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बिहार बोर्ड की कक्षा 7 की नागरिक शास्त्र की किताब का दूसरा अध्याय “राज्य सरकार” पर केंद्रित है। यह अध्याय राज्य स्तर पर सरकार के गठन और उसके कामकाज के बारे में विस्तृत जानकारी देता है। इसमें राज्य विधानसभा, मुख्यमंत्री और मंत्रिपरिषद की भूमिका समझाई गई है। साथ ही राज्य सरकार द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की ज़िम्मेदारियों पर भी प्रकाश डाला गया है। इस अध्याय के अध्ययन से छात्र राज्य स्तर पर चुनाव प्रक्रिया, सरकार गठन और उसके कामकाज को समझ पाएंगे।
Bihar Board Class 7 Civics Chapter 2 Solutions
Subject | Civics |
Class | 7th |
Chapter | 2. राज्य सरकार |
Board | Bihar Board |
पाठगत प्रश्नोत्तर
प्रश्नों के उत्तर दें –
प्रश्न 1. अपने आस-पास सरकार द्वारा किये जाने वाले कार्यों की एक सूची बनाएँ।
उत्तर- सरकार हमारे आस-पास कई महत्वपूर्ण कार्य करती है। इनमें से कुछ हैं – सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना, पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण कार्यक्रम, सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण, शहरी क्षेत्रों में नालियों और नालों को ढंकना ताकि प्रदूषण को कम किया जा सके।
प्रश्न 2. शिक्षक की सहायता से अपने जिले के मानचित्र में अपने विधान सभा क्षेत्र को दर्शाएँ एवं ‘उम्मीदवार’ व ‘पार्टी’ का अर्थ समझाएँ।
उत्तर- विधानसभा क्षेत्र वह भौगोलिक क्षेत्र होता है जिससे एक विधायक चुना जाता है। ‘उम्मीदवार’ वह व्यक्ति होता है जो चुनाव लड़ता है और ‘पार्टी’ वह राजनीतिक संगठन होता है जिसके तर्फ से वह उम्मीदवार खड़ा होता है।
प्रश्न 3. चुनाव प्रचार क्यों किया जाता है? चर्चा करें।
उत्तर- चुनाव प्रचार इसलिए किया जाता है ताकि उम्मीदवार अपने विचारों और मुद्दों को लोगों तक पहुंचा सकें। इसके माध्यम से वे लोगों से अपना समर्थन प्राप्त करने की कोशिश करते हैं। प्रचार के दौरान उम्मीदवार अपने वादों और नीतियों को प्रचारित करते हैं ताकि मतदाता उनके पक्ष में मतदान करें।
प्रश्न 4. अलग-अलग उम्मीदवार क्यों होते हैं ? इससे क्या फायदा होता है ?
उत्तर- अलग-अलग उम्मीदवार होने का मुख्य फायदा यह है कि इससे मतदाताओं के पास विकल्प उपलब्ध होते हैं। वे किसी एक उम्मीदवार पर निर्भर नहीं रहते बल्कि अपनी पसंद के उम्मीदवार को चुन सकते हैं। इससे लोकतंत्र मजबूत होता है क्योंकि जनता अपने प्रतिनिधि को स्वतंत्र रूप से चुनती है।
प्रश्न 5. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के द्वारा मत कैसे दिया जाता है?
उत्तर- इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन एक आसान और सुरक्षित तरीका है मतदान करने का। इसमें सभी पार्टियों के चुनाव चिह्न अंकित होते हैं। मतदाता को सिर्फ अपनी पसंदीदा पार्टी के चिह्न के सामने दिए गए बटन को दबाना होता है। बटन दबाते ही उसका मत दर्ज हो जाता है।
प्रश्न 6. आप अपने क्षेत्र के वर्तमान एवं पर्व विधायक के नाम बताएँ।
उत्तर- स्थानीय जानकारी छात्र इस प्रश्न को स्वयं दे।
प्रश्न 7. चुनाव प्रक्रिया शुरू होने से समाहित तक पूरी प्रक्रिया को विद्यालय में टोली बनाकर नाटक के रूप में प्रस्तुत करें।
उत्तर- छात्र इस प्रश्न को स्वयं करे।
प्रश्न 8. हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 68 सदस्य है। किसी भी दल या गठबंधन को बहुमत प्राप्त करने के लिए कितने सदस्यों की – आवश्यकता होगी?
