UP Board Class 6 History chapter 1 solutions are available here. Our subject experts have written these answers in easy hindi language. Students can use our free guide to enhance their understanding with the chapter 1 – “कैसे पता करें कब क्या हुआ था?”.
छठी कक्षा के प्रिय विद्यार्थियों, हम आज अतीत की एक रोचक यात्रा पर जाने वाले हैं। इस बात को समझना बहुत महत्वपूर्ण है कि पुरातन काल में हमारे पूर्वजों ने क्या किया और उनका जीवन कैसा था। लेकिन हम कैसे पता कर सकते हैं कि सदियों पहले क्या घटित हुआ था? इस अध्याय में हम उन विभिन्न स्रोतों के बारे में पढ़ेंगे जिनसे इतिहासकार अतीत की घटनाओं का पता लगाते हैं। हम सीखेंगे कि पुरातन अवशेष, मिट्टी के बर्तन, मुद्राएं, सिक्के, भवन और स्मारक अतीत के गवाह हैं और हमें उस समय की संस्कृति और जीवनशैली के बारे में बताते हैं।
UP Board Class 6 History Chapter 1
Subject | History |
Class | 6th |
Chapter | 1. कैसे पता करें कब क्या हुआ था? (इतिहास जानने के स्रोत) |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. इस सिक्के को देखकर आप और क्या पता कर सकते हैं? बताइए।
उत्तर :- इस सिक्के को देखकर हम यह समझ सकते हैं कि गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम एक योद्धा और घुड़सवार थे। सिक्के पर उनकी घुड़सवारी की मुद्रा दिखाई गई है। इस प्रकार प्राचीन मुद्राएं हमें उस समय के शासकों और उनके गुणों के बारे में जानकारी देती हैं।
प्रश्न 1. उत्तर लिखिए –
(क) प्राचीन काल के मानव किस-किस पर अपने अभिलेख लिखते थे और क्यों?
उत्तर :- प्राचीन काल में कागज की कमी के कारण लोगों ने अपने अभिलेख ताड़पत्र, भोजपत्र, ताम्रपत्र, शिलाओं, स्तम्भों और पत्थरों पर लिखे थे। इस तरह वे अपना ज्ञान और गतिविधियों को दर्ज करते थे और आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित करते थे।
(ख) पाठ में आपने सम्राट अशोक के किस अभिलेख के बारे में जाना ?
उत्तर :- पाठ में सम्राट अशोक के लुम्बिनी अभिलेख का उल्लेख किया गया है। इस अभिलेख में अशोक ने यह घोषणा की है कि लुम्बिनी में उपज का आठवाँ भाग कर के रूप में लिया जाएगा।
(ग) इतिहास लेखन में सिक्के एवं अभिलेख किस प्रकार सहायक होते हैं ? लिखिए।
उत्तर :- इतिहास लेखन में सिक्कों और अभिलेखों का महत्वपूर्ण योगदान होता है। सिक्कों से शासक का नाम, समय, कला और धातु से आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलती है। अभिलेखों से शासक की नीतियों, कानूनों, शासन-काल, भाषा और सभ्यता का पता चलता है।
(घ) मेगस्थनीज की पुस्तक का नाम क्या था?
उत्तर :- मेगस्थनीज की पुस्तक का नाम ‘इण्डिका’ था।
(ङ) इतिहास जानने के पुरातात्विक व साहित्यिक साधनों (स्रोतों) का वर्णन कीजिए।
उत्तर :- इतिहास के पुरातात्विक स्रोतों में सिक्के, मुद्राएं, अभिलेख, मूर्तियाँ और भवन-संरचनाएं शामिल हैं। साहित्यिक स्रोतों में ग्रंथ, कविताएं, चरित्रावलियाँ और यात्रा वर्णन शामिल हैं। ये स्रोत इतिहासकारों को अतीत की जानकारी प्रदान करते हैं।
प्रश्न 2. अन्तर स्पष्ट कीजिए –
(क) प्राक् ऐतिहासिक काल – वह समय जिसके लिए कोई भी लिखित सामग्री उपलब्ध नहीं है, प्राक ऐतिहासिक काल कहलाता है।
(ख) आद्य ऐतिहासिक काल – वह समय जिससे संबंधित लिखित साक्ष्य उपलब्ध तो हैं किंतु उन्हें पढ़ा नहीं जा सकता है, उसे आद्य ऐतिहासिक काल कहते हैं।
(ग) ऐतिहासिक काल – जिंस काल के विषय में लिखित सामग्री से जानकारी मिलती है एवं उसे पढ़ा भी जा सकता है। उस काल को ऐतिहासिक काल कहते हैं।
प्रश्न 3. निम्नलिखित से आप क्या समझते हैं?
(अ) पुरातत्ववेत्ता
(ब) इतिहासकार
उत्तर :
(अ) पुरातत्ववेत्ता – पुरातत्ववेत्ता सावधानी से जमीन की देख-रेख और समझ के आधार पर खुदाई कराते हैं। खुदाई से प्राप्त छोटी वस्तुओं से वे लिखित दस्तावेज तैयार करते हैं। इन्हीं वस्तुओं के आधार पर हमें अतीत की जानकारी प्राप्त होती है।
(ब) इतिहासकार – इतिहासकार अतीत से प्राप्त तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर बीते समय की जानकारी। देते हैं। वे कृषि, पशुपालन, व्यापार, नाप-तोल, लेन-देन आदि के आधार पर आर्थिक स्थिति का चित्रण करते हैं। जाति-पाति, घर-परिवार, स्त्रियों की दशा, शिक्षा, खान-पान, वेशभूषा, मनोरंजन, त्योहार व मेले आदि से सामाजिक स्थिति का चित्रण करते हैं इसी प्रकार राजनैतिक, धार्मिक व सांस्कृतिक स्थिति का भी चित्रण करते हैं।
प्रश्न 4. सही कथन पर सही (✓) का निशान एवं गलत कथन पर गलत (✗) का निशान लगाइए
उत्तर :
(क) प्राक् (पूर्व) इतिहास जानने के लिए हमारे पास लिखित सामग्री है। (✗)
(ख) प्राचीन काल के मानव कागज पर लिखते थे। (✗)
(ग) सिक्कों एवं अभिलेखों से भी ऐतिहासिक जानकारी मिलती है। (✓)
(घ) राजतरंगिणी कौटिल्य (चाणक्य) की रचना है। (✗)
(ङ) वेद धार्मिक साहित्य है। (✓)
(च) फाह्यान मौर्य काल में भारत आया था। (✗)
प्रश्न 5. आप सारनाथ स्तूप देखने जा रहे हैं। स्तूप के बारे में आप क्या-क्या जानना चाहेंगे? अपनी जानकारी के लिए कुछ प्रश्न बनाइए।
उत्तर :- इस प्रश्न का उत्तर बच्चे स्वयं लिखें।
निम्नलिखित उत्तर उदाहरण के तौर पर दिया जा रहा है –
जब मैं सारनाथ स्तूप देखने जाऊंगा तो मैं अपनी जानकारी के लिए निम्नलिखित प्रश्न पूछूंगा:
- सारनाथ स्तूप का निर्माण कब हुआ था?
- इस स्तूप का निर्माण किसने करवाया था?
- इस स्तूप के निर्माण का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- इस स्तूप का वास्तुकारी कौन था?
- इस स्तूप के निर्माण में कितना धन खर्च हुआ था?