Get free Bihar Board Class 6 Science Chapter 3 Solutions here. This covers all question answers of chapter 3 – “उचित आहार – स्वस्थ शरीर का आधार”, from the new Science Book (Jigyasa). All answers are in Hindi medium and follow the new syllabus.
कक्षा 6 विज्ञान का तीसरा अध्याय, “उचित आहार – स्वस्थ शरीर का आधार”, भोजन और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देता है। इस अध्याय में आप यह समझेंगे कि स्वस्थ रहने के लिए सही भोजन कितना जरूरी है। आप जानेंगे कि हमारे शरीर को अलग-अलग पोषक तत्व क्यों चाहिए और ये तत्व हमें किन खाद्य पदार्थों से मिलते हैं। यह अध्याय आपको यह भी सिखाएगा कि संतुलित आहार क्या होता है और यह हमारे जीवन में क्यों महत्वपूर्ण है। इस अध्याय के प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं।

Bihar Board Class 6 Science Chapter 3 Solutions
| Class | 6 |
| Subject | Science (Jigyasa) |
| Chapter | 3. उचित आहार – स्वस्थ शरीर का आधार |
| Board | Bihar Board |
अभ्यास
आइए, और अधिक सीखें
1. निम्नलिखित में से असंगत को चुनें और कारण बताएँ-
(क) ज्वार, बाजरा, रागी, चना।
उत्तर: असंगत – चना।
कारण: ज्वार, बाजरा और रागी मोटे अनाज हैं, जिन्हें हम रोटी या खिचड़ी बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं। ये सब एक जैसे हैं। लेकिन चना एक दाल है, जिसे हम सब्जी या चटनी में डालते हैं। इसलिए चना इस समूह में अलग है।
(ख) राजमा, मूँग, सोयाबीन, चावल।
उत्तर: असंगत – चावल।
कारण: राजमा, मूँग और सोयाबीन दालें हैं, जो हमें ताकत और प्रोटीन देती हैं। लेकिन चावल एक अनाज है, जिसे हम रोज खाते हैं और ये हमें एनर्जी देता है। इसलिए चावल इस समूह में अलग है।
2. भारत में पारंपरिक और आधुनिक पाक पद्धतियों की तुलना करते हुए चर्चा करें।
उत्तर:
पारंपरिक खाना पकाने का तरीका:
- पहले लोग चूल्हे पर लकड़ी जलाकर खाना बनाते थे।
- मसाले या अनाज पीसने के लिए सिलबट्टे का इस्तेमाल होता था, जिसमें बहुत मेहनत लगती थी।
- लोग पास के खेतों से ताजा सब्जियाँ और अनाज लेते थे, जो बहुत स्वादिष्ट और सेहतमंद होता था।
आधुनिक खाना पकाने का तरीका:
- अब लोग गैस स्टोव या बिजली के उपकरण जैसे मिक्सर और प्रेशर कुकर इस्तेमाल करते हैं।
- बाजार में पैकेट वाला खाना, जैसे नूडल्स या सॉस, आसानी से मिल जाता है।
- अब लोग दूसरे देशों के खाने, जैसे पिज्जा या पास्ता, भी बनाते और खाते हैं।
क्यों बदला तरीका?
- नई मशीनों ने खाना पकाना आसान और तेज कर दिया।
- लोग अब बहुत व्यस्त रहते हैं, इसलिए जल्दी बनने वाला खाना पसंद करते हैं।
- बाजार में हर तरह की चीजें मिलने लगी हैं, जिससे खाने की चीजें बदल गई हैं।
3. शिक्षक का कहना है कि अच्छा आहार औषधि के रूप में कार्य कर सकता है। रवि इस कथन को लेकर उत्सुक है और वह अपने शिक्षक से कुछ प्रश्न पूछना चाहता है। कम से कम ऐसे दो प्रश्न सूचीबद्ध करें, जो वह पूछ सकता है।
उत्तर: रवि अपने शिक्षक से ये सवाल पूछ सकता है:
- कौन-कौन से खाने हमें बीमार होने से बचा सकते हैं?
- क्या अच्छा खाना खाने से हमें दवाइयाँ कम लेनी पड़ेंगी?
