UP Board class 7 History chapter 8 – “मुगल साम्राज्य” solutions are given here. This page presents you with the precise answers of the questions asked in chapter 8 – “मुगल साम्राज्य” in hindi medium.
इस अध्याय में हम भारत के प्रसिद्ध और शक्तिशाली मुगल साम्राज्य के बारे में पढ़ेंगे। यह अध्याय हमें मुगल सम्राटों जैसे बाबर, हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब के बारे में बताएगा जिन्होंने अपने शानदार शासन से मुगल साम्राज्य को एक विशाल और समृद्ध साम्राज्य बना दिया। हम जानेंगे कि मुगलों ने किस प्रकार अपना राज्य स्थापित किया और समय के साथ उसका विस्तार किया।

UP Board Class 7 History Chapter 8 Solutions
Subject | History |
Class | 7th |
Chapter | 8. मुगल साम्राज्य |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) बाबर के चरित्र की कोई चार विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर –
- बाबर एक साहसी, वीर और कुशल सेनापति था। उसने कई युद्ध जीतकर भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी।
- वह एक प्रतिभाशाली प्रशासक भी था जिसने अपनी छोटी रियासत का विस्तार किया।
- बाबर एक उत्कृष्ट लेखक था। उसकी आत्मकथा ‘तुजुक-ए-बाबरी’ एक महत्वपूर्ण साहित्यिक कृति है।
- बागवानी उसका शौक था और उसने आगरा व लाहौर में सुंदर बगीचे लगवाए।
(ख) भारत के इतिहास में 1526 ई० में हुए पानीपत के युद्ध का महत्त्व बताइए।
उत्तर – पानीपत का प्रथम युद्ध (1526) भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इस युद्ध में बाबर की विजय से मुगल साम्राज्य की स्थापना हुई। आगे चलकर यह साम्राज्य भारत के बड़े हिस्से पर फैल गया और हिंदू-मुस्लिम संस्कृतियों के मिलन का प्रतीक बना।
(ग) पानीपत के युद्ध में बाबर की विजय के क्या कारण थे ?
उत्तर –
- बाबर की सेना बंदूकों और तोपों से लैस थी जबकि इब्राहिम लोदी की सेना केवल भालों और तलवारों से लैस थी।
- बाबर मुगल सेना का एक कुशल सेनापति था जिसने आर्टिलरी का प्रभावी इस्तेमाल किया।
- उसकी घुड़सवार सेना निपुण और कुशल थी।
- बाबर को विभिन्न युद्धों का अनुभव प्राप्त था।
- उसके पास डिस्कवरी ऑफ गनपाउडर जैसा ग्रंथ था जिससे उसे युद्ध कौशल प्राप्त हुआ।
(घ) खानवा युद्ध का क्या परिणाम हुआ ?
उत्तर – 1527 में खानवा के युद्ध में बाबर की विजय हुई जिससे राजपूतों की शक्ति को गहरा धक्का लगा। इस युद्ध के परिणामस्वरूप मुगल साम्राज्य और अधिक मजबूत हुआ। राजपूतों का दिल्ली पर कब्जा करने का सपना टूट गया। उनकी प्रतिष्ठा समाप्त हो गई।
(ङ) हुमायूँ तथा शेरशाह के मध्य हुए युद्धों का वर्णन कीजिए।
उत्तर – हुमायूँ और शेरशाह के बीच कई युद्ध हुए। सर्वप्रथम चुनार के युद्ध में हुमायूँ विजयी रहा। फिर शेरशाह ने गौड़ पर कब्जा करके बंगाल को जीत लिया। 1539 में चौसा के युद्ध में शेरशाह ने हुमायूँ को परास्त किया। आखिरकार 1540 के कन्नौज युद्ध में शेरशाह विजयी हुआ और उसने आगरा एवं दिल्ली पर अधिकार कर लिया। परास्त हुमायूँ को सिंध होकर इरान भागना पड़ा।
(च) हुमायूँ ने पुनः अपने साम्राज्य को किस प्रकार प्राप्त किया ?
उत्तर – शेरशाह की मृत्यु के बाद उसका साम्राज्य धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा। इससे लाभ उठाते हुए हुमायूँ ने फारस की मदद से सैन्य अभियान शुरू किया। उसने कई लड़ाइयों में विजय प्राप्त कर क्रमशः कंधार, पंजाब, दिल्ली और आगरा पर फिर से अधिकार कर लिया।
प्रश्न 2. निम्नलिखित कथनों में सही कथन के सामने सही (✓) तथा गलत कथन के सामने गलत (✗) का निशान लगाइए-
उत्तर –
(क) बहादुरशाह हुमायूँ का मित्र था। – (✗)
(ख) हुमायूँ की मृत्यु चौसा के मैदान में हुई। – (✗)
(ग) चौसा के युद्ध में हुमायूँ की विजय हुई। – (✗)
प्रश्न 3. स्तम्भ ‘क’ तथा स्तम्भ ‘ख’ में दिये हुए तथ्यों को सुमेलित कीजिए-
उत्तर –
क | ख |
---|---|
हुमायूँ की मृत्यु | 1556 ई० |
चौसा का युद्ध | 1539 ई० |
गुजरात का शासक | बहादुरशाह |
कन्नौज का युद्ध | हुमायूँ तथा शेरशाह |
प्रश्न 4. खाली स्थान भरिए ( भरकर )-
उत्तर –
(क) भारत में मुगल साम्राज्य की स्थापना बाबर ने की थी।
(ख) बाबर और राणा साँगा के बीच खानवा नामक स्थान पर युद्ध हुआ।
(ग) बाबर ने अपनी आत्मकथा तुर्की भाषा में लिखी।
प्रश्न 5. पाठ के आधार पर निम्नलिखित तालिका पूर्ण कीजिए ( पूर्ण करके)-
उत्तर –
सन् युद्ध
1526 ई० – पानीपत का प्रथम
1527 ई० – खानवा
1529 ई० – चन्देरी
1529 ई० – घाघरा