Bihar Board class 10 Science chapter 15 – “हमारा पर्यावरण” solutions are available here. This is our free guide that provides you all the questions and answers of chapter 15 in hindi medium.
हमारा पर्यावरण (Bihar Board class 10 Science chapter 15) में हम अपने पर्यावरण के विभिन्न पहलुओं और उसके महत्व के बारे में गहराई से जानेंगे। हम पारिस्थितिक तंत्र की अवधारणा को समझेंगे, जिसमें जैविक और अजैविक घटक शामिल हैं, और यह कैसे एक संतुलित प्रणाली के रूप में कार्य करता है। इस अध्याय में हम खाद्य श्रृंखला, खाद्य जाल, और ऊर्जा प्रवाह जैसी महत्वपूर्ण पारिस्थितिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करेंगे। साथ ही, हम पर्यावरण प्रदूषण के विभिन्न रूपों, उनके कारणों और प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
Bihar Board Class 10 Science Chapter 15 Solutions
Subject | Science |
Class | 10th |
Chapter | 15. हमारा पर्यावरण |
Medium | Hindi (Bihar Board) |
अध्ययन के बीच वाले प्रश्न :-
15.1 पर आधारित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. क्या कारण है कि कुछ पदार्थ जैव निम्नीकरणीय होते हैं और कुछ अजैव निम्नीकरणीय?
उत्तर:- जैव निम्नीकरणीय पदार्थ प्राकृतिक जैविक यौगिकों से बने होते हैं, जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा। इन्हें सूक्ष्मजीव आसानी से विघटित कर सकते हैं। अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ मानव निर्मित यौगिकों से बने होते हैं, जैसे प्लास्टिक और धातुएँ। इनकी जटिल संरचना सूक्ष्मजीवों द्वारा टूटने में बाधा डालती है। जैव निम्नीकरणीय पदार्थों में कार्बन-कार्बन बंध होते हैं जो आसानी से टूट जाते हैं, जबकि अजैव निम्नीकरणीय पदार्थों में मजबूत रासायनिक बंध होते हैं। यही कारण है कि कुछ पदार्थ जैव निम्नीकरणीय होते हैं और कुछ अजैव निम्नीकरणीय।
प्रश्न 2. ऐसे दो तरीके सुझाइए जिनमें जैव निम्नीकरणीय पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं।
उत्तर:- जैव निम्नीकरणीय पदार्थ पर्यावरण को निम्न तरीकों से प्रभावित करते हैं:-
- अपघटन के दौरान ये पदार्थ मीथेन जैसी ग्रीनहाउस गैसें उत्सर्जित करते हैं, जो जलवायु परिवर्तन में योगदान देती हैं।
- जल निकायों में इनका अत्यधिक जमाव यूट्रोफिकेशन का कारण बन सकता है, जिससे जलीय जीवों के लिए ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
- इनके ढेर कीट और रोगवाहक जीवों को आकर्षित कर सकते हैं, जो स्वास्थ्य समस्याएँ पैदा कर सकते हैं।
प्रश्न 3. ऐसे दो तरीके बताइए जिनमें अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ पर्यावरण को प्रभावित करते हैं।
उत्तर:- अजैव निम्नीकरणीय पदार्थ पर्यावरण को निम्न तरीकों से प्रभावित करते हैं:-
- ये पदार्थ पर्यावरण में लंबे समय तक बने रहते हैं, जिससे भूमि और जल प्रदूषण होता है। उदाहरण के लिए, प्लास्टिक कचरा समुद्री जीवों को नुकसान पहुंचाता है।
- इनके उत्पादन और निपटान से वायु प्रदूषण होता है। जैसे, प्लास्टिक के जलने से विषाक्त गैसें निकलती हैं।
- ये पदार्थ खाद्य श्रृंखला में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे जीवों में विषाक्त पदार्थों का संचय होता है।
15.2 पर आधारित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. पोषी स्तर क्या हैं? एक आहार श्रृंखला का उदाहरण दीजिए तथा इसमें विभिन्न पोषी स्तर बताइए।
उत्तर:- पोषी स्तर किसी पारिस्थितिक तंत्र में ऊर्जा के प्रवाह के विभिन्न चरण हैं। ये उत्पादकों से लेकर शीर्ष शिकारियों तक की श्रृंखला बनाते हैं। एक आहार श्रृंखला का उदाहरण है: घास → टिड्डा → मेंढक → साँप → बाज़। इसमें:-
- प्रथम पोषी स्तर: घास (उत्पादक)
- द्वितीय पोषी स्तर: टिड्डा (प्राथमिक उपभोक्ता)
- तृतीय पोषी स्तर: मेंढक (द्वितीयक उपभोक्ता)
- चतुर्थ पोषी स्तर: साँप (तृतीयक उपभोक्ता)
- पंचम पोषी स्तर: बाज़ (चतुर्थक उपभोक्ता या शीर्ष शिकारी)
प्रश्न 2. पारितंत्र में अपमार्जकों की क्या भूमिका है?
