Bihar Board Class 9 Hindi Chapter 11 Solutions – सूखी नदी का पुल

Bihar Board class 9 Hindi chapter 11 solutions is the best guide for the students. This guide is available for free here and provides you with the accurate answers of chapter 11 – “सूखी नदी का पुल” in hindi.

बिहार बोर्ड कक्षा 9 की हिंदी पाठ्यपुस्तक का ग्यारहवाँ अध्याय “सूखी नदी का पुल” एक मार्मिक और सामयिक कहानी है। यह रामधारी सिंह दिनकर द्वारा लिखित एक आंचलिक कहानी है, जो उत्तर बिहार के गाँवों के बदलते परिदृश्य को दर्शाती है। कहानी की मुख्य पात्र लीलावती के माध्यम से, लेखक ने गाँव की परंपरागत संस्कृति और आधुनिकता के बीच के संघर्ष को बखूबी चित्रित किया है। यह कहानी न केवल गाँव के भौतिक परिवर्तनों को दर्शाती है, बल्कि सामाजिक संबंधों और मूल्यों में आए बदलावों पर भी प्रकाश डालती है, जो छात्रों को समाज के बदलते स्वरूप को समझने में मदद करती है।

Bihar Board Class 9 Hindi Padya Chapter 11

Bihar Board Class 9 Hindi Chapter 11 Solutions

SubjectHindi
Class9th
Chapter11. सूखी नदी का पुल
Authorरामधारी सिंह दिनकर
BoardBihar Board

Bihar Board Class 9 Hindi Chapter 11 Question Answer

प्रश्न 1. स्टेशन के बाहर लगी जीप को देखकर लीलावती के मन को ठेस क्यों लगी?

उत्तर- लीलावती को ठेस इसलिए लगी क्योंकि उसकी अपेक्षाओं और वास्तविकता में अंतर था। वह चाहती थी कि गाँव के बहुत से लोग उसे लेने आएं, लेकिन केवल कुछ ही लोग आए थे। उसे पुरानी बैलगाड़ी की उम्मीद थी, लेकिन जीप देखकर उसे आधुनिकता का एहसास हुआ। यह बदलाव उसे पसंद नहीं आया और उसे लगा कि गाँव की पुरानी परंपराएँ खो रही हैं।

प्रश्न 2. गाँव शहर से किस प्रकार भिन्न होता है? वर्णन करें।

उत्तर- गाँव और शहर में मुख्य अंतर सामुदायिकता का है। गाँव में लोग एक-दूसरे को जानते हैं और एक परिवार की तरह रहते हैं। वहाँ पारस्परिक सहयोग और भावनात्मक जुड़ाव अधिक होता है। शहर में व्यक्तिवाद अधिक होता है और लोग अक्सर अपने पड़ोसियों को भी नहीं जानते। गाँव में प्राकृतिक वातावरण और सादगी होती है, जबकि शहर में आधुनिक सुविधाएँ और तेज़ जीवनशैली होती है।

प्रश्न 3. ‘बुच्ची दाय’ सुनने में लीलावती को आनंदातिरेक की अनुभूति क्यों होती है?

उत्तर- लीलावती को ‘बुच्ची दाय’ सुनकर आनंद इसलिए होता है क्योंकि यह संबोधन उसके बचपन और गाँव की यादों को ताज़ा कर देता है। यह शब्द उसे अपनेपन, प्यार और अपनी जड़ों से जुड़ाव का एहसास दिलाता है। शहरी जीवन में इस तरह के संबोधन और भावनात्मक जुड़ाव की कमी होती है, इसलिए यह उसे विशेष लगता है।

प्रश्न 4. बुच्ची दाय को सबसे ज्यादा किसकी याद आती है और क्यों?

उत्तर- बुच्ची दाय को सबसे ज्यादा सहेलिया माय की याद आती है। सहेलिया माय ने लीलावती को अपना दूध पिलाकर पाला-पोसा था। लीलावती की माँ ने उन्हें लीलावती की दूसरी माँ कहा था। यह गहरा भावनात्मक लगाव और मातृत्व का रिश्ता था, जो केवल खबासिन (नौकरानी) से कहीं अधिक था।

प्रश्न 5. गाँव में लीलावती फोन, फ्रिज, टीवी, वीसीडी की जगह क्या देखना चाहती है?

