UP Board class 7 Hindi Manjari chapter 14 solutions are the best guide for the students. It helps you solve all the exercise problems and give you a better understanding of the Hindi Manjari chapter 14 – “भविष्य का भय”.
इस अध्याय में हम एक व्यंग्यात्मक लेख पर आधारित कहानी पढ़ेंगे जो आज के भौतिकवादी समाज पर तीखी चोट करती है। यह लेख भविष्य की आशंकाओं और डरों पर केंद्रित है जो मनुष्य को अपने वर्तमान जीवन से वंचित कर देते हैं। लेखक ने एक बच्ची की आँखों से समाज के विभिन्न वर्गों की रूढ़िवादी मानसिकता और भविष्य के प्रति असंतोष को उजागर किया है। हम देखेंगे कि कैसे लोग भविष्य की चिंताओं में इतने खोए रहते हैं कि वर्तमान का आनंद उठाना भूल जाते हैं।
UP Board Class 7 Hindi Manjari Chapter 14 Solutions
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 7th |
Chapter | 14. भविष्य का भय |
Author | |
Board | UP Board |
कुछ करने को–
प्रश्न 1: स्कूल से लौटने पर तुलतुल मुँह फुलाकर क्यों बैठ गयी?
उत्तर : स्कूल से लौटने पर तुलतुल मुँह फुलाकर बैठ गयी क्योंकि उसकी सहेली ट्रेनी की माँ जो तुलतुल के घर काम करती थी, वह उस दिन काम पर नहीं आई थी। तुलतुल को लगा कि अब उसे ही घरेलू कामकाज करना पड़ेगा, इसलिए वह नाराज हो गई।
प्रश्न 2: तुलतुल की माँ ने उसे घरेलू कार्य करने का आदेश क्यों दिया?
उत्तर : तुलतुल की माँ ने उसे घरेलू कार्य करने का आदेश इसलिए दिया क्योंकि उस दिन घर की नौकरानी ट्रेनी की माँ काम पर नहीं आई थी। ट्रेनी की माँ तुलतुल के टुनटुन व्यवहार से परेशान होकर काम पर नहीं आई। इसलिए तुलतुल को ही घरेलू कामकाज करना पड़ा।
प्रश्न 3: ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की जीवनी पढ़ने का तुलतुल पर क्या असर हुआ?
उत्तर : ईश्वरचन्द्र विद्यासागर की जीवनी पढ़ने से तुलतुल उनके समानता और सामाजिक न्याय के विचारों से काफी प्रभावित हुई। इसका असर यह हुआ कि उसने एक गरीब लड़के को ठंड से बचाव के लिए अपना कीमती कार्डिगन दे दिया। विद्यासागर के विचारों से प्रेरित होकर तुलतुल ने समाज में व्याप्त असमानता के खिलाफ एक छोटा सा कदम उठाया।
प्रश्न 4: तुलतूल के मन में भविष्य के किस भय की चिन्ता थी?
उत्तर : तुलतुल के मन में भविष्य के लिए यह चिंता थी कि कहीं वह बड़ी होकर मां की तरह रुढ़िवादी और पुरानी सोच वाली न बन जाए। उसे डर था कि कहीं वह यह न भूल जाए कि सभी इंसान समान हैं और किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। उसका लक्ष्य एक ऐसा समाज बनाना था जहां किसी भी तरह का भेदभाव न हो।
प्रश्न 5: टुनी की माँ टुनी को स्कूल क्यों नहीं भेजना चाहती थी और वह तुलतुल के घर की नौकरी छोड़कर क्यों चली गयी?
