If you were searching for UP Board class 7 History chapter 12 solutions, then you have come to the right place. Here we have presented you with our comprehensive set of guide on chapter 12 – “औरंगजेब का काल” in hindi medium.
इस अध्याय में हम मुगल सम्राट औरंगजेब के शासनकाल के बारे में पढ़ेंगे। औरंगजेब मुगल साम्राज्य का आखिरी महान शासक था जिसने लगभग 50 वर्षों तक शासन किया। हम जानेंगे कि औरंगजेब ने किस तरह शासन संभाला और उसके दौरान मुगल साम्राज्य का क्या हाल रहा। उसकी धार्मिक नीतियों और सख्त शासन के बारे में भी हम अध्ययन करेंगे। साथ ही, उसके समय हुए विद्रोहों और संघर्षों पर भी विचार करेंगे।
UP Board Class 7 History Chapter 12 Solutions
Subject | History |
Class | 7th |
Chapter | 12. औरंगजेब का काल |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) औरंगजेब ने मुहतस्सिब की नियुक्ति क्यों की थी?
उत्तर – औरंगजेब ने मुहतस्सिब की नियुक्ति इसलिए की थी ताकि नैतिक मूल्यों और धार्मिक सिद्धांतों का पालन किया जा सके। मुहतस्सिब का काम प्रजा के आचरण पर नजर रखना, शराब और अन्य मादक पदार्थों के सेवन पर प्रतिबंध लगाना तथा अनैतिक गतिविधियों को रोकना था। औरंगजेब जैसे कट्टरपंथी शासक के लिए यह आवश्यक था कि उसकी प्रजा इस्लामी मूल्यों के अनुरूप जीवन व्यतीत करे।
(ख) मुगल साम्राज्य के पतन में किस सीमा तक औरंगजेब उत्तरदायी था?
उत्तर – मुगल साम्राज्य के पतन में औरंगजेब बहुत बड़ी सीमा तक उत्तरदायी था। उसके शासनकाल में ही मुगल साम्राज्य की कमजोरियां उभरने लगी थीं। सरदारों में विलासिता बढ़ी, प्रशासन में भेदभाव फैला और जागीरदारी प्रथा प्रभावित हुई। उसकी गलत नीतियों से राजपूत और मराठा शत्रु बन गए। इसके अलावा लंबे समय तक चलने वाले विद्रोहों ने भी साम्राज्य को कमजोर किया। इन कारणों से औरंगजेब के शासनकाल में ही मुगल साम्राज्य के पतन की नींव पड़ गई थी।
(ग) मुगलों के पतन के कारण के रूप में आर्थिक संकट का वर्णन कीजिए।
उत्तर – मुगल साम्राज्य के पतन के पीछे एक बड़ा कारण आर्थिक संकट था। जनता पर कर बोझ बहुत अधिक बढ़ गया था जिससे किसान और जमींदार असंतुष्ट हो गए। साम्राज्य की आय कम होने लगी और जागीरें खाली पड़ने लगीं। इसके कारण शासन अमले को वेतन देना मुश्किल हो गया। राजकोष भी खाली हो गया और वित्तीय स्थिति गंभीर हो गई। इन सभी कारणों से मुगल साम्राज्य के अंत में गंभीर आर्थिक संकट आ गया जिसने इसके पतन में बड़ी भूमिका निभाई।
(घ) राजपूतों के प्रति औरंगजेब की नीति के विषय में लिखिए।
उत्तर – औरंगजेब एक कट्टर मुसलमान था और उसने राजपूतों के प्रति अपनी नीति में परिवर्तन किया। पूर्व में राजपूत मुगल साम्राज्य के महत्वपूर्ण सहयोगी थे लेकिन औरंगजेब ने उनके अधिकारों को छीनना शुरू कर दिया। कई राज्यों में राजपूत शासकों की मृत्यु पर उनकी रियासतों को साम्राज्य में मिला लिया गया। इससे राजपूत असंतुष्ट हो गए और बादशाह के विरुद्ध हो गए। औरंगजेब की इस नीति ने राजपूतों और मुगलों के बीच गहरी खाई पैदा कर दी।
प्रश्न 2. प्रश्नों के नीचे कुछ विकल्प दिए गए हैं सही विकल्प के गोले को काला करें-
(क) सतनामियों ने किसके समय में विद्रोह किया
(i) अकबर
(ii) औरंगज़ेब
(iii) शाहजहाँ
(iv) जहाँगीर
उत्तर: (ii) औरंगज़ेब
(ख) महाराजा जसवन्त सिंह को किस मुगल शासक से सम्बन्ध था-
(i) औरंगजेब
(ii) अकबर
(iii) जहाँगीर
(iv) दाराशिकोह
उत्तर: (i) औरंगजेब