Here you will get Bihar Board Class 9 Sanskrit Chapter 5 Solutions for free. This covers all question answers of chapter 5 – “संस्कृतस्य महिमा” with hindi explanations.
‘संस्कृतस्य महिमा’ पाठ एक रोचक संवाद के जरिए संस्कृत भाषा की महानता को दर्शाता है। यह पाठ आपको बताएगा कि संस्कृत क्यों सभी भारतीय भाषाओं की जननी है और हमारी संस्कृति का आधार है। आप जानेंगे कि इसका व्याकरण, साहित्य और विज्ञान से जुड़ा ज्ञान कितना समृद्ध है। इसे पढ़कर आप संस्कृत के प्रति रुचि और गर्व महसूस करेंगे।

Bihar Board Class 9 Sanskrit Chapter 5 Solutions
| Subject | Sanskrit (संस्कृत पीयूषम् भाग 1) |
| Class | 9th |
| Chapter | 5. संस्कृतस्य महिमा |
| Board | Bihar Board |
अभ्यासः (मौखिकः)
1. एकपदेन उत्तरं वदत- (एक शब्द में उत्तर दो)
उदाहरणम्- रामं विना का नास्ति – अयोध्या
(क) संस्कृतं विना का नास्ति (संस्कृत के बिना क्या नहीं)
उत्तर: संस्कृतिः (संस्कृति)
(ख) कस्य अध्ययनम् आवश्यकम् (किसका अध्ययन जरूरी है)
उत्तर: संस्कृतस्य (संस्कृत का)
(ग) संस्कृते केन्ति (संस्कृत में क्या है)
उत्तर: आचाराः (आचार, विचार, भावनाएँ)
(घ) संस्कृतं प्रति जनाः किं कथयन्ति (संस्कृत के बारे में लोग क्या कहते हैं)
उत्तर: मृतभाषा (मृत भाषा)
(ङ) कस्यां भाषायां वेदाः उपलभ्यन्ते (किस भाषा में वेद उपलब्ध हैं)
उत्तर: संस्कृते (संस्कृत में)
(च) पाणिनिः कस्मिन् शास्त्रे निपुण (पाणिनि किस शास्त्र में निपुण हैं)
उत्तर: व्याकरणे (व्याकरण में)
2. एकवाक्येन उत्तरं दत्त- (एक वाक्य में उत्तर दो)
उदाहरणम्- किम् अध्ययनं आवश्यकम् (क्या अध्ययन जरूरी है)
उत्तर- संस्कृताध्ययनम् आवश्यकम्
(क) कस्यां भाषायां शब्द निर्माण-पद्धतिरस्ति (किस भाषा में शब्द निर्माण की पद्धति है)
उत्तर: संस्कृतभाषायां शब्दनिर्माणपद्धतिः अस्ति। (संस्कृत भाषा में शब्द निर्माण की पद्धति है।)
(ख) कस्याः भाषायाः व्याकरणम् अपूर्वम् (किस भाषा का व्याकरण अनुपम है)
उत्तर: संस्कृतस्याः व्याकरणम् अपूर्वम् अस्ति। (संस्कृत का व्याकरण अनुपम है।)
(ग) संगीतरत्नाकरः कस्मिन् शास्त्रे ग्रन्थः (संगीतरत्नाकर किस शास्त्र का ग्रंथ है)
उत्तर: संगीतरत्नाकरः संगीतशास्त्रे ग्रन्थः अस्ति। (संगीतरत्नाकर संगीत शास्त्र का ग्रंथ है।)
(घ) धातवः कतिधान्ति (धातुएँ कितने प्रकार की हैं)
उत्तर: धातवः त्रिधान्ति। (धातुएँ तीन प्रकार की हैं।)
(ङ) आर्यभटः कस्य शास्त्रस्य ग्रन्थकार (आर्यभट किस शास्त्र के ग्रंथकार हैं)
उत्तर: आर्यभटः खगोलशास्त्रस्य ग्रन्थकारः। (आर्यभट खगोल शास्त्र के ग्रंथकार हैं।)
अभ्यासः (लिखितः)
1. संधिविच्छेदं कुरुत- (संधि-विच्छेद करें)
- वार्तालापः = वार्ता + अलापः
- नेयम् = न + इयम्
- एतदर्थम् = एतत् + अर्थम्
- अत्रैव = अत्र + एव
- विषयेऽस्मिन् = विषये + अस्मिन्
2. अधोलिखितवाक्येषु रेखाङ्कितपदानि आधृत्य प्रश्नान् रचयत- (नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित शब्दों के आधार पर प्रश्न बनाएँ)
(क) संस्कृतं विना न संस्कृतिः। (संस्कृत के बिना संस्कृति नहीं।)
उत्तर: काम् विना न संस्कृतिः? (क्या बिना संस्कृति नहीं?)