उत्तर- हिमाचल प्रदेश विधानसभा में 68 सदस्य हैं। किसी भी दल या गठबंधन को बहुमत प्राप्त करने के लिए कम से कम 35 सदस्यों की आवश्यकता होगी क्योंकि बहुमत के लिए कुल सदस्यों की संख्या के आधे से एक अधिक सदस्य चाहिए।
प्रश्न 9. किस दल या गठबंधन की सरकार बनेगी यह तय करने के लिए – बहुमत के नियम से क्यों चलना चाहिए? चर्चा करें।
उत्तर- बहुमत के नियम से चलना इसलिए जरूरी है ताकि जनता की इच्छा का सम्मान किया जा सके। जिस दल को सबसे अधिक लोग चाहते हैं, उसी दल को सरकार बनाने का अवसर मिलना चाहिए। यही कारण है कि जिस दल के पास आधे से अधिक विधायक होते हैं, उसी को सरकार बनाने का मौका दिया जाता है।
प्रश्न 10. क्या कुछ ऐसे उदाहरण दे सकते हैं जहाँ आपको लगता है कि बहुमत दो अनुसार निर्णय होना चाहिए? चर्चा करें।
उत्तर- बहुमत के सिद्धांत पर आधारित निर्णय लेना लोकतांत्रिक व्यवस्था का मूल आधार है। विधानसभा में विधायकों का चुनाव, मुख्यमंत्री का चयन, विधानसभा में निर्णय लेना आदि सभी बहुमत के आधार पर होता है। विद्यालय में भी शिक्षक एवं छात्रों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय बहुमत से लेना उचित होगा ताकि सबका विचार शामिल हो सके।
प्रश्न 11. अपने शिक्षक की सहायता से बिहार विधान सभा चुनाव के वर्ष 2010 में विभिन्न राजनीतिक दल के परिणाम की जानकारी प्राप्त कर तालिका के रूप में दर्शाइए
उत्तर- छात्र इस प्रश्न को शिक्षक की सहायता से स्वयं करे।
प्रश्न 12. अगर आप विधायक होते तो अपने क्षेत्र की कौन-सी समस्या उठाते और क्यों?
उत्तर- अगर मैं विधायक होता, तो मेरे निर्वाचन क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं में से एक पर विशेष ध्यान देता। जैसे कि शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार, बेरोजगारी को कम करना, या बुनियादी ढांचे जैसे पेयजल आपूर्ति और सड़कों को विकसित करना। क्योंकि ये समस्याएं जनता के जीवन को सीधे प्रभावित करती हैं और समाधान की मांग करती हैं।
मेरा प्रयास होगा कि इन मुद्दों पर विधानसभा में चर्चा करवाई जाए और सरकार से कार्रवाई की मांग की जाए। साथ ही, मैं लोगों से संवाद करके उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं को समझने की कोशिश करूंगा ताकि उनके हितों की बेहतर रक्षा की जा सके।
प्रश्न 13. आपकी नजर में एक विधायक और उस विधायक में, जो मंत्री भी हैं क्या अंतर हैं?
उत्तर- विधायक और मंत्री, दोनों की भूमिकाएं अलग-अलग होती हैं। एक विधायक जनता का प्रतिनिधित्व करता है और उनकी आवाज विधानसभा में उठाता है। वह सरकार की नीतियों और कार्यों पर सवाल उठा सकता है और जनहित में सुधार की मांग कर सकता है।
दूसरी ओर, एक मंत्री सरकार का हिस्सा होता है और अपने विभाग के लिए नीतियां बनाने और उन्हें लागू करने का काम करता है। वह विधायकों द्वारा उठाए गए मुद्दों का जवाब देता है और विधानसभा में नए कानूनों और योजनाओं को पेश करता है।
इस प्रकार, एक विधायक जनता की आवाज बनता है, जबकि मंत्री शासन का हिस्सा होता है। हालांकि, यदि कोई विधायक मंत्री भी बन जाता है, तो वह दोनों भूमिकाओं का निर्वाह करता है।
प्रश्न 14. विधान सभा में बहस करने की आवश्यकता क्यों हैं?
