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बिहार बोर्ड की कक्षा 7 की भूगोल की पाठ्यपुस्तक का नवां अध्याय “मानव पर्यावरण अंतःक्रिया: थार प्रदेश में जन-जीवन” हमें थार रेगिस्तान के विषम पारिस्थितिक ढांचे में वहां के लोगों के जीवन से परिचित कराता है। इस अध्याय में हम जानेंगे कि रेगिस्तानी क्षेत्रों में जीवन कितना चुनौतीपूर्ण होता है और वहां के निवासी अपने जीवन-यापन के लिए किस प्रकार की रणनीतियां अपनाते हैं। साथ ही हम यह भी समझेंगे कि वे अपने पारिस्थितिक वातावरण से कैसे सामंजस्य बिठाते हैं और उससे किस प्रकार लाभान्वित होते हैं।

Bihar Board Class 7 Geography Chapter 9 Solutions
Subject | Geography (हमारी दुनिया भाग 2) |
Class | 7th |
Chapter | 9. मानव पर्यावरण अंतःक्रिया : थार प्रदेश में जन-जीवन |
Board | Bihar Board |
अभ्यास
i. सही विकल्प पर सही (✓) का चिह्न लगाएँ ।
प्रश्न (1) थार का रेगिस्तान फैला है :
(क) गुजरात-महाराष्ट्र
(ख) गुजरात-राजस्थान
(ग) पंजाब-राजस्थान
उत्तर-(ख) गुजरात-राजस्थान
प्रश्न (2) साफा कहते हैं:
(क) सफाई वाले कपड़े को
(ख) पूरी आस्तीन वाली कमीज को
(ग) सिर पर बाँधने वाली पगड़ी को
उत्तर- (ग) सिर पर बाँधने वाली पगड़ी को
प्रश्न (3) थार प्रदेश में पाये जाने वाले खनिज हैं
(क) संगमरमर-अभ्रक
(ख) बॉक्साइट-संगमरमर
(ग) संगमरमर-जिप्सम
उत्तर- (ग) संगमरमर-जिप्सम
प्रश्न (4) नखलिस्तान का अर्थ है :
(क) एक बहुत छोटा प्रदेश
(ख) ठंड. लवायु का क्षेत्र
(ग) रेगिस्तान में हरियाली व जल वाला क्षेत्र
उत्तर- (ख) ठंड. लवायु का क्षेत्र
ii. खाली जगहों को भरिए-
- भारत के पश्चिमी भाग में थार का रेगिस्तान है।
- रेगिस्तान का जहाज ऊँट कहलाता है।
- राजस्थान नहर सतजल नदी पर बनाया गया बांध है।
- बीकानेर,जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर थार रेगिस्तान का मुख्य शहर है।
iii. निम्न प्रश्नों के उत्तर दें:–
प्रश्न (1) थार प्रदेश में जनसंख्या कम क्यों है?
उत्तर: थार प्रदेश में जनसंख्या कम होने के निम्नलिखित मुख्य कारण हैं:
- कठोर जलवायु: थार में अत्यधिक गर्मी, कम वर्षा और कड़ाके की ठंड होती है, जिससे जीवन-यापन बहुत कठिन हो जाता है।
- जल की कमी: थार में पेयजल की भारी कमी है, जिससे मानव और पशुओं दोनों के लिए जीवन कठिन हो जाता है।
- कृषि की अव्यवहार्यता: थार की बंजर, रेतीली और सूखी भूमि कृषि के लिए अनुपयुक्त है, जिससे लोगों की आजीविका प्रभावित होती है।
- संचार व यातायात की कमी: थार में सड़कों और अन्य यातायात की सुविधाएँ बहुत कम हैं, जिससे लोगों के आवागमन और संचार में बाधा आती है।
- स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं की कमी: थार में स्वास्थ्य एवं शिक्षा की पर्याप्त सुविधाएँ नहीं होने से लोगों का जीवनस्तर निम्न बना रहता है।
प्रश्न (2) आपके प्रदेश के जनजीवन और थार प्रदेश के जनजीवन में अंतरों की सूची बनाइए।
उत्तर: आमतौर पर हमारे प्रदेश और थार प्रदेश के जनजीवन में निम्नलिखित प्रमुख अंतर हैं:
हमारे प्रदेश का जनजीवन
- गर्मी और जाड़ा दोनों ही मौसमों में सामान्य स्तर पर होते हैं
- वर्षा ऋतु में पर्याप्त वर्षा होती है
- विभिन्न प्रकार के वाहनों की उपलब्धता है
- पानी की उपलब्धता अच्छी है
- अनाज, दालें, सब्जियों की प्रमुखता है
थार प्रदेश का जनजीवन
- सालभर गर्मी और रात्रि में कड़ाके की ठंड होती है
- वर्षा की कमी है, वर्षा लगभग नहीं होती
- केवल ऊंटों जैसे पारंपरिक वाहनों का ही उपयोग है
- पानी की भारी कमी है
- मुख्य रूप से बाजरा ही प्रमुख अनाज है
प्रश्न (3) थार प्रदेश में जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाई जा सकती है?
उत्तर: थार प्रदेश में जल की उपलब्धता को बढ़ाने के कुछ प्रभावी उपाय हैं:
- जलसंचयन प्रणाली को मजबूत करना: थार प्रदेश में वर्षा ऋतु में होने वाली वर्षा का पानी संरक्षित और संग्रहीत किया जा सकता है। इसके लिए पक्के जलाशय, बांध और कुंओं का निर्माण किया जा सकता है ताकि यह जल पीने और सिंचाई के उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जा सके।
- भूजल स्रोतों का विकास: भूजल स्रोतों का विकास और उनका कुशलतापूर्वक प्रबंधन किया जा सकता है। इससे भूजल स्तर को बढ़ाया जा सकता है और दीर्घकालिक जल सुरक्षा प्राप्त की जा सकती है।
- वृक्षारोपण: थार प्रदेश में वृक्षारोपण को बढ़ावा देना जरूरी है। वृक्ष वर्षा को आकर्षित करते हैं और भूजल स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- जल संरक्षण प्रथाओं को अपनाना: परंपरागत जल संरक्षण प्रथाओं जैसे टंकियों, कुओं और तालाबों का पुनरुद्धार किया जा सकता है। इससे जल उपलब्धता में सुधार होगा।
- इन कार्यों को एक व्यापक योजना के तहत और समुदाय की भागीदारी से लागू किया जाना चाहिए ताकि थार प्रदेश में जल सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
प्रश्न (4) ऊँट थार क्षेत्र की जीवन रेखा है। कैसे ?
उत्तर: – ऊँट थार मरुस्थल में रहने वाले लोगों के लिए जीवन रेखा है क्योंकि यह कठिन रेगिस्तानी परिस्थितियों में भी जीवित रह सकता है। इसके कूबड़ में संग्रहित वसा लंबे समय तक बिना पानी के रहने में मदद करती है, जबकि चौड़े पैर रेत पर चलने को आसान बनाते हैं। ऊँट परिवहन का मुख्य साधन है जो लोगों और सामान को दूर-दूर तक पहुँचाता है। यह दूध, ऊन और मांस जैसे महत्वपूरण उत्पाद भी प्रदान करता है। थार के निवासियों के लिए ऊँट सिर्फ पशु नहीं, बल्कि आर्थिक सुरक्षा और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।