Get our free guide on UP Board class 6 History chapter 11 here. It covers all the questions and answers of chapter 11 – “राजपूत काल” in hindi language.
राजपूत काल भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण खंड है जिसमें हमें उत्तर और मध्य भारत के शक्तिशाली राजवंशों के बारे में पढ़ने को मिलता है। इस अध्याय में हम सातवीं से ग्यारहवीं शताब्दी के बीच के समय अवधि पर विचार करेंगे। उस दौरान प्रायद्वीपीय उपमहाद्वीप में प्रचंड राजनीतिक उथल-पुथल देखी गई। एक ओर अरब और तुर्क विजेताओं ने हमले किए तो दूसरी ओर स्थानीय राजवंशों ने अपनी शक्ति का विस्तार किया। हम राजपूतों के उद्भव और उनके नेतृत्व वाले राज्यों के बारे में जानेंगे। साथ ही चालुक्य, पाल और चौहान जैसे प्रमुख राजवंशों के योगदान की भी चर्चा करेंगे।

UP Board Class 6 History Chapter 11
| Subject | History |
| Class | 6th |
| Chapter | 10. पुष्य मूति वंश |
| Board | UP Board |
अभ्यास
प्रश्न 1. खजुराहो के मन्दिर किस वंश के शासकों ने बनवाए थे ?
उत्तर : खजुराहो के मन्दिर चन्देल वंश के शासकों ने बनवाए थे।
प्रश्न 2. नरसिम्हा प्रथम ने कौन सा मन्दिर बनवाया था ?
उत्तर :नरसिम्हा प्रथम ने कोणार्क का सूर्य मन्दिर बनवाया था।
प्रश्न 3. चंद्रावार का युद्ध किनके बीच लड़ा गया ?
उत्तर : चंद्रावर का युद्ध मुहम्मद गोरी और कन्नौज के राजा जयचंद के बीच लड़ा गया।
प्रश्न 4. राजपूत काल में शिक्षा के मुख्य केन्द्र कौन-कौन से थे ?
उत्तर: राजपूत काल में आश्रमों, पाठशालाओं और प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों जैसे नालंदा, विक्रमशिला, उज्जैन, कन्नौज, काशी और धारानगरी में शिक्षा दी जाती थी।
प्रश्न 5. उत्तर भारत में राजपूतों के राजनैतिक महत्व का उल्लेख कीजिए।
उत्तर: उत्तर भारत में उदित हुए राजपूत वंश, जैसे परमार, चौहान, चंदेल, प्रतिहार और गहरवार, परस्पर युद्ध करते रहते थे क्योंकि उनमें एकता नहीं थी। उनका लक्ष्य एक-दूसरे को झुकाना था, न कि केंद्रीय शासन स्थापित करना। इससे उनकी सोच संकुचित हो गई और स्थानीय मुद्दे, भाषा प्रबल हो गए।
प्रश्न 6. राजपूत कालीन सामाजिक व्यवस्था का वर्णन करें।
उत्तर: राजपूत काल में ब्राह्मणों की स्थिति सर्वोच्च थी। राजपूत साहसी और स्वाभिमानी वीर योद्धा थे। समाज में बालविवाह और सती प्रथा प्रचलित थी, लेकिन विधवा-विवाह वर्जित था। स्त्रियों की स्थिति निम्न थी और वर्णव्यवस्था कठोर हो गई थी।
प्रश्न 7. भवन निर्माण की उत्तर भारतीय तथा दक्षिण भारतीय शैली के बारे में लिखिए।
उत्तर: मुख्य रूप से दो शैलियाँ थीं – उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीय। उत्तर भारतीय शिखर मीनार की भांति टेढ़ी रेखाओं से घिरे और ऊपर एक बिंदु पर समाप्त होते थे, जबकि दक्षिण भारतीय शिखर पिरामिड की तरह क्रमश: छोटे होते जाते थे। दक्षिण भारत के मंदिरों में स्तंभों का प्रमुख स्थान था, जबकि उत्तर भारत के मंदिरों में इनका अभाव था।
प्रश्न 8. निम्नलिखित रचनाओं के लेखकों के नाम लिखिए।
| पुस्तकों के नाम | लेखकों के नाम |
| (क) किरातार्जुनीयम | भारवि |
| (ख) शिशुपाल वध | माघ |
| (ग) राजतरंगिणी | कल्हण |
| (घ) बालरामायण | राजशेखर |
| (ङ) गीत – गोविन्द | जयदेव |
गतिविधि – मानचित्र को देखकर निम्नलिखित को पूरा करिए –
निम्न वंश वर्तमान में किस राज्य में स्थित हैं –
| वंशों के नाम | वर्तमान राज्य | वंशों के नाम | वर्तमान राज्य |
| चौहान | दिल्ली | प्रतिहार | उज्जैन (मध्यप्रदेश) |
| गहड़वाल | कन्नौज | परमार | मालवा |
| पाल | बंगाल | चंदेल | बुन्देलखण्ड (झाँसी) |