Bihar Board Class 7 History Chapter 1 Solutions from the new book are available here. Get written question answer of chapter 1 – प्रारंभिक कथनः हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल for free. This follows the new syllabus and book – हमारे अतीत-2 (Hamare Atit).
यह अध्याय आपको 700 ईस्वी से 1750 ईस्वी तक भारत के इतिहास में आए सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक और आर्थिक बदलावों की रोचक यात्रा पर ले जाएगा। आप सीखेंगे कि इतिहासकार अभिलेख, ताम्रपत्र, सिक्के, इमारतें और यात्रावृत्तांत जैसे स्रोतों का उपयोग करके इस काल की जानकारी कैसे जुटाते हैं। यह अध्याय आपको “मध्यकाल”, “हिंदुस्तान” और “भारतवर्ष” जैसे शब्दों के अर्थ और उनके विकास के साथ-साथ विभिन्न भाषाओं जैसे संस्कृत, फारसी और तमिल के महत्व को समझाएगा।

Bihar Board Class 7 History Chapter 1 Solutions
Contents
| Subject | History (हमारे अतीत-2) |
| Class | 7 |
| Chapter | 1. प्रारंभिक कथनः हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल |
| Board | Bihar Board |
अध्याय के बिच से
1. लेकिन अब भीतरी इलाकों पर नज़र डालें। क्या इनमें भी उतने ही ब्यौरे हैं जितने समुद्र तट वाले हिस्से में? गंगा के मार्ग को देखें। इसे किस तरह से दर्शाया गया है? इस मानचित्र में तटीय और भीतरी इलाकों के बीच ब्यौरों और बारीकी का जो अंतर है, आपके ख्याल में उसका कारण क्या है?
उत्तर: नहीं, भीतरी इलाकों में उतने ब्यौरे नहीं हैं जितने समुद्र तट वाले हिस्सों में। गंगा का रास्ता मानचित्र में साधारण तरीके से दिखाया गया है, बिना ज्यादा जानकारी के। इसका कारण यह है कि यह मानचित्र यूरोपीय नाविकों और व्यापारियों ने बनाया था। वे समुद्र तटों पर व्यापार करते थे और वहाँ के बारे में ज्यादा जानते थे। भीतरी इलाकों में वे कम जाते थे, इसलिए वहाँ की जानकारी कम दी गई।
2. क्या आपको ऐसे कुछ और शब्दों का ध्यान आता है जिनके अर्थ भिन्न-भिन्न संदर्भों में बदल जाते हैं?
उत्तर: हाँ, कुछ शब्दों के अर्थ समय और जगह के साथ बदलते हैं। जैसे, “जन” शब्द पहले किसी खास समुदाय के लिए इस्तेमाल होता था। बाद में यह शब्द जमीन के लिए और फिर पूरी आबादी के लिए इस्तेमाल होने लगा।
3. इस अनुभाग में जो प्रौद्योगिकीय, आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन वर्णित हैं, उनमें से कौन-कौन से परिवर्तन आपकी समझ में आपके शहर या गाँव में सबसे महत्त्वपूर्ण रहे?
उत्तर: मेरे गाँव/शहर में सबसे जरूरी परिवर्तन हैं:
- खेती के लिए नई तकनीक जैसे ट्रैक्टर और नलकूप का इस्तेमाल।
- बिजली और सड़कों का आना, जिससे जीवन आसान हुआ।
- स्कूल और शिक्षा का बढ़ना, जिससे लोग ज्यादा जागरूक हुए।
- बाजारों का विकास, जिससे व्यापार और रोजगार बढ़ा।
4. आप क्या समझते हैं, शासक ऐसे दावे क्यों करते थे?
