UP Board class 7 History chapter 2 solutions are given here. This is our free guide that given you complete question answers of chapter 2 – “सल्तनत काल की शुरुआत”.
इस अध्याय में हम सल्तनत काल की शुरुआत के बारे में पढ़ेंगे। यह काल भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था जब मुस्लिम शासकों ने भारत पर शासन करना शुरू किया। हम उन प्रमुख शासकों के बारे में जानेंगे जिन्होंने दिल्ली सल्तनत की नींव रखी और अपनी विजय के माध्यम से एक नया युग शुरू किया। इस अध्याय से हमें सल्तनत काल के शासन प्रणाली, संस्थाओं, कला और संस्कृति के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी।

UP Board Class 7 History Chapter 2 Solutions
Subject | History |
Class | 7th |
Chapter | 2. सल्तनत काल की शुरुआत |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क): दिल्ली सुल्तानत का वास्तविक संस्थापक किसे माना जाता है?
उत्तर: दिल्ली सुल्तानत का वास्तविक संस्थापक इल्तुतमिश को माना जाता है। कुतुबुद्दीन ऐबक ने गुलाम प्रशासन की नींव रखी थी, लेकिन इल्तुतमिश ने ही इसे एक स्थायी और सुव्यवस्थित शासन प्रणाली का रूप दिया। उन्होंने कई नवीन प्रशासनिक और सैनिक सुधार किए तथा दिल्ली सल्तनत को एक मजबूत आधार प्रदान किया।
(ख): ‘चालीस गुलाम सरदारों का संगठन’ किस शासक ने बनाया?
उत्तर: ‘चालीस गुलाम सरदारों का संगठन’ इल्तुतमिश ने बनाया था। यह गुलाम सरदारों का एक संगठन था जिन्हें सुल्तान के करीबी सलाहकार और प्रमुख अधिकारियों के रूप में नियुक्त किया गया था। इस प्रकार इल्तुतमिश ने अपने शासन को मजबूत बनाया।
(ग): कुतुबुद्दीन ऐबक को लाखबख्श क्यों कहा जाता है?
उत्तर: कुतुबुद्दीन ऐबक को उनकी उदारता और दानशीलता के कारण ‘लाखबख्श’ कहा जाता था। वे लाखों रुपये का दान करने वाले बहुत ही दयालु और दानवीर राजा थे। उन्होंने कई धार्मिक और शैक्षणिक संस्थानों तथा गरीबों और जरूरतमंदों को भारी मात्रा में धन दान किया था।
(घ): दिल्ली सल्तनत में कौन-कौन से राजवंशों ने शासन किया?
उत्तर: दिल्ली सल्तनत में प्रमुख रूप से निम्नलिखित राजवंशों ने शासन किया:
- गुलाम वंश (मुइज्जुद्दीन मुहम्मद सम और कुतुबुद्दीन ऐबक)
- इल्तुतमिश वंश
- बलबन वंश (गयासुद्दीन बलबन)
- खिलजी वंश (जलालुद्दीन खिलजी, अलाउद्दीन खिलजी)
- तुगलक वंश (गयासुद्दीन तुगलक, मुहम्मद बिन तुगलक, फिरोज शाह तुगलक)
- लोदी वंश (बहलोल लोदी, सिकंदर लोदी)
(ङ): बलबन ने मंगोल आक्रमण से बचाव के लिए क्या किया?
उत्तर: बलबन ने मंगोलों के आक्रमणों से बचाव के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने पुरानी दुर्गों और किलों की मरम्मत करवाई तथा नए किले और दुर्ग बनवाए। इन किलों पर विश्वसनीय और अनुभवी अफसरों तथा पर्याप्त संख्या में सुदृढ़ और हृष्टपुष्ट सैनिकों की नियुक्ति की गई। साथ ही सभी आवश्यक शस्त्र और भोजन सामग्री की उचित व्यवस्था भी की गई।
प्रश्न 2. सही मिलान कीजिए-
उत्तर
(क) अढ़ाई दिन का झोंपड़ा | कुतुबुद्दीन ऐबक |
(ख) टका एवं जीतल | इल्तुतमिश |
(ग) प्रथम मुस्लिम शासिका | रजिया |
(घ) सिजदा और पायबोल | बलबन |
प्रश्न 3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए ( पूर्ति करके)-
उत्तर
(क) ‘अढ़ाई दिन का झोपड़ा’ कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनवाया था।
(ख) कुतुबमीनार को इल्तुतमिश ने पूर्ण करवाया।
(ग) प्रान्त (इक्ता) का प्रधान अधिकारी इक्तादार या अक्तादार कहलाता था।
(घ) इल्तुतमिश ने रजिया सुल्तान को अपना उत्तराधिकारी बनाया।