Bihar Board class 9 Science chapter 1 solutions are shared here. This is our free guide that provides written answers to all questions from chapter 1 – “हमारे आस-पास के पदार्थ” in hindi medium.
बिहार बोर्ड की कक्षा 9 विज्ञान की पुस्तक का पहला अध्याय ‘हमारे आस-पास के पदार्थ’ विभिन्न प्रकार के पदार्थों और उनकी अवस्थाओं के बारे में बताता है। यह अध्याय हमें बताता है कि हमारे आस-पास मौजूद सभी वस्तुएं पदार्थ से बनी हैं और उनके तीन मुख्य भौतिक रूप होते हैं – ठोस, द्रव और गैस। इस अध्याय में हम पदार्थों की इन अवस्थाओं के गुणों और उनमें होने वाले परिवर्तनों के बारे में सीखेंगे।
Bihar Board Class 9 Science Chapter 1 Solutions
Subject | Science (विज्ञान) |
Class | 8th |
Chapter | 1. हमारे आस-पास के पदार्थ |
Board | Bihar Board |
अध्ययन के बीच वाले प्रश्न :-
प्रश्न श्रृंखला # 01
प्रश्न 1. निम्नलिखित में से कौन-से पदार्थ हैं-कुर्सी, वायु, स्नेह, गंध, घृणा, बादाम, विचार, शीत, नींबू पानी, इत्र की सुगंध।
उत्तर: कुर्सी, वायु, बादाम, नींबू पानी पदार्थ हैं।
प्रश्न 2. निम्नलिखित प्रेक्षण के कारण बताएँ गर्मा-गर्म खाने की गंध कई मीटर दूर से ही आपके पास पहुँच जाती है लेकिन ठंडे खाने की महक लेने के लिए आपको उसके पास जाना पड़ता है।
उत्तर: गर्म खाने की गंध दूर तक पहुँच जाती है क्योंकि तापमान बढ़ने से कणों की गति तेज हो जाती है या उनकी गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है। अतः गन्ध का वायु में विसरण तेज हो जाता है।
प्रश्न 3. स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी काट पाता है। इससे पदार्थ का कौन-सा गुण प्रेक्षित होता है ?
उत्तर: स्वीमिंग पूल में गोताखोर पानी काट पाता है क्योंकि पानी के कणों के बीच आकर्षण बल ठोसों की तुलना में कम होता है।
प्रश्न 4. पदार्थ के कणों की क्या विशेषताएँ होती हैं ?
उत्तर: पदार्थ के कणों की निम्नलिखित विशेषताएँ होती हैं –
पदार्थ के कणों के बीच रिक्त स्थान होता है।
वे निरन्तर गतिशील होते हैं, अर्थात् उनमें गतिज ऊर्जा होती है।
पदार्थ के कण एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।
प्रश्न श्रृंखला # 02
प्रश्न 1. किसी तत्व के द्रव्यमान प्रति इकाई आयतन को घनत्व कहते हैं। (घनत्व = द्रव्यमान/आयतन) बढ़ते हुए घनत्व के क्रम में निम्नलिखित को व्यवस्थित करें-वायु, चिमनी का धुआँ, शहद, जल, चॉक, रुई और लोहा।
उत्तर: वायु, चिमनी का धुआँ, जल, शहद, रुई, चॉक, लोहा।
प्रश्न 2. (a) पदार्थ की विभिन्न अवस्थाओं के गुणों में होने वाले अन्तर को सारणीबद्ध कीजिए।
उत्तर:
(b) निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए-दृढ़ता, संपीड्यता, तरलता, बर्तन में गैस का भरना, आकार, गतिज ऊर्जा एवं घनत्व।
उत्तर:
- दृढ़ता: यह पदार्थ का वह गुण है जो बाहरी बल के प्रभाव में उसके आकार में परिवर्तन का विरोध करता है। ठोस पदार्थों में यह गुण सबसे अधिक होता है।
- संपीड्यता: यह पदार्थ का वह गुण है जिसके कारण दबाव डालने पर उसका आयतन कम हो जाता है। गैसों में यह गुण सबसे अधिक होता है।
