Get Bihar Board Class 8 Science Chapter 7 Solutions are available here. Get written question answer of chapter 7 – “किशोरावस्था की ओर” in hindi, from new Science book.
यह अध्याय आपको किशोरावस्था के शारीरिक, मानसिक और हार्मोनल परिवर्तनों के बारे में बताएगा। आप यौवन के लक्षण, हार्मोनों की भूमिका, और व्यक्तिगत स्वच्छता व संतुलित आहार के महत्व को समझेंगे। इसके साथ ही, लिंग निर्धारण की प्रक्रिया और किशोरावस्था में देखभाल व मार्गदर्शन की आवश्यकता के बारे में जानेंगे। यह अध्याय आपको इस संवेदनशील चरण को बेहतर ढंग से समझने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।

Bihar Board Class 8 Science Chapter 7 Solutions
Contents
- 1 Bihar Board Class 8 Science Chapter 7 Solutions
- 1.1 1. शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए उत्तरदायी अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित पदार्थ का क्या नाम है?
- 1.2 2. किशोरावस्था को परिभाषित कीजिए।
- 1.3 3. ऋतुस्राव क्या है? वर्णन कीजिए।
- 1.4 4. यौवनारम्भ के समय होने वाले शारीरिक परिवर्तनों की सूची बनाइए।
- 1.5 5. दो कॉलम वाली एक सारणी बनाइए जिसमें अंतःस्रावी ग्रंथियों के नाम तथा उनके द्वारा स्रावित हार्मोन के नाम दर्शाए गए हों।
- 1.6 6. लिंग हार्मोन क्या हैं? उनका नामकरण इस प्रकार क्यों किया गया? उनके प्रकार्य बताइए।
- 1.7 7. सही विकल्प चुनिए:
- 1.8 8. निम्न पर टिप्पणी लिखिए:
- 1.9 9. शब्द पहेली: शब्द बनाने के लिए संकेत संदेश का प्रयोग कीजिए
- 1.10 10. ग्राफ निष्कर्ष
| Subject | Science (विज्ञान) |
| Class | 8th |
| Chapter | 7. किशोरावस्था की ओर |
| Board | Bihar Board |
अभ्यास
1. शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए उत्तरदायी अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित पदार्थ का क्या नाम है?
उत्तर: शरीर में होने वाले परिवर्तनों के लिए जिम्मेदार अंतःस्रावी ग्रंथियों से निकलने वाले पदार्थ को हार्मोन कहते हैं। ये हार्मोन हमारे शरीर के विभिन्न कामों को नियंत्रित करते हैं।
2. किशोरावस्था को परिभाषित कीजिए।
उत्तर: किशोरावस्था जीवन का वह समय है जब लड़के और लड़कियों के शरीर में कई बदलाव होते हैं। इस समय में वे बच्चे से बड़े बनते हैं और उनके शरीर में ऐसे बदलाव होते हैं जिससे वे आगे चलकर माता-पिता बन सकते हैं। यह अवस्था लगभग 11 साल की उम्र से शुरू होकर 18-19 साल की उम्र तक चलती है।
3. ऋतुस्राव क्या है? वर्णन कीजिए।
उत्तर: ऋतुस्राव (मासिक धर्म) एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो केवल लड़कियों में होती है।
यह कैसे होता है:
- लड़कियों के शरीर में अंडाशय नाम की जगह में हर महीने एक अंडा तैयार होता है
- इसी समय गर्भाशय (बच्चे के रहने की जगह) की दीवारें मोटी हो जाती हैं
- अगर अंडे का निषेचन नहीं होता, तो यह अंडा और गर्भाशय की मोटी परत खून के साथ बाहर निकल जाती है
- इस प्रक्रिया को ही ऋतुस्राव या मासिक धर्म कहते हैं
- यह हर 28-30 दिन में एक बार होता है
4. यौवनारम्भ के समय होने वाले शारीरिक परिवर्तनों की सूची बनाइए।