उत्तर: शासक अपनी ताकत और सत्ता को मजबूत दिखाने के लिए ऐसे दावे करते थे। वे चाहते थे कि लोग उनकी बात मानें और उनके खिलाफ कोई बगावत न करे। ये दावे धार्मिक या पुरानी परंपराओं के आधार पर किए जाते थे, ताकि लोग उन्हें सही और शक्तिशाली शासक मानें। साथ ही, वे अपनी लोकप्रियता बढ़ाने और बड़े इलाकों पर अपनी सत्ता दिखाने के लिए भी ऐसा करते थे।
5. पता लगाइए कि क्या आपका राज्य कभी इन सर्वक्षेत्रीय साम्राज्यों का हिस्सा रहा था? यदि रहा था, तो कितने समय तक?
उत्तर: बिहार कई बड़े साम्राज्यों का हिस्सा रहा है। जैसे:
- मौर्य साम्राज्य (लगभग 321 ईसा पूर्व से 185 ईसा पूर्व): बिहार इस साम्राज्य का केंद्र था, खासकर पाटलिपुत्र (आज का पटना)।
- गुप्त साम्राज्य (लगभग 320 ईस्वी से 550 ईस्वी): बिहार इस समय भी महत्वपूर्ण था।
- मुगल साम्राज्य (16वीं से 19वीं सदी): बिहार मुगलों के अधीन रहा।
आप अपने शिक्षक या किताबों की मदद से और जानकारी जुटा सकते हैं कि बिहार कब और कितने समय तक इन साम्राज्यों का हिस्सा था।
6. क्या आपको संस्कृत, ज्ञान एवं ब्राह्मणों के बारे में अमीर खुसरो की टिप्पणियाँ याद हैं?
उत्तर: अमीर खुसरो ने कहा कि संस्कृत बहुत खास और प्राचीन भाषा है। यह विद्वानों की भाषा है, जिसे आम लोग नहीं समझते। उन्होंने संस्कृत को “मोतियों में मोती” कहा। ब्राह्मणों को समाज में बहुत सम्मान मिलता था क्योंकि वे संस्कृत पढ़ते थे और ज्ञान रखते थे। नए शासक ब्राह्मणों की मदद लेते थे, जिससे उनका रुतबा और बढ़ गया।
फिर से याद करें
1. अतीत में ‘विदेशी’ किसे माना जाता था?
उत्तर: पुराने समय में ‘विदेशी’ उस व्यक्ति को कहते थे जो किसी गाँव या समाज का हिस्सा न हो। उदाहरण के लिए, अगर कोई अनजान व्यक्ति गाँव में आता, तो उसे विदेशी कहते। शहर का व्यक्ति जंगल में रहने वाले को विदेशी मानता था। लेकिन एक ही गाँव के दो लोग, चाहे उनकी जाति या धर्म अलग हो, एक-दूसरे को विदेशी नहीं मानते थे।
2. नीचे उल्लिखित बातें सही हैं या गलत:
(क) सन् 700 के बाद के काल के संबंध में अभिलेख नहीं मिलते हैं।
उत्तर: गलत। सन् 700 के बाद भी अभिलेख मिलते हैं।
(ख) इस काल के दौरान मराठों ने अपने राजनीतिक महत्व की स्थापना की।
उत्तर: सही।
(ग) कृषि-केंद्रित बस्तियों के विस्तार के साथ कभी-कभी वनवासी अपनी जमीन से उखाड़ बाहर कर दिए जाते थे।
उत्तर: सही।
(घ) सुलतान ग़यासुद्दीन बलबन असम, मणिपुर तथा कश्मीर का शासक था।
उत्तर: गलत। ग़यासुद्दीन बलबन दिल्ली सल्तनत का शासक था।
3. रिक्त स्थानों को भरें:
(क) अभिलेखागारों में __________ रखे जाते हैं।
उत्तर: अभिलेखागारों में पांडुलिपियाँ और दस्तावेज़ रखे जाते हैं।
(ख) __________ चौदहवीं सदी का एक इतिहासकार था।
उत्तर: ज़ियाउद्दीन बरनी चौदहवीं सदी का एक इतिहासकार था।