4. सभी स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ आवश्यक रूप से स्वास्थ्यप्रद नहीं होते, और सभी पौष्टिक खाद्य पदार्थ सदैव आनंददायक नहीं होते। कुछ उदाहरणों के साथ अपने विचार साझा करें।
उत्तर:
कुछ खाने बहुत स्वादिष्ट लगते हैं, लेकिन हमारी सेहत के लिए अच्छे नहीं होते। जैसे:
- बर्गर और पिज्जा खाने में मजेदार हैं, पर इनमें बहुत तेल और मैदा होता है, जो हमें मोटा कर सकता है।
- चिप्स और कोल्ड ड्रिंक भी मजेदार हैं, लेकिन इनमें ज्यादा नमक और चीनी होती है, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है।
वहीं, कुछ खाने सेहत के लिए बहुत अच्छे हैं, पर हमें खाने में उतने मजेदार नहीं लगते। जैसे:
- उबली सब्जियाँ, जैसे ब्रोकली या गाजर, हमें ताकत देती हैं, पर बच्चे इन्हें कम पसंद करते हैं।
- दाल और पालक में बहुत सारे विटामिन होते हैं, पर इनका स्वाद उतना चटपटा नहीं होता।
इसलिए हमें स्वाद और सेहत का ध्यान रखकर खाना चाहिए।
5. मेदू सब्जियाँ नहीं खाता लेकिन बिस्कुट, नूडल्स और डबल रोटी (सफेद ब्रेड) का आनंद लेता है। उसे अक्सर पेट में दर्द और कब्ज की शिकायत रहती है। इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उसे अपने आहार में क्या बदलाव करना चाहिए? अपने उत्तर को विस्तार से समझाइए।
उत्तर: मेदू को पेट दर्द और कब्ज की परेशानी इसलिए हो रही है क्योंकि वह बिस्कुट, नूडल्स और सफेद ब्रेड ज्यादा खाता है। इनमें फाइबर नाम का पोषक तत्व बहुत कम होता है, जो हमारे पेट को साफ रखता है। फाइबर की कमी से पेट में खाना अच्छे से पचता नहीं और कब्ज हो जाता है।
मेदू को अपने खाने में ये बदलाव करने चाहिए:
- सब्जियाँ खाएँ: पालक, गाजर, भिंडी जैसी सब्जियों में फाइबर होता है, जो पेट को साफ रखता है और कब्ज से बचाता है।
- फल शामिल करें: सेब, केला और पपीता खाने से पेट का दर्द कम हो सकता है, क्योंकि ये पचाने में आसान होते हैं।
- साबुत अनाज चुनें: सफेद ब्रेड की जगह ब्राउन ब्रेड या रोटी खाए। चावल की जगह ज्वार या बाजरा खा सकता है। इनमें फाइबर ज्यादा होता है।
- पानी ज्यादा पिएँ: पानी पीने से खाना अच्छे से पचता है और कब्ज की परेशानी कम होती है।
- बिस्कुट और नूडल्स कम करें: ये चीजें स्वादिष्ट हैं, पर इन्हें हर दिन खाने से पेट खराब हो सकता है। इन्हें हफ्ते में एक-दो बार खा सकता है।
अगर मेदू इन चीजों को अपने खाने में जोड़ेगा, तो उसका पेट हल्का रहेगा और वह स्वस्थ महसूस करेगा।
6. रेशमा को कम रोशनी में देखने में कठिनाई हो रही थी। चिकित्सक ने उसकी दृष्टि का परीक्षण किया और एक विशेष विटामिन पूरक (सप्लीमेंट) लेने की सलाह दी। उन्होंने उसे अपने आहार में कुछ खाद्य पदार्थों को सम्मिलित करने की भी सलाह दी।
(क) वह किस अभावजन्य रोग से पीड़ित है?
उत्तर: रेशमा को रतौंधी नाम का रोग है। इसकी वजह से वह रात में या कम रोशनी में ठीक से देख नहीं पाती।
(ख) उसके आहार में किस खाद्य घटक की कमी हो सकती है?
