If you were searching for Bihar Board class 8 Hindi chapter 12 solutions, then you are at the right place. Below you will get our free guide on chapter 12 – “विक्रमशिला”, prepared by the subject experts. It gives you the precise answers for all the questions from this chapter.
यह निबंध विक्रमशिला विश्वविद्यालय के बारे में है, जो भारत का एक प्रसिद्ध बौद्ध शिक्षा केंद्र था। इसकी स्थापना आठवीं शताब्दी में पालवंशीय राजा धर्मपाल द्वारा बिहार के भागलपुर जिले में की गई थी। यह केंद्र कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड से भी बेहतर माना जाता था।

Bihar Board Class 8 Hindi Chapter 12 Solutions
Subject | Hindi |
Class | 8th |
Chapter | 12. विक्रमशिला |
Author | पा०पु०वि०स० |
Board | Bihar Board |
पाठ से
प्रश्न 1. विक्रमशिला नामकरण के संदर्भ में जनश्रुति क्या है ?
उत्तर:- विक्रमशिला का नाम एक पुरानी जनश्रुति से आया है। इस जनश्रुति के अनुसार, इस क्षेत्र में एक विक्रम नामक दानव रहता था, जिसे राजा विक्रमादित्य ने परास्त किया था। उसकी विजय की स्मृति में इस स्थान का नाम विक्रमशिला रखा गया।
प्रश्न 2. विक्रमशीला कहाँ अवस्थित है ?
उत्तर:- विक्रमशीला बिहार राज्य के भागलपुर जिले में स्थित है। यह प्राचीन विश्वविद्यालय कहलगाँव के निकट अंतिचक गाँव में स्थित है।
प्रश्न 3. यहाँ के पाठ्यक्रम में क्या-क्या शामिल था?
उत्तर:- विक्रमशीला विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों का अध्ययन किया जाता था। इसके पाठ्यक्रम में तंत्र शास्त्र, व्याकरण, न्याय, खगोल विज्ञान, वेदांग, चिकित्सा विज्ञान, दर्शन शास्त्र और कला एवं शिल्प विज्ञान सम्मिलित थे।
पाठ से आगे
प्रश्न 1. परिभ्रमण के दौरान आप इस स्थल का चयन करना क्यों पसंद करेंगे?
उत्तर:- परिभ्रमण के दौरान हम विक्रमशिला का चयन करेंगे क्योंकि यह एक प्राचीन शिक्षा केंद्र था। यहां से विख्यात खगोलशास्त्री आर्यभट्ट जैसे महान विद्वानों ने शिक्षा प्राप्त की थी। इस स्थल से हमें भारत की समृद्ध शैक्षणिक विरासत के बारे में जानने को मिलेगा।
प्रश्न 2. इस विश्वविद्यालय को आधुनिक बनाने के लिए आप क्या-क्या सुझाव देंगे?
उत्तर:- विक्रमशिला विश्वविद्यालय को आधुनिक बनाने के लिए हम निम्न सुझाव देंगे – समृद्ध पुस्तकालय और आधुनिक प्रयोगशालाओं की स्थापना करना, नवीनतम शिक्षण पद्धतियों को अपनाना, और शोध एवं नवाचार को प्रोत्साहित करना।
प्रश्न 3. तंत्र विद्या के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर:- तंत्र विद्या एक प्राचीन शास्त्र है जिसमें मंत्र, यंत्र और तंत्र का अध्ययन किया जाता है। इसके द्वारा विभिन्न शक्तियों और चमत्कारों को नियंत्रित करने की विधियां सिखाई जाती हैं। तंत्र विद्या का प्रयोग कई बार अंधविश्वासों से जुड़ा रहा है।
प्रश्न 4. निम्नलिखित संस्थाओं को उनकी श्रेणी के अनुसार बढ़ते क्रम में सजाइए।
उत्तर:- बढ़ते क्रम में संस्थाओं का सही क्रम इस प्रकार है:-
प्रारंभिक विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय।
व्याकरण
प्रश्न 1. ऊपर दी गई जानकारी के आधार पर संधि-विच्छेद कर संधि का नाम लिखिए।
- अतिशयोक्ति = अतिशय + उक्ति = स्वर संधि
- सर्वाधिक = सर्व + अधिक = स्वर संधि
- परीक्षा = परि + इच्छा = व्यञ्जन संधि
- उल्लेखनीय = उत् + लेख + अनीय = स्वर संधि
- पुस्तकालय = पुस्तक + आलय = स्वर संधि
- शोधार्थी = शोध + अर्थी = स्वर संधि
- विद्यार्थी = विद्या + अर्थी = स्वर संधि
- प्रत्येक = प्रति + एक = स्वर संधि
- नवागत = नव + आगत = स्वर संधि
- उच्चादर्श = उच्च + आदर्श = स्वर संधि
- नामांकित = नाम + अंकित = स्वर संधि
- अवलोकितेश्वर = अवलोकित + ईश्वर = स्वर संधि
प्रश्न 2. ऊपर बॉक्स में दी गई जानकारी के आधार पर निम्नलिखित शब्दों का समास बताइए l
- अभेद्य = नज समास ।
- अखण्ड = नत्र समास. ।
- पथरघट्टा = तत्पुरुष समास ।
- द्वारपंडित = तत्पुरुष समास ।
- कुलपति = तत्पुरुष समास ।
- शिक्षा केन्द्र = तत्पुरुष समास ।
- देश-विदेश = द्वन्द्व समास ।
- अलौकिक = नब समास ।
प्रश्न 3. संधि और समास में अंतर बताइए।
उत्तर:- संधि और समास में निम्नलिखित अंतर है
- संधि में दो वर्णों का मेल होता है । जैसे देव + आलय = देवालय समास में दो पदों का मेल होता है। गंगाजल ।
- संधि में वर्ण मेल से वर्ण परिवर्तन होते हैं। समास में दो पदों (शब्दों) के बीच का कारक के चिह्न (विभक्ति) का लोप हो जाता है। जैसे-गंगा का जल = गंगाजल ।