(ग) __________, , __________, __________, __________ और __________ इस उपमहाद्वीप में इस काल के दौरान लाई गई कुछ नई फसलें हैं।
उत्तर: आलू, मक्का, मिर्च, चाय और कॉफी इस उपमहाद्वीप में इस काल के दौरान लाई गई कुछ नई फसलें हैं।
4. इस काल में हुए कुछ प्रौद्योगिकीय परिवर्तनों की तालिका दें।
उत्तर: इस काल में हुए कुछ प्रौद्योगिकीय परिवर्तन:
- खेती के लिए रहट का इस्तेमाल।
- कपड़ा बनाने के लिए चर्खे का उपयोग।
- युद्ध में बारूद वाले हथियारों (आग्नेयास्त्र) का प्रयोग।
- नई तरह के हथियार, जैसे तोपों का इस्तेमाल।
5. इस काल के दौरान हुए कुछ मुख्य धार्मिक परिवर्तनों की जानकारी दें।
उत्तर: इस काल में हुए धार्मिक परिवर्तन:
- हिन्दू धर्म में नए देवी-देवताओं की पूजा शुरू हुई।
- राजाओं ने बड़े-बड़े मंदिर बनवाए।
- भक्ति आंदोलन शुरू हुआ, जिसमें लोग कर्मकांडों के खिलाफ थे।
- ब्राह्मणों का समाज में महत्व बढ़ा, क्योंकि वे धार्मिक कामों में अहम थे।
आइए समझें
6. पिछली कई शताब्दियों में ‘हिंदुस्तान’ शब्द का अर्थ कैसे बदला है?
उत्तर: पहले ‘हिंदुस्तान’ शब्द का मतलब अलग था। 13वीं सदी में मिन्हाज-ए-सिराज ने इसे पंजाब, हरियाणा और गंगा-यमुना के इलाकों के लिए इस्तेमाल किया। यह दिल्ली सल्तनत के अधीन इलाकों को दिखाता था। बाद में, 16वीं सदी में बाबर ने ‘हिंदुस्तान’ शब्द का इस्तेमाल पूरे भारतीय उपमहाद्वीप, यहाँ के जानवरों, पेड़-पौधों और संस्कृति के लिए किया। अमीर खुसरो ने भी ‘हिंद’ शब्द को इसी तरह इस्तेमाल किया। आज ‘हिंदुस्तान’ का मतलब भारत देश से है।
7. जातियों के मामले कैसे नियंत्रित किए जाते थे?
उत्तर: जातियों के मामले इस तरह नियंत्रित होते थे:
- हर जाति अपने नियम खुद बनाती थी।
- इन नियमों को जाति के बड़े-बुजुर्गों की सभा (जाति पंचायत) लागू करती थी।
- गाँव के रीति-रिवाजों का भी पालन करना पड़ता था।
8. सर्वक्षेत्रीय साम्राज्य से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: सर्वक्षेत्रीय साम्राज्य वह साम्राज्य होता है जो कई इलाकों में फैला हो। यह एक छोटे राज्य से बड़ा होता है और इसमें ज्यादा लोग और जमीन शामिल होती है। भारत में ऐसे साम्राज्य थे, जैसे चोल, खिलजी, तुगलक और मुगल साम्राज्य।
आइए विचार करें
9. पांडुलिपियों के उपयोग में इतिहासकारों के सामने कौन-कौन सी समस्याएँ आती हैं?
उत्तर: पांडुलिपियों के साथ इतिहासकारों को ये दिक्कतें आती हैं:
- पुरानी लिखावट को पढ़ना मुश्किल होता है।
- पांडुलिपियों की नकल हाथ से बनाई जाती थी, जिसमें गलतियाँ हो जाती थीं।
- नकल करते समय कुछ शब्द या वाक्य बदल जाते थे।
- मूल पांडुलिपि मिलना मुश्किल होता है।
10. इतिहासकार अतीत को कालों या युगों में कैसे विभाजित करते हैं? क्या इस कार्य में उनके सामने कोई कठिनाई आती है?
