Bihar Board class 9 History chapter 1 Solutions is available on this page. It is free guide for the students to solve all the questions asked in class 9 History chapter 1 – “भौगोलिक खोजें” in hindi medium.
बिहार बोर्ड की कक्षा 9 की इतिहास की पाठ्यपुस्तक का प्रथम अध्याय ‘भौगोलिक खोजें’ विश्व के विभिन्न भागों की खोज से संबंधित है। इस अध्याय में हम यह जानेंगे कि कैसे मनुष्य ने धीरे-धीरे अपने आस-पास के वातावरण का अवलोकन किया और फिर दूर-दराज के स्थानों की खोज की। इस अध्याय में हम महान् खोजकर्ताओं और उनके अनुभवों के बारे में पढ़ेंगे।
Bihar Board Class 9 History Chapter 1 Solutions
Contents
Subject | History |
Class | 9th |
Chapter | 1. भौगोलिक खोजें |
Board | Bihar Board |
Bihar Board class 9 History chapter 1 – वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1. वास्कोडिगामा कहाँ का यात्री था ?
(क) स्पेन
(ख) पुर्तगाल
(ग) इंग्लैण्ड
(घ) अमेरिका
उत्तर- (ख) पुर्तगाल
प्रश्न 2. यूरोपवासियों ने दिशासूचक यंत्र का प्रयोग किनसे सीखा?
(क) भारत से
(ख) रोम से
(ग) अरबों से
(घ) चीन से
उत्तर- (ग) अरबों से
प्रश्न 3. उत्तमाशा अंतरीप (Cape of good hope) की खोज किसने की?
(क) कोलम्बस
(ख) वास्कोडिगामा
(ग) मैग्लेन
(घ) डियाज बार्थोलोमियो
उत्तर- (घ) डियाज बार्थोलोमियो
प्रश्न 4. अमेरिका की खोज किस वर्ष की गई ?
(क) 1453
(ख) 1492
(ग) 1498
(घ) 1519
उत्तर- (ख) 1492
प्रश्न 5. कुस्तुनतुनिया का पतन किस वर्ष हुआ?
(क) 1420
(ख) 1453
(ग) 1510
(घ) 1498
उत्तर- (क) 1420
प्रश्न 6. विश्व का चक्कर किस यात्री ने सर्वप्रथम लगाया ?
(क) मैग्लेन
(ख) कैप्टनं कुक
(ग) वास्कोडिगामा
(घ) मार्कोपोलो
उत्तर- (क) मैग्लेन
सही और गलत
प्रश्न 1. भारत के मूल निवासियों को रेड इंडियन कहा जाता है।
उत्तर- गलत
प्रश्न 2. उत्तमाशा अंतरीप की खोज ने भारत तक पहुँचने का मार्ग प्रशस्त किया।
उत्तर- सही
प्रश्न 3. भारत अटलांटिक महासागर के पूर्वी तट पर स्थित है।
उत्तर- गलत
प्रश्न 4. मोर्कोपोलो ने भारत की खोज की।
उत्तर- गलत
प्रश्न 5. जेरूशलम वर्तमान ‘इजरायल’ में है।
उत्तर- सही
प्रश्न 6. लिस्बन दास-व्यापार का बहुत बड़ा केन्द्र था।
उत्तर- सही
प्रश्न 7. अमेरिगु ने नई दुनिया को विस्तार से खोजा ।
उत्तर- सही
Bihar Board class 9 History chapter 1 – अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. भारत आने में किस भारतीय व्यापारी ने वास्कोडिगामा की मदद की?
उत्तर- अब्दुल मजीद ने ।
प्रश्न 2. न्यूफाउन्डलैंड का पता किसने लगाया ?
उत्तर- सर जान और सेवास्टिन केवेट ने न्यूफाउन्डलैंड का पता लगाया ।
प्रश्न 3. यूरोपियों द्वारा निर्मित तेज चलने वाले जहाज को क्या कहा जाता था?
उत्तर- केरावल कहा जाता था।
प्रश्न 4. दक्षिण अफ्रिका का दक्षिणतम बिंदु कौन-सा स्थल है ?
उत्तर- दक्षिण अफ्रिका का दक्षिणतम बिन्दु उत्तमाशा अंतरीप (Cape of good hope) है।
प्रश्न 5. 11वीं-12वीं शताब्दी में ईसाई एवं मुसलमानों के बीच धर्मयुद्ध क्यों हुआ था ?
