Get UP Board Class 7 Hindi Manjari Chapter 20 Solutions for free. Using our free guide, you can get a simplified answer for all the questions from chapter 20 – “एक संसद नदी की” in hindi.
इस पाठ में, हम एक कहानी सुनते हैं जो राजस्थान की जल संरक्षण की महत्वपूर्ण कहानी है। राजेन्द्र सिंह, जो एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, ने अपने क्षेत्र में जल संरक्षण के लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने अपनी साझेदारी से गांवों के लोगों को मिलकर जल संरक्षण कार्यक्रमों को चलाया। अलवर जिले की पाँच सूखी नदियों को फिर से सजीव बनाने के लिए कई पहल की गई। जल संरक्षण के लिए तालाब, जोहड़, बाँध आदि के निर्माण कार्य किए गए। इस प्रयास से नदियाँ पुनः जीवनदायक हो गईं और लोगों का जीवन सुखमय बना।
UP Board Class 7 Hindi Manjari Chapter 20 Solutions
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 7th |
Chapter | 20. एक संसद नदी की |
Author | |
Board | UP Board |
कुछ करने को-
नोट:
विद्यार्थी स्वयं करें।
विचार और कल्पना
(क) ऐसी दस बातें/कारण लिखिए जिससे सिद्ध हो कि “जल ही जीवन है।”
उत्तर:
- जल हमारी प्यास बुझाता है।
- जल के माध्यम से ही हम अपना भोजन पकाते हैं।
- जल वर्षा रूप में ग्रीष्मकालीन की गर्मी से हमें राहत देता है।
- जल पेड़-पौधों और फसलों-वनस्पतियों के लिए भी अति आवश्यक है।
- मछली, कछुआ, मगरमच्छ आदि सहित अनेक जलीय जीव केवल जल में ही जीवित रह सकते हैं।
- जल से हम अपने वस्त्र धोते हैं।
- जल से बरतन धोते हैं।
- जन से घर की साफ-सफाई करते हैं।
- जल से हम नहाते हैं।
- जल से साग सब्जियों को भी धोते हैं।
- यदि इन सब कार्यों के लिए जल नहीं उपलब्ध हो पाएगा तो मानव-जीवन पशु-पक्षियों, जलीय जीव-जंतुओं और पेड़-पौधों का जीवन भी खतरे में पड़ जाएगा। अतः जल ही जीवन है।
(ख) (ग) एवं (घ) नोट- विद्यार्थी स्वयं करें।
रिपोर्ताज से-
प्रश्न 1: दो दशक पहले अलवर जिले में जो नदियाँ सूख गयी थीं, उनके नाम क्या थे?
उत्तर: दो दशक पहले अलवर जिले की अनेक नदियाँ सूख गई थीं। इनमें अखरी, रुपारेल, सरसा, भगाणी और जहाज वाली नदी प्रमुख थीं। इन नदियों के सूखने से पूरे क्षेत्र में जल संकट गहरा गया और लोगों को पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ा।
प्रश्न 2: अक्टूबर 1985 ई० में राजेन्द्र सिंह राजस्थान के अलवर जिले के किशोरी गाँव में किस उद्देश्य से गए थे?
उत्तर: अक्टूबर 1985 में राजेन्द्र सिंह किशोरी गाँव में जल संरक्षण और जलग्रहण की प्रमुख विधियों के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गए थे। वह चाहते थे कि गाँव वाले पुरानी जल संरक्षण विधियों को अपनाकर क्षेत्र में जल संकट से निजात पाएं।
प्रश्न 3: किशोरी और गोपालपुरा गाँव के लोगों ने राजेन्द्र सिंह को जल प्रबन्धन की कौन-सी पुरानी विधियाँ बतायी?
उत्तर: किशोरी और गोपालपुरा के गाँव वालों ने राजेन्द्र सिंह को जल प्रबंधन की कई पुरानी विधियाँ बतायीं। इनमें छोटे-छोटे बांध बनाना, सूखे कुओं और बावड़ियों को फिर से गहरा करके जीवित करना, जोहड़ बनाना और नदियों का जीर्णोद्धार करना प्रमुख थे। इन विधियों से पहले गाँव वाले बरसात के पानी का भंडारण कर लेते थे।
प्रश्न 4: सूखी धरती में पानी लौटने के साथ और क्या-क्या परिवर्तन हुए?
