On this page, we are presenting you with UP Board class 9 Science chapter 2 solutions for free. Below you will get the written question and answer of chapter 2 – “क्या हमारे आसपास के पदार्थ शुद्ध है” in hindi medium.
यूपी बोर्ड कक्षा 9 विज्ञान की पुस्तक का दूसरा अध्याय “क्या हमारे आसपास के पदार्थ शुद्ध है” हमारे दैनिक जीवन में पाए जाने वाले पदार्थों की प्रकृति पर ध्यान केंद्रित करता है। यह अध्याय हमें सिखाता है कि हमारे चारों ओर मौजूद चीजें अक्सर मिश्रण होती हैं, न कि शुद्ध पदार्थ। इसमें हम सीखेंगे कि कैसे इन मिश्रणों को पहचाना जाए, उनके घटकों को अलग किया जाए, और यह भी कि शुद्ध पदार्थ क्या होते हैं।

UP Board Class 9 Science Chapter 2 Solutions
Subject | Science (विज्ञान) |
Class | 9th |
Chapter | 2. क्या हमारे आसपास के पदार्थ शुद्ध है |
Board | UP Board |
अध्ययन के बीच वाले प्रश्न :-
प्रश्न 1. पदार्थ से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- पदार्थ वह भौतिक वस्तु है जिसमें द्रव्यमान होता है और जो स्थान घेरती है। यह तीन अवस्थाओं – ठोस, द्रव, या गैस में पाया जा सकता है। पदार्थ अणुओं या परमाणुओं से बना होता है, जो उसकी मूल इकाइयाँ हैं। पदार्थ के गुण जैसे रंग, आकार, और घनत्व इन मूल इकाइयों की प्रकृति और व्यवस्था पर निर्भर करते हैं।
प्रश्न 2. समांगी और विषमांगी मिश्रणों में अन्तर बताएँ।
उत्तर- समांगी मिश्रण वे हैं जिनमें अवयव समान रूप से वितरित होते हैं और आँख से अलग नहीं दिखाई देते, जैसे नमक या चीनी का पानी में घोल। विषमांगी मिश्रण में अवयव असमान रूप से वितरित होते हैं और अक्सर अलग-अलग दिखाई देते हैं, जैसे बालू और चीनी का मिश्रण। समांगी मिश्रण एक समान गुण दिखाते हैं, जबकि विषमांगी मिश्रण के विभिन्न भागों में अलग-अलग गुण हो सकते हैं। समांगी मिश्रण को आसानी से अलग नहीं किया जा सकता, जबकि विषमांगी मिश्रण के अवयवों को भौतिक विधियों से अलग किया जा सकता है।
पाठगत प्रश्न (पृष्ठ संख्या – 20)
प्रश्न 1. उदाहरण के साथ समांगी एवं विषमांगी | मिश्रणों में विभेद कीजिए।
उत्तर- समांगी मिश्रण वे होते हैं जिनमें अवयव समान रूप से वितरित होते हैं और आँख से अलग नहीं दिखाई देते। इनमें कण का आकार 1 नैनोमीटर से छोटा होता है। उदाहरण के लिए, चीनी का पानी में घोल सर्वत्र समान रूप से मीठा होता है। अन्य उदाहरण हैं: नमक का पानी में घोल, हवा, और मिश्रधातु। विषमांगी मिश्रण में अवयव असमान रूप से वितरित होते हैं और अक्सर अलग-अलग दिखाई देते हैं। इनमें कण का आकार 1 माइक्रोमीटर से बड़ा होता है। उदाहरण के लिए, मिट्टी युक्त पानी, जिसमें मिट्टी के कण अलग से दिखाई देते हैं। अन्य उदाहरण हैं: बालू और चीनी का मिश्रण, तेल और पानी का मिश्रण। समांगी मिश्रण को आसानी से अलग नहीं किया जा सकता, जबकि विषमांगी मिश्रण के अवयवों को भौतिक विधियों से अलग किया जा सकता है।
प्रश्न 2. विलयन, निलंबन और कोलॉइड एक-दूसरे से किस प्रकार भिन्न हैं ?
