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यह अध्याय आपको विद्युत धारा के रासायनिक प्रभावों और उनके उपयोगों के बारे में बताएगा। आप विद्युत अपघटन की प्रक्रिया, विद्युत चालकता, और विद्युत प्लेटिंग जैसे रासायनिक परिवर्तनों को समझेंगे। इसके साथ ही, इन प्रभावों के उद्योगों में उपयोग, जैसे धातुओं की चढ़ाई और शुद्धिकरण, के बारे में जानेंगे। यह अध्याय आपको विज्ञान और तकनीक में विद्युत धारा के लाभकारी अनुप्रयोगों की गहरी समझ प्रदान करेगा।

Bihar Board Class 8 Science Chapter 11 Solutions
Contents
- 1 Bihar Board Class 8 Science Chapter 11 Solutions
- 1.1 1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
- 1.2 2. जब किसी संपरीक्षित्र के स्वतंत्र सिरों को किसी विलयन में डुबोते हैं तो चुंबकीय सुई विक्षेपित होती है। क्या आप ऐसा होने के कारण की व्याख्या कर सकते हैं?
- 1.3 3. ऐसे तीन द्रवों के नाम लिखिए जिनका परीक्षण चित्र 11.9 में दर्शाए अनुसार करने पर चुंबकीय सुई विक्षेपित हो सके।
- 1.4 4. चित्र 11.10 में दर्शायी गई व्यवस्था में बल्ब नहीं जलता। क्या आप सम्भावित कारणों की सूची बना सकते हैं? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए।
- 1.5 5. दो द्रवों A तथा B, के विद्युत चालन की जाँच करने के लिए एक संपरीक्षित्र का प्रयोग किया गया। यह देखा गया कि संपरीक्षित्र का बल्ब द्रव A के लिए चमकीला दीप्त हुआ जबकि द्रव B के लिए अत्यंत धीमा दीप्त हुआ। आप निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि:
- 1.6 6. क्या शुद्ध जल विद्युत का चालन करता है? यदि नहीं, तो इसे चालक बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
- 1.7 7. आग लगने के समय, फ़ायरमैन पानी के हौज़ (पाइपों) का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत आपूर्ति को बन्द कर देते हैं। व्याख्या कीजिए कि वे ऐसा क्यों करते हैं।
- 1.8 8. तटीय क्षेत्र में रहने वाला एक बालक अपने संपरीक्षित्र से पीने के पानी तथा समुद्र के पानी का परीक्षण करता है। वह देखता है कि समुद्र के पानी के लिए चुंबकीय सुई अधिक विक्षेप दर्शाती है। क्या आप इसके कारण की व्याख्या कर सकते हैं?
- 1.9 9. क्या तेज़ वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के विद्युत तारों की मरम्मत करना सुरक्षित होता है? व्याख्या कीजिए।
- 1.10 10. पहेली ने सुना था कि वर्षा का जल उतना ही शुद्ध है जितना कि आसुत जल। इसलिए उसने एक स्वच्छ काँच के बर्तन में कुछ वर्षा का जल एकत्रित करके संपरीक्षित्र से उसका परीक्षण किया। उसे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि चुंबकीय सुई विक्षेप दर्शाती है। इसका क्या कारण हो सकता है?
- 1.11 11. अपने आस-पास उपलब्ध विद्युतलेपित वस्तुओं की सूची बनाइए।
- 1.12 12. जो प्रक्रिया आपने क्रियाकलाप 11.7 में देखी वह कॉपर के शोधन में उपयोग होती है। एक पतली शुद्ध कॉपर छड़ एवं एक अशुद्ध कॉपर की छड़ इलेक्ट्रोड के रूप में उपयोग की जाती है। कौन-सा इलेक्ट्रोड बैटरी के धन टर्मिनल से संयोजित किया जाए। कारण भी लिखिए?
| Subject | Science (विज्ञान) |
| Class | 8th |
| Chapter | 11. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव |
| Board | Bihar Board |
अभ्यास
1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:
(a) विद्युत चालन करने वाले अधिकांश द्रव _____, _____ तथा _____ के विलयन होते हैं।
उत्तर: अम्ल, क्षार और लवण
(b) किसी विलयन से विद्युत धारा प्रवाहित होने पर _____ प्रभाव उत्पन्न होता है।
उत्तर: रासायनिक प्रभाव
(c) यदि कॉपर सल्फेट विलयन से विद्युत धारा प्रवाहित की जाए तो कॉपर बैटरी _____ के टर्मिनल से संयोजित प्लेट पर निक्षेपित होता है।
उत्तर: ऋण टर्मिनल
(d) विद्युत धारा द्वारा किसी पदार्थ पर वांछित धातु की परत निक्षेपित करने की प्रक्रिया को _____ कहते हैं।
उत्तर: विद्युतलेपन
2. जब किसी संपरीक्षित्र के स्वतंत्र सिरों को किसी विलयन में डुबोते हैं तो चुंबकीय सुई विक्षेपित होती है। क्या आप ऐसा होने के कारण की व्याख्या कर सकते हैं?
