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इस अध्याय में हम लेखक गणेश शंकर ‘विद्यार्थी’ द्वारा लिखित निबंध “सत्साहस” का अध्ययन करेंगे। इस निबंध में लेखक ने साहस की विभिन्न श्रेणियों और उनकी विशेषताओं पर विस्तार से प्रकाश डाला है। लेखक ने बताया है कि किसी भी काम को करने के लिए साहस की आवश्यकता होती है, चाहे वह छोटा हो या बड़ा। संसार के सभी महापुरुषों ने साहस का परिचय दिया है। साहस को कई श्रेणियों में बाँटा गया है – नीच श्रेणी, मध्यम श्रेणी और सर्वोच्च श्रेणी। नीच श्रेणी का साहस स्वार्थ से प्रेरित होता है, जबकि मध्यम श्रेणी वालों में उदारता होती है लेकिन उन्हें ज्ञान की कमी रहती है।
UP Board Class 7 Hindi Manjari Chapter 10 Solutions
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 7th |
Chapter | 10. सत्साहस |
Author | |
Board | UP Board |
कुछ करने को
नोट- विद्यार्थी प्रश्न 1 और प्रश्न 2 को शिक्षक की सहायता से स्वयं हल करें।
प्रश्न 3. हमारे देश में हर वर्ष 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बहादुर बच्चों को ‘राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार दिये जाते हैं। इन पुरस्कारों के बारे में विस्तार से जानकारी कीजिए तथा सभी को बताइए।
उत्तर:- राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार हर साल 26 जनवरी को साहसिक और बहादुर बच्चों को दिए जाते हैं। भारतीय बाल कल्याण परिषद् ने इन्हें 1957 में शुरू किया था। पुरस्कार में पदक, प्रमाण-पत्र और नकद राशि शामिल है। इन बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए भी वित्तीय सहायता मिलती है। गणतंत्र दिवस परेड में ये बच्चे हाथियों पर सवार होकर शामिल होते हैं। कुल मिलाकर पांच प्रकार के राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार दिए जाते हैं – भारत रत्न, गीता चोपड़ा, संजय चोपड़ा, बापू गैंधी और सामान्य राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार।
प्रश्न 4. प्रत्येक पाठ के साथ ही लेखकों व उनकी कृतियों का परिचय संक्षेप में दिया गया है, नीचे दिये गये समूह ‘क’ के लेखकों के सम्मुख उनकी कृतियाँ समूह ‘ख’ से चुनकर अपनी पुस्तिका में लिखिए
उत्तर:-
‘क’ | ‘ख’ |
---|---|
जयशंकर प्रसाद | कामायनी |
रामावतार त्यागी | नया खून |
तेत्सुको कुरोयानागी | तोत्तो–चान |
रसखान | प्रेम वाटिका |
रमेश उपाध्याय | नदी के साथ |
नागार्जुन | युगधारा |
भारतेन्दु हरिश्चन्द्र | प्रेम-माधुरी |
विचार और कल्पना
प्रश्न 1. चित्र को देखकर आपके मन में जो विचार आ रहे हैं, उन्हें लिखिए।
उत्तर:- विद्यार्थी इस प्रश्न को स्वयं करे।
प्रश्न 2. आपके विचार से किसी डूबते हुए को बचाना किस प्रकार का साहस है ?
उत्तर:- हमारे विचार में किसी डूबते हुए को बचाना सर्वोच्च साहस है।
निबन्ध से।
प्रश्न 1. लेखक ने साहस की कितनी श्रेणियाँ बतायी हैं तथा उनकी क्या विशेषताएँ हैं ?
उत्तर:- लेखक ने साहस की तीन श्रेणियां बतायी हैं – निम्न, मध्यम और सर्वोच्च। निम्न साहस स्वार्थ के लिए किया जाता है। मध्यम साहस शूरवीरों में पाया जाता है। सर्वोच्च साहस के लिए हृदय की पवित्रता, उदारता, चारित्रिक दृढ़ता और स्वार्थरहितता आवश्यक है।
प्रश्न 2. बुद्धन सिंह द्वारा सत्साहस का कौन-सा कार्य किया गया?
उत्तर:- बुद्धन सिंह ने कर्तव्यबोध से प्रेरित होकर और संकटों की परवाह न करके मातृभूमि की रक्षा का सत्साहस दिखाया।
प्रश्न 3. सत्साहसी व्यक्ति में कौन-सी गुप्तशक्ति रहती है, जिसके बल पर वह दूसरों को दुःख से बचाने के लिए प्राण तक दे सकता है ?