उत्तर- विलयन, निलंबन और कोलॉइड कण के आकार और स्थिरता के आधार पर भिन्न होते हैं। विलयन में कण का आकार 1 नैनोमीटर से छोटा होता है, यह पारदर्शी होता है और स्थिर होता है। उदाहरण: नमक का पानी में घोल। निलंबन में कण का आकार 1 माइक्रोमीटर से बड़ा होता है, यह अपारदर्शी होता है और अस्थिर होता है। उदाहरण: मिट्टी का पानी में मिश्रण। कोलॉइड में कण का आकार 1 नैनोमीटर से 1 माइक्रोमीटर के बीच होता है, यह अर्ध-पारदर्शी होता है और अर्ध-स्थिर होता है। उदाहरण: दूध। विलयन फिल्टर पेपर से नहीं छना जा सकता, जबकि निलंबन छन जाता है। कोलॉइड टिंडल प्रभाव दिखाता है, जबकि विलयन और निलंबन नहीं। इन तीनों के बीच का अंतर समझना पदार्थ के गुणों और व्यवहार को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 3. एक संतृप्त विलयन बनाने के लिए 36 g सोडियम क्लोराइड को 100 g जल में 293 K पर घोला जाता है। इस तापमान पर इसकी सांद्रता प्राप्त करें।
उत्तर- विलेय (सोडियम क्लोराइड) का द्रव्यमान = 36 g
विलायक (जल) का द्रव्यमान = 100 g
विलयन का द्रव्यमान = विलेय का द्रव्यमान + विलायक का द्रव्यमान = 36 g + 100 g = 136 g

पाठगत प्रश्न (पृष्ठ संख्या – 26)
प्रश्न 1. पेट्रोल और मिट्टी का तेल (kerosene oil) जो कि आपस में घुलनशील हैं, के मिश्रण को आप कैसे पृथक् करेंगे? पेट्रोल तथा मिट्टी का तेल के क्वथनांकों में 25°C से अधिक का अन्तराल है।
उत्तर- पेट्रोल और मिट्टी के तेल के मिश्रण को प्रभाजी आसवन विधि द्वारा पृथक किया जा सकता है। इस विधि में, मिश्रण को गर्म करके वाष्पीकृत किया जाता है। चूंकि पेट्रोल का क्वथनांक कम होता है, यह पहले वाष्पीकृत होकर अलग हो जाता है। वाष्प को संघनित करके पेट्रोल प्राप्त किया जाता है, जबकि मिट्टी का तेल पीछे रह जाता है। यह प्रक्रिया दोनों द्रवों के क्वथनांक के अंतर पर आधारित है।
प्रश्न 2. पृथक् करने की सामान्यविधियों के नाम
उत्तर- (i) दही से मक्खन अपकेन्द्रण विधि द्वारा पृथक किया जाता है। इसमें दही को तेजी से घुमाया जाता है, जिससे भारी भाग बाहर की ओर जाता है और हल्का मक्खन ऊपर आ जाता है।
(ii) समुद्री जल से नमक वाष्पीकरण विधि द्वारा पृथक किया जाता है। इसमें पानी को वाष्पीकृत किया जाता है, जिससे नमक पीछे रह जाता है।
(iii) नमक से कपूर ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा पृथक किया जाता है। इसमें मिश्रण को गर्म किया जाता है, कपूर वाष्प बनकर ऊपर उठता है और ठंडा होकर शुद्ध रूप में एकत्र हो जाता है।
प्रश्न 3. क्रिस्टलीकरण विधि से किस प्रकार के मिश्रण को पृथक् किया जा सकता है।
उत्तर- क्रिस्टलीकरण विधि से ठोस पदार्थों को उनकी अशुद्धियों से पृथक किया जा सकता है, जहां मुख्य पदार्थ और अशुद्धियों की घुलनशीलता में अंतर हो। इस विधि में, पदार्थ को उपयुक्त विलायक में घोला जाता है और फिर वाष्पीकरण द्वारा संकेंद्रित किया जाता है। शुद्ध पदार्थ के क्रिस्टल बनते हैं, जबकि अशुद्धियाँ विलयन में रह जाती हैं। यह विधि रासायनिक उद्योगों में व्यापक रूप से उपयोग की जाती है।
पाठगत प्रश्न (पृष्ठ संख्या – 27)
प्रश्न 1. निम्न को रासायनिक और भौतिक परिवर्तनों में वर्गीकृत करें-
उत्तर- भौतिक परिवर्तन: पेड़ों को काटना, मक्खन का पिघलना, जल का वाष्प बनना, नमक का घुलना, और फलों से सलाद बनाना। इन प्रक्रियाओं में पदार्थों की मूल संरचना नहीं बदलती। रासायनिक परिवर्तन: जंग लगना, जल का विद्युत अपघटन, और लकड़ी व कागज का जलना। इनमें नए पदार्थ बनते हैं और मूल पदार्थों के गुण बदल जाते हैं।
प्रश्न 2. अपने आस-पास की चीजों को शुद्ध पदार्थों या मिश्रण से अलग करने का प्रयत्न करें।
उत्तर- शुद्ध पदार्थ: सोना, चांदी, ऑक्सीजन, और शुद्ध जल। इनमें केवल एक ही प्रकार के अणु या परमाणु होते हैं। मिश्रण: वायु, दूध, मिट्टी, और स्टील। इनमें दो या अधिक पदार्थ मिले होते हैं। दैनिक जीवन में अधिकतर पदार्थ मिश्रण के रूप में पाए जाते हैं।
अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1. निम्नलिखित को पृथक् करने के लिए आप किन विधियों को अपनाएँगे ?