उत्तर:- अपमार्जक पारितंत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:-
- वे मृत जैविक पदार्थों को विघटित करते हैं, जिससे पोषक तत्व मिट्टी में वापस आ जाते हैं।
- वे पारितंत्र में पदार्थों के चक्रण को सुनिश्चित करते हैं, जैसे कार्बन और नाइट्रोजन चक्र।
- वे पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करते हैं, मृत जीवों और पौधों के अवशेषों को हटाकर।
- वे मिट्टी की उर्वरता बढ़ाते हैं, जो पौधों की वृद्धि के लिए आवश्यक है।
- वे खाद्य श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं, कई जीवों के लिए भोजन का स्रोत बनकर।
15.3 पर आधारित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. ओजोन क्या है तथा यह किसी पारितंत्र को किस प्रकार प्रभावित करती है?
उत्तर:- ओजोन (O₃) ऑक्सीजन का एक अपररूप है, जिसमें तीन ऑक्सीजन परमाणु होते हैं। यह वायुमंडल के समताप मंडल में पाई जाती है और “ओजोन परत” बनाती है। ओजोन पारितंत्र को निम्न प्रकार से प्रभावित करती है:-
- सुरक्षा: यह सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करके पृथ्वी पर जीवन की रक्षा करती है।
- जलवायु नियंत्रण: यह पृथ्वी के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है।
- पौधों की वृद्धि: यह पौधों की प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया को प्रभावित करती है।
- जैव विविधता: ओजोन परत का क्षरण जैव विविधता को नुकसान पहुंचा सकता है।
प्रश्न 2. आप कचरा निपटान की समस्या कम करने में क्या योगदान कर सकते हैं? किन्हीं दो तरीकों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:- कचरा निपटान की समस्या कम करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं:
- पुनर्चक्रण: प्लास्टिक, कागज, धातु और कांच जैसे पदार्थों को अलग करके पुनर्चक्रण के लिए भेजें। इससे नए उत्पादों के निर्माण में कच्चे माल की आवश्यकता कम होगी।
- कम्पोस्टिंग: जैव-अपघटनीय कचरे जैसे फल-सब्जियों के छिलके, बचा हुआ भोजन आदि को कम्पोस्ट में बदलें। यह उर्वरक के रूप में उपयोग किया जा सकता है, जिससे रासायनिक उर्वरकों की मांग कम होगी।
- पुन: उपयोग: एकल उपयोग वाली वस्तुओं के बजाय पुन: प्रयोज्य वस्तुओं का उपयोग करें, जैसे कपड़े के थैले और स्टील के डिब्बे।
- खरीदारी में समझदारी: कम पैकेजिंग वाले उत्पादों को प्राथमिकता दें और अनावश्यक वस्तुओं की खरीद से बचें।
अभ्यास
प्रश्न 1. निम्न में से कौन-से समूहों में केवल जैव निम्नीकरणीय पदार्थ हैं?
(a) घास, पुष्प तथा चमड़ा
(b) घास, लकड़ी तथा प्लास्टिक
(c) फलों के छिलके, केक एवं नींबू का रस
(d) केक, लकड़ी एवं घास
उत्तर:- (a), (c) और (d)
प्रश्न 2. निम्न में से कौन आहार श्रृंखला का निर्माण करते हैं?
(a) घास, गेहूँ तथा आम
(b) घास, बकरी तथा मानव
(c) बकरी, गाय तथा हाथी
(d) घास, मछली तथा बकरी
उत्तर:- (b) घास, बकरी तथा मानव
प्रश्न 3. निम्न में से कौन पर्यावरण-मित्र व्यवहार कहलाते हैं?
(a) बाजार जाते समय सामान के लिए कपड़े का थैला ले जाना
(b) कार्य समाप्त हो जाने पर लाइट (बल्ब) तथा पंखे का स्विच बंद करना
(c) माँ द्वारा स्कूटर से विद्यालय छोड़ने के बजाय तुम्हारा विद्यालय तक पैदल जाना
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर:- (d) उपरोक्त सभी
प्रश्न 4. क्या होगा यदि हम एक पोषी स्तर के सभी जीवों को समाप्त कर दें (मार डालें)?
उत्तर:- किसी एक पोषी स्तर के सभी जीवों को समाप्त करने से पारितंत्र में गंभीर असंतुलन उत्पन्न होगा। खाद्य श्रृंखला टूट जाएगी, जिससे ऊर्जा का प्रवाह बाधित होगा। इसके परिणामस्वरूप, निचले स्तर के जीवों की संख्या अनियंत्रित रूप से बढ़ सकती है, जबकि उच्च स्तर के जीवों को भोजन की कमी का सामना करना पड़ेगा। यह स्थिति कई प्रजातियों के विलुप्त होने का कारण बन सकती है। साथ ही, पोषक तत्वों का चक्रण भी प्रभावित होगा, जो पूरे पारिस्थितिक तंत्र के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाएगा।
प्रश्न 5. क्या किसी पोषी स्तर के सभी सदस्यों को हटाने का प्रभाव भिन्न-भिन्न पोषी स्तरों के लिए अलग-अलग होगा? क्या किसी पोषी स्तर के जीवों को पारितंत्र को प्रभावित किए बिना हटाना संभव है?
