UP Board class 7 History chapter 9 – “शेरशाह” solutions are available for free here. This is our expert written guide that helps students to clear all their doubts with this chapter.
इस अध्याय में हम भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण शासक शेरशाह सूरी के बारे में पढ़ेंगे। शेरशाह का शासनकाल केवल पांच वर्षों का था, लेकिन उसने इस छोटे समय में ही कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। हम जानेंगे कि शेरशाह ने किस प्रकार मुगल सम्राट हुमायूं को हराकर अपना साम्राज्य स्थापित किया। उसके शासन के दौरान किए गए सैन्य, प्रशासनिक और आर्थिक सुधारों पर भी हम विचार करेंगे।
UP Board Class 7 History Chapter 9 Solutions
Subject | History |
Class | 7th |
Chapter | 9. शेरशाह (1540 ई० – 1545 ई०) |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) शेरशाह दिल्ली का शासक कैसे बना?
उत्तर – 1540 में कन्नौज के युद्ध में शेरशाह सूरी ने मुगल सम्राट हुमायूं को पराजित किया। इस विजय के बाद उसने आगरा और दिल्ली पर अधिकार कर लिया। शेरशाह ने अपनी राजधानी दिल्ली में स्थापित की और ‘शेरशाह सूरी’ के नाम से भारत का शासक बन गया।
(ख) शेरशाह द्वारा किये गए राजस्व सम्बन्धी सुधारों का वर्णन कीजिए।
उत्तर – शेरशाह ने राजस्व प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार किए। उसने भूमि की उपजाऊ क्षमता के आधार पर कर लगाने की व्यवस्था की। फसल की पैदावार के हिसाब से कर वसूला जाता था। पटवारियों द्वारा रस्सी से भूमि की नाप की जाती थी। किसानों को नकद में ही कर देना होता था। अकाल जैसी आपदाओं में सरकार ही किसानों की मदद करती थी। शेरशाह ने सीधे किसानों से कर वसूलने की रैयतवाड़ी प्रणाली शुरू की।
(ग) प्रजा की भलाई के लिए शेरशाह ने क्या किया?
उत्तर – शेरशाह ने जनहित के लिए कई कार्य किए। उसने पेशावर से सोनारगांव तक एक लंबी ग्रांड ट्रंक रोड बनवाई जिससे परिवहन और व्यापार सुगम हुआ। इस सड़क के किनारे वृक्षारोपण, सराय और कुएं बनवाए गए। व्यापार को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली को जौनपुर और बुरहानपुर से जोड़ा गया। शिक्षा के प्रसार हेतु मदरसे और मकतब खोले गए। दिल्ली में पुराना किला भी शेरशाह द्वारा ही बनवाया गया।
(घ) शेरशाह की प्रशासनिक व्यवस्था के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर – शेरशाह की प्रशासनिक व्यवस्था काफी सुदृढ़ और कुशल थी। उसने एक मजबूत सैन्य बल का गठन किया और सैनिकों को नियमित वेतन दिया जाता था। प्रशासन चार स्तरों में विभाजित किया गया था ताकि शासन चुस्त रहे। जनता के लिए शेरशाह के दरबार में सीधे आने की व्यवस्था थी। शेरशाह की यही कुशल प्रशासनिक व्यवस्था उसकी सफलता का एक प्रमुख कारण थी।
प्रश्न 2. नीचे कुछ कथन दिये गये हैं जो सही हों उन पर सही (✓) तथा गलत पर गलत (✗) का निशान लगाइए-
उत्तर –
(क) शेरशाह ने पत्र ले जाने के लिए डाक चौकियों की स्थापना की थी। – (✓)
(ख) सरकार की तरफ से किसानों को कबूलियत दिया जाता था। – (✗)
(ग) परगने का सबसे बड़ा अधिकारी शिकदार-ए-शिकदारान होता था। – (✗)
(घ) भूमि के नाप की इकाई मीटर थी। – (✗)
प्रश्न 3. निम्नलिखित के बारे में नीचे दिए गए स्थान में एक वाक्य में लिखिए (वाक्य लिखकर )
उत्तर –
(क) चौसा का युद्ध – सन् 1539 में हुमायूँ की चौसा नामक स्थान में शेरशाह से हार हुई तथा उसने बड़ी मुश्किल से भागकर अपनी जान बचाई।
(ख) शेर-ए-मंडल – यह शेरशाह द्वारा दिल्ली के पुराने किले में बनवाया गया।
(ग) सासाराम – सासाराम में शेरशाह का मकबरा स्थापत्य कला का सुन्दर नमूना है।