Bihar Board Class 6 Social Science Chapter 3 Solutions are available here. Here you will get complete questions and answers of Chapter 3 – “स्थलरूप एवं जीवन”, from the new book (Samaj ka Adhyayan). All solutions are in hindi medium and follow the updated syllabus.
यह अध्याय आपको पृथ्वी पर मौजूद अलग-अलग स्थलरूपों जैसे पहाड़, पठार, मैदान, रेगिस्तान और द्वीपों के बारे में बताता है। आप सीखेंगे कि ये स्थलरूप इंसानों के जीवन और उनकी गतिविधियों को कैसे प्रभावित करते हैं। यह अध्याय यह भी समझाएगा कि लोग अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्रों में कैसे ढलते हैं और वहां रहने, काम करने व यात्रा करने के तरीके कैसे अलग होते हैं। आप यह भी जानेंगे कि पर्यावरण हमारी संस्कृति और आजीविका को कैसे आकार देता है। इस अध्याय के प्रश्न और उत्तर नीचे दिए गए हैं।

Bihar Board Class 6 Social Science Chapter 3 Solutions
| Class | 6 |
| Subject | Social Science (Samaj ka Adhyayan) |
| Chapter | 3. स्थलरूप एवं जीवन |
| Board | Bihar Board |
महत्वपूर्ण प्रश्न
1. स्थलरूपों के प्रमुख प्रकार कौन-से हैं और जीवन तथा संस्कृति के लिए इनका क्या महत्व है?
उत्तर:- पृथ्वी पर पाए जाने वाले प्रमुख स्थलरूप पर्वत, पठार, मैदान, मरुस्थल, घाटियाँ और तटीय क्षेत्र हैं। पर्वत ऊँचे और खड़े होते हैं, जहाँ लोग सीमित कृषि करते हैं, पशुपालन करते हैं और प्राकृतिक सौंदर्य से पर्यटन को बढ़ावा देते हैं। पठार ऊँचे समतल भूभाग हैं जो खनिज संपदा से भरपूर होते हैं और जनजातियों का घर हैं। मैदान समतल और उपजाऊ होते हैं, जिन्होंने बड़ी सभ्यताओं और कृषि को जन्म दिया है। मरुस्थल में रहने वाले लोग पानी के संरक्षण की विशेष तकनीकें विकसित करते हैं। तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ना, व्यापार और समुद्री संस्कृति विकसित होती है। प्रत्येक स्थलरूप अपने निवासियों के खान-पान, वेशभूषा, घरों के डिज़ाइन, त्योहारों और जीवनशैली को प्रभावित करता है।
2. प्रत्येक स्थलरूप के साथ संबंधित जीवन की क्या चुनौतियाँ एवं अवसर हैं?
उत्तर:-
पर्वतीय क्षेत्र:
- चुनौतियाँ: खड़ी ढलानें, कठोर मौसम, परिवहन की कठिनाइयाँ, भूस्खलन
- अवसर: जलविद्युत ऊर्जा, पर्यटन, औषधीय पौधे, प्राकृतिक सौंदर्य
पठारी क्षेत्र:
- चुनौतियाँ: पथरीली मिट्टी, पानी की कमी, कृषि में कठिनाई
- अवसर: खनिज संपदा, वन्य जीवों का संरक्षण, चरागाह
मैदानी क्षेत्र:
- चुनौतियाँ: बाढ़ की संभावना, अत्यधिक जनसंख्या, प्रदूषण
- अवसर: उपजाऊ भूमि, कृषि विकास, शहरीकरण, उद्योग
मरुस्थलीय क्षेत्र:
- चुनौतियाँ: पानी की कमी, चरम तापमान, सीमित वनस्पति
- अवसर: सौर ऊर्जा, खनिज संसाधन, अनूठा पर्यटन
तटीय क्षेत्र:
- चुनौतियाँ: चक्रवात, समुद्री जल स्तर बढ़ना, भूमि कटाव
- अवसर: मत्स्य पालन, बंदरगाह, समुद्री व्यापार, पर्यटन
द्वीपीय क्षेत्र:
- चुनौतियाँ: सीमित संसाधन, प्राकृतिक आपदाओं का खतरा, अलगाव
- अवसर: जैव विविधता, पर्यटन, समुद्री संसाधन
हर स्थलरूप अपनी विशिष्ट चुनौतियों के अनुकूल मानव जीवनशैली को आकार देता है।
प्रश्न, क्रियाकलाप और परियोजनाएं
1. आपका कस्बा या गाँव या नगर किस प्रकार के स्थलरूप पर स्थित है? इस अध्याय में बताई गई विशेषताओं में से कौन-सी विशेषताएँ आप अपने आस-पास देखते हैं?
