Bihar Board Class 7 Sanskrit Chapter 1 Solutions from New Book is available here. Get all question answers of chapter 1 – “सुभाषितानि” with easy hindi explanation.
सुभाषितानि पाठ में संस्कृत के सुंदर श्लोकों के माध्यम से जीवन के महत्वपूर्ण गुणों जैसे सत्य, क्षमा, ज्ञान, सज्जनों की संगति और सुभाषित वचनों का महत्व बताया गया है। इसमें बताया गया है कि जल, अन्न और सुभाषित ही सच्चे रत्न हैं। सत्य के आधार पर ही पूरा संसार टिका हुआ है। क्षमा सबसे बड़ी शक्ति है और सज्जनों का साथ हमें अच्छा इंसान बनाता है। यह पाठ विद्यार्थियों को नैतिकता और सदाचार की सीख देता है।

Bihar Board Class 7 Sanskrit Chapter 1 Solutions
| Subject | Sanskrit |
| Class | 7th |
| Chapter | 1. सुभाषितानि |
| Board | Bihar Board |
1. सर्वान् श्लोकान् सस्वरं गायत।
(सभी श्लोकों को सुर में गाइए।)
उत्तर: स्वयं करने के लिए
2. यथायोग्यं श्लोकांशान् मेलयत-
(श्लोक के उचित हिस्सों को मिलाइए)
उत्तर:
| क | ख |
|---|---|
| धनधान्यप्रयोगेषु (धन और अनाज के उपयोग में) | विद्यायाः संग्रहेषु च (और विद्या के संग्रह में) |
| विस्मयो न हि कर्त्तव्यः (आश्चर्य नहीं करना चाहिए) | बहुरत्ना वसुन्धरा (पृथ्वी बहुत से रत्नों से भरी है) |
| सत्येन धार्यते पृथ्वी (पृथ्वी सत्य से टिकी हुई है) | सत्येन तपते रविः (सूरज सत्य से ही चमकता है) |
| सद्भिर्विवादं मैत्रीं च (अच्छे लोगों से वाद-विवाद और दोस्ती करनी चाहिए) | नासद्भिः किञ्चिदाचरेत् (बुरे लोगों से कोई व्यवहार नहीं करना चाहिए) |
| आहारे व्यवहारे च (भोजन और व्यवहार में) | त्यक्तलज्जः सुखी भवेत् (शर्म छोड़कर ही सुखी होता है) |
3. एकपदेन उत्तरत-
(एक शब्द में उत्तर दीजिए)
(क) पृथिव्यां कति रत्नानि? (पृथ्वी पर कितने रत्न हैं?)
उत्तर: त्रीणि
(ख) मूढैः कुत्र रत्नसंज्ञा विधीयते? (मूर्ख लोग किसे रत्न कहते हैं?)
उत्तर: पाषाणखण्डेषु
(ग) पृथिवी केन धार्यते? (पृथ्वी किससे टिकी हुई है?)
उत्तर: सत्येन
(घ) कैः सङ्गितं कुर्वीत? (किसके साथ संगति करनी चाहिए?)
उत्तर: सद्भिः
(ङ) लोके वशीकृतिः का? (संसार में वशीकरण क्या है?)
उत्तर: क्षमा
4. रेखाङ्कितपदानि अधिकृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत-
(रेखांकित शब्दों के आधार पर प्रश्न बनाइए)
(क) सत्येन वाति वायुः। (सच से हवा बहती है।)
उत्तर: केन वाति वायुः? (किससे हवा बहती है?)
(ख) सद्भिः एव सहासीत। (अच्छे लोगों के साथ ही बैठना चाहिए।)
उत्तर: कैः एव सहासीत? (किनके साथ ही बैठना चाहिए?)
(ग) वसुन्धरा बहुरत्ना भवति। (धरती बहुत रत्नों वाली है।)
उत्तर: का बहुरत्ना भवति? (कौन बहुत रत्नों वाली है?)
(घ) विद्यायाः संग्रहेषु त्यक्तलज्जः सुखी भवेत्। (विद्या के संग्रह में शर्म छोड़कर सुखी होना चाहिए।)
उत्तर: कस्याः संग्रहेषु त्यक्तलज्जः सुखी भवेत्? (किसके संग्रह में शर्म छोड़कर सुखी होना चाहिए?)
(ङ) सद्भिः मैत्रीं कुर्वीत। (अच्छे लोगों के साथ दोस्ती करनी चाहिए।)
उत्तर: सद्भिः किम् कुर्वीत? (अच्छे लोगों के साथ क्या करना चाहिए?)
5. प्रश्नानामुत्तराणि लिखत
(प्रश्नों के उत्तर लिखिए)
(क) कुत्र विस्मयः न कर्त्तव्यः? (किस बात पर आश्चर्य नहीं करना चाहिए?)
उत्तर: बहुरत्ना वसुन्धरा इति विस्मयः न कर्त्तव्यः। (इस बात पर आश्चर्य नहीं करना चाहिए कि पृथ्वी बहुत रत्नों से भरी है।)
(ख) पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि कानि? (पृथ्वी पर तीन रत्न कौन से हैं?)
उत्तर: पृथिव्यां त्रीणि रत्नानि जलम् अन्नं सुभाषितम् च सन्ति। (पृथ्वी पर तीन रत्न हैं – जल, अन्न और अच्छे वचन।)
(ग) त्यक्तलज्जः कुत्र सुखी भवेत्? (शर्म छोड़कर कहाँ सुखी होता है?)
उत्तर: त्यक्तलज्जः आहारे व्यवहारे च विद्यायाः संग्रहेषु च सुखी भवेत्। (शर्म छोड़कर खाने-पीने में, व्यवहार में और विद्या के संग्रह में सुखी होता है।)
6. मञ्जूषातः पदानि चित्वा लिङ्गानुसारं लिखत-
(दिए गए शब्दों में से चुनकर लिंग के अनुसार लिखिए)

उत्तर:
| पुँल्लिङ्गम् (पुल्लिंग) | स्त्रीलिङ्गम् (स्त्रीलिंग) | नपुंसकलिङ्गम् (नपुंसकलिंग) |
|---|---|---|
| रविः | वसुन्धरा | रत्नानि |
| वह्निः | पृथ्वी | अन्नम् |
| सत्येन | सङ्गतिम् | सुखी |
7. अधोलिखितपदेषु धातवः के सन्ति?
(नीचे लिखे शब्दों के धातु कौन से हैं?)
उत्तर:
| पदम् (शब्द) | धातुः (धातु) |
|---|---|
| करोति | कृ |
| पश्य | दृश् |
| भवेत् | भू |
| तिष्ठति | स्था |