Bihar Board Class 9 Sanskrit Chapter 11 Solutions – ग्राम्यजीवनम्

Bihar Board class 9 Sanskrit chapter 11 solutions are presented on this page. Below we have shared precise and expert written answers Sanskrit Piyusham chapter 11 – “ग्राम्यजीवनम्”.

बिहार बोर्ड कक्षा 9 संस्कृत पाठ्यपुस्तक का ग्यारहवाँ अध्याय ‘ग्राम्यजीवनम्’ भारतीय गाँवों की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालता है। यह पाठ छात्रों को ग्रामीण जीवन की चुनौतियों और बदलती परिस्थितियों से अवगत कराता है। इसमें बताया गया है कि कैसे एक समय में आदर्श माने जाने वाले गाँव आज समस्याओं से घिरे हुए हैं, जिसके कारण लोग शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं। यह अध्याय न केवल संस्कृत भाषा के ज्ञान को बढ़ाता है, बल्कि छात्रों को ग्रामीण भारत की वास्तविक स्थिति से भी परिचित कराता है।

Bihar Board Class 9 Sanskrit Chapter 11

Bihar Board Class 9 Sanskrit Chapter 11 Solutions

SubjectSanskrit (संस्कृत पीयूषम् भाग-1)
Class9th
Chapter11. ग्राम्यजीवनम्
BoardBihar Board

अभ्यासः (मौखिकः)

1. निम्नलिखितानां प्रश्नानामुक्तरं दत्त- (निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए)

(क) अस्माकं देशे जना: कुत्र वसन्ति? (हमारे देश में लोग कहाँ रहते हैं?)

उत्तर: अस्माकं देशे जना: ग्रामे नगरे च वसन्ति। (हमारे देश में लोग गाँव और शहर में रहते हैं।)

(ख) भारते केषां संख्या अधिका अस्ति? (भारत में किसकी संख्या अधिक है?)

उत्तर: भारते ग्रामवासिनां संख्या अधिका अस्ति। (भारत में गाँव में रहने वालों की संख्या अधिक है।)

(ग) प्राचीनकाले ग्राम्यजीवनं कीदृशम् आसीत्? (प्राचीन काल में गाँव का जीवन कैसा था?)

उत्तर: प्राचीनकाले ग्राम्यजीवनं सुखमयं सरलं च आसीत्। (प्राचीन काल में गाँव का जीवन सुखमय और सरल था।)

(घ) विदेशेषु ग्रामेऽपि कीदृशी समृद्धिः आगता? (विदेशों में गाँवों में भी कैसी समृद्धि आई?)

उत्तर: विदेशेषु ग्रामेऽपि वैज्ञानिकी च आर्थिकी च समृद्धिः आगता। (विदेशों में गाँवों में वैज्ञानिक और आर्थिक समृद्धि आई।)

(ङ) अद्य ग्रामे कस्य कल्पना नास्ति? (आज गाँव में किसकी कल्पना नहीं है?)

उत्तर: अद्य ग्रामे स्वर्गस्य समानं सुखं नास्ति। (आज गाँव में स्वर्ग जैसा सुख नहीं है।)

अभ्यासः (लिखितः)

1. अघोलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि संस्कृतभाषया दत्त- (निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संस्कृत भाषा में दीजिए)

(क) भारतं केषाम् देशः अस्ति? (भारत किसका देश है?)

उत्तर: भारतं ग्रामवासिनां देशः अस्ति। (भारत गाँव में रहने वालों का देश है।)

(ख) देशे ग्रामापेक्षया केषां संख्या क्रमशः वर्धते? (देश में गाँव की तुलना में किसकी संख्या धीरे-धीरे बढ़ती है?)

उत्तर: देशे ग्रामापेक्षया नगरवासिनां संख्या क्रमशः वर्धति। (देश में गाँव की तुलना में शहर में रहने वालों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती है।)

(ग) मानवः कां कल्पयित्वा नगराणि निर्ममे? (मनुष्य ने क्या सोचकर शहरों का निर्माण किया?)

उत्तर: मानवः सुखं समृद्धिं च कल्पयित्वा नगराणि निर्ममे। (मनुष्य ने सुख और समृद्धि सोचकर शहरों का निर्माण किया।)

(घ) मानवेभ्यः केषां वस्तूनाम् आवश्यकता वर्तते? (मनुष्यों को किन वस्तुओं की आवश्यकता होती है?)

