UP Board class 6 History chapter 8 is solved here. On this page, you will get the comprehensive solution of chapter 8 – “मौर्योत्तर काल में भारत की स्थिति व विदेशियों से सम्पर्क” in hindi language.
मौर्य साम्राज्य के पतन के बाद, भारत में कई छोटे-छोटे राज्यों का उदय हुआ। इस अध्याय में हम मौर्योत्तर काल की राजनीतिक और सामाजिक स्थितियों पर विचार करेंगे। हम देखेंगे कि किस प्रकार शुंग, कांव और सातवाहन जैसे नए राजवंश सामने आए। साथ ही हम उस समय के प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक विकासों को भी समझने की कोशिश करेंगे। इस अवधि में भारत के विदेशी देशों जैसे ग्रीस, रोम और चीन से भी संपर्क स्थापित हुआ। हम विदेशी यात्रियों द्वारा लिखे विवरणों से उस समय के भारत के बारे में जानेंगे। यह अध्याय हमें मौर्योत्तर काल की राजनीतिक, आर्थिक, धार्मिक एवं सामाजिक परिस्थितियों की समझ प्रदान करेगा।
UP Board Class 6 History Chapter 8
Subject | History |
Class | 6th |
Chapter | 8. मौर्योत्तर काल में भारत की स्थिति व विदेशियों से सम्पर्क |
Board | UP Board |
मानचित्र देखकर लिखिए –
प्रश्न 1. उन देशों के नाम लिखिए जिन देशों से होकर रेशम का व्यापार होता था।
उत्तर : मानचित्र के अनुसार- साइप्रस, सीरिया, इराक, ईरान, अफगानिस्तान, भारत व चीन गणतन्त्र से होकर रेशम का व्यापार होता था।
अभ्यास
प्रश्न 1. शृंगवंश का संस्थापक कौन था?
उत्तर: शृंगवंश का संस्थापक पुष्पमित्र शुंग था।
प्रश्न 2. कण्व वंश के अन्तिम शासक का नाम बताइए।
उत्तर: कण्व वंश का अन्तिम शासक सुशर्मन था।
प्रश्न 3. सिमुक किस वंश का शासक था?
उत्तर: सिमुक कण्व वंश का शासक था।
प्रश्न 4. सातवाहन कालीन धर्म की क्या विशेषता थी?
उत्तर: सातवाहन राजाओं ने उत्तर और दक्षिण की कला-शिल्प से प्रभावित होकर दोनों का लाभ उठाया। उन्होंने विशाल चैत्य और विहारों का निर्माण कराया। वे वैदिक धर्म के अनुयायी थे, लेकिन सभी धर्मों के प्रति उदार रवैया रखते थे।
प्रश्न 5. भारत के विदेशों से सम्पर्क के कारण व्यापार, पहनावा, ज्ञान विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में क्या बदलाव आया ?
उत्तर: भारत के विदेशों से सम्पर्क के कारण व्यापार में वृद्धि हुई, नये शहरों का विकास हुआ, पहनावे में बदलाव आया और ज्ञान-विज्ञान तथा चिकित्सा प्रौद्योगिकी में प्रगति हुई। भारतीय भाषा और व्याकरण भी समृद्ध हुए।
प्रश्न 6. कुषाण कालीन कला की विशेषता का उल्लेख करिए।
उत्तर: कुषाण कालीन कला के दो प्रमुख केन्द्र मथुरा और गांधार थे। मथुरा की मूर्तियों में यूनानी शैली और भारतीय भाव था, जबकि गांधार शैली में मूर्तियों के कपड़ों और बालों का प्रभाव दिखता था। कुषाण राजाओं ने गुप्तों से बेहतर स्वर्ण मुद्राएँ जारी कीं।
प्रश्न 7. विदेशियों ने भारत से क्या सीखा ? लिखिए।
उत्तर: विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत से भाषा, लिपि और संगठित धर्म का ज्ञान प्राप्त किया। कुषाण काल में बौद्ध धर्म का प्रचार चीन, मध्य एशिया और जापान तक हुआ। विदेशों में बुद्ध प्रतिमाओं की पूजा शुरू हुई।
प्रश्न 8. भारतीय संस्कृति की ऐसी क्या विशेषताएं हैं, जिससे कि वह अन्य प्राचीन सभ्यताओं से भिन्न है?
उत्तर: भारतीय संस्कृति में सहिष्णुता, सामाजिक मेलजोल, लचीलापन और उदारवादिता जैसे गुण हैं। यही कारण है कि भारतीय संस्कृति अन्य प्राचीन सभ्यताओं से अलग है और आज भी विद्यमान है, जबकि अन्य प्राचीन सभ्यताएँ विलुप्त हो चुकी हैं।
प्रश्न 9. सही कथन के सामने (✓) तथा गलत कथन पर (✗) का निशान लगाइए –
(अ) कार्ले का चैत्य मण्डप कुषाणों ने बनवाया। (✗)
(ब) मिनाण्डर शक शासक था। (✗)
(स) भारत में सोने के सिक्के सबसे पहले कुषाण राजा ने चलाए। (✓)
(द) मथुरा एवं गान्धार कुषाण काल की कला के प्रमुख केन्द्र थे। (✓)
प्रश्न 10. रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए।
(अ) सातवाहन वंश के शासक वैदिक धर्म के अनुयायी थे।
(ब) कनिष्क ने शक संवत् चलाया।
(स) कण्व वंश के संस्थापक सुशर्मन थे।
(द) शक शासकों में रूद्रदामन प्रथम सबसे अधिक विख्यात शासक था।