Bihar Board Class 7 Civics Chapter 7 Solutions – विज्ञापन की समझ

Get all your doubts cleared with Bihar Board class 7 Civics chapter 7. On this page, we are giving you the complete set of solutions for chapter 7 – “विज्ञापन की समझ”. These answers are written by the subject experts to clear all your doubts.

बिहार बोर्ड की कक्षा 7 की नागरिक शास्त्र की पुस्तक का सातवां अध्याय “विज्ञापन की समझ” विज्ञापनों के महत्व और प्रभाव पर विचार करता है। यह अध्याय विज्ञापनों के उद्देश्यों, विज्ञापन निर्माण की प्रक्रिया और विज्ञापनों के लोकतंत्र पर पड़ने वाले प्रभावों को समझाता है। साथ ही इसमें विज्ञापनों द्वारा किए जाने वाले भ्रामक दावों और उपभोक्ताओं पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में भी बताया गया है।

Bihar Board Class 7 Civics Chapter 7

Bihar Board Class 7 Civics Chapter 7 Solutions

SubjectCivics
Class7th
Chapter7. विज्ञापन की समझ
BoardBihar Board

पाठगत प्रश्नोत्तर

प्रश्नों के उत्तर दें-

प्रश्न 1. विज्ञापन कौन देता है ? संचार माध्यम इस पर क्यों निर्भर है?

उत्तर- किसी वस्तु, सेवा या विचार को जनता के बीच प्रचारित करने के लिए विज्ञापन दिए जाते हैं। विज्ञापन मुख्यतः व्यावसायिक संस्थानों द्वारा दिए जाते हैं, जैसे कि कंपनियों, निर्माताओं या व्यापारियों द्वारा।

संचार माध्यम जैसे रेडियो, टेलीविजन, अखबार, पत्रिकाएँ और इंटरनेट विज्ञापनों को व्यापक जनता तक पहुँचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं। ये माध्यम लाखों-करोड़ों लोगों तक पहुँच सकते हैं। संचार माध्यमों के संचालन और रखरखाव में काफी धन लगता है, जिसे एक व्यक्ति वहन नहीं कर सकता। इसलिए संचार माध्यम विज्ञापनों पर निर्भर रहते हैं, क्योंकि विज्ञापन उनकी प्रमुख आय का स्रोत होता है।

प्रश्न 2. आपके पसंदीदा विज्ञापन कौन-कौन से है? वे आपको किस तरह आकर्षित करते हैं? शिक्षक के साथ चर्चा करें।

उत्तर- मेरे पसंदीदा विज्ञापनों में से कुछ हैं – पर्यटन स्थलों से जुड़े विज्ञापन क्योंकि मुझे यात्रा करना बहुत पसंद है; खाद्य पदार्थों से जुड़े विज्ञापन क्योंकि मैं भोजन को बहुत पसंद करता हूँ; और ऐसे विज्ञापन जो किसी खास जगह या घटना की उत्कृष्टता को प्रदर्शित करते हैं। ये विज्ञापन मुझे उत्साहित और उत्सुक कर देते हैं कि मैं उन वस्तुओं या सेवाओं को प्राप्त करूँ।

शिक्षक के साथ मैं इन विज्ञापनों पर चर्चा कर सकता हूँ कि वे किन तरीकों से मुझे आकर्षित करते हैं, क्या संदेश वे देना चाहते हैं, और क्या वे वास्तव में उस वस्तु या सेवा का सटीक प्रतिनिधित्व करते हैं।

प्रश्न 3. गोरेपन या सांवलेपन से सुन्दरता को आँकना क्या तुम्हें सही लगता है?

उत्तर- नहीं, गोरेपन या सांवलेपन से सुन्दरता को आँकना सही नहीं है। किसी भी व्यक्ति का सौन्दर्य उसकी त्वचा के रंग से नहीं, बल्कि उसके गुणों, व्यवहार और आंतरिक सौन्दर्य से निर्धारित होता है। प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग तरह के सौन्दर्य होते हैं, जिन्हें समान रूप से सम्मान देना चाहिए।

गोरापन या सांवलापन कोई व्यक्ति के हाथ में नहीं होता, यह भगवान की देन होती है। किसी व्यक्ति को उसके रंग के कारण कम आंकना या उसे कमतर समझना अनुचित और भेदभावपूर्ण होता है। एक व्यक्ति की सच्ची सुंदरता उसके व्यक्तित्व और गुणों से प्रकट होती है, न कि केवल उसके बाहरी रूप से।

प्रश्न 4. इन विज्ञापनों और पूर्व के दोनों विज्ञापनों में क्या अंतर है?

