UP Board class 8 History chapter 8 solutions is a hindi medium guide for the students. This guide covers all the question answers and easy explanation of chapter 8 – “भारत में राष्ट्रवाद का उदय एवं विकास”.
UP Board class 8 History chapter 8 में हम भारत में राष्ट्रवाद के उदय और विकास के बारे में जानेंगे। 19वीं शताब्दी के अंतिम दशक से ही भारत में राष्ट्रीय आंदोलन की नींव पड़ने लगी थी। ब्रिटिश शासन के विरुद्ध व्याप्त असंतोष और नवजागरण आंदोलन से प्रेरित होकर भारतीय नेताओं ने देशभक्ति और स्वतंत्रता की भावना को जन-आंदोलन में बदलने का प्रयास किया।

UP Board Class 8 History Chapter 8 Solutions
Subject | History |
Class | 8th |
Chapter | 8. भारत में राष्ट्रवाद का उदय एवं विकास |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. बहुविकल्पीय प्रश्न
(1) कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन हुआ
(क) 1885 में
(ख) 1880 में
(ग) 1886 में
(घ) 1890 में
उत्तर- (क) 1885 में
(2) ‘वंदे मातरम्’ गीत के रचयिता-
(क) बाल गंगाधर तिलक
(ख) बंकिमचन्द्र चटर्जी
(ग) लाला लाजपत राय ।
(घ) गोपाल कृष्ण गोखले
उत्तर- (ख) बंकिमचन्द्र चटर्जी
प्रश्न 2. अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 2. अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
(1) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना में अग्रणी भूमिका किस अधिकारी की रही?
उत्तर- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना में अग्रणी भूमिका श्री एलेन ओक्टेवियन ह्यूम नामक अवकाश प्राप्त अधिकारी की रही।
(2) “स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है इसे हम लेकर रहेंगे।” किसका कथन है?
उत्तर- यह कथन लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का है।
(3) भारतीय मुस्लिम लीग की स्थापना किस सन् में हुई?
उत्तर- भारतीय मुस्लिम लीग की स्थापना सन् 1906 में हुई।
प्रश्न 3.
(1) कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में घोषित किए गए उद्देश्य लिखिए?
उत्तर: कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन (1885) में निम्नलिखित उद्देश्य घोषित किए गए थे:
- देश के विभिन्न हिस्सों के राजनीतिक और सामाजिक नेताओं को एक मंच पर लाना।
- भारतीयों में राष्ट्रीय एकता और स्वदेशी भावना को बढ़ावा देना।
- देश के लोगों के हितों और विकास से जुड़े मुद्दों पर अपनी राय रखना और शासन तक अपनी मांगें पहुंचाना।
(2) कांग्रेस की दो विचारधाराएं कौन सी थीं? उनके बारे में लिखिए?
उत्तर: कांग्रेस की दो प्रमुख विचारधाराएं थीं – नरमदल और गरमदल।
- नरमदल – इस धारा के नेता शांतिपूर्ण और वैधानिक तरीकों से अंग्रेजों से अपनी मांगें पूरी करवाना चाहते थे। उनका मानना था कि जनमत बनाकर और प्रार्थना पत्रों, सभाओं आदि के जरिए सरकार को जनता की इच्छाएं बताई जाएं तो अंग्रेज धीरे-धीरे उनकी मांगें मान लेंगे। दादाभाई नौरोजी, गोपाल कृष्ण गोखले आदि इसके प्रमुख नेता थे।
- गरमदल – 19वीं सदी के अंत में यह नई विचारधारा उभरी। बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय आदि इसके प्रमुख नेता थे। यह आंदोलन की रणनीति पर जोर देते थे। उनका मानना था कि अनुनय-विनय से अंग्रेज हमारी मांगें नहीं मानेंगे, उग्र विरोध की जरूरत है।
(3) होमरूल आंदोलन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारतीयों ने ब्रिटिश सरकार की सहायता की थी। बदले में अंग्रेजों ने भारतीयों को आत्मशासन की गारंटी दी थी। लेकिन युद्ध के बाद उन्होंने अपना वादा नहीं निभाया। इसी पर नाराज होकर एनी बेसेंट और बाल गंगाधर तिलक ने 1916 में ‘होमरूल आंदोलन’ शुरू किया। इसका उद्देश्य स्व-शासन या आत्मनिर्भरता प्राप्त करना था। यह आंदोलन भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की एक नई और महत्वपूर्ण कड़ी थी।
प्रश्न 4. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(1) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब और क्यों हुई? स्पष्ट करिए।
उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसम्बर, 1885 को हुई थी। इसकी स्थापना के पीछे कई कारण थे:
- ब्रिटिश शासन के दौरान भारतीयों पर होने वाले उत्पीड़न और आर्थिक शोषण के विरुद्ध एक राष्ट्रीय आंदोलन की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
- देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे क्षेत्रीय संगठनों जैसे बंगाल एसोसिएशन, पूना सर्वजनिक सभा आदि की मांगों को एक राष्ट्रीय स्तर पर आवाज देने की जरूरत थी।
- भारतीय मध्यवर्ग में राजनीतिक जागरूकता बढ़ रही थी और वे अपने हितों की रक्षा के लिए एक राष्ट्रीय संगठन की मांग कर रहे थे।
- पश्चिमी शिक्षा से प्रभावित भारतीय नेता जैसे दादाभाई नौरोजी, फ़िरोजशाह मेहता आदि लोकतांत्रिक स्वराज की मांग कर रहे थे।
- अ.ओ. ह्यूम जैसे कुछ अंग्रेज भी ऐसा राष्ट्रीय संगठन बनाने के पक्ष में थे जो शांतिपूर्ण ढंग से भारतीयों की मांगें उठा सके।
इन कारणों से भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आए 72 प्रतिनिधियों ने मिलकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की। इसका उद्देश्य भारतीयों की आवाज को एकजुट करना और उनकी मांगों को शांतिपूर्ण ढंग से उठाना था।