उत्तर: मानवेभ्यः भोजनं, वस्त्रं, आवासः च आवश्यकं वर्तति। (मनुष्यों को भोजन, कपड़ा और मकान की आवश्यकता होती है।)

(ङ) अद्यत्वे ग्रामेषु कीदृशं संकटकारणं दृश्यते? (आजकल गाँवों में कैसा संकट का कारण दिखाई देता है?)

उत्तर: अद्यत्वे ग्रामेषु जातिवादः, भूमिविवादः, दलप्रतिबद्धता च संकटकारणं दृश्यते। (आजकल गाँवों में जातिवाद, जमीन का विवाद और राजनीतिक पक्षपात संकट का कारण दिखाई देता है।)

2. अधोलिखितपदानां प्रकृति-प्रत्यय विभागं लिखत- (निम्नलिखित शब्दों का प्रकृति-प्रत्यय विभाग लिखिए)

उत्तर:

(क) संस्कृति: सम् + कृ + क्तिन्

(ख) ग्राम्यम्: ग्राम + यत्

(ग) अवरुद्धम्: अव + रुध् + क्त

(घ) वैज्ञानिकः: विज्ञान + ठक्

(ङ) कदा: किम् + दा

3. संधि-विच्छेद कुरुत- (संधि-विच्छेद कीजिए)

उत्तर:

(क) ग्रामेऽद्यपि = ग्रामे + अद्य + अपि

(ख) एतल्लाभः = एतत् + लाभ:

(ग) धनार्जनम् = धन + अर्जनम्

(घ) चेति = च + इति

(ङ) प्राचीनोक्तिः = प्राचीन + उक्तिः

4. अधोलिखितानां वाक्यानां संस्कृतभाषायामनुवादं कुरुत- (निम्नलिखित वाक्यों का संस्कृत भाषा में अनुवाद कीजिए)

(क) हमारे देश में अधिक लोग गाँव में रहते हैं।

उत्तर: अस्माकं देशे बहवः जना: ग्रामे निवसन्ति।

(ख) प्राचीनकाल में गाँव का जीवन सुखमय था।

उत्तर: प्राचीनकाले ग्रामस्य जीवनं सुखमयं आसीत्।

(ग) गाँव में न्यूनतम सुविधाएँ हैं।

उत्तर: ग्रामे न्यूनतमाः सुविधाः सन्ति।

(घ) गाँव के लोग नगरों में जीविका पाते हैं।

उत्तर: ग्रामस्य जना: नगरेषु जीविकां लभन्ते।

(ङ) गाँव में आज स्वर्ग की कल्पना नहीं है।

उत्तर: ग्रामे अधुना स्वर्गस्य सुखं नास्ति।

5. अधोलिखितानां पदानां स्ववाक्येषु प्रयोगं कुरुत- (निम्नलिखित शब्दों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए)

निर्वहन्ति, अधुना, पुरा, कदा, पलायते।

उत्तर:

(क) निर्वहन्ति: ग्रामवासिनः परस्परं साहाय्येन जीवनं निर्वहन्ति। (गाँववाले आपस में मदद से जीवन चलाते हैं।)

(ख) अधुना: अधुना ग्रामेषु विद्युत् सुविधा उपलब्धा अस्ति। (आजकल गाँवों में बिजली की सुविधा उपलब्ध है।)

(ग) पुरा: पुरा ग्रामे सर्वं सरलं आसीत्। (पहले गाँव में सब कुछ सरल था।)

(घ) कदा: त्वं कदा ग्रामं गमिष्यसि? (तुम कब गाँव जाओगे?)

(ङ) पलायते: चोरः रात्रौ ग्रामात् पलायते। (चोर रात में गाँव से भाग जाता है।)

Other Chapters
1. ईशस्तुति:
2. लोभविष्टः चक्रधरः
3. यक्ष-युधिष्ठिर संवाद
4. चत्वारो वेदाः
5. संस्कृतस्य महिमा
6. संस्कृतसाहित्ये पर्यावरणम्
7. ज्ञानं भारः क्रियां विना
8. नीतिपधानिः
9. बिहारस्य संस्कृतिकं वैभवम्
10. ईद-महोत्सवः
11. ग्राम्यजीवनम्
12. वीर कूँवर सिंहः
13. किशोराणां मनोविज्ञानम्
14. राष्ट्रबोधः
15. विश्ववन्दिता वैशाली

Leave a Comment

WhatsApp Icon
X Icon