(ख) संस्कृते एव आचारादयः। (संस्कृत में ही आचार आदि हैं।)
उत्तर: कस्याम् एव आचारादयः? (किसमें ही आचार आदि हैं?)
(ग) भारतीयः भाषा अस्याः ऋणं धारयन्ति। (भारतीय भाषाएँ इसका ऋण रखती हैं।)
उत्तर: भारतीयः भाषा अस्याः किम् धारयन्ति? (भारतीय भाषाएँ इसका क्या रखती हैं?)
(घ) दश उपनिषदःन्ति। (दस उपनिषद हैं।)
उत्तर: कति उपनिषदःन्ति? (कितने उपनिषद हैं?)
(ङ) पाणिनिः वैयाकरणः अस्ति। (पाणिनि व्याकरणज्ञ हैं।)
उत्तर: पाणिनिः कः अस्ति? (पाणिनि कौन हैं?)
3. अधोलिखितवाक्येषु कोष्ठकात् समुचितं पदमादाय रिक्तस्थानानि पृरयत )
(क) संस्कृतं विना न ……….। (ज्ञानम्, संस्कृतिः, संरक्षणम्) (संस्कृत के बिना ………. नहीं।)
उत्तर: संस्कृतिः (संस्कृति)
(ख) भाषाणां जननी ……….। (संस्कृतम्, हिन्दी, अंग्रेजी) (भाषाओं की जननी ………. है।)
उत्तर: संस्कृतम् (संस्कृत)
(ग) इयं भाषा ………. अस्ति। (अजरा-अमरा, मृता) (यह भाषा ………. है।)
उत्तर: अजरा-अमरा (अजर-अमर)
(घ) क्रियार्थ ………. लकाराःन्ति। (पञ्च, दश, अष्टौ) (क्रिया के लिए ………. लकार हैं।)
उत्तर: दश (दस)
(ङ) व्याकरणशास्त्रस्य लेखकः ……….। (यास्कः, पाणिनिः) (व्याकरण शास्त्र के लेखक ………. हैं।)
उत्तर: पाणिनिः (पाणिनि)
4. संस्कृतभाषायामनुवादं कुरुत- (संस्कृत भाषा में अनुवाद करें)
(क) विनय के बिना विद्या व्यर्थ है।
उत्तर: विनयं विना विद्या व्यर्थः अस्ति।
(ख) ज्ञान के बिना सुख नहीं।
उत्तर: ज्ञानं विना सुखं नास्ति।
(ग) राम के बिना अयोध्या नहीं।
उत्तर: रामं विना अयोध्या नास्ति।
(घ) वेद चार हैं।
उत्तर: वेदाः चत्वारःन्ति।
(ङ) पुराण अठारह हैं।
उत्तर: पुराणाः अष्टादशःन्ति।
(च) स्मृतियाँ 108 हैं।
उत्तर: स्मृतयः अष्टोत्तरशतंन्ति।