उत्तर : टुनी की माँ उसे स्कूल नहीं भेजना चाहती थी क्योंकि उसकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी। वह चाहती थी कि टुनी घर पर रहकर घरेलू कामकाज में उसकी मदद करे। जब तुलतुल ने टुनी को स्कूल में दाखिला दिलवाया तो टुनी की मां का आर्थिक गुजारा और मुश्किल हो गया। इसलिए उसे तुलतुल के घर की नौकरी छोड़नी पड़ी।
प्रश्न 6: अन्तरराष्ट्रीय बालवर्ष के संदर्भ में ‘मिस’ के क्या विचार थे और ‘मिस’ के विचारों का तुलतुल पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर : अंतरराष्ट्रीय बालवर्ष के संदर्भ में मिस का मानना था कि सभी बच्चे समान हैं और उन्हें बिना किसी भेदभाव के समान अधिकार और देखभाल मिलनी चाहिए। मिस के इन विचारों से तुलतुल काफी प्रभावित हुई। इसका असर यह हुआ कि तुलतुल ने अपने घर में काम करने वाली ट्रेनी की माँ की बच्ची टुनी की शिक्षा और देखभाल के प्रति गंभीरता से सोचना शुरू किया। उसने टुनी को स्कूल में दाखिला भी दिलवाया।
भाषा की बात
प्रश्न 1: निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखकर अपने वाक्यों में उनका प्रयोग कीजिए
मुँह फुलाना, हाथ बँटाना, मजा चखाना, सर पर भूत सवार होना, कोई चारा न होना, दिमाग फिरना, पेट में चूहे कूदना।।
उत्तर:
- मुँह फुलाना (गुस्सा होना)- लड़की ने खाना नहीं खाया क्योंकि वह मुँह फुलाए बैठी थी।
- हाथ बँटाना (मदद करना)- बच्चे घर के काम में परिवार का हाथ बँटाते हैं।
- मजा चखाना (दण्ड देना, किए का फल चखाना)- शैतान बच्चों को बाग से आम तोड़ते देख माली ने उन्हें मजा चखा दिया।
- सर पर भूत सवार होना (बुद्धि ठीक न होना)- माँ ने कहा, “तुलतुल बकबक बन्द करो। तुम्हारे सर पर भूत सवार हुआ है।”
- कोई चारा न होना (कोई उपाय न होना)- काम छोड़कर चले जाने के अलावा टुनी की माँ के पास कोई चारा न था।
- दिमाग फिरना ( बुद्धि ठिकाने न होना)- तुलतुल का दिमाग फिर गया, (UPBoardSolutions.com) जिससे वह टुनी को जबरदस्ती स्कूल में प्रवेश दिलाना चाहती थी।
- पेट में चूहे कूदना ( भूखा होना)- देर तक खाना न मिलने पर पेट में चूहे कूदने लगे।
प्रश्न 2: इस पाठ में कई शब्द-युग्म आये हैं जो पुनरुक्त हैं, जैसे- कभी-कभी, डरी-डरी, गरम-गरम आदि। पाठ में आये हुए अन्य पुनरुक्त शब्दों को छाँटकर लिखिए।
उत्तर:
छोटे-छोटे, अच्छी-अच्छा, जल्दी-जल्दी, कभी-कभी, बक-बक, तार-तार, थोड़ी-थोड़ी, क्या-क्या, हो-हो।
प्रश्न 3: इस पाठ में आये निम्नलिखित शब्दों को पढ़िएयूनिफार्म, फ्रॉक, हुक्म, माफ। ये शब्द विदेशी भाषा से हिन्दी में आये हैं। पाठ से अन्य विदेशी शब्द चुनकर लिखिए।
उत्तर:
यूनिफार्म, मिस, डिपो, टिफिन, डेंजरस, कार्डीगन।
प्रश्न 4: पदों के मेल से बने हुए नये संक्षिप्त पद को ‘समास’ कहते हैं। जिस ‘समास’ में दोनों पद प्रधान होते हैं और उनके बीच में ‘और’ शब्द का लोप होता है, उसे ‘द्वन्द्व समास’ कहते हैं, जैसे- पढ़ना-लिखना अर्थात् पढ़ना और लिखना। नीचे लिखे शब्दों में समास विग्रह कीजिए झाडू-पोंछा, दुबली-पतली, हाथ-मुँह, लड़के-लड़कियाँ।
उत्तर:
झाडू-पोंछा। झाड़ और पोंछा द्वन्द्व समास
दुबली-पतली दुबली और पतली द्वन्द्व समास
हाथ-मुँह हाथ और मुँह द्वन्द्व समास
लड़के-लड़कियाँ लड़के और लड़कियाँ द्वन्द्व समास