- तरलता: यह द्रवों का वह गुण है जिसके कारण वे बहने की प्रवृत्ति रखते हैं और अपने पात्र का आकार ग्रहण कर लेते हैं।
- बर्तन में गैस का भरना: गैसें अपने पात्र के पूरे आयतन को भर लेती हैं क्योंकि उनके अणुओं के बीच बहुत अधिक रिक्त स्थान होता है।
- आकार: ठोस पदार्थों का निश्चित आकार होता है, जबकि द्रव और गैसें अपने पात्र का आकार ले लेते हैं।
- गतिज ऊर्जा: यह किसी वस्तु की गति के कारण उत्पन्न ऊर्जा है। गैसों के अणुओं में यह सबसे अधिक होती है।
- घनत्व: यह किसी पदार्थ के प्रति इकाई आयतन का द्रव्यमान है। सामान्यतः ठोस पदार्थों का घनत्व सबसे अधिक और गैसों का सबसे कम होता है।
प्रश्न 3. कारण बताएँ –
(a) गैस पूरी तरह उस बर्तन को भर देती है जिसमें इसे रखते हैं।
उत्तर: गैसीय अवस्था में कणों की गति अनियमित और अत्यधिक तीव्र होती है एवं कणों के बीच रिक्त स्थान भी अधिक होता है। अत: गैस पूरी तरह उस बर्तन को भर देती है, जिसमें इसे रखते हैं।
(b) गैस बर्तन की दीवारों पर दबाव डालती है।
उत्तर: गैस के कणों की गति अत्यधिक तीव्र एवं अनियमित होती है। इस अनियमित गति के कारण ये कण आपस में एवं बर्तन की दीवारों से टकराते हैं। बर्तन की दीवार पर गैस कणों द्वारा प्रति इकाई क्षेत्र पर लगे बल के कारण गैस का दबाव बनता है।
(c) लकड़ी की मेज ठोस कहलाती है।
उत्तर: लकड़ी की मेज का एक निश्चित आकार, स्पष्ट सीमाएँ तथा स्थिर आयतन या नगण्य संपीड्यता होती है। बाह्य बल लगाने पर भी यह अपने आकार को बनाये रखती है। इसमें दृढ़ता होती है अतः यह ठोस कहलाती है।
(d) हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते हैं, लेकिन एक ठोस लकड़ी के टुकड़े में हाथ चलाने के लिए हमें कराटे में दक्ष होना पड़ेगा।
उत्तर: हवा में हम आसानी से अपना हाथ चला सकते हैं क्योंकि हवा गैसीय अवस्था में होती है। अतः उसके कणों के बीच अत्यधिक रिक्त स्थान एवं नगण्य आकर्षण बल होता है। जबकि ठोस लकड़ी दृढ़ होती है। उसके कणों के बीच बहुत कम रिक्त स्थान होता है एवं उनके बीच का आकर्षण बल बहुत अधिक होता है जिस कारण उसको तोड़ने में बहुत अधिक बल की आवश्यकता होती है।
प्रश्न 4. सामान्यतया ठोस पदार्थों की अपेक्षा द्रवों का घनत्व कम होता है। लेकिन आपने बर्फ के टुकड़े को जल में तैरते हुए देखा होगा। पता लगाइए, ऐसा क्यों होता है ?
उत्तर: जल एक अनोखा पदार्थ है जो जमने पर विस्तारित होता है। जब पानी बर्फ में बदलता है, तो इसके अणुओं के बीच खाली जगह बढ़ जाती है, जिससे इसका आयतन बढ़ता है और घनत्व कम हो जाता है। इसी कारण बर्फ (0.92 ग्राम/सेमी³) का घनत्व पानी (1 ग्राम/सेमी³) से कम होता है, जिससे बर्फ पानी पर तैरती है। यह प्रक्रिया पानी का ‘असामान्य प्रसार’ कहलाती है।
प्रश्न श्रृंखला # 03
प्रश्न 1. निम्नलिखित तापमान को सेल्सियस में बदलें –
(a) 300 K
(b) 573 K
हल :
(a) 300 K
0°C = 273 K
300 K = 300 – 273
उत्तर: = 27°C
(b) 573 K
573 K = 573 – 273
उत्तर: = 300°C
प्रश्न 2. निम्नलिखित तापमान पर जल की भौतिक अवस्था क्या होगी?
(a) 250°C
(b) 100°C.