(a) सोडियम क्लोराइड को जल के विलयन से पृथक् करने में।
(b) अमोनियम क्लोराइड को सोडियम क्लोराइड तथा अमोनियम क्लोराइड के मिश्रण से पृथक् करने में।
(c) धातु के छोटे टुकड़े को कार के इंजन ऑयल से पृथक् करने में।
(d) दही से मक्खन निकालने के लिए।
(e) जल से तेल निकालने के लिए।
(f) चाय से चाय की पत्तियों को पृथक करने में।
(g) बालू से लोहे की पिनों को पृथक् करने में।
(h) भूसे से गेहूँ के दानों को पृथक् करने में।
(i) पानी में तैरते हुए महीन मिट्टी के कण को पानी से अलग करने के लिए।
(j) पुष्प की पंखुड़ियों के निचोड़ से विभिन्न रंजकों को पृथक् करने में।
उत्तर-
(a) वाष्पीकरण विधि
(b) ऊर्ध्वपातन प्रक्रम
(c) छानने की क्रिया,
(d) अपकेन्द्रीकरण,
(e) कीप-पृथक्करण,
(f) छानने की क्रिया,
(g) चुम्बकीय पृथक्करण,
(h) विनोइंग द्वारा,
(i) निथारने की क्रिया
(j) क्रोमेटोग्राफी प्रक्रम द्वारा।
प्रश्न 2. चाय तैयार करने के लिए आप किन-किन चरणों का प्रयोग करेंगे?
विलयन, विलायक, विलेय, घुलना, घुलनशील, अघुलनशील, घुलेय, (फिल्ट्रेट) तथा अवशेष शब्दों का प्रयोग करें।
उत्तर- चाय बनाने की प्रक्रिया में कई चरण शामिल हैं:-
- पानी (विलायक) को उबालें और चाय पत्तियों (विलेय) को इसमें डालें। यह मिश्रण एक विलयन बनाता है।
- चीनी (घुलनशील विलेय) को कप में डालें। चाय का विलयन छलनी से छानें, जिससे चाय पत्तियाँ (अघुलनशील अवशेष) अलग हो जाएँगी और छना हुआ भाग (फिल्ट्रेट) कप में आएगा।
- दूध (घुलेय) को मिलाएँ और अच्छी तरह हिलाएँ। इस प्रकार, विभिन्न घटक एक साथ घुल (घुलना) जाते हैं और स्वादिष्ट चाय तैयार हो जाती है।
प्रश्न 3. प्रज्ञा ने तीन अलग-अलग पदार्थों की घुलनशीलताओं को विभिन्न तापमान पर जाँचा तथा नीचे दिए गए आँकड़ों को प्राप्त किया। प्राप्त हुए परिणामों को 100 g जल में विलेय पदार्थ की मात्रा, जो संतृप्त विलयन बनाने हेतु पर्याप्त है, निम्नलिखित तालिका में दर्शाया गया है

उत्तर-

प्रश्न 4. निम्नलिखित की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए
उत्तर-
(a) संतृप्त विलयन: यह एक ऐसा घोल है जिसमें दिए गए तापमान पर विलायक में अधिक विलेय पदार्थ नहीं घुल सकता। उदाहरण के लिए, 20°C पर 100 मिली पानी में लगभग 36 ग्राम नमक घुलने के बाद संतृप्त विलयन बन जाता है। इसके बाद कोई अतिरिक्त नमक नहीं घुलेगा और तली में जमा हो जाएगा।
(b) शुद्ध पदार्थ: ये ऐसे पदार्थ हैं जिनमें केवल एक ही प्रकार के अणु या परमाणु होते हैं। इनके भौतिक और रासायनिक गुण सभी जगह समान होते हैं। शुद्ध पदार्थ या तो तत्व होते हैं या यौगिक। उदाहरण: सोना (Au), पानी (H₂O), शक्कर (C₁₂H₂₂O₁₁)। इन्हें सरल भौतिक विधियों से और छोटे घटकों में विभाजित नहीं किया जा सकता।
