UP Board class 8 History chapter 7 solutions are available here. Students can get this guide for free here to clear all their doubts with chapter 7 – “भारत में नवजागरण” in hindi medium.
UP Board class 8 History chapter 7 में हम भारत में नवजागरण आंदोलन के बारे में जानेंगे। 19वीं शताब्दी में, ब्रिटिश शासन और पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव से भारतीय समाज में एक नया चेतना आंदोलन शुरू हुआ। इस आंदोलन ने भारतीय जनमानस को जागृत किया और उन्हें अपनी सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया।
UP Board Class 8 History Chapter 7 Solutions
Subject | History |
Class | 8th |
Chapter | 7. भारत में नवजागरण |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. बहुविकल्पीय प्रश्न
(1) ब्रह्म समाज की स्थापना की-
(क) स्वामी विवेकानंद ने
(ख) राजा राम मोहन राय ने
(ग) दयानंद सरस्वती ने ।
(घ) महादेव गोविंद रानाडे ने
उत्तर- (ख) राजा राम मोहन राय ने
(2) लार्ड बैंटिक ने सती प्रथा रोकने का कानून बनाया
(क) 1829 ई० में
(ख) 1856 ई० में
(ग) 1817 ई० में
(घ) 1818 ई० में
उत्तर- (क) 1829 ई० में
प्रश्न 2. अतिलघु उत्तरीय प्रश्न ।
(क) दयानंद सरस्वती ने किस संस्कृति को अपनाने पर जोर दिया?
उत्तर- दयानंद सरस्वती ने वैदिक संस्कृति को अपनाने पर जोर दिया।
(ख) ज्योतिबा फूले ने किस समाज का गठन किया?
उत्तर- ज्योतिबा फूले ने सत्यशोधक समाज का गठन किया?
प्रश्न 3. लघु उत्तरीय प्रश्न
(क) स्वामी विवेकानंद के बारे में लिखिए?
उत्तर: स्वामी विवेकानंद एक महान संत और विचारक थे। उन्होंने हिंदू धर्म और संस्कृति को विश्व पटल पर प्रतिष्ठित किया। वे रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे और उनके द्वारा प्रेरित होकर उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। 1893 में शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में उन्होंने हिंदू धर्म की शान बढ़ाई। उन्होंने राष्ट्रीय एकता, समानता और मानवता की शिक्षा दी। साथ ही अंधविश्वास और छुआछूत के विरुद्ध आवाज उठाई।
(ख) सावित्री फुले कौन थीं? इनके कार्यों पर प्रकाश डालिए।
उत्तर: सावित्री फुले महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले की धर्मपत्नी थीं। वे भी समाज सुधार के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाती रहीं। उन्होंने 1848 में पुणे में देश का पहला बालिका विद्यालय स्थापित किया। उस समय लड़कियों की शिक्षा पर रोक थी, लेकिन सावित्री ने इसके विरुद्ध लड़ाई लड़ी। उन्होंने विधवा पुनर्विवाह और बाल विवाह प्रथा का भी विरोध किया।
(ग) नवजागरण से क्या तात्पर्य है?
उत्तर: नवजागरण का अर्थ है एक नई जागरूकता का उदय। यह 19वीं शताब्दी के भारत में आया एक बहुत बड़ा सामाजिक और सांस्कृतिक आंदोलन था। इस आंदोलन के तहत धर्म, समाज और शिक्षा के क्षेत्रों में व्याप्त कुरीतियों और अंधविश्वासों के विरुद्ध आवाज उठाई गई। साथ ही नारी शिक्षा और विधवा पुनर्विवाह जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया।
प्रश्न 4. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
(क) धार्मिक आंदोलनों के नाम लिखिए। उनसे संबंधित व्यक्तियों के योगदान पर प्रकाश डालिए।
उत्तर: नवजागरण काल में कई धार्मिक आंदोलन हुए जिनका उद्देश्य अपने-अपने धर्मों में फैली कुरीतियों और अंधविश्वासों को दूर करना था। इनमें प्रमुख थे:
- मुस्लिम सुधार आंदोलन – सर सैयद अहमद खान ने इस आंदोलन की शुरुआत की। उन्होंने एलिगढ़ कॉलेज (बाद में विश्वविद्यालय) की स्थापना की, जहां मुस्लिम युवाओं को आधुनिक शिक्षा दी जाती थी। वे पर्दा प्रथा, बहुविवाह और निकाह-हलाला जैसी कुरीतियों का विरोध करते थे।
- ब्रह्म समाज आंदोलन – राजा राममोहन रॉय ने इसकी शुरुआत की। उन्होंने सती प्रथा, मूर्तिपूजा और बालविवाह जैसी कुरीतियों का विरोध किया। साथ ही वह नारी शिक्षा और विधवा पुनर्विवाह के पक्षधर थे।
- पारसी सुधार आंदोलन – दादाभाई नौरोजी ने इस आंदोलन की अगुवाई की। उन्होंने पारसी समुदाय में फैली सामाजिक बुराइयों और अंधविश्वासों का विरोध किया। साथ ही उन्होंने पारसी समाज को आधुनिक भारतीय समाज के अनुरूप बनाने का प्रयास किया।
इन आंदोलनों ने भारतीय समाज में व्याप्त कुरीतियों के विरुद्ध जनजागरण फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।