उत्तर: जब संपरीक्षित्र के सिरों को विलयन में डुबोया जाता है और वह विलयन विद्युत का चालक होता है, तो उसमें से विद्युत धारा बहने लगती है। विद्युत धारा के बहने से एक चुंबकीय क्षेत्र बनता है। यह चुंबकीय क्षेत्र पास रखी चुंबकीय सुई को प्रभावित करता है, जिसके कारण सुई हिलती है और विक्षेपित हो जाती है।
3. ऐसे तीन द्रवों के नाम लिखिए जिनका परीक्षण चित्र 11.9 में दर्शाए अनुसार करने पर चुंबकीय सुई विक्षेपित हो सके।

उत्तर:
- नमक का पानी (नमक युक्त जल)
- नींबू का रस
- सिरका (विनेगर)
ये सभी द्रव विद्युत के चालक हैं क्योंकि इनमें आयन होते हैं। नमक के पानी में लवण, नींबू के रस में अम्ल, और सिरके में भी अम्ल होता है, जो विद्युत धारा को प्रवाहित करने में मदद करते हैं।
4. चित्र 11.10 में दर्शायी गई व्यवस्था में बल्ब नहीं जलता। क्या आप सम्भावित कारणों की सूची बना सकते हैं? अपने उत्तर की व्याख्या कीजिए।

उत्तर: बल्ब के नहीं जलने के निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:
- द्रव विद्युत का कुचालक है: बीकर में मौजूद द्रव (जैसे शुद्ध जल) विद्युत का चालन नहीं करता, इसलिए धारा नहीं बहती और बल्ब नहीं जलता।
- तारों का कनेक्शन ढीला है: अगर तार ठीक से जुड़े नहीं हैं, तो परिपथ टूट सकता है और धारा नहीं बहेगी।
- बल्ब खराब है: बल्ब फ्यूज हो सकता है या उसका फिलामेंट टूट गया हो।
- बैटरी खत्म हो गई है: अगर बैटरी में चार्ज नहीं है, तो वह विद्युत धारा नहीं दे पाएगी।
5. दो द्रवों A तथा B, के विद्युत चालन की जाँच करने के लिए एक संपरीक्षित्र का प्रयोग किया गया। यह देखा गया कि संपरीक्षित्र का बल्ब द्रव A के लिए चमकीला दीप्त हुआ जबकि द्रव B के लिए अत्यंत धीमा दीप्त हुआ। आप निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि:
(i) द्रव A, द्रव B से अच्छा चालक है।
(ii) द्रव B, द्रव A से अच्छा चालक है।
(iii) दोनों द्रवों की चालकता समान है।
(iv) द्रवों की चालकता के गुणों की तुलना इस प्रकार नहीं की जा सकती।
उत्तर: (i) द्रव A, द्रव B से अच्छा चालक है।
6. क्या शुद्ध जल विद्युत का चालन करता है? यदि नहीं, तो इसे चालक बनाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर: नहीं, शुद्ध जल विद्युत का चालन नहीं करता क्योंकि इसमें आयन नहीं होते। इसे चालक बनाने के लिए हम इसमें नमक, तनु सल्फ्यूरिक अम्ल, या कोई अन्य लवण मिला सकते हैं। ये पदार्थ पानी में घुलकर आयन बनाते हैं, जो विद्युत धारा को प्रवाहित करने में मदद करते हैं।
7. आग लगने के समय, फ़ायरमैन पानी के हौज़ (पाइपों) का उपयोग करने से पहले उस क्षेत्र की मुख्य विद्युत आपूर्ति को बन्द कर देते हैं। व्याख्या कीजिए कि वे ऐसा क्यों करते हैं।
उत्तर: साधारण पानी में लवण और अन्य अशुद्धियाँ होती हैं, जो इसे विद्युत का चालक बनाती हैं। अगर आग बुझाने के लिए पानी का छिड़काव किया जाए और बिजली की आपूर्ति चालू रहे, तो पानी के माध्यम से विद्युत धारा बह सकती है। इससे बिजली का झटका लगने या शॉर्ट सर्किट होने का खतरा होता है। इसलिए, फायरमैन पहले बिजली की आपूर्ति बंद करते हैं ताकि कोई दुर्घटना न हो।
8. तटीय क्षेत्र में रहने वाला एक बालक अपने संपरीक्षित्र से पीने के पानी तथा समुद्र के पानी का परीक्षण करता है। वह देखता है कि समुद्र के पानी के लिए चुंबकीय सुई अधिक विक्षेप दर्शाती है। क्या आप इसके कारण की व्याख्या कर सकते हैं?