उत्तर:- मेरा कस्बा एक मैदानी क्षेत्र पर स्थित है जहां भूमि मुख्यतः समतल है। यहां के पास से एक नदी बहती है जिसने उपजाऊ मिट्टी का निर्माण किया है। मैं अपने आसपास अध्याय में बताई गई कई विशेषताएँ देखता हूँ – जैसे उपजाऊ मिट्टी में फसल उत्पादन, नदी के किनारे बसे गाँव, और परिवहन के लिए विकसित सड़क नेटवर्क। यहाँ मौसमी बदलाव स्पष्ट दिखते हैं और लोगों का जीवन इन्हीं प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर है। हमारे क्षेत्र में पेड़-पौधों और फसलों की विविधता भी इस स्थलरूप की विशेषता है।
2. आइए, छोटा नागपुर से प्रयागराज और अल्मोड़ा की हमारी आरंभिक यात्रा पर चलें। इस मार्ग में आने वाले तीन स्थलरूपों के बारे में बताइए।
उत्तर:- छोटा नागपुर से प्रयागराज और अल्मोड़ा की यात्रा में हम तीन अलग-अलग स्थलरूपों से गुजरते हैं। सबसे पहले छोटा नागपुर का पठार आता है, जो खनिज संपदा से भरपूर है और जहां भूमि ऊंची-नीची है तथा छोटी-छोटी पहाड़ियां हैं। फिर हम प्रयागराज के मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, जहां गंगा-यमुना का संगम है और चौड़े समतल मैदान फैले हैं जो कृषि के लिए आदर्श हैं। अंत में, अल्मोड़ा पहुंचते हैं जो हिमालय की पहाड़ियों में स्थित है, जहां ऊंचे पर्वत, घाटियां और देवदार जैसे शंकुधारी वृक्ष पाए जाते हैं।
3. भारत के कुछ प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों की सूची बनाइए। यह भी लिखिए कि वे कौन-से स्थलरूप के अंतर्गत आते हैं।
उत्तर:- भारत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल और उनके स्थलरूप:-
- वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – गंगा नदी के किनारे मैदानी क्षेत्र में स्थित है, जहां गंगा का तट धार्मिक महत्व रखता है।
- तिरुपति (आंध्र प्रदेश) – पूर्वी घाट की शेषाचलम पहाड़ियों पर स्थित है, जहां बालाजी मंदिर सात पहाड़ियों पर बना है।
- अमरनाथ (जम्मू-कश्मीर) – हिमालय पर्वत श्रृंखला में हिमाच्छादित गुफा में स्थित है।
- रामेश्वरम (तमिलनाडु) – तटीय क्षेत्र में पंबन द्वीप पर स्थित है, तीन ओर से समुद्र से घिरा है।
- बद्रीनाथ (उत्तराखंड) – हिमालय की ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है।
- द्वारका (गुजरात) – अरब सागर के तटीय क्षेत्र पर स्थित है जो समुद्री किनारे का स्थलरूप दर्शाता है।
4. सही या गलत बताइए –
- हिमालय गोल शिखरों वाली नवीन पर्वत श्रृंखला है। – गलत
- पठार प्रायः एक ओर से उठे हुए होते हैं। – सही
- पर्वत और पहाड़ियाँ एक ही प्रकार के स्थलरूप हैं। – गलत
- भारत में पर्वत, पठार और नदियों में एक ही प्रकार के वनस्पति और प्राणी जगत पाए जाते हैं। – गलत
- गंगा, यमुना की सहायक नदी है। – गलत
- मरुस्थल का वनस्पति जगत और प्राणी जगत विलक्षण होता है। – सही
- हिम के पिघलने से नदियों में जल आता है। – सही
- मैदानों में नदियों द्वारा एकत्र किए गए तलछट भूमि को उपजाऊ बनाते हैं। – सही
- सभी मरुस्थल गर्म होते हैं। – गलत
5. शब्दों के जोड़े बनाइए –
| शब्द | संबंधित शब्द |
|---|---|
| 1. माउंट एवरेस्ट | पर्वतारोहण |
| 2. राफ्टिंग | नदी |
| 3. ऊँट | मरुस्थल |
| 4. पठार | विश्व की छत |
| 5. गंगा का मैदान | गंगा |
| 6. जलमार्ग | धान के खेत |
| 7. माउंट किलिमंजारो | अफ्रीका |
| 8. यमुना | सहायक नदी |