Simplified solutions of UP Board Class 6 Hindi Manjari Chapter 15 are presented here. Using this guide, students can master all the question answers of chapter 15 – “खग, उड़ते रहना” in hindi.
यह कविता ‘खग, उड़ते रहना’ मनुष्य को जीवन भर सक्रिय और आशावादी बने रहने का संदेश देती है। कवि गोपाल दास ‘नीरज’ ने पक्षी के प्रतीक का प्रयोग करते हुए इसमें जीवन की यात्रा को एक लगातार उड़ान के रूप में चित्रित किया है। कविता में व्यक्ति को अपनी गति और आशा को कभी न खोने की प्रेरणा दी गई है। चाहे जितनी भी बाधाएं और विपदाएं आएं, मनुष्य को निरंतर आगे बढ़ते रहना चाहिए। थकान और निराशा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि रुकना या पीछे लौटना मृत्यु से भी बदतर है।
UP Board Class 6 Hindi Manjari Chapter 15
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 6th |
Chapter | 15. खग, उड़ते रहना |
Author | गोपाल दास नीरज |
Board | UP Board |
कुछ करने को
प्रश्न 1. अपनी पसन्द के किसी पक्षी के बारे में कुछ वाक्य लिखिए।
उत्तर :- मोर एक बहुत ही सुंदर और आकर्षक पक्षी है। इसके पंख विलक्षण रंगों से सजे होते हैं और इसकी शान देखने लायक होती है। जब यह अपने पंख फैलाकर नृत्य करता है तो इसकी सुंदरता और भी बढ़ जाती है। मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी होने के साथ-साथ पक्षियों का राजा भी कहलाता है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित उदाहरण के आधार पर किसी एक पक्षी का विवरण तैयार करें
उदाहरण – पुस्तक में देखें।
उत्तर :-
विचार और कल्पना
प्रश्न 1. सामने दिये गये चित्र को देखकर अपने विचार पाँच पंक्तियों में लिखिए
उत्तर :-
- इस में पक्षियों को पिंजरा उलटकर बाहर उड़ते हुए दिखाया गया है।
- यह चित्र स्वतंत्रता एवं स्वच्छंदता का प्रतीक है।
- प्रत्येक जीव को अपनी स्वच्छंदता प्रिय होती है।
प्रश्न 2. उड़ता हुआ पक्षी हमें आगे बढ़ने अर्थात् उन्नति करने का संदेश देता है। इसी प्रकार बताइए कि उगता सूरज, हिमालय, लहराता सागर, फलों से लदे वृक्ष, खिले फूल हमें क्या संदेश देते हैं? प्रत्येक पर अपने विचार दो-दो पंक्तियों में लिखिए।
उत्तर :- उगता सूरज हमें नए आशा और उत्साह के साथ जीवन की नई शुरुआत करने की प्रेरणा देता है। हिमालय हमें अटल और दृढ़ रहने का संदेश देता है। लहराता सागर हमें जीवन की गतिशीलता और उछाल को बनाए रखने की सीख देता है। फलों से लदे वृक्ष हमें दूसरों के लिए कुछ करने का संकेत देते हैं। खिले फूल हमें आनंद और खुशियां बांटने की प्रेरणा देते हैं।
प्रश्न 3. कवि इस गीत के माध्यम से हमें क्या संदेश देना चाहता है?
उत्तर :- कवि इस गीत के माध्यम से हमें प्रगतिशीलता और कर्मठता का संदेश देना चाहता है।
गीत से
प्रश्न 1. मौत से भी बदतर क्या है?
उत्तर :- पीछे लौटना।
प्रश्न 2. मार्ग में कठिनाई आने पर क्या करना चाहिए?
उत्तर :- मार्ग में कठिनाई आने पर नई आशा और विश्वास से आगे बढ़ते रहना चाहिए।
प्रश्न 3. जो लोग अपने लक्ष्य तक पहुँचने के प्रयास में समाप्त हो जाते हैं, उनको संसार किस तरह सम्मान देता है?
उत्तर :- जो लोग अपने लक्ष्य तक पहुँचने के प्रयास में समाप्त हो जाते हैं, संसार उनको नायक की तरह सम्मान करता है।
प्रश्न 4. कार्य को बिना पूरा किए हुए, छोड़कर लौट आने वाले व्यक्ति को संसार किस दृष्टि से देखता है?
उत्तर :- हीन और व्यंग्य की दृष्टि से।
प्रश्न 5. दी गई कविता की पंक्तियों को पढ़िए और नीचे दिए गए सही भावार्थ पर सही (✓) का चिह्न लगाइए।
और मिट गया चलते-चलते, मंजिल-पथ तय करते-करते,
खाक चढ़ाएगा जग, उन्नत भाल और आँखों पर।
उत्तर :-
(क) हे पक्षी ! यदि चलते-चलते और मंजिल पाने में खाक मिलती है तो तेरा ललाट ऊँचा रहेगा।
(ख) हे पक्षी ! (हे मानव !) यदि अपनी मंजिल को पाने के लिए अपने पथ पर उड़ते-उड़ते (चलते-चलते) मिट जाओगे तो भी कोई हानि नहीं होगी, क्योंकि तब यह संसार बड़े गर्व से तुम्हारे बलिदान (चिताभस्म) को अपने सिर आँखों पर चढ़ाएगा। ✓
(ग) हे मानव ! अपनी मंजिल की खाक अपने ऊँचे मस्तक और आँखों पर चढ़ाओ।
(घ) हे खग ! यदि राह चलते-चलते और मंजिल पाने में तू मर गया तो तू मिट्टी में मिल जायेगा।
भाषा की बात
प्रश्न 1. दिए गए शब्दों के समानार्थक शब्द लिखिए (शब्द लिखकर) –
- पथ – मार्ग, रास्ता, राह
- आशा – आस, आसरा, उम्मीद
- अरि – शत्रु, रिपु, दुश्मन
- आँख – चक्षु, नेत्र, लोचन
प्रश्न 2. निम्नलिखित के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए (शब्द लिखकर) –
- पक्षी – खग, विहग
- आकाश – नभ,गगन
- धरती – पृथ्वी, भू
- पहाड़ – पर्वत, गिरि
प्रश्न 3. योजक-चिहून ……………. क्या अर्थ हैं।
उत्तर :-
- आशा – हलकोरों – आशा की हिलकोरें
- अरि – दल – अरियों का दल
- चलते-चलते – चलते और चलते
प्रथम और द्वितीय योजक चिह्नों के अर्थ हैं-सम्बन्ध प्रकट करना; जबकि तृतीय योजक चिह्न का अर्थ है-शब्द की पुनरावृत्ति प्रकट करना।