उत्तर- लीलावती आधुनिक उपकरणों की जगह अपने गाँव की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत देखना चाहती है। वह नदी-तालाब, खेत-खलिहान, पगडंडियाँ, स्थानीय देवी-देवताओं के स्थान, और अपनी सखी-सहेलियों से मिलना चाहती है। उसे शहरी जीवन की भौतिक सुख-सुविधाओं से ज्यादा अपने गाँव की सादगी और प्राकृतिक सौंदर्य की याद आती है।

प्रश्न 6. प्रस्तुत कहानी में प्रयुक्त उन तथ्यों को एकत्र करें, जिससे ग्रामीण जीवन का चित्र उभरता है।

उत्तर- इस कहानी में ग्रामीण जीवन का चित्रण निम्नलिखित तथ्यों से उभरता है:-

  1. परिवहन: बैलगाड़ी का उल्लेख
  2. प्राकृतिक स्थल: नदी, तालाब, खेत, खलिहान
  3. ग्रामीण रास्ते: पगडंडियाँ
  4. धार्मिक स्थल: नाथ बाबा का स्थान, बरहम बाबा का मंदिर
  5. स्थानीय संस्कृति: राजा सल्हेश का गहबर
  6. ये सभी तत्व मिलकर ग्रामीण जीवन की सरलता, प्रकृति से निकटता और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।

प्रश्न 7. बुच्ची दाय जब सहेलिया माय से मिलने पहुंची तो सबको अचरज क्यों हुआ? वहाँ के दृश्य का वर्णन करें।

उत्तर- बुच्ची दाय के आने पर सबको आश्चर्य इसलिए हुआ क्योंकि वहाँ का माहौल तनावपूर्ण था और लोग गोली-पिस्तौल तक की बात कर रहे थे। लेकिन बुच्ची दाय के आते ही वातावरण बदल गया। सहेलिया माय और लीलावती का मिलन बहुत भावुक था। लीलावती सहेलिया माय के गले लगकर रोने लगी। यह दृश्य देखकर पूरे टोले के लोग वहाँ इकट्ठा हो गए। इस घटना ने सभी को भावनात्मक रूप से प्रभावित किया।

प्रश्न 8. लीलावती खासटोली और बबुआन टोली को तबाह होने से किस प्रकार बचा लेती है?

उत्तर- लीलावती ने अपनी उपस्थिति और व्यवहार से दोनों टोलियों के बीच सौहार्द स्थापित किया। उसने लोगों को समझाया कि झगड़े से कोई लाभ नहीं है। सोनेलाल के बेटे कलेसर ने लीलावती के सामने हिंसा न करने की कसम खाई। लीलावती की मध्यस्थता ने लोगों को शांत किया और उन्हें एक-दूसरे के प्रति सहानुभूति रखने के लिए प्रेरित किया। इस तरह उसने दोनों टोलियों को तबाह होने से बचा लिया।

प्रश्न 9. लीलावती अपनी पांच एकड़ जमीन भैया कोन देकर सहेलिया माय के नाम करने का फैसला क्यों करती है?

उत्तर- लीलावती ने यह फैसला कई कारणों से लिया:-

  1. वह जमीन विवाद का कारण बन रही थी।
  2. सहेलिया माय ने उसे माँ की तरह पाला था, जिसका ऋण वह चुकाना चाहती थी।
  3. वह गाँव में शांति और एकता स्थापित करना चाहती थी।
  4. उसने महसूस किया कि माँ का प्यार किसी भी संपत्ति से बड़ा होता है।
  5. इस कदम से वह जाति और वर्ग के भेदभाव को मिटाना चाहती थी।

प्रश्न 10. गाँव में दंगा भड़कने का मुख्य कारण क्या है?

उत्तर- गाँव में दंगा भड़कने के मुख्य कारण हैं:-

  1. आर्थिक असमानता और गरीबी
  2. बेरोजगारी और इससे उत्पन्न असंतोष
  3. जाति और वर्ग के आधार पर भेदभाव
  4. आरक्षण नीति को लेकर मतभेद
  5. शिक्षा और जागरूकता की कमी
  6. ये सभी कारण मिलकर सामाजिक तनाव पैदा करते हैं, जो कभी-कभी दंगे का रूप ले लेता है।

व्याख्याएँ

प्रश्न 11. (क) “तुम्हारी जो पांच एकड़ जमीन है, वह तो समझो गिद्धों के लिए मांस का लोथड़ा बनी हुई है।”

उत्तर- यह वाक्य गाँव में जमीन को लेकर चल रहे विवाद को दर्शाता है। पाँच एकड़ जमीन लालच का कारण बन गई है। लेखक ने “गिद्ध” और “मांस का लोथड़ा” जैसे शब्दों का प्रयोग करके लोगों की लालची प्रवृत्ति को दिखाया है। यह संपत्ति के लिए होने वाले संघर्ष और सामाजिक तनाव को भी दर्शाता है।

(ख) “समय ही ऐसा आ गया है बुच्ची दाय! अपनी सुरक्षा के लिए यह सब अब रखना पड़ता है। गाँव अब पहले जैसा गाँव नहीं रहा।”

उत्तर- यह कथन गाँव में आए बदलाव को दर्शाता है। पहले शांत रहने वाला गाँव अब असुरक्षित हो गया है। आरक्षण नीति ने जातीय तनाव बढ़ा दिया है। लोग अपनी सुरक्षा के लिए हथियार रखने लगे हैं। यह बदलाव गाँव की एकता और शांति को नष्ट कर रहा है।

