If you are searching for UP Board class 7 Science chapter 15, then you are at the right place. On this page, we are presenting you with the comprehensive guide of Vigyan chapter 15 – “ऊर्जा” in hindi.
ऊर्जा हमारे जीवन का आधार है। इस अध्याय में हम ऊर्जा के विभिन्न स्रोतों और रूपों को समझेंगे। हम जानेंगे कि ऊर्जा कहां से आती है और कैसे एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होती है। साथ ही, हम नवीकरणीय और अनवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के बारे में भी पढ़ेंगे। इसके अलावा, हम ऊर्जा के महत्व और उसके उपयोग को समझेंगे।
UP Board Class 7 Science Chapter 15 Solutions
Subject | Science (विज्ञान) |
Class | 7th |
Chapter | 15. ऊर्जा |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों में सही विकल्प को छाँटकर अभ्यास पुस्तिका में लिखिए-
(क) h ऊँचाई से जमीन पर गिरने वाली m द्रव्यमान की वस्तुओं में गतिज ऊर्जा का मान होता है-
(i) शून्य
(ii) [latex]\frac { mgh }{ 2 }[/latex]
(iii) mgh (✓)
(iv) 2mgh
(ख) कार्य करने की क्षमता को कहते हैं-
(i) शक्ति
(ii) ऊर्जा (✓)
(iii) बल
(iv) चाले।
(ग) गतिशील समुद्री जहाज की चोटी पर बैठी चिड़िया में होती है-
(i) गतिज ऊर्जा
(ii) स्थितिज ऊर्जा
(iii) गतिज एवं स्थितिज ऊर्जा
(iv) स्थितिज एवं गतिज ऊर्जा कोई नहीं (✓)
(घ) दो पत्थरों के तेजी से अघात करने (टकराने पर) यांत्रिक ऊर्जा बदलती है।
(i) प्रकाश एवं ध्वनि ऊर्जा में (✓)
(ii) ऊष्मा एवं ध्वनि ऊर्जा
(iii) ऊष्मा एवं प्रकाश ऊर्जा
(iv) ऊष्मा, प्रकाश एवं ध्वनि ऊर्जा
(ङ) 500 मीटर की ऊँचाई पर उड़ते हुए हवाई जहाज में होती है।
(i) स्थितिज ऊर्जा
(ii) गतिज ऊर्जा
(iii) स्थितिज और गतिज ऊर्जा (✓)
(iv) स्थितिज एवं गतिज ऊर्जा में से कोई नहीं
प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत सूर्य होता है।
(ख) पटाखे के विस्फोट में ध्वनि ऊर्जा प्राप्त होती है।
(ग) फुटबॉल खेलते समय पेशीय ऊर्जा व्यय होती है।
(घ) यांत्रिक ऊर्जा, गतिज ऊर्जा तथा स्थितिज ऊर्जा का योग होती है।
(ङ) कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं।
प्रश्न 3. निम्नलिखित स्तम्भों क और ख का मिलान कीजिये।
उत्तर-
स्तम्भ ( क ) | स्तम्भ ( ख ) |
(क) सोलर सेल | (द) प्रकाश एवं विद्युत ऊर्जा |
(ख) माइक्रोफोन | (अ) ध्वनि एवं विद्युत ऊर्जा |
(ग) मोटर | (ब) विद्युत ऊर्जा एवं यांत्रिक ऊर्जा |
(घ) हीटर | (य) विद्युत एवं उष्मा ऊर्जा |
(ङ) प्राथमिक सेल | (स) विद्युत एवं रासायनिक ऊर्जा |
प्रश्न 4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) किसी वस्तु में गति के कारण तथा स्थिति के कारण कौन-सी ऊर्जा उत्पन्न होती है ?
उत्तर- किसी वस्तु में गति के कारण तथा स्थिति के कारण यात्रिक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
(ख) माचिस की तीली एवं मोमबत्ती जलाने पर कौन सी ऊर्जा, किस ऊर्जा में परिवर्तित होती है?
