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यह अध्याय एक युवक की कहानी पर आधारित है, जिसे राजा ने अपने दरबार में चपरासी के रूप में नियुक्त किया था। लेकिन अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी से उस युवक ने अपना स्थान खुद बना लिया। शुरुआत में कम वेतन पर चपरासी के तौर पर काम करते हुए उसने अपनी कड़ी मेहनत से राजा के कार्यालय को व्यवस्थित किया और बचे पैसों को सरकारी खजाने में जमा कर दिया। उसकी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा देख राजा ने उसे वित्त मंत्री बनाया। आगे चलकर वह अपनी योग्यता के कारण प्रधानमंत्री भी बन गया।

UP Board Class 6 Hindi Manjari Chapter 2
| Subject | Hindi (Manjari) |
| Class | 6th |
| Chapter | 2. अपना स्थान स्वयं बनाइए |
| Author | कन्हैयालाल मिश्रा प्रभाकर |
| Board | UP Board |
प्रश्न 1. ईमानदारी से कार्य करने का क्या तात्पर्य है? आपको कैसे पता चलता है कि आपके द्वारा कार्य ईमानदारी से किये गए? ईमानदारीपूर्वक कार्य करने के क्या-क्या लाभ हैं?
उत्तर :– ईमानदारी से कार्य करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसका अर्थ है कि हम अपना काम इमानदारी, निष्ठा और पूरी लगन से करें। जब हम किसी काम को ईमानदारी से करते हैं, तो हमें अपने आप पर गर्व महसूस होता है और हमारा मन शांत रहता है। इससे हमें यह पता चलता है कि हमने ईमानदारी से काम किया है।
ईमानदारी से काम करने के कई फायदे हैं। पहला, लोग हमारा विश्वास करते हैं और हमारी प्रशंसा करते हैं। दूसरा, हम अपने काम में मन लगाकर करते हैं, इसलिए अच्छे परिणाम मिलते हैं। तीसरा, हमें और ज्यादा अवसर मिलते हैं क्योंकि लोग हमपर भरोसा करते हैं। चौथा, हमारी आत्मा शांत रहती है क्योंकि हमने कोई गलत काम नहीं किया। पांचवां, हमारी प्रतिष्ठा बढ़ती है और लोग हमारा सम्मान करते हैं।
प्रश्न 2. राजा के सात मंत्री नशे में पाए गए। नशे के क्या-क्या दुष्परिणाम होते है? अपने विचार लिखिए।
उत्तर :- नशा करने से कई बुरे परिणाम होते हैं। पहला, नशा स्वास्थ्य को बहुत नुकसान पहुंचाता है और शरीर कमजोर हो जाता है। दूसरा, नशे की वजह से व्यक्ति का आचरण बिगड़ जाता है और वह गलत कार्य करने लगता है। इससे उसकी प्रतिष्ठा और परिवार को भी नुकसान होता है। तीसरा, नशे की लत लगने पर व्यक्ति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को भूल जाता है। चौथा, नशा करने से पैसे बर्बाद होते हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति खराब हो जाती है।
कहानी से
प्रश्न 1. किसने किससे कहा।
प्रश्नोत्तर:-
| किसने | किससे | |
| (क) मुझे अपने लिए एक आदमी की जरूरत है। | राजा | मंत्री से |
| (ख) मैंने इसे हजारों मे से छाँटा है और बढ़िया नौकरी से छुड़ा कर लाया हूँ। | मंत्री | राजा से |
| (ग) मुझे अपने राजा की सेवा करने का मौका मिलेगा। | युवक | मंत्री से |
| (घ) इससे अफसरों में ढील और बेईमानी पैदा होगी । | वित्त मंत्री | राजा से |
प्रश्न 2. युवक ने कीमती सामान क्यों बेच दिया ?
उत्तर :- दफ्तर का फर्नीचर आदि सामान खरीदने के लिए युवक ने कीमती सामान बेच दिया।
प्रश्न 3. “हुजूर पैसा तो मैं भी डाल सकता था, पर यदि पैसा कम है और इसके लिए पूछताछ न हुई तो इससे अफसरों में बेईमानी और ढील पैदा होगी।” वित्तमंत्री ने ऐसा क्यों कहा?
