Get the complete question answer of “प्रकाश” chapter with our UP Board class 6 Science chapter 14. It is prepared by our subject experts and helps students to score good marks in the exam.
प्रकाश हमारे चारों ओर मौजूद है और यह हमारे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस अध्याय में हम प्रकाश के स्रोतों और उसके गुणों के बारे में जानेंगे। हम प्रकाश के परावर्तन, अपवर्तन और विक्षेपण की अवधारणाओं को समझेंगे। साथ ही हम प्रकाश के विभिन्न अनुप्रयोगों जैसे दूरबीन, प्रिज्म आदि के बारे में भी सीखेंगे।

UP Board Class 6 Science Chapter 14 Solutions
Subject | Science (विज्ञान) |
Class | 6th |
Chapter | 14. प्रकाश |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प छाँटिए –
(क) वे पदार्थ जिनसे प्रकाश आंशिक रूप से निर्गत होता है, कहलाते हैं-
(i) प्रदीप्त
(ii) पारदर्शक
(iii) अपारदर्शक
(iv) पारभासी
उत्तर – (iv) पारभासी
(ख) किस प्रकाश स्रोत से उपछाया नहीं बनती –
(i) बिन्दु प्रकाश स्रोत
(ii) सूर्य
(iii) सभी प्रकाश स्रोत
(iv) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर – (i) बिन्दु प्रकाश स्रोत
(ग) जब पृथ्वी की उपछाया से होकर चन्द्रमा गुरता है तब होता है-
(i) पूर्ण चन्द्र ग्रहण
(ii) सूर्य ग्रहण
(iii) खण्ड चन्द्र ग्रहण
(iv) खण्ड सूर्य ग्रहण
उत्तर – (iii) खण्ड चन्द्र ग्रहण
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।
प्रश्नोत्तर –
(क) सूर्य और तारे प्राकृतिक प्रकाश स्रोत है, जबकि जलती हुयी मोमबत्ती और विद्युत बल्व मानव निर्मित स्रोत है।
(ख) दीप्त वस्तुएँ स्वयं प्रकाश उत्पन्न करती है जबकि अदीप्त वस्तुएँ स्वयं प्रकाश उत्पन्न नहीं करती हैं।
(ग) सूर्य ग्रहण दिखायी देता है जब चन्द्रमा सूर्य और पृथ्वी के मध्य आ जाता है।
(घ) चन्द्र ग्रहण की घटना पूर्णिमा के दिन होती है।
(ङ) निर्यात में प्रकाश की चाल 3 लाख किमी/सेकेण्ड होती है।
प्रश्न 3. निम्नलिखित में स्तम्भ 1 के कथनों का मिलान स्तम्भ 2 के कथनों से कीजिए। (मिलान करके)-
उत्तर –
स्तम्भ (क) | स्तम्भ (ख) |
---|---|
क. चन्द्रमा | अदीप्त |
ख. सूर्य | दीप्त |
ग. इट | अपारदर्शक |
घ. ट्रेसिंग पेपर | पारभासी |
ङ. साफ कॉच | पारदर्शक |
प्रश्न 4. प्रकाश स्रोत किसे कहते हैं? दो प्राकृतिक तथा दो मानव निर्मित प्रकाश स्रोतों के नाम लिखिए तथा उनकी विशेषतायें बताइये।
उत्तर –
प्रश्न 5. अपने आस-पास दिखायी पड़ने वाली वस्तुओं में से दीप्त तथा अदीप्त वस्तुओं को छाँटकर लिखिए।
उत्तर – दीप्त- मोमबत्ती, सूर्य, तारे, लैम्प, बल्ब, ट्यूब लाइट, सी.एफ.एल. एल.ई.डी आदि।
अदीप्त- मेज, कुर्सी, चारपायी, पुस्तक, दर्पण, चन्द्रमा आदि।
प्रश्न 6. पारदर्शी, पारभाषी तथा अपारदर्शी वस्तुओं की परिभाषा लिखिए। अपने आस-पास दिखायी पड़ने वाली वस्तुओं में से पारदर्शी, पारभाषी एवं अपारदर्शी वस्तुओं के नाम लिखिए।
उत्तर – पारदर्शी – पारदर्शी वस्तुएं वे होती हैं जिनसे प्रकाश बिना किसी रुकावट के पार हो जाता है। जैसे शीशा, साफ पानी, प्लास्टिक की कुछ शीट्स आदि।
पारभाषी – पारभाषी वस्तुएं वे होती हैं जिनसे प्रकाश आंशिक रूप से गुजरता है लेकिन पूरी तरह साफ नहीं दिखाई देता। जैसे घिसा हुआ शीशा, धुंधली प्लास्टिक की चीजें।
अपारदर्शी – अपारदर्शी वस्तुएं वे होती हैं जिनसे प्रकाश बिलकुल नहीं गुजर पाता। जैसे लकड़ी, लोहा, सीमेंट, मिट्टी आदि।
प्रश्न 7. किसी प्रयोग द्वारा सिद्ध कीजिए कि प्रकाश किरणें सरल रेखा में गति करती हैं।
उत्तर –