उत्तर- 11वीं-12वीं शताब्दी में जेरूशलम पर अधिकार के मुद्दे को लेकर धर्मयुद्ध हुआ था।
प्रश्न 6. 1453 में कस्तुनतुनिया पर किसने आधिपत्य जमाया ?
उत्तर- तुर्की ने।
प्रश्न 7. पुर्तगाल एवं स्पेन किस महासागर के पास अवस्थित हैं ?
उत्तर- पुर्तगाल एवं स्पेन अटलांटिक महासागर के पास अवस्थित है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. यूरोप में मध्यकाल को अंधकार का युग क्यों कहा जाता है ?
उत्तर- मध्यकालीन यूरोप को अंधकार युग कहा जाता है क्योंकि इस समय में सामंती व्यवस्था प्रबल थी, जिसने समाज में असमानता और शोषण को बढ़ावा दिया। इस काल में वैज्ञानिक प्रगति और बौद्धिक विकास अवरुद्ध था। चर्च का प्रभुत्व था, जो अक्सर वैज्ञानिक सोच को दबाता था। शिक्षा और साक्षरता का स्तर निम्न था, और अंधविश्वास व्यापक था। आर्थिक विकास मंद था, और अधिकांश लोग कृषि पर निर्भर थे। इन कारणों से यह काल प्रगति और ज्ञान के विकास में पिछड़ा हुआ माना जाता है।
प्रश्न 2. भौगोलिक खोजों में वैज्ञानिक उपकरणों का क्या योगदान था ?
उत्तर- वैज्ञानिक उपकरणों ने भौगोलिक खोजों को संभव और सुरक्षित बनाया। दिशासूचक यंत्र (कम्पास) ने नाविकों को सही दिशा में नेविगेट करने में मदद की। सुधारित मानचित्रों ने यात्रा मार्गों की बेहतर समझ प्रदान की। एस्ट्रोलेब और क्वाड्रेंट जैसे उपकरणों ने समुद्र में स्थिति निर्धारण में सहायता की। दूरबीन ने दूर की वस्तुओं को देखने में मदद की। बेहतर नौका निर्माण तकनीक ने लंबी दूरी की यात्राओं को संभव बनाया। इन उपकरणों ने खोजकर्ताओं को अज्ञात क्षेत्रों की खोज करने का साहस दिया।
प्रश्न 3. भौगोलिक खोजों ने व्यापार-वाणिज्य पर किस प्रकार प्रभाव डाले?
उत्तर- भौगोलिक खोजों ने वैश्विक व्यापार को नया आकार दिया। नए व्यापार मार्गों और बाजारों की खोज से यूरोपीय देशों का आर्थिक विकास तेज हुआ। उपनिवेशों की स्थापना से कच्चे माल और नए उत्पादों का आयात बढ़ा। यह वाणिज्यवाद के उदय का कारण बना। समुद्री व्यापार में वृद्धि हुई, जिससे बंदरगाह शहरों का विकास हुआ। व्यापारिक कंपनियों और बैंकिंग प्रणालियों का विकास हुआ। मुद्रा का प्रचलन बढ़ा और पूंजीवाद का उदय हुआ। इन परिवर्तनों ने यूरोप को वैश्विक आर्थिक शक्ति बनने में मदद की।
प्रश्न 4. भौगोलिक खोजों ने किस प्रकार भ्रांतियों को तोड़ा?
उत्तर- भौगोलिक खोजों ने कई पुरानी मान्यताओं को चुनौती दी। पृथ्वी के गोल होने की पुष्टि हुई, जो चर्च के विचारों के विपरीत था। नए महाद्वीपों की खोज ने यूरोपीय दृष्टिकोण को विस्तृत किया। विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं से संपर्क ने सांस्कृतिक विविधता की समझ बढ़ाई। प्राचीन ग्रंथों में वर्णित भूगोल संबंधी गलत धारणाएँ टूटीं। इन खोजों ने वैज्ञानिक जिज्ञासा और तर्कसंगत सोच को प्रोत्साहित किया। यह ज्ञान के नए युग की शुरुआत थी, जिसने बाद में वैज्ञानिक क्रांति को जन्म दिया।
प्रश्न 5. भौगोलिक खोजों ने किस प्रकार विश्व के मानचित्र में परिवर्तन लाया?