उत्तर: इतिहासकार अतीत को प्राचीन, मध्यकाल और आधुनिक काल में बाँटते हैं। यह बँटवारा आर्थिक और सामाजिक बदलावों के आधार पर होता है। लेकिन यह आसान नहीं है, क्योंकि हर काल में कई बदलाव होते हैं। मध्यकाल को लोग रूढ़िवादी मानते हैं, पर उसमें भी कई नए बदलाव हुए थे। इस तरह की गलतफहमियाँ इतिहास को समझने में मुश्किल पैदा करती हैं।
आइए करके देखें
11. अध्याय में दिए गए मानचित्र 1 अथवा मानचित्र 2 की तुलना उपमहाद्वीप के आज के मानचित्र से करें। तुलना करते हुए दोनों के बीच जितनी भी समानताएँ और असमानताएँ मिलती है, उनकी सूची बनाइए।
उत्तर: मानचित्र 1 (1154 में अल इदरीसी द्वारा) और मानचित्र 2 (1720 में फ्रांसीसी कार्टोग्राफर द्वारा) की तुलना आज के मानचित्र से:
समानताएँ:
- दोनों पुराने मानचित्र भारतीय उपमहाद्वीप को दिखाते हैं।
- कुछ जगहों के नाम, जैसे कन्नौज और सूरत, आज भी हैं।
असमानताएँ:
- अल इदरीसी का मानचित्र उल्टा है। दक्षिण भारत ऊपर और श्रीलंका सबसे ऊपर दिखाया गया है।
- पुराने मानचित्रों में जगहों के नाम अरबी या फ्रांसीसी भाषा में हैं।
- फ्रांसीसी मानचित्र आज के मानचित्र से थोड़ा मिलता है, लेकिन गुजरात और बॉम्बे जैसे इलाके अलग दिखते हैं।
12. पता लगाइए कि आपके गाँव या शहर में अभिलेख (रिकॉर्ड) कहाँ रखे जाते हैं। इन अभिलेखों को कौन तैयार करता है? क्या आपके यहाँ कोई अभिलेखागार है? उसकी देखभाल कौन करता है? वहाँ किस तरह के दस्तावेज़ संग्रहित हैं? उनका उपयोग कौन लोग करते हैं?
उत्तर: गाँवों में अभिलेख जिला कार्यालय में रखे जाते हैं। इन्हें सरकारी कर्मचारी, जैसे पटवारी या तहसीलदार, तैयार करते हैं। शहरों में अभिलेख नगर निगम या सरकारी दफ्तरों में होते हैं। ऐतिहासिक अभिलेख अभिलेखागार में रखे जाते हैं, जिनकी देखभाल वहाँ के कर्मचारी करते हैं। इनमें पुराने दस्तावेज़, जैसे जमीन के रिकॉर्ड, सरकारी पत्र, और ऐतिहासिक किताबें होती हैं। इनका इस्तेमाल शोधकर्ता, इतिहासकार, और सरकारी विभाग करते हैं।
| Other Chapters |
|---|
| 1. प्रारंभिक कथनः हज़ार वर्षों के दौरान हुए परिवर्तनों की पड़ताल (new book) |
| 2. राजा और उनके राज्य (new book) |
| 3. दिल्ली: बारहवीं से पंद्रहवीं शताब्दी (new book) |
| 4. मुग़ल: सोलहवीं से सत्रहवीं शताब्दी (new book) |
| 5. जनजातियाँ, खानाबदोश और एक जगह बसे हुए समुदाय (new book) |
| 6. ईश्वर से अनुराग (new book) |
| 7. क्षेत्रीय संस्कृतियों का निर्माण (new book) |
| 8. अठारहवीं शताब्दी में नए राजनीतिक गठन (new book) |