UP Board class 7 Science chapter 7 is available here. Below you will get our comprehensive guide on Vigyan chapter 7 – “जन्तुओं में पोषण” in hindi. It covers all the questions and their answers of this chapter for free.
जीवन के लिए पोषण आवश्यक है, चाहे वह पौधों का हो या फिर जंतुओं का। इस अध्याय में हम जानेंगे कि विभिन्न प्रकार के जंतु अपना पोषण कैसे प्राप्त करते हैं। हम समझेंगे कि पशु, पक्षी और मनुष्यों सहित अन्य जंतुओं की पाचन प्रणाली में क्या अंतर होते हैं। साथ ही, हम पाचन अंगों के कार्यों और पाचन क्रिया की विभिन्न अवस्थाओं के बारे में भी जानेंगे। इसके अलावा, हम कुछ खास पाचन संबंधी विकारों जैसे अम्लपिट्ट, मोटापा आदि पर भी चर्चा करेंगे। अंत में, हम पोषण संबंधी सुझाव और स्वस्थ आहार के महत्व पर भी विचार करेंगे।
UP Board Class 7 Science Chapter 7 Solutions
Subject | Science (विज्ञान) |
Class | 7th |
Chapter | 7. जन्तुओं में पोषण |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. निम्नलिखित में से सही विकल्प चुन कर लिखिए।
(क) मुखगुहा में भोजन के किस अवयव का सरलीकरण होता है।
(अ) प्रोटीन
(ब) कार्बोहाइड्रेट (✓)
(स) वसा
(द) विटामिन्स
(ख) भोजन का पाचन पूर्ण हो जाता है-
(अ) आमाशय में
(ब) छोटी आँत में (✓)
(स) बड़ी आँत में
(द) मलाशय में
(ग) कृन्तक दाँत का कार्य है-
(अ) फाड़ने का
(ब) काटने का (✓)
(स) पीसने का
(द) चबाने का।
(घ) लार में पाया जाने वाला एन्जाइम है-
(अ) टाइलिन (✓)
(ब) पेप्सीन
(स) रेनिन
(द) इनमें से कोई नहीं
प्रश्न 2. उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) मंड का पाचन मुखगुहा में होता है।
(ख) कृन्तक, रदनक, अग्रचवर्णक, चवर्णक दाँतों के चार प्रकार हैं।
(ग) आमाशय में जठररस एवं हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का स्रावण होता है।
(घ) अमीबा अपने भोजन को पादाभों के द्वारा पकड़ता है।
प्रश्न 3. कॉलम अ में दिये गये कथनों का मिलान कॉलम ब में दिये गये कथनों से कीजिए।
कॉलम अ | कॉलम ब |
---|---|
(क) कार्बोहाड्रेट | (ब) शर्करा |
(ख) प्रोटीन | (स) ऐमीनो अम्ल |
(ग) वसा | (अ) वसा अम्ल एवं ग्लिसरॉल |
प्रश्न 4. निम्नलिखित कथनों में सही कथन पर सही का (✓) तथा गलत कथन पर गलत का चिह्न (✗) लगायें।
(क) चवर्णक भोजन को काटने का कार्य करती है।
(ख) आमाशय की दीवार से जठर रस का स्रावण होता है।
(ग) पेप्सीन द्वारा कार्बोहाइड्रेट का पाचन होता है।
(घ) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल भोजन के माध्यम को क्षारीय बनाता है।
(ङ) रेनिन दूध को दही में बदलता है।
प्रश्न 5. निम्नलिखित पाचन अंगों को सही क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
छोटी आँत, मुख, ग्रासनली, बड़ी आँत, गुदा, मलाशय, मुखगुहा, आमाशय
उत्तर- मुख → मुखगुहा → ग्रासनली → आमाशय → छोटी आँत → बड़ी आँत → मलाशय → गुहा
प्रश्न 6. आहार नाल के कौन से भाग द्वारा निम्नलिखित क्रियाएँ सम्पादित होती हैं-
(क) भोजन को चबाना दाँतों के द्वारा।
(ख) जीवाणु नष्ट करना आमाशय द्वारा।
(ग) पचे हुये भोजन का अवशोषण छोटी आँत के अंतिम भाग द्वारा
(घ) सेलूलोज का पाचन सीकम या अंधनाल द्वारा।
प्रश्न 7. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) पित्त रस कहाँ बनता है ? यह भोजन के किस घटक के पाचन में सहायक है?
उत्तर- पित्त रस छोटी आँत में बनता है। यह भोजन के घटक-वसा, प्रोटीन, पॉली पेप्टाइड्स स्टार्च तथा माल्टोज के पाचन में सहायक है।
(ख) आमाशय में स्रावित अम्ल का कार्य बताइए।
उत्तर- आमाशय की दीवारों से जठर रस का स्रावण होता है जिसमें हाइड्रोक्लोरिक अम्ल पाया जाता है। यह अम्ल भोजन के माध्यम को अम्लीय बनाता है, भोजन में उपस्थित सूक्ष्म जीवाणुओं को नष्ट करता है तथा भोजन को सड़ने से बचाता है।
(ग) शाकाहारी जन्तु की आहार नाल की विशेषता बताइए।
उत्तर- शाकाहारी जंतुओं की आहार नाल की निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं:-
- भोजन आमाशय के एक विशेष भाग रूमन में भंडारित होता है जहां पर उसका आंशिक पाचन होता है। यह प्रक्रिया जुगल कहलाती है।
- ये जंतु बहुत सेलुलोज युक्त भोजन जैसे घास आदि खाते हैं, इसलिए उनकी आंत्र नाल में एक लंबी संरचना अंधनाल या सीकम होती है जहां सेलुलोजी भोजन का पूर्ण पाचन होता है।
- छोटी आंत काफी लंबी होती है ताकि सेलुलोज के पाचन के लिए पर्याप्त समय और क्षेत्रफल मिल सके।
- शाकाहारी जीवों में भोजन अपच का पुनः उपयोग होता है जिससे पोषक तत्वों का नुकसान कम होता है।
(घ) सूक्ष्मजीव अमीबा में भोजन का अन्तर्ग्रहण और पाचन चित्र द्वारा स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- सूक्ष्मजीव अमीबा में भोजन का अंतर्ग्रहण और पाचन