उत्तर- भौगोलिक खोजों ने विश्व के मानचित्र को पूरी तरह बदल दिया। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया जैसे नए महाद्वीपों की खोज से मानचित्र में नए क्षेत्र जुड़े। अफ्रीका के तटों और एशिया के द्वीपों की सटीक जानकारी मिली। महासागरों के विस्तार और महत्व की समझ बढ़ी। यूरोपीय देशों द्वारा उपनिवेशों की स्थापना से राजनीतिक सीमाएँ बदलीं। नए व्यापार मार्गों ने महत्वपूर्ण बंदरगाहों और शहरों को मानचित्र पर अंकित किया। इन खोजों ने एक वैश्विक दृष्टिकोण विकसित किया, जिसने आधुनिक विश्व मानचित्र की नींव रखी।
Bihar Board class 9 History chapter 1 – दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. भौगोलिक खोजों का क्या तात्पर्य है ? इसने किस प्रकार विश्व की दूरियाँ घटाईं ?
उत्तर- भौगोलिक खोजों का तात्पर्य 15वीं और 16वीं शताब्दी में यूरोपीय देशों द्वारा की गई उन समुद्री यात्राओं से है, जिनके माध्यम से नए भू-भागों और समुद्री मार्गों की खोज की गई। इन खोजों ने विश्व की दूरियाँ कई तरह से कम कीं। नए समुद्री मार्गों की खोज ने यात्रा समय को कम किया, जिससे दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचना आसान हो गया। अमेरिका, अफ्रीका और एशिया के कई हिस्सों का यूरोप से सीधा संपर्क स्थापित हुआ, जिसने वैश्विक व्यापार नेटवर्क के विकास को बढ़ावा दिया। इसने न केवल आर्थिक संबंधों को मजबूत किया, बल्कि विभिन्न संस्कृतियों और सभ्यताओं के बीच ज्ञान और विचारों के आदान-प्रदान को भी बढ़ाया। नए नक्शे और नेविगेशन तकनीकों ने दुनिया की बेहतर समझ विकसित की, जबकि यातायात और संचार के नए साधनों का विकास हुआ। इन खोजों ने विश्व के विभिन्न भागों के बीच राजनीतिक और सांस्कृतिक संबंध स्थापित किए, जिससे एक वैश्विक समुदाय की अवधारणा को जन्म मिला। यह सब मिलकर आधुनिक विश्व व्यवस्था की नींव बना, जिसने दुनिया को और अधिक परस्पर जुड़ा हुआ बना दिया।
प्रश्न 2. भौगोलिक खोजों के कारणों की व्याख्या करें। उत्तर-भौगोलिक खोजों के निम्नलिखित कारण थे-
उत्तर- भौगोलिक खोजों के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण थे। सबसे प्रमुख था व्यापारिक उद्देश्य, जिसमें पूर्व के साथ व्यापार के लिए नए और सस्ते मार्गों की खोज शामिल थी, विशेष रूप से मसालों के व्यापार के लिए। साथ ही, धार्मिक प्रेरणा भी एक महत्वपूर्ण कारक थी, जिसमें ईसाई धर्म का प्रचार करने और नए क्षेत्रों में मिशनरी गतिविधियों का विस्तार करने की इच्छा शामिल थी। यूरोपीय शासकों की राजनीतिक महत्वाकांक्षा, जिसमें साम्राज्य विस्तार और नए क्षेत्रों पर नियंत्रण स्थापित करने की इच्छा थी, भी एक प्रमुख कारण था। वैज्ञानिक प्रगति, जैसे नौवहन तकनीकों और उपकरणों में सुधार, ने इन खोजों को संभव बनाया। आर्थिक कारणों में सोने और चांदी जैसे कीमती धातुओं की खोज और नए संसाधनों तक पहुंच की आवश्यकता शामिल थी। ज्ञान की प्यास ने भी लोगों को दुनिया के बारे में अधिक जानने और पुरानी भौगोलिक धारणाओं को चुनौती देने के लिए प्रेरित किया। कॉन्स्टेंटिनोपल पर तुर्कों के कब्जे ने पूर्व के साथ पारंपरिक व्यापार मार्गों को बाधित किया, जिससे नए मार्गों की खोज आवश्यक हो गई। अंत में, पुर्तगाल के राजकुमार हेनरी द नेविगेटर और स्पेन की महारानी इसाबेला जैसे शासकों का समर्थन इन खोजों के लिए महत्वपूर्ण था। इन सभी कारकों ने मिलकर यूरोपीय देशों को नए क्षेत्रों की खोज के लिए प्रेरित किया, जिसने विश्व इतिहास की दिशा को बदल दिया और आधुनिक वैश्वीकरण की नींव रखी।
प्रश्न 3. नये अन्वेषित भूभागों को विश्व के मानचित्र पर अंकित करें औरयह बतादें कि भौगोलिक खोजों से पूर्व आप यदि यूरोप में होते तो भारत से किस-प्रकार व्यापार करते?
