मैंने पहली पुस्तक खरीदी
Chapter 20 Solutions – झाँसी की रानी
Chapter 21 Solutions – बस की यात्रा
Chapter 22 Solutions – खान-पान की बदलती तस्वीर

Leave a Comment

WhatsApp Icon
X Icon