उत्तर- इन नए विज्ञापनों और पूर्व के दोनों विज्ञापनों में प्रमुख अंतर यह है कि नए विज्ञापन सामाजिक उद्देश्यों से प्रेरित हैं, जबकि पूर्व के विज्ञापन व्यावसायिक उद्देश्यों से प्रेरित थे।

इन नए विज्ञापनों में पोलियो उन्मूलन और रक्तदान के महत्व पर जोर दिया गया है। ये सामाजिक कार्यों के लिए जनता को प्रेरित करते हैं। वहीं, पूर्व के दोनों विज्ञापन व्यावसायिक उद्देश्यों से प्रेरित थे। इनमें किसी वस्तु या सेवा की प्रशंसा करके उसे खरीदने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया गया था।

अर्थात्, नए विज्ञापन जनकल्याण के लिए हैं, जबकि पुराने विज्ञापन व्यावसायिक हितों के लिए थे।

अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1. विज्ञापन से हम किस प्रकार प्रभावित होते हैं?

उत्तर: विज्ञापन हमारे ऊपर कई प्रकार से प्रभाव डालते हैं:

  • रागात्मक प्रभाव: विज्ञापन में प्रयुक्त छवियाँ, संगीत और भाषा हमारे भावनात्मक पक्ष को छूती हैं। ये हमें उस वस्तु के प्रति आकर्षित और उत्साहित कर देते हैं।
  • मनोवैज्ञानिक प्रभाव: विज्ञापन हमारी इच्छाओं, जरूरतों और स्वपनों को उकसाते हैं। वे हमें यह महसूस कराते हैं कि उस वस्तु को खरीदने से हमारी जिंदगी में कुछ बदलाव आ जाएगा।
  • सामाजिक प्रभाव: कुछ विज्ञापन हमें समाज में अच्छा दिखने और स्वीकृत होने के लिए प्रेरित करते हैं। उदाहरण के लिए, ब्रांडेड कपड़ों के विज्ञापन।
  • स्वास्थ्य प्रभाव: कुछ खाद्य विज्ञापन हमें गलत जानकारी देकर हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।

इस प्रकार, विज्ञापन हमारे भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक, सामाजिक और स्वास्थ्य पक्षों को कई तरह से प्रभावित करते हैं। इनका ध्यान रखना जरूरी है।

प्रश्न 2. पैकेट वाली वस्तु और खुली वस्तु में आप किसे खरीदना पसन्द करते हैं? क्यों?

उत्तर: मैं पैकेट वाली वस्तुओं को खुली वस्तुओं की तुलना में ज्यादा पसंद करता हूं। कुछ कारण इस प्रकार हैं:

  • स्वच्छता: पैकेट वाली वस्तुएं सील बंद होती हैं, इसलिए उनमें कोई दूषण या मिलावट नहीं होती। खुली वस्तुओं में धूल-मिट्टी या अन्य अशुद्धियां पड़ सकती हैं।
  • विश्वसनीयता: पैकेट वाली वस्तुएं ब्रांडेड होती हैं और कंपनी द्वारा गारंटी दी जाती है, इसलिए उनकी गुणवत्ता पर भरोसा कर सकते हैं।
  • सुरक्षा: पैकेट वाली वस्तुएं कीट या कीड़ों से भी सुरक्षित होती हैं, जबकि खुली वस्तुओं में ये समस्या हो सकती है।
  • जानकारी: पैकेट पर वस्तु की सभी जानकारियां दी होती हैं, जिससे उपभोक्ता को सटीक जानकारी मिल जाती है।

इन कारणों से मैं पैकेट वाली वस्तुओं को खरीदने में अधिक विश्वास महसूस करता हूं।

प्रश्न 3. विज्ञापन को बार – प्रसारित क्यों किया जाता है ?

उत्तर: विज्ञापनों को बार-बार प्रसारित किया जाता है क्योंकि इससे उत्पाद या सेवा का प्रचार और बिक्री दोनों बढ़ती है। कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:

  • ध्यान आकर्षण: बार-बार देखने से विज्ञापन में प्रदर्शित उत्पाद या सेवा का ध्यान लोगों के मन में बना रहता है।
  • याद दिलाना: लगातार देखने से लोग उस उत्पाद या ब्रांड को याद रख पाते हैं और उसे खरीदने का मन बनाते हैं।
  • बदलते रुझानों का पता लगाना: बार-बार देखने से कंपनी को उपभोक्ताओं के बदलते प्रेफरेंस का पता चल जाता है।
  • प्रतिस्पर्धा से अलग होना: लगातार प्रसारण से कंपनी अपने प्रतिस्पर्धियों से अलग और मजबूत ब्रांड बना पाती है।
  • बिक्री बढ़ाना: विज्ञापन को बार-बार देखने से उपभोक्ता उत्पाद खरीदने का मन बना लेते हैं।

