UP Board Class 6 History Chapter 10 Solutions – पुष्य मूति वंश

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पुष्यभूति वंश गुप्त काल के बाद उत्तर भारत में सामने आया एक शक्तिशाली राजवंश था। इस अध्याय में हम उनके राज्य की स्थापना और विकास के बारे में जानेंगे। पुष्यभूतियों ने हर्षवर्धन के नेतृत्व में अपनी शक्ति का विस्तार किया और काफी समय तक शासन किया। वे सैन्य और राजनीतिक रूप से मजबूत थे साथ ही धर्म, कला और संस्कृति के क्षेत्र में भी उनका योगदान रहा। हम हर्षवर्धन के जीवन और उपलब्धियों के बारे में विस्तार से पढ़ेंगे। उनके राज्य में चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी कुछ समय बिताया था और अपनी यात्रा के विवरण दर्ज किए थे।

UP Board Class 6 History Chapter 10

UP Board Class 6 History Chapter 10

SubjectHistory
Class6th
Chapter10. पुष्य मूति वंश
BoardUP Board

प्रश्न 1. मानचित्र देखकर हर्ष के साम्राज्य विस्तार को लिखिए।

उत्तर : मानचित्र के अनुसार – हर्ष का साम्राज्य उत्तर में थानेश्वर से लेकर मध्य भारत के साँची तक तथा पूर्व में पुण्ड्रवर्धन से लेकर पश्चिम में बलभी तक फैला हुआ था।

अभ्यास

प्रश्न 1. हर्ष की बहन का क्या नाम था?

उत्तर : हर्ष की बहन का नाम राज्यश्री था।

प्रश्न 2. हर्षवर्धन की राजधानी कहाँ-कहाँ थी ?

उत्तर : हर्षवर्धन जिस समय गद्दी पर बैठा उस समय उसकी राजधानी थानेश्वर थी। बाद में उसने कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया।

प्रश्न 3. ह्वेनसांग ने हर्ष के विषय में क्या लिखा है ?

उत्तर: ह्वेनसांग ने हर्षवर्धन के बारे में लिखा है कि वह एक प्रजापालक और उदार शासक था। हर्षवर्धन ने जिन राज्यों पर विजय प्राप्त की थी, उनके राजाओं ने भी उसकी अधीनता स्वीकार कर ली थी। हर्षवर्धन ने अपने साम्राज्य को प्रांतों, जिलों और गांवों में बांटा था। उसके शासन में अपराध कम होते थे और अपराधियों को कठोर सजा दी जाती थी।

प्रश्न 4. निम्नलिखित का उत्तर दो वाक्यों में लिखिए –

(अ) हर्षवर्धन और बौद्ध धर्म

(ब) शिक्षा के संरक्षक के रूप में हर्षवर्धन

उत्तर:

(अ) हर्षवर्धन और बौद्ध धर्म – हर्षवर्धन को बौद्ध धर्म से गहरा लगाव था। उसने कन्नौज में एक विशाल बौद्ध धर्म सभा का आयोजन किया।

(ब) शिक्षा के संरक्षक के रूप में हर्षवर्धन – हर्षवर्धन एक विद्वान और कला प्रेमी शासक था। उसने तीन प्रसिद्ध संस्कृत नाटक लिखे और नालंदा विश्वविद्यालय को प्रोत्साहित किया।

प्रश्न 5. सत्य और असत्य बताइए –

(अ) हर्षकालीन इतिहास जानने का मुख्य स्रोत चीनी यात्री फाह्यान का विवरण है। (असत्य)
(ब) हर्ष के दरबारी कवि बाणभट्ट थे। (सत्य)
(स) हर्षवर्धन की राजधानी कन्नौज थी। (सत्य)
(द) हर्षवर्धन के भाई का नाम राज्यवर्धन था। (सत्य)

प्रश्न 6. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

(अ) वर्धनवंश का प्रथम शासक प्रभाकरनवर्धन था।
(ब) हर्षवर्धन ने तीन नाटक

  1. नागानंद
  2. रत्नावली
  3. प्रियदर्शिका कीरचना की।

(स) हर्षचरित्र के लेखक बाणभट्ट हैं।
(द) हर्षवर्धन की मृत्यु 647 ई० में हुई।

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