उत्तर- भौगोलिक खोजों ने विश्व मानचित्र को पूरी तरह बदल दिया। प्रमुख खोजें इस प्रकार थीं: कोलंबस द्वारा 1492 में अमेरिका की खोज, बार्थोलोम्यू डायज द्वारा 1488 में केप ऑफ गुड होप की खोज, वास्को डा गामा द्वारा 1498 में भारत के कालीकट तक समुद्री मार्ग की खोज, और जेम्स कुक द्वारा 18वीं शताब्दी में ऑस्ट्रेलिया की खोज। भौगोलिक खोजों से पूर्व, यूरोप से भारत के साथ व्यापार मुख्यतः दो मार्गों से होता था। पहला, भूमध्य सागर से होकर मिस्र और लाल सागर के रास्ते, और दूसरा, सीरिया से होकर फारस की खाड़ी के रास्ते। ये मार्ग लंबे, खर्चीले और खतरनाक थे। व्यापारी कारवां या जहाजों द्वारा यात्रा करते थे, जिसमें कई महीने लगते थे। व्यापार में मुख्यतः मसाले, रेशम, और कीमती पत्थर शामिल थे। मध्यस्थ व्यापारियों और कराधान के कारण माल महंगा हो जाता था। इसलिए, नए और सीधे समुद्री मार्ग की खोज यूरोपीय व्यापारियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण थी।
प्रश्न 4. अंधकार युग से क्या समझते हैं ? अंधकार युग से बाहर आने में भौगोलिक खोजों ने किस प्रकार मदद की ?
उत्तर- अंधकार युग मध्यकालीन यूरोप का वह समय था जब वैज्ञानिक प्रगति, सामाजिक विकास और बौद्धिक गतिविधियां मंद पड़ गई थीं। यह काल सामंती व्यवस्था, चर्च के प्रभुत्व, और अंधविश्वास से चिह्नित था। इस दौरान ज्ञान और शिक्षा का स्तर निम्न था, और लोगों का भौगोलिक ज्ञान सीमित था। भौगोलिक खोजों ने इस अंधकार युग से बाहर निकलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इन खोजों ने नए क्षेत्रों और संस्कृतियों से परिचय कराया, जिससे यूरोपीय दृष्टिकोण विस्तृत हुआ। वैज्ञानिक ज्ञान में वृद्धि हुई, जिसने पुरानी मान्यताओं को चुनौती दी। व्यापार और आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि ने समाज को गतिशील बनाया। नए विचारों और जानकारियों के आदान-प्रदान ने बौद्धिक जागृति को बढ़ावा दिया। चर्च के एकाधिकार को चुनौती मिली, जिससे धार्मिक सुधार आंदोलन को बल मिला। इन परिवर्तनों ने मिलकर यूरोप को अंधकार युग से पुनर्जागरण की ओर ले जाने में मदद की, जिसने आधुनिक युग की नींव रखी।
प्रश्न 5. भौगोलिक खोजों के परिणामों का वर्णन करें। इसने विश्व पर क्या प्रभाव डाला?
उत्तर- भौगोलिक खोजों के विश्व पर दूरगामी प्रभाव पड़े। व्यापार और वाणिज्य में क्रांतिकारी परिवर्तन आए, जिससे यूरोपीय देशों का आर्थिक विकास तेज हुआ। नए व्यापारिक मार्गों और बाजारों की खोज से वैश्विक अर्थव्यवस्था का विस्तार हुआ। औपनिवेशिक साम्राज्यों का विकास हुआ, जिसने विश्व की राजनीतिक संरचना को बदल दिया। वाणिज्यवाद और बाद में पूंजीवाद का उदय हुआ, जिसने आधुनिक आर्थिक प्रणालियों की नींव रखी। दुर्भाग्यवश, दास व्यापार जैसी अमानवीय प्रथाओं का भी विकास हुआ। ईसाई धर्म का प्रसार नए क्षेत्रों में हुआ, जिसने वैश्विक धार्मिक परिदृश्य को प्रभावित किया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति हुई, जिसने आगे चलकर औद्योगिक क्रांति को जन्म दिया। सांस्कृतिक आदान-प्रदान बढ़ा, जिसने विश्व को अधिक परस्पर जुड़ा हुआ बना दिया। इन परिवर्तनों ने मिलकर आधुनिक विश्व व्यवस्था की नींव रखी, जिसके प्रभाव आज भी देखे जा सकते हैं।