उत्तर: रेशमा के खाने में विटामिन A की कमी है।
(ग) कुछ खाद्य पदार्थों (किन्हीं चार) का सुझाव दें, जिन्हें इस समस्या को दूर करने के लिए उसे अपने आहार में सम्मिलित करना चाहिए।
उत्तर: रेशमा को अपनी आँखों को स्वस्थ रखने के लिए ये चार चीजें खानी चाहिए:
- गाजर – इसमें विटामिन A बहुत होता है।
- पालक – ये आँखों के लिए बहुत अच्छा है।
- पपीता – ये स्वादिष्ट भी है और आँखों को ताकत देता है।
- दूध – इसमें भी विटामिन A होता है, जो आँखों की रोशनी बढ़ाता है।
7. आपको निम्नलिखित पदार्थ उपलब्ध कराए जाते हैं-
(क) डिब्बाबंद फलों का रस।
(ख) ताजे फलों का रस।
(ग) ताजे फल।
पोषण की दृष्टि से आप किसे लेना पसंद करेंगे और क्यों?
उत्तर: मैं ताजे फल (ग) खाना पसंद करूँगा।
कारण:
- ताजे फलों में सारे पोषक तत्व, जैसे विटामिन और फाइबर, पूरे होते हैं।
- डिब्बाबंद रस (क) में चीनी और कुछ केमिकल मिले हो सकते हैं, जो सेहत के लिए अच्छे नहीं।
- ताजे फलों का रस (ख) अच्छा है, लेकिन उसमें फाइबर कम हो जाता है, जो फल खाने से पूरा मिलता है।
- इसलिए ताजे फल खाना सबसे सेहतमंद है।
8. गौरव के पैर की हड्डी टूट गई। उसके चिकित्सक ने हड्डियों की सीधा (सरेखित) किया और प्लास्टर लगा दिया। चिकित्सक ने उसे कैल्सियम की गोली भी दी। जब वह दूसरी बार दिखाने गया तब चिकित्सक ने उसे कैल्सियम की गोली के साथ विटामिन D युक्त सिरप भी पीने के लिए दिया। चित्र 3.5 का संदर्भ लें और अग्रलिखित प्रश्नों के उत्तर दें—
(क) चिकित्सक ने गौरव को कैल्सियम की गोली क्यों दी?
उत्तर: चिकित्सक ने गौरव को कैल्सियम की गोली इसलिए दी क्योंकि कैल्सियम हड्डियों को मजबूत बनाता है और टूटी हड्डी को जल्दी जोड़ने में मदद करता है।
(ख) दूसरी बार देखने पर चिकित्सक ने उसे कैल्सियम की गोली के साथ विटामिन D सिरप भी क्यों दिया?
उत्तर: विटामिन D कैल्सियम को शरीर में अच्छे से सोखने में मदद करता है। इसलिए चिकित्सक ने गौरव को विटामिन D का सिरप भी दिया, ताकि कैल्सियम हड्डियों को और तेजी से ठीक कर सके।
(ग) चिकित्सक द्वारा दी जाने वाली दवाओं के चयन के बारे में आपके मन में क्या सवाल उठता है?
उत्तर: गौरव चिकित्सक से ये पूछ सकता है: “क्या मैं कैल्सियम और विटामिन D खाने से ले सकता हूँ, या गोली और सिरप ही लेना जरूरी है?”
9. चीनी कार्बोहाइड्रेट का एक उदाहरण है। चीनी का परीक्षण जब आयोडीन विलयन से किया जाता है लेकिन इसका रंग नीला-काला नहीं होता है। इसका संभावित कारण क्या हो सकता है?