उत्तर: जब सूखी धरती में फिर से पानी लौटा, तो पूरे क्षेत्र की तस्वीर ही बदल गई। भूजल स्तर ऊपर आने से कुएँ पानी से भर गए और सिंचाई संभव हो सकी। हरियाली वापस आई और धरती की उर्वरा शक्ति बढ़ी। फसल चक्र में बदलाव आया और लोग नई फसलें उगाने लगे। अरावली की पहाड़ियों पर भी पेड़-पौधे उगने लगे। साथ ही जो लोग पलायन करके शहरों में चले गए थे, वे वापस लौटकर अपने गांवों और खेतों में काम करने लगे।
प्रश्न 5: राजेन्द्र सिंह को मैगसेसे सम्मान क्यों दिया गया?
उत्तर: राजेन्द्र सिंह को जल संरक्षण के क्षेत्र में उनके अथक प्रयासों और उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित मैगसेसे सम्मान से सम्मानित किया गया। उन्होंने पारंपरिक जलग्रहण विधियों को पुनर्जीवित करने और लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 6: रिमोट सेंसिंग तकनीक क्या है, इससे किस क्षेत्र में मदद मिलती है?
उत्तर: रिमोट सेंसिंग एक उपग्रह आधारित तकनीक है जिसकी मदद से धरती की सतह का भौगोलिक विश्लेषण किया जाता है। इस तकनीक से हम उन स्थानों का पता लगा सकते हैं जहां पानी संचित करने की संभावना होती है। यह तकनीक जलग्रहण क्षेत्रों के चयन और जल संसाधनों के प्रबंधन में बहुत उपयोगी सिद्ध होती है।
भाषा की बात.
प्रश्न 1: सूखी धरती, सुखद उम्मीद, नंगे पहाड़ में क्रमशः सूखी, सुखद, नंगे शब्द “विशेषण’ हैं। जबकि धरती, उम्मीद और पहाड़ ‘विशेष्य’ हैं। इस प्रकार के पाँच अन्य विशेषण-विशेष्य
को इस पाठ से छाँटकर लिखिए।
उत्तर:
विशेषण विशेष्य
सूखी नदियाँ
पाँच नदियाँ
बाहरी व्यक्ति
स्थानीय प्रशासन
अनुभवी लोग
प्रश्न 2: निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए (प्रयोग करके)l
उत्तर:
पानी लौट आया – जलस्तर ऊपर उठना
वाक्य प्रयोग – तालाब, बाँध, बावड़ी और जोहड़ों को गहरा खोदने तथा उनमें अधिक जल इकट्ठा करने से नदियों में पानी लौट आया।
चपेट में आना – प्रभाव होना
वाक्य प्रयोग – राजस्थान के अनेक गाँव सूखे की चपेट में आ गए।
तस्वीर बदलना – परिस्थिति बदल देना।
वाक्य प्रयोग – पानी आने से हरियाली छा गई और उजड़े गाँवों की तस्वीर बदल गई।
नजरें टिकाना- गौर करना
वाक्य प्रयोग – लक्ष्य पर नजरें टिकाना अर्जुन से सीखा जा सकता है।
किला टूटना – हार होना।
वाक्य प्रयोग – सूखे के कारण गाँव वालों की उम्मीदों के किले टूट गए।
दिन फिरना – खुशी आना।
वाक्य प्रयोग – सूखी नदियों में पानी आ जाने से कृषकों के दिन फिर आए और भरपूर फसलें होने लगीं।
प्रश्न 3: स्थान शब्द में ‘ईय’ प्रत्यय लगा कर ‘स्थानीय’ शब्द बनता है। इसी प्रकार निम्नलिखित शब्दों में ईय प्रत्यय जोड़कर नया शब्द बनाइए (शब्द बनाकर )
उत्तर:
शब्द | प्रत्यय सहित शब्द |
राष्ट्र | राष्ट्रीय |
जल | जलीय |
आकाश | आकाशीय |
संसद | संसदीय |
प्रश्न 4: ‘प्रबन्धन’ में प्र’ उपसर्ग है। इसी प्रकार निम्नलिखित शब्दों में उपसर्ग और मूल शब्द अलग-अलग कीजिए ( अलग-अलग करके)l
उत्तर:
उपसर्ग सहित शब्द | मूल शब्द | उपसर्ग |
प्रहार | हार | प्र |
प्रवर | वर | प्र |
प्रशिक्षण | शिक्षण | प्र |
प्रशासन | शासन | प्र |
प्रगति | गति | प्र |
प्रबुद्ध | बुद्ध | प्र |