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UP Board Class 7 Sanskrit Chapter 15 Solutions
Subject | Sanskrit |
Class | 7th |
Chapter | 15. संस्कृतम् |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत
उत्तर :- विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 2. पूर्णवाक्येन उत्तरत
(क) संस्कृतं कस्य साधकम् अस्ति?
उत्तर :- संस्कृतं भारतीयैकतायाः साधकम् अस्ति।
(ख) संस्कृतं कस्य विस्तारकम् अस्ति?
उत्तर :- संस्कृतं विश्वबन्धुत्वस्य विस्तारकं अस्ति।
(ग) संस्कृतं कयोः सम्मेलनम् अस्ति?
उत्तर :- संस्कृतं ज्ञान-विज्ञानयोः सम्मेलनम् अस्ति।
(घ) भुक्तिमुक्तिद्वयोद्भावनं किम् अस्ति?
उत्तर :- भुक्तिमुक्तिद्वयोभावनं संस्कृतम् अस्ति।
(ङ) कल्याणी का अस्ति?
उत्तर :- कल्याणी वाणी अस्ति।
प्रश्न 3. हिन्दीभाषायाम् अनुवादं कुरुत (अनुवाद करके)
(क) पशीलप्रतिष्ठापकं संस्कृतम् ।।
हिन्दी अनुवाद :- संस्कृत पंचशील के सिद्यान्तों को प्रतिष्ठा देने वाली है।
(ख) नगरे–नगरे, ग्रामे-ग्रामे विलसतु संस्कृत-वाणी।।
हिन्दी अनुवाद :- नगर-नगर और गाँव-गाँव में फैले संस्कृत वाणी।
(ग) विश्वबन्धुत्व-विस्तारकं संस्कृतम्।
हिन्दी अनुवाद :- संस्कृत विश्ववन्धुत्व बढ़ाने वाली है।
प्रश्न 4. पाठे आगतानि विशेष्य-विशेषणपदानि लिखत (लिखकर) –
यथा – साधकं संस्कृतम्
सम्पादकं संस्कृतम् प्रभादर्शकं संस्कृतम्
सर्वदानन्द-सन्दोहदं संस्कृतम्। विस्तारकं संस्कृतम्
प्रश्न 5. विशेष्यपदानां पूर्वम् उपयुक्तविशेषणपदं लिखत
(क) सुन्दरम् पुष्पम् (सुन्दरः, सुन्दरम्)
(ख) मनोहरमू चित्रम् (मनोहरम्, मनोहारी)
(ग) सुन्दरे कमले। (सुन्दरे, सुन्दराः)
(घ) स्वच्छानि वस्त्राणि। (स्वच्छ, स्वच्छानि)
प्रश्न 6. संस्कृतभाषायाम् अनुवादं कुरुत (अनुवाद करके)
(क) संस्कृत विश्वबन्धुत्व को फैलाने वाली है।
अनुवाद :- विश्वबन्धुत्व विस्तारकं संस्कृतम्
(ख) संस्कृत चारों ओर शान्ति की स्थापना करने वाली है।
अनुवाद :- सर्वतः शान्ति स्थापकं संस्कृतम्।
(ग) संस्कृत ज्ञान-विज्ञान का मेल कराने वाली है।
अनुवाद :- ज्ञान-विज्ञान सम्मेलनं संस्कृतम्।
प्रश्न 7. मजूषातः पदानि चित्वा वाक्यानि पूरयत ( पूरे करके)
अनुवाद :-
(क) ज्ञानपुञ्ज प्रभादर्शकम् संस्कृतम्।
(ख) नगरे–नगरे, ग्रामे-ग्रामे विलसतु संस्कृतवाणी।।
(ग) सदने-सदने, जन-जनवदने जयतु चिरं कल्याणी।
(घ) सर्वदानन्द सहोदरम् संस्कृतम्।।