इस प्रयोग के लिए आपको तीन आयताकार कार्डबोर्ड के टुकड़े, एक मोमबत्ती और गीली मिट्टी की आवश्यकता होगी। सबसे पहले तीनों कार्डबोर्ड के टुकड़ों पर बीचोंबीच एक छोटा सा छेद बना लीजिए। अब इन टुकड़ों को गीली मिट्टी की मदद से इस प्रकार खड़ा कर दीजिए कि तीनों छेद एक सीधी रेखा में आ जाएं।
अब मोमबत्ती को जलाकर पहले कार्डबोर्ड के टुकड़े के सामने इस तरह रखिए कि उसकी लौ छेद के सामने आ जाए। आप देखेंगे कि मोमबत्ती की रोशनी आखिरी कार्डबोर्ड के टुकड़े से निकलकर आपके नेत्रों तक पहुंचेगी।
अब बीच वाले कार्डबोर्ड के टुकड़े को थोड़ा हिला दीजिए ताकि तीनों छेद एक सीधी रेखा में न रहें। आप देखेंगे कि अब मोमबत्ती की रोशनी आपके नेत्रों तक नहीं पहुंचेगी।
इस प्रयोग से यह स्पष्ट होता है कि प्रकाश सीधी रेखा में ही गति करता है। जब तीनों छेद एक सीधी रेखा में थे तो प्रकाश बाधा के बिना निकल आया लेकिन जैसे ही तीनों छेदों की रेखा टूट गई, प्रकाश नहीं निकल पाया।
प्रश्न 8. छाया, प्रच्छाया तथा उपछाया से क्या समझते हैं? प्रयोग द्वारा इनमें अंतर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – छाया, प्रच्छाया और उपछाया तब बनती हैं जब किसी अपारदर्शी वस्तु के सामने प्रकाश का स्रोत होता है। जब प्रकाश स्रोत बिंदुवत् (छोटा) होता है, तो केवल छाया बनती है। लेकिन जब प्रकाश का स्रोत बड़ा होता है, जैसे सूर्य, तो तीन क्षेत्र बनते हैं।

- प्रच्छाया (Umbra) – यह सबसे अंधेरा क्षेत्र होता है जहां प्रकाश पूरी तरह से अवरुद्ध हो जाता है।
- उपछाया (Penumbra) – यह प्रच्छाया के आसपास का धुंधला क्षेत्र होता है जहां प्रकाश आंशिक रूप से अवरुद्ध होता है।
- छाया के बाहर का क्षेत्र पूरी तरह प्रकाशित रहता है।
आप इन्हें टॉर्च और गेंद का प्रयोग करके देख सकते हैं। जब टॉर्च जली हो और उसके सामने गेंद रखी जाए, तो दीवार पर प्रच्छाया और उपछाया दोनों दिखाई देंगे। यदि टॉर्च का प्रकाश बिंदुवत् होगा तो केवल छाया ही बनेगी।
सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आने पर चंद्रग्रहण होता है, जिसमें पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। सूर्यग्रहण में चंद्रमा से प्रच्छाया पृथ्वी पर पड़ती है। इस प्रकार हम देखते हैं कि छाया, प्रच्छाया और उपछाया की समझ खगोलीय घटनाओं को समझने में भी मदद करती है।
प्रश्न 9. सूर्य ग्रहण कब और चन्द्रग्रहण कब और कैसे लगता है? चित्र खींचकर समझाइये।
उत्तर – सूर्य ग्रहण – सूर्यग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है। इस स्थिति में चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है और सूर्य दिखाई नहीं देता। यह घटना अमावस्या के दिन घटित होती है।

चंद्रग्रहण – चंद्रग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है। इस स्थिति में पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और चंद्रमा अंधेरा हो जाता है। यह घटना पूर्णिमा के दिन घटित होती है।

इस प्रकार, हम देखते हैं कि सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण बनने की स्थिति अलग-अलग होती है, और यह दोनों घटनाएं विभिन्न चरणों में घटित होती हैं।