Today we are sharing our free guide on UP Board Class 6 Hindi Manjari Chapter 10. This guide covers all the question answers of chapter 10 – “ईदगाह” in hindi.
यह अध्याय मुस्लिम त्योहार ईद की खुशियों और एक गरीब बच्चे हामिद की मासूमियत पर केंद्रित है। इसमें ईदगाह में जाने का वातावरण, वहां की भीड़-भाड़ और बच्चों के मेले का आनंद लेने का वर्णन किया गया है। गरीबी के बावजूद हामिद पूरी खुशी और उमंग से ईद मनाता है। उसके पास बहुत कम पैसे होने के कारण वह मेले में खिलौना या मिठाई नहीं खरीद पाता। लेकिन उसकी सादगी और मासूमियत उसे सिर्फ तीन पैसे की चिमटी से ही खुश कर देती है।
UP Board Class 6 Hindi Manjari Chapter 10
Subject | Hindi (Manjari) |
Class | 6th |
Chapter | 10. ईदगाह |
Author | प्रेमचंद |
Board | UP Board |
कुछ करने को
(क) किस कैलेण्डर में चन्द्रमा के अनुसार महीने के दिन दिए गए हैं?
उत्तर :- ऊपर दिए गए कैलेण्डरों में से पहले कैलेण्डर में चन्द्रमा के अनुसार महीने के दिन दिए गए हैं।
(ख) 26 जनवरी को कौन-सा दिन है?
उत्तर :- 26 जनवरी को शुक्रवार है।
(ग) शुक्ल द्वादशी को कौन-सा दिन है?
उत्तर :- शुक्ल द्वादशी को शनिवार है।
कहानी से
प्रश्न 1. नीचे लिखे शब्दों में से सही शब्द छाँटकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (पूर्ति करके) –
(क) हामिद के अब्बाजान का नाम आबिद था। (कायमअली, आबिद, महमूद, मोहसिन)।
(ख) दुकानदार ने चिमटे का दाम ठीक-ठीक पाँच पैसे बताया। (तीन, चार, पाँच, छह)
(ग) हामिद के पास कुल तीन पैसे थे। (तीन, चारे, पाँच, छह)
प्रश्न 2. किसने क्या खरीदा, तीर (→) के निशान द्वारा जोड़ी बनाइए (जोड़ी बनाकर) –
प्रश्न 3. जब सभी बच्चे घोड़ों और ऊँटों पर बैठकर पच्चीस चक्करों का मजा ले रहे थे, तब हामिद दूर खड़ा क्या सोच रहा था?
उत्तर :- जब सभी बच्चे घोड़ों और ऊँटों पर बैठकर पच्चीस चक्करों का मजा ले रहे थे, तब हामिद दूर खड़ा यह सोच रहा था कि उसके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह भी खेल सके।
प्रश्न 4. हामिद महँगे खिलौने न खरीद सकने पर अपने-आपको कैसे समझा रहा था?
उत्तर :- हामिद महँगे खिलौने न खरीद सकने पर अपने आप को समझा रहा था कि खिलौने आज हैं, कल नहीं रहेंगे। उसने सोचा कि खिलौनों की कोई खास जरूरत नहीं है।
प्रश्न 5. हामिद ने चिमटा क्यों खरीदा?
उत्तर :- रोटी पकाते समय दादी की अंगुलियाँ जलने से बचाने के लिए ही हामिद ने चिमटा खरीदा।
प्रश्न 6. हामिद के क्या कहने पर बुढ़िया अमीना का क्रोध तुरन्त स्नेह में बदल गया?
उत्तर :- जब हामिद ने कहा कि “मैंने यह गेंद इसलिए ली क्योंकि तुम्हारी उँगलियाँ तवे से जल जाती थीं”, तब बुढ़िया अमीना का क्रोध तुरन्त स्नेह में बदल गया।
प्रश्न 7. नीचे लिखे गए वाक्यों को कहानी के क्रम में लिखिए (क्रम में लिखकर) –
उत्तर :-
- अमीना परेशान थी, हामिद को अकेले मेले कैसे जाने दे।
- सहसा ईदगाह नजर आया।
- नमाज खत्म होने पर सब गले मिले।
- हामिद ने चिमटा खरीदा।
- चिमटे ने सबको मोहित कर लिया।
- बुढ़िया का क्रोध स्नेह में बदल गया।
- अमीना दामन फैलाकर दुआएँ दे रही थी।
प्रश्न 8. इस कहानी में आपको कौन-सी बात सबसे अच्छी लगी और क्यों ?