उत्तर: (a) 250°C पर जल वाष्प अवस्था में होगा।
(b) 100°C पर जल द्रव से वाष्प अवस्था में बदलता है। 100°C जल का क्वथनांक होता है। इस ताप पर जल वाष्प व द्रव दोनों अवस्था में होगा।
प्रश्न 3. किसी भी पदार्थ की अवस्था परिवर्तन के दौरान तापमान स्थिर क्यों रहता है ?
उत्तर: अवस्था परिवर्तन के दौरान तापमान स्थिर रहता है क्योंकि दी गई ऊष्मा का उपयोग पदार्थ के अणुओं के बीच बंधन को तोड़ने में होता है, जिसे गुप्त ऊष्मा कहते हैं। यह प्रक्रिया तब तक चलती है जब तक सभी अणु नई अवस्था में न पहुंच जाएं।
प्रश्न 4. वायुमण्डलीय गैसों का द्रव में परिवर्तन करने के लिए कोई विधि सुझाइए।
उत्तर: वायुमंडलीय गैसों को द्रव में परिवर्तित करने के लिए उन्हें अत्यधिक दबाव में संपीड़ित करके और उनका तापमान बहुत कम करना होगा। यह प्रक्रिया ‘क्रायोजेनिक तकनीक’ कहलाती है।
प्रश्न श्रृंखला # 04
प्रश्न 1. गर्म एवं शुष्क दिन में कूलर अधिक ठंडा क्यों करता है ?
उत्तर: गर्म और शुष्क दिनों में कूलर अधिक ठंडा करता है क्योंकि कम आर्द्रता के कारण वाष्पीकरण तेज़ होता है, जिससे अधिक ठंडक उत्पन्न होती है।
प्रश्न 2. गर्मियों में घड़े का जल ठंडा क्यों होता है ?
उत्तर: गर्मियों में घड़े का पानी ठंडा रहता है क्योंकि घड़े की छिद्रपूर्ण सतह से पानी का वाष्पीकरण होता है, जो गुप्त ऊष्मा लेकर अंदर के पानी को ठंडा कर देता है।
प्रश्न 3. ऐसीटोन/पेट्रोल या इत्र डालने पर हमारी हथेली ठंडी क्यों हो जाती है ?
उत्तर: ऐसीटोन/पेट्रोल या इत्र हथेली पर डालने से ठंडक महसूस होती है क्योंकि ये द्रव तेजी से वाष्पीकृत होते हैं, जिसके लिए वे त्वचा से ऊष्मा लेते हैं।
प्रश्न 4. कप की अपेक्षा प्लेट से हम गर्म दूध या चाय जल्दी क्यों पी लेते हैं ?
उत्तर: प्लेट में गर्म दूध या चाय जल्दी ठंडी हो जाती है क्योंकि प्लेट का सतही क्षेत्रफल अधिक होता है, जिससे वाष्पीकरण तेज होता है और तापमान जल्दी कम हो जाता है।
प्रश्न 5. गर्मियों में हमें किस तरह के कपड़े पहनने चाहिए?
उत्तर: गर्मियों में सूती कपड़े पहनना चाहिए क्योंकि ये पसीने को अच्छी तरह अवशोषित करते हैं और हवा में उसके वाष्पीकरण को बढ़ावा देते हैं, जिससे शरीर को ठंडक मिलती है।
अभ्यास
प्रश्न 1. निम्नलिखित तापमानों को सेल्सियस इकाई में परिवर्तित करें
(a) 300 K
(b) 573 K
हल : (a) 300 K
0°C = 273 K
300 K = 300 – 273
उत्तर: = 27°C
(b) 573 K
273 K = 0°C
573 K = 573 – 273
उत्तर: = 300°C
प्रश्न 2. निम्नलिखित तापमानों को केल्विन इकाई में परिवर्तित करें
(a) 25°C
(b) 373°C.