उत्तर :- वित्तमंत्री ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वह बेईमानी को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं करना चाहता था। उसके अनुसार, यदि थोड़ी सी भी बेईमानी को नजरअंदाज कर दिया जाए तो यह राज्य के अन्य अधिकारियों में भी बेईमानी और लापरवाही को बढ़ावा देगा। वह चाहता था कि सभी अफसर अपने कर्तव्यों का पालन पूरी ईमानदारी से करें।
प्रश्न 4. राजा ने युवक को प्रधानमंत्री क्यों बनाया ?
उत्तर :- राजा ने युवक की ईमानदारी और काम के प्रति लगन से प्रभावित होकर.उसे प्रधानमंत्री बनाया।
प्रश्न 5. कहानी में किस बात ने आपको सबसे ज्यादा प्रभावित किया और क्यों ?
उत्तर :- मुझे इस कहानी में चपरासी की इमानदारी, मेहनत और लगन सबसे अधिक प्रभावित करती है। उसने अपनी ईमानदारी और कड़ी मेहनत से एक मामूली नौकरी से शुरुआत की और धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए वित्तमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बना। यह उसकी मेहनत और लगन का ही परिणाम था। उसकी कहानी हमें सिखाती है कि कड़ी मेहनत और ईमानदारी से मनुष्य कितनी भी ऊंचाइयां हासिल कर सकता है।
भाषा की बात
प्रश्न 1. निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची लिखिए।
- राजा – नरेश
- रात – निशा
- सोना – स्वर्ण
- दिन – दिवश
- खुश – प्रसन्न
- निगाह – दृष्टि
प्रश्न 2. निम्नलिखित शब्दों के विलोम लिखिएं –
- उन्नति – अवनति
- कृतज्ञ – कृतघ्न
- बेईमान – ईमानदार
- अमीर – गरीब
- अच्छा – बुरा
प्रश्न 3. निम्नलिखित पंक्तियों में उचित विराम चिहनों का प्रयोग कीजिए –
| पंक्ति | उचित विराम चिह्न |
|---|---|
| (क) पेन पेन्सिल और रबर लिखने के साधन हैं | पेन, पेंसिल और रबर लिखने के साधन हैं। |
| (ख) क्या आपके विद्यालय में कम्प्यूटर है | क्या आपके विद्यालय में कम्प्यूटर है ? |
| (ग) वाह कितने सुन्दर फूल खिले हैं। | वाह ! कितने सुंदर फूल खिले हैं । |
| (घ) गुरु शिष्य विद्यालय की शोभा हैं। | गुरु-शिष्य विद्यालय की शोभा हैं। |
प्रश्न 4. दिये गये अनेकार्थी शब्दों के अर्थ लिखकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए –
कर, मन, सोना, पत्र
उत्तर :-
- कर – (टैक्स) – वह अपना आयकर समय से जमा करता है।
- कर – (सँड़) – हाथी का कर लंबा होता है।
- मन – (मन, हृदय) – वह मन का बुरा नहीं है।
- मन – (तोल की एक इकाई) – उसने मुझे एक मन गेंहूँ दिया है।
- सोना – (सोना-एक क्रिया) – राहुल को सोने में बहुत आनंद आता है।
- सोना – (एक धातु) – सोने के जेवर महिलाओं को बहुत पसंद होते हैं।
- पत्र – (पत्ता) – पतझड़ के बाद बसंत में सभी पेड़ों पर नये पत्र लगते हैं।
- पत्र – (चिठ्ठी) – मुझे तुम्हारा पत्र मिला।
प्रश्न 5. संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। निम्नलिखित पंक्तियों में आये हुए विशेषणों को रेखांकित कीजिए।
उत्तर :-
(क) बढ़िया नौकरी से छुड़ाकर लाया हूँ।
(ख) दफ्तर सचमुच शाही दफ्तर हो गया है।
(ग) उन्होंने तेज आवाज में पूछा।
(घ) उसने राजा को रद्दी लिफ़ाफ़ों की कहानी सुनाई।
(ङ) सभी मंत्री महल के एक बड़े से कमरे में आ गये।
(च) सभी मंत्री बहुत लज्जित हुए।