उत्तर: चीनी का रंग आयोडीन डालने पर नीला-काला इसलिए नहीं होता क्योंकि चीनी एक साधारण कार्बोहाइड्रेट है। आयोडीन का रंग सिर्फ स्टार्च के साथ बदलता है, जैसे आलू या चावल में होता है। चीनी में स्टार्च नहीं होता, इसलिए उसका रंग वही रहता है।
10. आप रमन के इस कथन के बारे में क्या सोचते हैं, “सभी मंड (स्टार्च) कार्बोहाइड्रेट हैं लेकिन सभी कार्बोहाइड्रेट मंड नहीं हैं।” अपने उत्तर की जाँच करने के लिए किसी क्रियाकलाप की योजना का वर्णन करें।
उत्तर: रमन का कहना बिलकुल सही है। स्टार्च एक तरह का कार्बोहाइड्रेट है, लेकिन सारे कार्बोहाइड्रेट स्टार्च नहीं होते। जैसे चीनी भी कार्बोहाइड्रेट है, पर वह स्टार्च नहीं है।
इसकी जाँच के लिए गतिविधि:
- कुछ खाने की चीजें लें, जैसे आलू, चावल, चीनी और सेब।
- हर चीज पर आयोडीन की 2-3 बूँदें डालें।
- देखें कि क्या होता है:
- आलू और चावल पर आयोडीन का रंग नीला-काला हो जाएगा, क्योंकि उनमें स्टार्च है।
- चीनी और सेब पर रंग नहीं बदलेगा, क्योंकि उनमें स्टार्च नहीं है, पर वे कार्बोहाइड्रेट हैं।
- इससे पता चलेगा कि स्टार्च एक खास तरह का कार्बोहाइड्रेट है, लेकिन सारे कार्बोहाइड्रेट स्टार्च नहीं होते।
11. प्रयोगशाला में आयोडीन का प्रयोग करते समय आयोडीन की कुछ बूँदें मिष्टी के मोज़े पर तथा उसकी शिक्षिका की साड़ी पर गिरीं। साड़ी पर आयोडीन की बूंदें नीली-काली हो गईं जबकि मोजे पर आयोडीन का रंग नहीं बदला। इसका संभावित कारण क्या हो सकता है?
उत्तर: शिक्षिका की साड़ी पर आयोडीन का रंग नीला-काला इसलिए हो गया क्योंकि साड़ी में स्टार्च था। कपड़ों को चमकदार बनाने के लिए कभी-कभी स्टार्च डाला जाता है, और आयोडीन स्टार्च के साथ मिलकर नीला-काला रंग बनाता है। मिष्टी के मोज़े पर रंग नहीं बदला क्योंकि मोज़ों में स्टार्च नहीं था।
12. कदन्न को एक स्वास्थ्यप्रद आहार क्यों माना जाता है? क्या केवल कदन्न खाने से शरीर की पोषण संबंधी सभी आवश्यकताएँ पूरी हो सकती हैं? चर्चा करें।
उत्तर: कदन्न, जैसे ज्वार, बाजरा और रागी, को स्वास्थ्यप्रद इसलिए माना जाता है क्योंकि:
- इनमें फाइबर बहुत होता है, जो पेट को साफ रखता है।
- इनमें प्रोटीन और खनिज होते हैं, जो हमें ताकत देते हैं।
- ये आसानी से पच जाते हैं और मोटापा कम करने में मदद करते हैं।
लेकिन सिर्फ कदन्न खाने से शरीर को सारे पोषक तत्व नहीं मिल सकते। हमें विटामिन, जैसे विटामिन A और C, और दूसरे पोषक तत्वों के लिए सब्जियाँ, फल, दाल और दूध भी खाना चाहिए। इसलिए कदन्न अच्छा है, पर हमें हर तरह का खाना खाकर संतुलित आहार लेना चाहिए।
13. आपको विलयन का एक नमूना दिया गया है। आप इसके आयोडीन विलयन होने की संभावना की जाँच किस प्रकार करेंगे?
उत्तर: यह पता करने के लिए कि नमूना आयोडीन का विलयन है या नहीं, मैं ये करूँगा:
- एक छोटा टुकड़ा आलू या ब्रेड लूँगा।
- उस पर नमूने की 2-3 बूँदें डालूँगा।
- अगर नमूना आयोडीन का है, तो आलू या ब्रेड का रंग नीला-काला हो जाएगा, क्योंकि आयोडीन स्टार्च के साथ ऐसा रंग बनाता है।
- अगर रंग नहीं बदलता, तो नमूना आयोडीन का नहीं है।
| Other Chapters |
|---|
| 1. विज्ञान का अनूठा संसार (New Book) |
| 2. सजीव जगत में विविधता (New Book) |
| 3. उचित आहार – स्वस्थ शरीर का आधार (New Book) |
| 4. चुंबकों को जानें (New Book) |
| 5. लंबाई एवं गति का मापन (New Book) |
| 6. हमारे आस-पास की सामग्री (New Book) |
| 7. ताप एवं उसका मापन (New Book) |
| 8. जल की विविध अवस्थाओं की यात्रा (New Book) |
| 9. दैनिक जीवन में पृथक्करण विधियाँ (New Book) |
| 10. सजीव – विशेषताओं का अन्वेषण (New Book) |
| 11. प्रकृति की अमूल्य संपदा (New Book) |
| 12. पृथ्वी से परे (New Book) |