उत्तर: यौवनारम्भ में होने वाले मुख्य बदलाव:
(i) लंबाई में तेजी से वृद्धि – लड़के-लड़कियों की लंबाई जल्दी बढ़ने लगती है
(ii) जनन अंगों का विकास – शरीर के वे भाग विकसित होते हैं जो भविष्य में संतान पैदा करने में काम आते हैं
(iii) शारीरिक आकार में बदलाव – लड़कों के कंधे चौड़े होते हैं, लड़कियों के कूल्हे चौड़े होते हैं
(iv) आवाज में परिवर्तन – लड़कों की आवाज भारी हो जाती है, लड़कियों की आवाज मधुर हो जाती है
(v) मानसिक और भावनात्मक बदलाव – सोचने-समझने की शक्ति बढ़ती है, भावनाएं तेज हो जाती हैं
(vi) शरीर के विभिन्न हिस्सों में बाल उगना – चेहरे, बगल, और अन्य जगहों पर बाल आने लगते हैं
5. दो कॉलम वाली एक सारणी बनाइए जिसमें अंतःस्रावी ग्रंथियों के नाम तथा उनके द्वारा स्रावित हार्मोन के नाम दर्शाए गए हों।
उत्तर:
| अंतःस्रावी ग्रंथि | स्रावित हार्मोन |
|---|---|
| (i) पीयूष ग्रंथि (पिट्यूटरी) | वृद्धि हार्मोन, अन्य ग्रंथियों को नियंत्रित करने वाले हार्मोन |
| (ii) थायरॉइड | थायरॉक्सिन |
| (iii) अधिवृक्क (एड्रिनल) | एड्रिनलीन |
| (iv) अग्न्याशय (पैंक्रियास) | इंसुलिन |
| (v) वृषण (लड़कों में) | टेस्टोस्टेरॉन |
| (vi) अंडाशय (लड़कियों में) | एस्ट्रोजन |
6. लिंग हार्मोन क्या हैं? उनका नामकरण इस प्रकार क्यों किया गया? उनके प्रकार्य बताइए।
उत्तर:
लिंग हार्मोन क्या हैं: ये वे हार्मोन हैं जो लड़के और लड़कियों के बीच अंतर पैदा करने में मदद करते हैं। ये द्वितीयक लैंगिक लक्षणों के लिए जिम्मेदार होते हैं।
इन्हें ‘लिंग हार्मोन’ इसलिए कहते हैं क्योंकि:
- ये हार्मोन जननांगों से निकलते हैं
- ये लड़के-लड़कियों के लैंगिक लक्षणों को विकसित करते हैं
- ये ही तय करते हैं कि कोई व्यक्ति पुरुष दिखेगा या महिला
मुख्य प्रकार्य:
- एस्ट्रोजन (लड़कियों में): अंडाशय में अंडों के विकास को नियंत्रित करता है, स्तनों का विकास करता है
- टेस्टोस्टेरॉन (लड़कों में): वृषण में शुक्राणुओं के बनने को नियंत्रित करता है, मांसपेशियों का विकास करता है
7. सही विकल्प चुनिए:
(क) किशोर को सचेत रहना चाहिए कि वह क्या खा रहे हैं, क्योंकि:
(i) उचित भोजन से उनके मस्तिष्क का विकास होता है।
(ii) शरीर में तीव्रगति से होने वाली वृद्धि के लिए उचित आहार की आवश्यकता होती है।
(iii) किशोर को हर समय भूख लगती रहती है।
(iv) किशोर में स्वाद कलिकाएँ (ग्रंथियाँ) भलीभांति विकसित होती हैं।
उत्तर: (ii) शरीर में तीव्रगति से होने वाली वृद्धि के लिए उचित आहार की आवश्यकता होती है।
(ख) स्त्रियों में जनन आयु (काल) का प्रारम्भ उस समय होता है जब उनके:
(i) ऋतुस्राव प्रारम्भ होता है।
(ii) स्तन विकसित होना प्रारम्भ करते हैं।
(iii) शारीरिक भार में वृद्धि होने लगती है।
(iv) शरीर की लंबाई बढ़ती है।
उत्तर: (i) ऋतुस्राव प्रारम्भ होता है।
(ग) निम्न में से कौन सा आहार किशोर के लिए सर्वोच्च है:
(i) चिप्स, नूडल्स, कोक।
(ii) रोटी, दाल, सब्जियाँ।
(iii) चावल, नूडल्स, बर्गर।
(iv) शाकाहारी टिक्की, चिप्स तथा लेमन पेय।
उत्तर: (ii) रोटी, दाल, सब्जियाँ।
8. निम्न पर टिप्पणी लिखिए:
(i) एडम्स एप्पल (कंठमणि):
उत्तर: एडम्स एप्पल का मतलब है गले के सामने वाला वह हिस्सा जो लड़कों में बाहर की तरफ निकला हुआ दिखता है।
- यौवनावस्था में लड़कों के स्वरयंत्र (लैरिंक्स) का आकार बढ़ जाता है
- इससे गले के सामने एक उभरा हुआ भाग दिखाई देता है, जिसे कंठमणि या एडम्स एप्पल कहते हैं
- इसी वजह से लड़कों की आवाज भारी और कड़कदार हो जाती है
- लड़कियों में यह उतना स्पष्ट नहीं दिखता
(ii) गौण लैंगिक लक्षण:
उत्तर: गौण लैंगिक लक्षण वे विशेषताएं हैं जो लड़कों और लड़कियों के बीच अंतर दिखाने में मदद करती हैं।
लड़कियों में:
- स्तनों का विकास होना
- कूल्हों का चौड़ा होना
- आवाज का मधुर होना
लड़कों में:
- दाढ़ी-मूंछ का आना
- कंधों का चौड़ा होना
- सीने पर बाल आना
- आवाज का भारी होना
दोनों में समान:
- बगल और प्यूबिक क्षेत्र में बालों का आना
- शरीर से गंध आना
(iii) गर्भस्थ शिशु में लिंग निर्धारण:
उत्तर: बच्चा लड़का होगा या लड़की, यह माता-पिता के गुणसूत्रों से तय होता है।
समझने का तरीका:
- हर इंसान की कोशिकाओं में 23 जोड़े (कुल 46) गुणसूत्र होते हैं
- इनमें से एक जोड़ा लिंग निर्धारण के लिए होता है, जिन्हें X और Y कहते हैं
- महिलाओं में XX गुणसूत्र होते हैं
- पुरुषों में XY गुणसूत्र होते हैं
कैसे तय होता है:
- अंडे में हमेशा X गुणसूत्र होता है
- शुक्राणु में या तो X होता है या Y होता है
- अगर X वाला शुक्राणु अंडे से मिले तो XX = लड़की
- अगर Y वाला शुक्राणु अंडे से मिले तो XY = लड़का
- इसलिए बच्चे का लिंग पिता के गुणसूत्र से तय होता है
9. शब्द पहेली: शब्द बनाने के लिए संकेत संदेश का प्रयोग कीजिए
| बाई से दाई ओर | ऊपर से नीचे की ओर |
|---|---|
| 3. एड्रिनल ग्रंथि से स्रावित हार्मोन | 1. अंतःस्रावी ग्रंथियों का दूसरा नाम |
| 4. मेंढक में लारवा से वयस्क तक होने वाला परिवर्तन | 2. स्वर पैदा करने वाला अंग |
| 5. अंतःस्रावी ग्रंथियों द्वारा स्रावित पदार्थ | 3. स्त्री हार्मोन |
| 6. किशोरावस्था को कहा जाता है |
उत्तर:
| बाई से दाई ओर | ऊपर से नीचे की ओर |
|---|---|
| 3. एड्रीनलीन | 1. नलिकाविहीन |
| 4. कायांतरण | 2. स्वरयंत्र या लैरिंक्स |
| 5. हार्मोन | 3. एस्ट्रोजन |
| 6. टीनऐज़ |
10. ग्राफ निष्कर्ष
नीचे दी गई सारणी में आयु वृद्धि के अनुपात में लड़कों एवं लड़कियों की अनुमानित लंबाई के आँकड़े दर्शाए गए हैं। लड़के एवं लड़कियों दोनों की लंबाई एवं आयु को प्रदर्शित करते हुए एक ही ग्राफ कागज़ पर ग्राफ खींचिए। इस ग्राफ से आप क्या निष्कर्ष निकाल सकते हैं?

उत्तर: ग्राफ के निष्कर्ष –
- 4, 8 और 20 वर्ष की उम्र में: लड़कों की लंबाई लड़कियों से अधिक होती है
- 12 वर्ष की उम्र में: लड़कियों की लंबाई लड़कों से थोड़ी अधिक होती है
- मुख्य कारण: लड़कियों में यौवनावस्था 10-12 साल में शुरू हो जाती है, जबकि लड़कों में 12-14 साल में शुरू होती है
- समझने की बात: लड़कियों में पहले ग्रोथ स्पर्ट (तेज वृद्धि) होती है, लेकिन बाद में लड़के उनसे लंबे हो जाते हैं
- प्राकृतिक अंतर: यह एक सामान्य प्राकृतिक प्रक्रिया है जो सभी में होती है