Get our free guide on UP Board class 7 Hindi Manjari chapter 2. This guide covers all the questions and answers for Hindi Manjari chapter 2 – “राजधर्म”.
इस अध्याय “राजधर्म” में एक जातक कथा दी गई है जिसमें सच्चे राजा के गुणों और राज्य संचालन के लिए आवश्यक धर्म और न्याय के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। इस कथा में बुद्ध के एक पूर्व जन्म की घटना बताई गई है जब वे बोधिसत्व के रूप में थे। एक राजा उनके पास आता है और उनसे उचित राज्य शासन के बारे में जानकारी प्राप्त करता है। बोधिसत्व उसे समझाते हैं कि राजा के आचरण का प्रभाव केवल प्रजा पर ही नहीं बल्कि पूरे वातावरण और प्रकृति पर भी पड़ता है। यह कथा राजाओं और शासकों के लिए महत्वपूर्ण सिद्धांतों को प्रदर्शित करती है कि किस प्रकार धर्म और न्याय का पालन करके वे अपने राज्य को समृद्धि और खुशहाली प्रदान कर सकते हैं।
UP Board Class 7 Hindi Manjari Chapter 2 Solutions
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 7th |
Chapter | 2. राजधर्म |
Author | |
Board | UP Board |
कुछ करने को
प्रश्न 1. अपने आस-पास क्षेत्र में पाये जाने वाले बरगद, पीपल, पाकड़ या अन्य वृक्षों को निकट से देखिए और उन पर बैठे पक्षियों के क्रियाकलापों को अपनी अभ्यास-पुस्तिका में लिखिए।
उत्तर:- छात्र इस प्रश्न को स्वयं करे।
प्रश्न 2. बरगद के वृक्ष का चित्र बनाइए।
उत्तर:- छात्र इसे स्वयं करे।
प्रश्न 3. इस पाठ के आधार पर आप भी दो सवाल बनाइए।
उत्तर:- छात्र अध्यापक की सहायता से स्वयं करे।
प्रश्न 4. लिखिए-इस कहानी को पढ़ने के बाद आप क्या करेंगे ? क्या नहीं करेंगे ?
उत्तर:-
क्या करेंगे:– मैं अन्याय और अधर्म से दूर रहूंगा, और सदैव धर्म का पालन करूंगा।
क्या नहीं करेंगे:- मैं किसी को परेशान नहीं करूंगा और न ही किसी के साथ अन्याय करूंगा।
विचार और कल्पना
प्रश्न 1. इस पाठ में एक अच्छे राजा के आवश्यक गुण बताये गये हैं। आपके विचार में किसी राजा/श्रेष्ठ व्यक्ति/नेता में कौन-कौन से गुण होने चाहिए? उन्हें लिखिए।
उत्तर:- छात्र अध्यापक की सहायता से स्वयं करे।
प्रश्न 2. जब राजा ने अन्याय और अधर्म के साथ राज्य किया होगा, तब उसकी प्रजा को क्या-क्या कष्ट भोगने पड़े होंगे ?
उत्तर:- जब राजा ने अन्याय और अधर्म के साथ शासन किया होगा, तो उसकी प्रजा को लूट-खसोट, अराजकता, हिंसा और असुरक्षा का सामना करना पड़ा होगा।
प्रश्न 3. बोधिसत्व जंगल के पके गोदे खाते थे जो शक्कर के समान मीठे थे। आप अपने द्वारा खाए हुए उन फलों के नाम लिखिए जो एक बीज वाले हों, अनेक बीज वाले हों।
उत्तर:-
(क) एक बीज वाले फल – आम, लीची, आड़, जामुन
(ख) अनेक बीज वाले फल – सेब, तरबूज, खरबूजा, संतरा
(ग) बिना बीज वाले फल – केला, अंगूर
(घ) कड़े छिलके वाले फल – अखरोट, नारियल, बेल
कहानी से
प्रश्न 1. ब्रह्मदत्त नामक राजा क्यों प्रसिद्ध था?
उत्तर:- राजा ब्रह्मदत्त धर्मनिष्ठा और न्यायपूर्ण शासन के लिए प्रसिद्ध था।
प्रश्न 2. राजा ब्रह्मदत्त वेश बदलकर क्यों घूमता था?
उत्तर:- राजा ब्रह्मदत्त वेश बदलकर घूमते थे ताकि वे यह जान सकें कि क्या उनके शासन में कोई कमी है और लोग उनसे संतुष्ट हैं या नहीं।
प्रश्न 3. बोधिसत्व ने राजा को गोदों के मीठे और स्वादिष्ट होने का क्या कारण बताया?
उत्तर:- बोधिसत्व ने गोदों के मीठे और स्वादिष्ट होने का कारण राजा का धार्मिक और न्यायपूर्ण शासन बताया।
प्रश्न 4. राजा ने अधर्म और अन्याय से राज्य करना क्यों शुरु किया?
उत्तर:- राजा ने तपस्वी बोधिसत्व के कथन की परीक्षा लेने के लिए अधर्म और अन्याय से शासन करना शुरू किया।
प्रश्न 5. ‘राजा के धर्म विमुख होने पर सारा राज्य दुख को प्राप्त होता है’ कथन का आशय बताइए।
उत्तर:- इस कथन का आशय है कि राजा के धर्म से विमुख होने पर पूरा राज्य दुखी और दुर्दशा की स्थिति में पहुँच जाता है। राजा का व्यवहार प्रजा के जीवन को प्रभावित करता है।
भाषा की बातप्रश्न
प्रश्न 1. नीचे लिखे हुए …………………. वाक्य बने हैं।
नीचे लिखे मिश्रित वाक्यों से मुख्य और अधीन वाक्य अलग-अलग लिखिए (वाक्य लिखकर)
उत्तर:-
(क) वह ऐसे व्यक्ति को ढूँढता था। – मुख्य वाक्य
जो उसके दोषों को बता सके। – अधीन वाक्य
(ख) अधर्म और अन्याय से राज करूगा और देगा। – मुख्य वाक्य
कि बोधिसत्त्व की बात में कितनी सच्चाई है? – अधीन वाक्य
प्रश्न 2. तुलना की दृष्टि से ………………….का अर्थ ‘सबसे श्रेष्ठ’ है। इसी प्रकार नीचे दिये गये शब्दों के तीनों रूप लिखिए ( रूप लिखकर )
उत्तर:-
प्रश्न 3. नीचे कुछ शब्द और उनके विलोम शब्द दिये गये हैं। उन्हें ध्यानपूर्वक पढ़कर शब्द और उनके विलोम शब्दों के जोड़े बनाकर लिखिए (जोड़े बनाकर)
उत्तर:-
प्रश्न 4. शब्द अन्त्याक्षरी को आगे बढ़ाइए- प्रबन्ध-धनवान-नदी ……..
उत्तर:- प्रबन्ध – धनवान – नदी – दीवाली – लीची – चीनी – नीला – लाल – लड़की – कील