उत्तर: समुद्र के पानी में बहुत सारे लवण (जैसे नमक) होते हैं, जो घुलकर आयन बनाते हैं। ये आयन विद्युत धारा को आसानी से प्रवाहित करते हैं, जिससे चुंबकीय सुई अधिक विक्षेपित होती है। दूसरी ओर, पीने का पानी शुद्ध होता है और उसमें आयन कम होते हैं, इसलिए वह कम चालक होता है और सुई कम हिलती है।
9. क्या तेज़ वर्षा के समय किसी लाइनमैन के लिए बाहरी मुख्य लाइन के विद्युत तारों की मरम्मत करना सुरक्षित होता है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: नहीं, तेज वर्षा के समय लाइनमैन के लिए बिजली के तारों की मरम्मत करना सुरक्षित नहीं है। वर्षा का पानी अशुद्धियों और लवणों के कारण विद्युत का चालक होता है। अगर लाइनमैन गीले तारों को छूता है, तो उसे बिजली का झटका लग सकता है, जो जानलेवा हो सकता है।
10. पहेली ने सुना था कि वर्षा का जल उतना ही शुद्ध है जितना कि आसुत जल। इसलिए उसने एक स्वच्छ काँच के बर्तन में कुछ वर्षा का जल एकत्रित करके संपरीक्षित्र से उसका परीक्षण किया। उसे यह देखकर आश्चर्य हुआ कि चुंबकीय सुई विक्षेप दर्शाती है। इसका क्या कारण हो सकता है?
उत्तर: वर्षा का जल पूरी तरह शुद्ध नहीं होता। जब बारिश होती है, तो पानी हवा में मौजूद धूल, प्रदूषण, या अन्य अशुद्धियों को अपने साथ ले आता है। इन अशुद्धियों में लवण या अन्य पदार्थ हो सकते हैं, जो आयन बनाते हैं। ये आयन विद्युत धारा को प्रवाहित करने में मदद करते हैं, जिससे चुंबकीय सुई विक्षेपित होती है।
11. अपने आस-पास उपलब्ध विद्युतलेपित वस्तुओं की सूची बनाइए।
उत्तर: विद्युतलेपन की प्रक्रिया से बनी कुछ वस्तुएँ:
- पानी की टोंटी (क्रोम या निकल की परत)
- कार के बम्पर या रिम (क्रोम लेपन)
- गहने (सोने या चाँदी की परत)
- रसोई के बर्तन (जैसे स्टील के चम्मच पर चाँदी की परत)
- साइकिल के हैंडल या रिम (जंग रोकने के लिए जस्ता या क्रोम की परत)
12. जो प्रक्रिया आपने क्रियाकलाप 11.7 में देखी वह कॉपर के शोधन में उपयोग होती है। एक पतली शुद्ध कॉपर छड़ एवं एक अशुद्ध कॉपर की छड़ इलेक्ट्रोड के रूप में उपयोग की जाती है। कौन-सा इलेक्ट्रोड बैटरी के धन टर्मिनल से संयोजित किया जाए। कारण भी लिखिए?
उत्तर: अशुद्ध कॉपर की छड़ को बैटरी के धन टर्मिनल (पॉजिटिव टर्मिनल) से जोड़ा जाता है।
कारण: कॉपर सल्फेट के विलयन में विद्युत धारा प्रवाहित होने पर अशुद्ध कॉपर की छड़ से कॉपर के आयन निकलकर विलयन में जाते हैं। ये आयन फिर शुद्ध कॉपर की छड़ (जो ऋण टर्मिनल से जुड़ी होती है) पर जमा हो जाते हैं। इससे अशुद्ध कॉपर की छड़ धीरे-धीरे घुलती है और शुद्ध कॉपर की छड़ पर शुद्ध कॉपर जमा होता है। इस तरह कॉपर का शोधन होता है।