उत्तर:- सत्साहसी व्यक्ति हृदय की पवित्रता और चारित्रिक दृढ़ता के बल पर दूसरों के दुःख से बचाव के लिए अपना प्राण तक न्योछावर कर सकता है।
प्रश्न 4. लेखक के अनुसार सत्साहस के लिए अवसर की राह देखने की आवश्यकता नहीं है, क्यों?
उत्तर:- लेखक के अनुसार सत्साहस दिखाने के लिए किसी विशेष अवसर की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए, क्योंकि जीवन में प्रतिपल साहस दिखाने का अवसर आता रहता है।
प्रश्न 5. निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए।
(क) बिना किसी प्रकार का साहस दिखलाये किसी जाति या किसी देश का इतिहास ही नहीं बन सकता।
उत्तर:- किसी भी जाति या देश का इतिहास तभी बनता है जब उसमें साहसिक कार्यों का वर्णन होता है।
(ख) कर्तव्य का विचार प्रत्येक साहसी मनुष्य में होना चाहिए।
उत्तर:- साहसी व्यक्ति में कर्तव्यपरायणता का भाव होना चाहिए।
(ग) कर्तव्य-ज्ञान-शून्य मनुष्य को मनुष्य नहीं, पशु समझना चाहिए।
उत्तर:- जो व्यक्ति कर्तव्य और ज्ञान से रहित है, वह मनुष्य नहीं बल्कि पशु के समान है।
भाषा की बात
प्रश्न 1. ‘बलिष्ठता’ शब्द बलिष्ठ+ता (प्रत्यय) से बना है। ‘बलिष्ठ’ शब्द विशेषण और ‘बलिष्ठता’ शब्द भाववाचक संज्ञा है। इसी प्रकार निम्नलिखित विशेषण शब्दों के साथ ‘ता’ प्रत्यय जोड़कर भाववाचक संज्ञा बनाइए
पवित्र, उदार, दृढ़, अनभिज्ञ, कायर, कठोर, कोमल, मधुर।
उत्तर:-
शब्द | भाववाचक संज्ञा |
---|---|
पवित्र | पवित्रता |
दृढ़ | दृढ़ता |
कायर | कायरता |
कोमल | कोमलता |
उदार | उदारता |
अनभिज्ञ | अनभिज्ञता |
कठोर | कठोरता |
मधुर | मधुरता |
प्रश्न 2. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखकर अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए
(क) रक्त उबल पड़ना (क्रोधित हो उठना)- मातृभूमि पर हमले की खबर सुनकर राजपूतों का रक्त उबल पड़ा।
(ख) मस्तक झुकाना (हार मानना)– राणा प्रताप ने अकबर के सामने मस्तक झुकाने से इनकार कर दिया।
(ग) जान पर खेल जाना (अपूर्व वीरता दिखाना)– हमारे सैनिकों ने जान पर खेलकर भीषण युद्ध में शत्रु को हराया।
(घ) फटकने न देना (पास न आने देना)– सत्साहसी व्यक्ति स्वार्थपरता को पास नहीं फटकने देता। …
(ङ) अवसर की राह देखना (उचित मौका हूँढना)- हुमायूँ अवसर की राह देख रहा था। उसने शेरशाह सूरी के मरने पर भारत में पुनः राज्य स्थापित किया।
प्रश्न 3. अग्निकुंड’ तथा ‘स्वदेश-भक्ति’ सामासिक पद हैं। इनका विग्रह होगा- ‘अग्नि का कूड’ तथा ‘स्वदेश के लिए भक्ति’। इनमें क्रमशः- सम्बन्ध कारक तथा सम्प्रदान कारक का चिह्न लगा हुआ है। समास होने पर उनका लोप हो जाता है। नीचे लिखे शब्दों का समासविग्रह कीजिए
देश-प्रेम, क्रोधान्थ, इतिहास-वेत्ता, समाज-हित-चिन्तक, कर्तव्य-ज्ञान-शून्य
उत्तर:-
शब्द समास-विग्रह
देश-प्रेम – देश के लिए प्रेम
क्रोधान्ध – क्रोध में अन्धा
इतिहास-वेत्ता – इतिहास का वेत्ता
समाज-हित-चिन्तक – समाज के हित का चिन्तक
कर्तव्य-ज्ञान-शून्य – कर्तव्य के ज्ञान से शून्य
प्रश्न 4. निम्नलिखित संज्ञा शब्दों को बहुवचन में बदलकर अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए
माला, झरना, रोटी, आँख, कपड़ा, बालिका।
उत्तर:-