उत्तर- विधानसभा में बहस की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से विभिन्न राजनीतिक दलों और विचारधाराओं के प्रतिनिधि अपने विचारों और दृष्टिकोणों को रख सकते हैं। यह सरकार को जवाबदेह बनाए रखने और नीतियों पर विचार-विमर्श करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।
बहस से विधायकों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों की आवाज उठाने और सरकार को उनकी चिंताओं के बारे में जानने का अवसर मिलता है। इससे सरकार को अपनी नीतियों और कार्यक्रमों को लोगों की जरूरतों के अनुरूप बनाने में मदद मिलती है। साथ ही, विपक्ष भी सरकार की आलोचना कर सकता है और सुधार की मांग कर सकता है।
इस प्रकार, बहस लोकतंत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह विभिन्न विचारों और दृष्टिकोणों को समाहित करती है और शासन व्यवस्था को जवाबदेह बनाए रखती है।
अभ्यास के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. अपने शिक्षक को सहायता से पता लगाइये कि निम्नांकित सरकारी विभाग क्या काम करते हैं और उन्हें तालिका में दिये गये रिक्त स्थानों में भरिए।
उत्तर- विभिन्न सरकारी विभागों के कार्य निम्नानुसार हैं:-
- शिक्षा विभाग – स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षिक संस्थानों का संचालन। शिक्षा नीतियां बनाना और उन्हें लागू करना।
- स्वास्थ्य विभाग – अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और स्वास्थ्य सेवाओं का प्रबंधन। जन स्वास्थ्य कार्यक्रमों और टीकाकरण अभियानों का आयोजन।
- पुलिस विभाग – कानून व्यवस्था बनाए रखना, अपराध नियंत्रण और निवारण, जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- परिवहन विभाग – सड़क, रेल और वायु परिवहन नेटवर्क का विकास और रख-रखाव। परिवहन नीतियों का निर्धारण करना।
- ग्रामीण विकास विभाग – ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का निर्माण और विकास। गरीबी उन्मूलन और ग्रामीण रोजगार कार्यक्रमों का संचालन।
प्रश्न 2. निर्वाचन क्षेत्र व प्रतिनिधि शब्दों का प्रयोग करते हुए स्पष्ट कीजिए की विधायक कौन होता है और उनका चनाव किस प्रकार होता है?
उत्तर- निर्वाचन क्षेत्र एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र होता है जिससे एक विधायक का चुनाव किया जाता है। विधायक उस निर्वाचन क्षेत्र की जनता का प्रतिनिधित्व करता है और उनकी आवाज विधानसभा में उठाता है। विधायक का चुनाव मतदान के माध्यम से होता है। विभिन्न राजनीतिक दल अपने-अपने उम्मीदवारों को उस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए खड़ा करते हैं। फिर मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट देते हैं। जिस उम्मीदवार को सबसे अधिक वोट मिलते हैं, वही विधायक चुना जाता है।
प्रश्न 3. विधान सभा सदस्य द्वारा विधायिका में किए गए कार्यों और शासकीय विभागों द्वारा किए गए कार्यों के बीच क्या अन्तर है?
उत्तर- विधायकों द्वारा विधानसभा में किए जाने वाले कार्य और सरकारी विभागों द्वारा किए जाने वाले कार्यों में अंतर है। विधायक लोगों के प्रतिनिधि होते हैं और उनकी आवाज उठाते हैं। वे सरकार की नीतियों और कामकाज पर सवाल उठाते हैं, जनहित के मुद्दों को उठाते हैं और सुधार की मांग करते हैं। दूसरी ओर, सरकारी विभाग शासन चलाने और विभिन्न नीतियों, योजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करने का काम करते हैं।
प्रश्न 4. आपके विचार में क्या विधान सभा में बहस कछ अर्थों में उपयोगी रही? कैसे । चर्चा कीजिए।
उत्तर- हाँ, विधानसभा में बहस उपयोगी होती है क्योंकि यह एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है जिससे विभिन्न विचारों और दृष्टिकोणों को आवाज मिलती है। बहस के माध्यम से विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता की समस्याओं और आवश्यकताओं को उठा सकते हैं। साथ ही, वे सरकार की नीतियों और कामकाज पर सवाल उठा सकते हैं और सुधारों की मांग कर सकते हैं। इससे सरकार को जवाबदेह बनाया जा सकता है और जनहित के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। इस प्रकार, बहस लोकतंत्र को मजबूत बनाती है और नागरिकों की भलाई को सुनिश्चित करने में मदद करती है।