हल : (a) 25°C
0°C = 273 K
अतः 25°C = 25 + 273
उत्तर: = 298K
(b)373°C
0°C = 273 K
अतः 373°C = 373 + 273
उत्तर: = 646 K
प्रश्न 3. निम्नलिखित अवलोकनों हेतु कारण लिखें –
(a) नैफ्थलीन को रखा रहने देने पर यह समय के साथ कुछ भी ठोस पदार्थ छोड़े बिना अदृश्य हो जाती है।
उत्तर: नैफ्थलीन एक ऐसा पदार्थ है जो ठोस अवस्था से सीधे वाष्प अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। इस प्रक्रिया को उर्ध्वपातन कहते हैं। नैफ्थलीन के परमाणुओं में आपसी आकर्षण बल कमजोर होने के कारण यह द्रव अवस्था से गुजरे बिना ही ठोस से वाष्प में बदल जाता है।
(b) हमें इत्र की गंध बहुत दूर बैठे हुए भी पहुँच जाती है।
उत्तर: इत्र के परमाणु बहुत छोटे और हल्के होते हैं। इसलिए वे आसानी से वायु में फैल जाते हैं। इसी कारण हमें बैठे-बिठाये भी इत्र की गंध आती है। इत्र के परमाणुओं की गतिशीलता और वायु में विसरण क्षमता के कारण ही इसकी गंध दूर तक फैल जाती है।
प्रश्न 4. निम्नलिखित पदार्थों को उनके कणों के बीच बढ़ते हुए आकर्षण के अनुसार व्यवस्थित करें
(a) जल
(b) चीनी
(c) ऑक्सीजन।
उत्तर: पदार्थों का उनके कणों के बीच बढ़ते हुए आकर्षण का क्रम –
ऑक्सीजन < जल < चीनी
प्रश्न 5. निम्नलिखित तापमानों पर जल की भौतिक अवस्था क्या है –
(a) 25°C
(b) 0°C
(c) 100°C
उत्तर:
(a) 25°C पर द्रव अवस्था।
(b) 0°C पर द्रव व ठोस दोनों अवस्थाएँ सम्भव हैं।
(c) 100°C पर द्रव व गैस दोनों अवस्थाएँ सम्भव हैं।
प्रश्न 6. पुष्टि हेतु कारण दें –
(a) जल कमरे के ताप पर द्रव है।
उत्तर: जल कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में पाया जाता है क्योंकि इसके परमाणुओं के बीच आकर्षण बल कमजोर होता है। परिणामस्वरूप, जल के परमाणु एक-दूसरे से अलग-थलग रहते हैं और आसानी से गतिशील रहते हैं। इस प्रवाहशीलता के कारण ही जल द्रव अवस्था में रहता है।
(b) लोहे की अलमारी कमरे के ताप पर ठोस है।
उत्तर: लोहे की अलमारी कमरे के ताप पर ठोस अवस्था में पायी जाती है क्योंकि इसके परमाणुओं के बीच आकर्षण बल बहुत मजबूत होता है। परिणामस्वरूप, लोहे के परमाणु एक निश्चित स्थिति और व्यवस्था में बंधे रहते हैं। इन्हें पृथक करने के लिए काफी ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए लोहा ठोस रूप में बना रहता है।
प्रश्न 7. 273K पर बर्फ को ठंडा करने पर तथा जल को इसी तापमान पर ठंडा करने पर शीतलता का प्रभाव अधिक क्यों होता है?
उत्तर: 273K या 0°C पर, बर्फ को ठंडा करने पर अधिक शीतलता का प्रभाव महसूस होता है क्योंकि बर्फ के गलनांक पर अवशोषित की जाने वाली गुप्त गलन ऊष्मा के कारण यह अधिक ऊर्जा ग्रहण करती है। दूसरी ओर, इसी तापमान पर जल की द्रव अवस्था में कोई अवस्था परिवर्तन नहीं होता है, इसलिए यह कम ऊर्जा ही ग्रहण करता है। अतः बर्फ के गलन होने पर अधिक शीतलता का अनुभव होता है।
प्रश्न 8. उबलते हुए जल अथवा भाप में से जलने की तीव्रता किसमें अधिक महसूस होती है ?
उत्तर: उबलते हुए जल की तुलना में भाप से जलने की तीव्रता अधिक महसूस होती है। जब जल वाष्प में परिवर्तित होता है, तो यह वाष्पीकरण की गुप्त ऊष्मा अवशोषित करता है। इस अतिरिक्त ऊर्जा के कारण ही भाप के परमाणुओं की गतिशीलता उबलते जल के परमाणुओं की अपेक्षा अधिक होती है। यही कारण है कि भाप से जलने का अनुभव अधिक तीव्र होता है।
प्रश्न 9. निम्नलिखित चित्र के लिए A,B,C,D, E तथा F की अवस्था परिवर्तन को नामांकित करें –
उत्तर:
A – संगलन
B – वाष्पीकरण
C – संघनन
D – जमना
E – ऊर्ध्वपातन
F – ऊर्ध्वपातन।