उत्तर :- इस कहानी में मुझे हामिद का बुद्धिमत्ता और परोपकार भाव सबसे अच्छा लगा। यद्यपि वह एक गरीब अनाथ बच्चा था, लेकिन उसने अपने सीमित साधनों से अपनी दादी का ख्याल रखा। जब दूसरे बच्चे खिलौने और मिठाइयां खरीद रहे थे, हामिद ने अपनी इच्छाओं पर काबू पाया और अपनी दादी के लिए चिमटा खरीदा ताकि वह काम करते समय अपनी उंगलियों को न जलाएं। यह हामिद की समझदारी और दादी के प्रति प्यार को दर्शाता है।
उसकी यह छोटी सी परवाह करने वाली हरकत बहुत ही प्रशंसनीय है। एक बच्चे के लिए इतना संयमित और विवेकशील होना आसान नहीं होता। हामिद की यह भावना दिल को छू लेने वाली है।
भाषा की बात
प्रश्न 1. इस पाठ के आधार पर निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखिए (लिखकर) –
उत्तर :-
प्रश्न 2. निम्नलिखित मुहावरों का अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए (प्रयोग करके) –
आँखें बन्द करना = अनदेखी करना
वाक्य प्रयोग – अपने अवगुणों के प्रति आँखें बन्द करना ठीक नहीं होता।
पैरों में पर लग जाना = तेज चलना
वाक्य प्रयोग – बालक हामिद इतना तेज चल रहा था, मानो उसके पैरों में पर लग गए हों।
राई का पर्वत करना = छोटी बात बड़ी करना
वाक्य प्रयोग – जरा-सी बात पर इतना झगड़ा! तुमने तो राई का पर्वत बना दिया!
एड़ी-चोटी का जोर लगाना = पूरी कोशिश करना
वाक्य प्रयोग – कक्षा में प्रथम आने के लिए हामिद को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ा।
बाल बाँका न होना = कुछ भी हानि नहीं होना
वाक्य प्रयोग – जिसका ईश्वर रक्षक होता है, उसका कभी बाल बाँका नहीं होता।
प्रश्न 3. नीचे दिए गये उदाहरणों के अनुसार दिए गए शब्दों का संधि-विच्छेद कीजिए (संधि-विच्छेद करके) –
उत्तर :-
- इच्छा + अनुकूल = इच्छानुकूल (आ + अ = आ)
- धर्म + अनुकूल = धमोनुकूल (अ + अ = आ)
- यथा + अवसर = यथावसर (आ + अ = आ)
- देव + आशीष = देवाशीष (अ + आ = आ)
प्रश्न 4. सूई-धागा और सानी-पानी जैसे पाठ में आए योजक चिह्न (-) वाले शब्द-जोड़ों को छाँटकर लिखिए। ध्यान रहे कि दोनों शब्द एक जैसे न हों, जैसे – धीरे-धीरे में दोनों शब्द एक ही हैं।
उत्तर :- योजक चिहून युक्त भिन्न शब्द वाले शब्द युग्म – मिलना-भेटना, बड़े-बूढ़े, एक-दो, दस-बारह, दुबला-पतला, पुरानी-धुरानी, मरने-जीने (मरना-जीना), दल-बल, भीड़-भाड़, क्लब-घर, दो-तीन, फोड़े-फुसियाँ, भाई-बहन, मार-पीट, जोर-शोर, आनन-फानन।।
प्रश्न 5. ‘छोने वाले, जागते लहो’ तोतली बोली में है, इसे शुद्ध भाषा में लिखिए।
उत्तर :- ‘सोने वाले, जागते रहो!’
प्रश्न 6. निम्नलिखित वाक्यों को पढ़िए –
(क) वृक्षों पर कुछ अजीब हरियाली है।
(ख) खेतों में कुछ अजीब रौनक है।
(ग) आसमान पर कुछ अजीब लालिमा है।
इसी प्रकार ‘कुछ अजीब’ से पाँच वाक्य और बनाइए।
उत्तर :-
(क) उनमें कुछ अजीब ऐब हैं।
(ख) एकाएक कुछ अजीब घटित हो जाना चौंका देता है।
(ग) समझकर भी नासमझ बनने वाले लोग कुछ अजीब होते हैं।
(घ) मितली आते समय कुछ अजीब-सा अनुभव होता है।
(ङ) दुनिया में कुछ अजीब बनकर रहना हास्यास्पद बना देता है।