(c) कोलाइड: यह एक विषमांगी मिश्रण है जिसमें एक पदार्थ के सूक्ष्म कण (1-100 नैनोमीटर) दूसरे पदार्थ में समान रूप से फैले होते हैं। ये कण इतने छोटे होते हैं कि आँखों से नहीं दिखते, लेकिन प्रकाश को बिखेर सकते हैं (टिंडल प्रभाव)। उदाहरण: दूध (वसा के कण पानी में), धुआँ (ठोस कण हवा में), जेल (ठोस कण द्रव में)।
(d) निलंबन: यह भी एक विषमांगी मिश्रण है जिसमें ठोस कण (आकार > 100 नैनोमीटर) द्रव या गैस में अस्थायी रूप से फैले होते हैं। इन कणों को नंगी आँख से देखा जा सकता है और वे समय के साथ तल में बैठ जाते हैं। उदाहरण: पानी में मिट्टी, हवा में धूल के कण। निलंबन को हिलाकर या घोलकर फिर से एकसमान बनाया जा सकता है।
प्रश्न 5. निम्नलिखित में से प्रत्येक को समांगी और विषमांगी मिश्रणों में वर्गीकृत करें-सोडा जल, लकड़ी, बर्फ, वायु, मिट्टी, सिरका, छन्ति चाय।
उत्तर-
समांगी मिश्रण – सोडा जल, सिरका, छनित चाय, बर्फ।
विषमांगी मिश्रण – मिट्टी, लकड़ी।
प्रश्न 6. आप किस प्रकार पुष्टि करेंगे कि दिया हुआ रंगहीन द्रव शुद्ध जल है?
उत्तर- दिए गए रंगहीन द्रव की शुद्ध जल के रूप में पुष्टि करने के लिए निम्नलिखित परीक्षण किए जा सकते हैं:-
- क्वथनांक परीक्षण: यदि द्रव 100°C (373 K) पर उबलता है, तो यह जल हो सकता है।
- हिमांक परीक्षण: यदि द्रव 0°C पर जमता है, तो यह जल की पुष्टि करता है।
- विद्युत अपघटन: यदि द्रव का विद्युत अपघटन करने पर हाइड्रोजन और ऑक्सीजन 2:1 के आयतन अनुपात में प्राप्त होते हैं, तो यह निश्चित रूप से जल है।
- घनत्व परीक्षण: यदि द्रव का घनत्व 1 g/cm³ (20°C पर) है, तो यह शुद्ध जल है।
प्रश्न 7. निम्नलिखित में से कौन-सी वस्तुएँ शुद्ध पदार्थ हैं ?
(a) बर्फ
(b) दुध
(c) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
(d) लोहा
(e) कैल्सियम ऑक्साइड
(f) पारा
(g) ईंट
(h) लकड़ी
(i) वायु।
उत्तर- निम्न शुद्ध पदार्थ’ हैं-
(1) बर्फ
(2) लोहा
(3) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
(4) कैल्सियम ऑक्साइड
(5) पारा
प्रश्न 8. निम्न मिश्रणों में से विलयन की पहचान करो
(a) मिट्टी
(b) समुद्री जल
(c) वायु
(d) कोयला
(e) सोडा जल।
उत्तर- विलयन-
(1) समुद्री जल
(2) वायु
(3) सोडा जल
प्रश्न 9. निम्नलिखित में से कौन टिण्डल प्रभाव को प्रदर्शित करेगा?
(a) नमक का घोल
(b) दूध
(c) कॉपर सल्फेट का विलयन
(d) स्टार्च विलयन
उत्तर- दूध और स्टार्च विलयन ‘टिंडल प्रभाव दिखाएँगे।
प्रश्न 10. निम्नलिखित को तत्त्व, यौगिक तथा मिश्रण में वर्गीकृत करें
(a) सोडियम
(b) मिट्टी
(c) चीनी का घोल
(d) चाँदी
(e) कैल्सियम कार्बोनेट
(f) टिन
(g) सिलिकन
(h) कोयला
(i) वायु
(j) साबुन
(k) मीथेन
(l) कार्बन डाइऑक्साइड
(m) रक्त।
उत्तर- (a) तत्त्व
(b) मिश्रण
(c) यौगिक
(d) तत्त्व
(e) मिश्रण
(f) यौगिक
(g) मिश्रण
(h) मिश्रण
(i) तत्त्व
(j) तत्त्व
(k) तत्त्व
(l) यौगिक
(m) यौगिक।