On this page you will get UP Board class 7 Sanskrit chapter 9 solutions. This solution includes all the question-answers, and easy explanation of Sanskrit Piyusham chapter 9 – “सुभाषितानि”.
UP Board Class 7 Sanskrit Chapter 9 Solutions
Subject | Sanskrit |
Class | 7th |
Chapter | 9. सुभाषितानि |
Board | UP Board |
प्रश्न 1.उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत
नोट – विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 2. एकपदेन उत्तरत
(क) क्षणत्यागे किं न भवति?
उत्तर : विद्या।
(ख) द्वितीये किं नार्जितम्?
उत्तर : धनम्।
(ग) सर्वतीर्थमयी का अस्ति?
उत्तर : माता।
(घ) सर्वे जन्तवः केन तुष्यन्ति?
उत्तर : प्रियवाक्यप्रदानेन।
(ङ) कीदृशं प्रियं न ब्रूयात्?
उत्तर : नानृतम्।
प्रश्न 3. वाक्यानि पूर्ति कुरुत (पूर्ति करके)
(क) कणत्यागे कुतः धनम्।
(ख) तृतीये नार्जितः धर्मः।
(ग) सर्वदेवमयः पिता अस्ति।
(घ) प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे जन्तवः तुष्यन्ति।
प्रश्न 4. संस्कृतभाषायाम् अनुवादं कुरुत
(क) माता-पिता की पूजा करनी चाहिए।
अनुवाद : मातरं-पितरं पूजयेत्।
(ख) समय का पालन करो।
अनुवाद : समयस्य अनुपालनं कुरु।
(ग) बोलने में कैसी दरिद्रता?
अनुवाद : वचने का दरिद्रता।
(घ) प्रिय तथा सत्य बोलना चाहिए।
अनुवाद : प्रियं सत्यं च ब्रूयात्।
(ङ) प्रिय वाक्य प्रदान करने से सभी जन्तु तुष्ट होते हैं।
अनुवाद : प्रिय वाक्य प्रदानेन सर्वे तुष्यन्ति जन्तवः।
प्रश्न 5. उपयुक्तकथनानां समक्षम् ‘आम्’ अनुपयुक्तकथनानां समक्ष ‘न’ इति लिखत (लिखकर)
(क) कणत्यागे धनं न भवति।
उत्तर : ‘आम्’
(ख) विद्यार्थिजीवने विद्या न अर्जनीया।
उत्तर : ‘न’
(ग) मातरं पितरं च सर्वयत्नेन पूजयेत।
उत्तर : ‘आम्’
(घ) प्रियवाक्यप्रदानेन सर्वे जन्तवः न तुष्यन्ति।
उत्तर : ‘न’
(ङ) सत्सङ्गतिः किमपि पुंसां न करोति।
उत्तर : ‘न’
प्रश्न 6. अधोलिखित क्रियापदानां लकारं, पुरुषं, वचनं च लिखत (लिखकर)
क्रियापदम् | लकारः | पुरुषः | वचनम् |
चिन्तयेत् | विधिलिङ् | प्रथम | एकवचन |
करिष्यति | लृट् | प्रथम | एकवचन |
ब्रूयात् | विधिलिङ् | प्रथम | एकवचन |
सिञ्चन्ति | लट् | प्रथम | बहुवचन |
प्रश्न 7. रेखांकित पदानि अधिकृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत (करके)
यथा – परिश्रमेण सफलता मिलति। = केन सफलता मिलति?
(क) मधुरवचनेन जनाः प्रसन्नाः भवन्ति। = मधुरवचनेन के प्रसन्नाः भवन्ति?
(ख) व्यायामेन शरीर स्वस्थं भवति। = केन शरीर स्वस्थं भवति।
(ग) मातुः आज्ञां पालयेत्। = मातुः किं पालयेत्।
(घ) वृक्षैाः प्राणवायु: प्राप्यते l = कै: प्राणवायु: प्राप्यते?