(ग) सूखी नदी का पुल! पिछली बार आई थी तब नदी में पानी था और सीमेंट की पुल की जगह काठ का पुल था-कठपुल्ला। नदी सूख गई है अब। रेत ही रेत। रेत की नदी।

उत्तर- यह अंश गाँव में आए भौतिक बदलाव को दर्शाता है। पहले जहाँ लकड़ी का पुल था, वहाँ अब सीमेंट का पुल है। नदी जो पहले जल से भरी थी, अब सूख गई है। यह प्रगति के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों के ह्रास को भी दिखाता है। लेखक ने इस बदलाव के प्रति लीलावती की उदासी को भी व्यक्त किया है।

(घ) “जीप जब दरवाजे से आगे बढ़ी तब लीलावती को ऐसा महसूस हुआ जैसे दूध की कोई उमगी हुई उजली नदी है और उस नदी में वह ऊब-डूब रही है।”

उत्तर- यह अंश लीलावती की भावनाओं को व्यक्त करता है। जब वह अपनी जमीन सहेलिया माय के नाम करने का फैसला लेती है, तो उसे गहरी शांति और संतोष का अनुभव होता है। “दूध की उजली नदी” का प्रतीक पवित्रता और शुद्धता को दर्शाता है। लेखक ने इस माध्यम से लीलावती के त्याग और उसके परिणामस्वरूप मिली शांति को दर्शाया है।

(ङ) “सिर्फ अपना, अपने माँ-बाप या भाई-भौजाई का घर नहीं होता, पूरा गाँव होता है। यह शहर तो है नहीं। यहाँ तो पूरा गाँव रिश्तों-नातों में बंधा होता है।”

उत्तर- यह कथन गाँव और शहर के जीवन में अंतर को दर्शाता है। गाँव में रिश्ते और समुदाय का महत्व अधिक होता है। यहाँ लोग एक-दूसरे से जुड़े होते हैं और सभी एक परिवार की तरह रहते हैं। शहर में व्यक्तिवाद अधिक होता है, जबकि गाँव में सामूहिकता का भाव प्रबल होता है। लेखक ने इस कथन के माध्यम से ग्रामीण जीवन की विशेषता और महत्व को उजागर किया है।

(च) “विवाह को उल्लास भरे वातावरण में आँसुओं की यह गंगा-यमुनी बाद! इस बाढ़ में किसका कितना कुछ डूबा, बहां-कौन जाने।”

उत्तर- यह अंश एक विवाह समारोह में उत्पन्न भावनात्मक स्थिति को दर्शाता है। “आँसुओं की गंगा-यमुनी” वाक्यांश खुशी और दुःख के मिश्रित भावों को प्रकट करता है। लेखक ने इस माध्यम से दिखाया है कि कैसे एक सामान्य उत्सव भी गहरे भावनात्मक अनुभव में बदल सकता है। यह अंश लीलावती के आगमन से उत्पन्न भावनात्मक उथल-पुथल को भी दर्शाता है, जो सभी को प्रभावित करती है।

प्रश्न 12. शीर्षक की सार्थकता पर विचार करते हुए कहानी का केंद्रीय भाव स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- ‘सूखी नदी का पुल’ शीर्षक कहानी के केंद्रीय भाव को प्रतीकात्मक रूप से व्यक्त करता है। सूखी नदी गाँव में आए बदलाव और मूल्यों के ह्रास को दर्शाती है, जबकि पुल समस्याओं को दूर करने और लोगों को जोड़ने का प्रतीक है। कहानी का मुख्य विषय है – गाँव में आए सामाजिक, आर्थिक और भावनात्मक बदलाव। लेखक ने दिखाया है कि कैसे शहरीकरण और आधुनिकता ने ग्रामीण जीवन को प्रभावित किया है। साथ ही, कहानी यह भी संदेश देती है कि प्रेम, समझ और त्याग से इन समस्याओं का समाधान संभव है। लीलावती का चरित्र इस बदलाव और समाधान का प्रतीक है।

Other Chapter Solutions
Chapter 1 Solutions – कहानी का प्लाँट
Chapter 2 Solutions – भारत का पुरातन विद्यापीठ : नालंदा
Chapter 3 Solutions – ग्राम – गीत का मर्म
Chapter 4 Solutions – लाल पान की बेगम
Chapter 5 Solutions – भारतीय चित्रपट : मूक फिल्मों से सवाक फिल्मों तक
Chapter 6 Solutions – अष्टावक्र
Chapter 7 Solutions – टॉलस्टाय के घर में
Chapter 8 Solutions – पधारो म्हारे देश
Chapter 9 Solutions – रेल-यात्रा
Chapter 10 Solutions – निबंध
Chapter 11 Solutions – सूखी नदी का पुल
Chapter 12 Solutions – शिक्षा में हेर-फेर

Leave a Comment

WhatsApp Icon
X Icon