उत्तर:- विभिन्न पोषी स्तरों के सदस्यों को हटाने का प्रभाव अलग-अलग होगा। उत्पादकों को हटाने से पूरी खाद्य श्रृंखला प्रभावित होगी, क्योंकि वे सभी जीवों के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत हैं। प्राथमिक उपभोक्ताओं को हटाने से शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रभावित होंगे, जबकि शीर्ष शिकारियों को हटाने से निचले स्तर के जीवों की संख्या में अनियंत्रित वृद्धि हो सकती है। किसी भी पोषी स्तर के जीवों को पारितंत्र को प्रभावित किए बिना हटाना संभव नहीं है, क्योंकि प्रत्येक स्तर पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिка निभाता है।
प्रश्न 6. जैविक आवर्धन (biological magnification) क्या है? क्या पारितंत्र के विभिन्न स्तरों पर जैविक आवर्धन का प्रभाव भी भिन्न-भिन्न होगा?
उत्तर:- जैविक आवर्धन वह प्रक्रिया है जिसमें किसी प्रदूषक या हानिकारक पदार्थ की सांद्रता खाद्य श्रृंखला में ऊपर की ओर बढ़ते जाती है। इस प्रक्रिया में, निचले पोषी स्तरों पर प्रदूषक की मात्रा कम होती है, लेकिन जैसे-जैसे यह उच्च पोषी स्तरों की ओर बढ़ती है, इसकी सांद्रता बढ़ती जाती है। शीर्ष शिकारियों में प्रदूषक की मात्रा सबसे अधिक होती है। यह प्रभाव लंबी खाद्य श्रृंखलाओं में अधिक स्पष्ट होता है और जैव-अविघटनीय पदार्थों (जैसे DDT) के लिए विशेष रूप से खतरनाक है। इस प्रकार, जैविक आवर्धन का प्रभाव पारितंत्र के विभिन्न स्तरों पर भिन्न-भिन्न होता है, जो खाद्य श्रृंखला में जीव की स्थिति पर निर्भर करता है।उत्तर:-
प्रश्न 7. हमारे द्वारा उत्पादित अजैव निम्नीकरणीय कचरे से कौन-सी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं?
उत्तर:- अजैव निम्नीकरणीय कचरा पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। यह कचरा मिट्टी में मिलकर भूमि की उर्वरता को कम करता है, जिससे कृषि उत्पादकता प्रभावित होती है। जब यह कचरा नदियों और समुद्रों में जमा होता है, तो जल प्रदूषण बढ़ता है और जलीय जीवों को नुकसान पहुंचता है। इस कचरे को जलाने से हानिकारक गैसें निकलती हैं, जो वायु प्रदूषण का कारण बनती हैं। यह जानवरों के प्राकृतिक आवास को नष्ट करके जैव विविधता को प्रभावित करता है। इसके अलावा, यह कचरा विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है और शहरों तथा प्राकृतिक स्थलों की सुंदरता को भी नष्ट करता है।
प्रश्न 8. यदि हमारे द्वारा उत्पादित सारा कचरा जैव निम्नीकरणीय हो तो क्या इनका हमारे पर्यावरण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा?
उत्तर:- जैव निम्नीकरणीय कचरा भी पर्यावरण पर प्रभाव डालता है, लेकिन यह प्रभाव अल्पकालिक होता है। यह कचरा सूक्ष्मजीवों द्वारा अपघटित होकर मिट्टी में मिल जाता है। इस प्रक्रिया में कुछ गैसें और दुर्गंध उत्पन्न हो सकती हैं। अधिक मात्रा में जैव कचरा जमा होने पर स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित हो सकता है। हालांकि, यह कचरा पोषक तत्वों में बदलकर मिट्टी को उपजाऊ बना सकता है। इसलिए, जैव निम्नीकरणीय कचरे का उचित प्रबंधन आवश्यक है।
प्रश्न 9. ओज़ोन परत की क्षति हमारे लिए चिंता का विषय क्यों है? इस क्षति को सीमित करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?
उत्तर:- ओजोन परत की क्षति चिंता का विषय है क्योंकि यह हानिकारक पराबैंगनी विकिरणों से हमारी रक्षा करती है। इसकी क्षति से त्वचा कैंसर, आँखों की बीमारियाँ और प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान हो सकता है। पौधों और जलीय जीवों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस क्षति को रोकने के लिए मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) जैसे हानिकारक पदार्थों के उत्पादन और उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है। ओजोन-मित्र प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा दिया जा रहा है और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।