UP Board class 8 Hindi chapter 11 solutions are available on this page. Below we have shared our expert written answers for all the questions asked in Hindi Manjari chapter 11 – “आत्मनिर्भरता”.
इस अध्याय में लेखक ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी है। उन्होंने बताया है कि स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता मनुष्य की सबसे बड़ी शक्ति है। आत्मनिर्भरता से ही व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है और जीवन में उन्नति कर सकता है। लेखक ने महापुरुषों के उदाहरण देकर बताया है कि वे अपनी आत्मशक्ति और निर्भरता के बल पर ही महान कार्य कर सके।

UP Board Class 8 Hindi Chapter 11 Solutions
| Subject | Hindi (Manjari) |
| Class | 8th |
| Chapter | 11. आत्मनिर्भरता |
| Author | रामचन्द्र शुक्ल |
| Board | UP Board |
विचार और कल्पना
प्रश्न 1. आदर्श व्यक्ति के चरित्र में कौन-कौन से गुण आवश्यक हैं?
उत्तर :- आदर्श व्यक्ति के चरित्र में निम्नलिखित गुण होने आवश्यक हैं:-
- नम्रता और विनय
- दृढ़ता और आत्मविश्वास
- कर्तव्यनिष्ठा और इमानदारी
- करुणा और दयालुता
- परिश्रम और लगन
प्रश्न 2. नम्रता और दब्बूपन में क्या अन्तर होता है?
उत्तर :- नम्रता का अर्थ है बड़ों के प्रति सम्मान और छोटों से विनम्र व्यवहार करना। इससे व्यक्ति की गरिमा बनी रहती है। दूसरी ओर, दब्बूपन का अर्थ है दूसरों पर निर्भर होकर उनके पीछे चलना, जिससे स्वतंत्र विचार और आत्मविश्वास कम होता है।
प्रश्न 3.
उत्तर :- विद्यार्थी स्वयं करें।
निबन्ध से
प्रश्न 1. इंस पाठ का उद्देश्य क्या है? सही विकल्प का चिह्न (✓) लगाइए।
प्रश्नोत्तर –
(क) युवाओं में नई स्फूर्ति भरना।
(ख) युवाओं को कर्म में लगाना।
(ग) युवाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा देना। (✓)
(घ) युवाओं को महापुरुषों के जीवन के प्रेरक-प्रसंगों की जानकारी देना।
प्रश्न 2. निम्नलिखित पंक्तियों को आशय स्पष्ट कीजिए
(क) नम्रता ही स्वतन्त्रता की धात्री या माता है।
अर्थ – नम्रता से ही व्यक्ति आत्मविश्वास और स्वतंत्र होकर अपने निर्णय लेने की क्षमता विकसित करता है। अहंकारी व्यक्ति असली स्वतंत्रता नहीं प्राप्त कर सकता।
(ख) युवाओं को यह सदा स्मरण रखना चाहिए कि उसकी आकांक्षाएँ उसकी योग्यता से कहीं बढ़ी हुई हैं।
अर्थ – युवाओं को अपनी इच्छाओं और आकांक्षाओं को अपनी वास्तविक योग्यता के अनुरूप रखना चाहिए, अन्यथा वे असफल हो सकते हैं।
(ग) मनुष्य का बेड़ा उसके हाथ में है, उसे वह चाहे जिधर लगाये।
अर्थ – मनुष्य स्वयं अपने जीवन का नियंता है। उसके पास अपने भविष्य को उन्नति या अवनति की ओर ले जाने का अधिकार है।
(घ) अध्यवसायी लोगों ने अपनी समृद्धि का मार्ग निकाला है।
अर्थ – कड़ी मेहनत और लगन से परिश्रमी लोगों ने अपनी सफलता और समृद्धि का रास्ता बनाया है।
प्रश्न 3. उपन्यासकार स्टॉक ने अपना ऋण किस तरह उतारा?
उत्तर :- उपन्यासकार स्टॉक ने अपने कठिन परिश्रम और लेखन कौशल से थोड़े समय में ही कई उपन्यास लिखकर अपना ऋण चुका दिया।
प्रश्न 4. समूह ‘ख’ का कौन-सा शब्द वाक्यांश समूह ‘क’ में दिए गए किन से सम्बन्धित है? छाँटकर समूह ‘क’ के सम्मुख लिखिए।
उत्तर :-
| समूह ‘क’ | समूह ‘ख’ |
|---|---|
| हरिश्चन्द्र | सत्यवादी |
| महाराणा प्रताप | अधीनता नहीं स्वीकार की |
| हनुमान | सीता की खोज |
| कोलम्बस | अमेरिका की खोज |
| शिवाजी | छापामार युद्ध |
| एकलव्य | धनुर्धर |
भाषा की बात
प्रश्न 1. आत्मसंस्कार’ शब्द से ‘संस्कार’ के पूर्व ‘आत्म’ शब्द जुड़ा हुआ है। दिये गये शब्दों के पूर्व ‘आत्म’ लगाकर नए शब्दों की रचना कीजिए
| शब्द | ‘आत्म’ शब्द जोड़कर नए शब्द |
|---|---|
| परिचय | आत्मपरिचय |
| चिन्तन | आत्मचिन्तन |
| निर्भर | आत्मनिर्भर |
| बोध | आत्मबोध |
| कथन | आत्मकथन |
प्रश्न 2. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखकर इनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
उत्तर :-
- मुँह ताकना = (दूसरों का सहारा हूँढना।) आलसी आदमी दूसरों का मुँह ताकते हैं।
- अपने पैरों के बल खड़ा होना = (अपने सहारे रहना।) अपने पैरों के बल खड़ा होना स्वाभिमानी मनुष्य के लिए आवश्यक है।
- दृष्टि नीची होना = (मान हानि होना।) अपराध के लिए पकड़े जाने पर उसकी दृष्टि नीची हो गई।
- सिर ऊपर होना = (गर्व अनुभव होना।) महाराणा प्रताप के रणकौशल से राजपूतों का सिर ऊँचा हो गया।
- अपने हाथ में अपना भाग्य होना = (स्वयं अपना भाग्य बनाना।) इतिहास साक्षी है कि मनुष्य अपना भाग्य स्वयं ही बनाता है।
- कठपुतली बनना = (आश्रय पर रहना।) वह उसके हाथ की कठपुतली बना हुआ है।
- हृदय पर हाथ रखना = (हिम्मत दिखाना।) सुरक्षाकर्मी ने हृदय पर हाथ रखकर आतंकी से लोहा लिया।
प्रश्न 3. जीवननिर्वाह’ समास पद का विग्रह है-‘जीवन का निर्वाह’। सामासिक शब्द बनाने पर का’ कारक-चिह्न का लोप हो जाता है। का’ सम्बन्ध कारक का चिह्न है। अतः यह सम्बन्ध कारक तत्पुरुष समास है। नीचे लिखे समास पदों का विग्रह कीजिए और समास का नाम लिखिए।
उत्तर :-

प्रश्न 4. निम्नलिखित में से प्रधान उपवाक्य तथा आश्रित उपवाक्य को अलग-अलग लिखिए-विद्वानों का यह कथन ठीक है कि नग्नता ही स्वतन्त्रता की धा’ या माता है।
सच्ची आत्मा वही है जो प्रत्येक दशा में अपनी राह आप निकाल… है।
उत्तर :-

प्रश्न 5. “स्वतन्त्रता’ का विपरीतार्थक है।
(क) आजादी
(ख) परतन्त्रता
(ग) स्वावलम्बन
(घ) स्वराज्य
उत्तर :- (ख) परतन्त्रता