इन कारणों से कंपनियां विज्ञापनों को लगातार प्रसारित करती हैं।

प्रश्न 4. आप विज्ञापन से प्रेरित होकर कौन-सी वस्तुएँ खरीदते हैं ? पाँच वस्तुओं के बारे में लिखें।

उत्तर: मैं विज्ञापनों से प्रेरित होकर निम्नलिखित पाँच वस्तुओं को खरीदता हूं:

  • खाद्य पदार्थ: कई बार मैं खाने-पीने की ब्रांडेड वस्तुओं के विज्ञापनों से प्रभावित होकर उन्हें खरीद लेता हूं। जैसे, चिप्स, कोल्ड ड्रिंक्स, सिरकी आदि।
  • व्यक्तिगत देखभाल उत्पाद: शैंपू, साबुन और क्रीम के विज्ञापनों में दिखाए गए लाभों के कारण मैं इन उत्पादों को खरीदता हूं।
  • गैर-जरूरी इलेक्ट्रॉनिक्स: टेलीविजन, मोबाइल फोन और कम्प्यूटर जैसे उपकरणों के आकर्षक विज्ञापनों से प्रेरित होकर मैं उन्हें खरीदने की कोशिश करता हूं।
  • पोशाक और जूते: फैशन और ब्रांडिंग के प्रभाव में आकर मैं कई बार कपड़ों और जूतों के विज्ञापनों से प्रभावित होकर उन्हें खरीद लेता हूं।
  • घरेलू उपकरण: मैंने कई बार टीवी और रेफ्रिजरेटर जैसे उपकरणों के विज्ञापन देखकर उन्हें खरीदने का मन बनाया है।

इस प्रकार विज्ञापन मेरे खरीदारी संबंधी फैसलों को काफी प्रभावित करते हैं।

प्रश्न 5. विज्ञापित वस्तु की कीमत गैर-विज्ञापित वस्तु की तुलना में अधिक क्यों होती है?

उत्तर: विज्ञापित वस्तुओं की कीमत गैर-विज्ञापित वस्तुओं की तुलना में अधिक होती है। इसके कुछ प्रमुख कारण हैं:

  • विज्ञापन का खर्च: विज्ञापन करना काफी खर्चीला होता है। कंपनी को टीवी, रेडियो, अखबार, पत्रिकाओं आदि में विज्ञापन देने के लिए भारी धनराशि खर्च करनी पड़ती है।
  • प्रमोशन और ब्रांडिंग: विज्ञापित वस्तुओं के लिए कंपनियां प्रमोशनल गतिविधियों, सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट और ब्रांड निर्माण पर भारी खर्च करती हैं। ये सभी लागत वस्तु की कीमत में शामिल हो जाती हैं।
  • गुणवत्ता और विश्वसनीयता: विज्ञापित वस्तुएं अक्सर बेहतर गुणवत्ता और विश्वसनीयता के साथ आती हैं, जिसके लिए उपभोक्ता अधिक कीमत देने को तैयार रहते हैं।
  • बाजार अधिकार: विज्ञापित ब्रांडेड वस्तुएं अक्सर बाजार पर अधिकार रखती हैं, जिससे कीमतों को नियंत्रित कर सकती हैं।

इस प्रकार, विज्ञापन से जुड़ी लागतों और बाजार प्रभाव के कारण विज्ञापित वस्तुओं की कीमत गैर-विज्ञापित वस्तुओं से अधिक होती है।

प्रश्न 6. इनमें से कौन-से विज्ञापन सार्वजनिक हैं और कौन से व्यावसायिक ? नीचे दी गयी तालिका में भरें। फिर अपने अनुभव के आधार पर कुछ और उदाहरण जोड़ें।

विज्ञापन सार्वजनिक/ व्यावसायिक
कोल्डड्रिंक्स का विज्ञापन – व्यावसायिक
पल्स पोलियो का विज्ञापन – सार्वजनिक
मोबाइल का विज्ञापन – व्यावसायिक
असुरक्षित रेलवे क्रासिंग को पार करने का विज्ञापन – सार्वजनिक

अतिरिक्त उदाहरण:

सार्वजनिक विज्ञापन:

  • स्वच्छता अभियान
  • बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
  • सड़क सुरक्षा

व्यावसायिक विज्ञापन:

  • कपड़े और फैशन ब्रांड
  • खाद्य उत्पाद
  • स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक्स

सार्वजनिक विज्ञापन समाज के हित में होते हैं, जबकि व्यावसायिक विज्ञापन किसी कंपनी या ब्रांड के हित में होते हैं।

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