उत्तर- माचिस की तीली जलाने पर एवं मोमबत्ती रासायनिक ऊर्जा का रूपान्तरण ऊष्मीय ऊर्जा तथा प्रकाश ऊर्जा में होता है।
(ग) ऊर्जा रूपांतरण से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: ऊर्जा रूपांतरण एक प्रक्रिया है जिसमें ऊर्जा का एक रूप दूसरे रूप में बदल जाता है। यह एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है जिसके अनुसार ऊर्जा न तो बनाई जा सकती है और न ही नष्ट की जा सकती है, बल्कि इसके केवल रूप बदलते रहते हैं। उदाहरण के लिए, जब आप पेट्रोल वाहन चलाते हैं, तो पेट्रोल जलने से ऊष्मीय ऊर्जा उत्पन्न होती है जो यांत्रिक ऊर्जा में बदल जाती है और वाहन चलने लगता है। इसी तरह विद्युत बल्ब में विद्युत ऊर्जा प्रकाश और ऊष्मा ऊर्जा में बदल जाती है।
(घ) ऊर्जा ह्रास से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: ऊर्जा ह्रास या ऊर्जा क्षय वह स्थिति है जब ऊर्जा रूपांतरण के दौरान कुछ ऊर्जा अप्रयोज्य रूप में बदल जाती है। इस ऊर्जा का कोई उपयोग नहीं किया जा सकता और वह बेकार चली जाती है। उदाहरण के लिए, जब मशीनों में यांत्रिक ऊर्जा का रूपांतरण होता है तो कुछ ऊर्जा घर्षण के कारण ऊष्मा और ध्वनि ऊर्जा के रूप में बदल जाती है जिसका कोई उपयोग नहीं हो पाता। इसे ही ऊर्जा क्षय या ऊर्जा ह्रास कहा जाता है। ऊर्जा का यह नुकसान उपयोगिता को कम करता है और इसलिए इसे कम से कम करना महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 5(क) 10 किग्रा के पिंड को 50 मीटर की ऊंचाई तक लाया गया। पिंड की स्थितिज ऊर्जा में वृद्धि ज्ञात कीजिए। (गुरुत्वीय त्वरण g = 9.8 मी/से^2)
उत्तर: जब किसी वस्तु को ऊपर उठाया जाता है, तो उसमें स्थितिज ऊर्जा बढ़ जाती है। स्थितिज ऊर्जा का मान वस्तु के भार और उसकी ऊंचाई पर निर्भर करता है। यह गणना करने के लिए हम निम्न सूत्र का उपयोग करते हैं:
स्थितिज ऊर्जा = वस्तु का भार × ऊंचाई × गुरुत्वीय त्वरण
= m × g × h
यहां,
m = वस्तु का द्रव्यमान = 10 किग्रा = 10 × 1000 = 10,000 ग्राम
g = गुरुत्वीय त्वरण = 9.8 मी/से^2
h = ऊंचाई = 50 मीटर
इसलिए, स्थितिज ऊर्जा = 10,000 × 9.8 × 50
= 4,90,000 जूल
अतः 10 किग्रा के पिंड की स्थितिज ऊर्जा में 4,90,000 जूल की वृद्धि हुई।
(ख) 20 ग्राम की एक गोली का वेग 50 मीटर/सेकंड है। गोली की गतिज ऊर्जा ज्ञात कीजिए?
उत्तर: गतिज ऊर्जा किसी गतिशील वस्तु की ऊर्जा होती है। यह उसके द्रव्यमान और वेग पर निर्भर करती है। हम गतिज ऊर्जा की गणना करने के लिए निम्न सूत्र का उपयोग करते हैं:
गतिज ऊर्जा = 1/2 × द्रव्यमान × वेग^2
= 1/2 × m × v^2
यहां,
m = गोली का द्रव्यमान = 20 ग्राम = 20/1000 = 0.02 किग्रा
v = गोली का वेग = 50 मीटर/सेकंड
इसलिए, गतिज ऊर्जा = 1/2 × 0.02 × (50)^2
= 1/2 × 0.02 × 2500
= 25 जूल
अतः 20 ग्राम द्रव्यमान की गोली जिसका वेग 50 मीटर/सेकंड है, उसकी गतिज ऊर्जा 25 जूल है।
प्रश्न 6. दिए गए चित्र के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) किस बिन्दु पर पत्थर के टुकड़े की सम्पूर्ण स्थितिज ऊर्जा गतिज ऊर्जा में बदल जाती है ?
उत्तर- बिंदु B पर
(ख) किस बिन्दु पर पत्थर के टुकड़े की सम्पूर्ण गतिज ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा में बदल जाती है ?
उत्तर- बिंदु C पर
(ग) बिन्दु C तथा B के बीच में पत्थर में किस प्रकार की ऊर्जा होती है?
उत्तर- गतिज ऊर्जा