Solutions for Bihar Board Class 8 Sanskrit Chapter 6 are available here. This provides written answers for all questions of chapter 6 – “गृहं शून्यं सुतां विना”. You will also get hindi explanations for better understanding.
यह पाठ ‘गृहं शून्यं सुतां विना’ बिहार बोर्ड कक्षा 8 के संस्कृत पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। इसमें शालिनी के अपने पिता के घर आने की कहानी है, जहाँ वह अपनी भाभी माला की उदासीनता को समझने की कोशिश करती है। इस पाठ के माध्यम से आप परिवार में प्रेम, समझदारी और सामाजिक मुद्दों जैसे लिंग भेद और कन्या रक्षा के महत्व को जानेंगे। लेखक ने भावनात्मक और नैतिक मूल्यों को सरल शब्दों में प्रस्तुत किया है।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Chapter 6 Solutions
Contents
- 1 Bihar Board Class 8 Sanskrit Chapter 6 Solutions
- 1.1 1. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि संस्कृत भाषयां लिखत-
- 1.2 2. अधोलिखितपदानां संस्कृतरूपं (तत्सम रूपं) लिखत-
- 1.3 3. उदाहरणमनुसृत्य कोष्ठकप्रदत्तेषु पदेषु तृतीयाविभक्तिं प्रयुज्य रिक्तस्थानानि पूरयत-
- 1.4 4. ‘क’ स्तम्भे विशेषणपदं दत्तम् ‘ख’ स्तम्भे च विशेष्यपदम्। तयोर्मेलनम् कुरुत-
- 1.5 5. अधोलिखितानां पदानां विलोमपदं पाठात् चित्वा लिखत-
- 1.6 6. रेखांकितपदमाधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत-
- 1.7 7. अधोलिखिते सन्धिविच्छेदे रिक्त स्थानानि पूरयत-
| Subject | Sanskrit (रुचिरा-3) |
| Chapter | 6. गृहं शून्यं सुतां विना |
| Class | 8th |
| Board | Bihar Board |
अभ्यासः
1. अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि संस्कृत भाषयां लिखत-
(निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संस्कृत भाषा में लिखिए)
(क) दिष्ट्या का समागता? – (सौभाग्य से कौन आई?)
उत्तरम्: दिष्ट्या शालिनी समागता। – (सौभाग्य से शालिनी आ गई।)
(ख) राकेशस्य कार्यालये का निश्चिता? – (राकेश के कार्यालय में क्या तय हुआ?)
उत्तरम्: राकेशस्य कार्यालये एका महत्त्वपूर्णा गोष्ठी निश्चिता अस्ति। – (राकेश के कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक तय की गई है।)
(ग) राकेशः शालिनीं कुत्र गन्तुं कथयति? – (राकेश शालिनी से कहाँ जाने के लिए कहता है?)
उत्तरम्: राकेशः शालिनीं चिकित्सकं प्रति गन्तुं कथयति। – (राकेश शालिनी से डॉक्टर के पास जाने के लिए कहता है।)
(घ) सायंकाले भ्राता कार्यालयात् आगत्य किं करोति? – (शाम को भाई कार्यालय से आकर क्या करता है?)
उत्तरम्: सायंकाले भ्राता कार्यालयात् आगत्य हस्तपादौ प्रक्षाल्य, वस्त्रं परिवर्त्य, पूजागृहं गत्वा दीपं प्रज्वालयति च भवानीस्तुतिं करोति। – (शाम को भाई कार्यालय से आकर हाथ-पैर धोता है, कपड़े बदलता है, पूजा घर में जाता है, दीप जलाता है और भवानी की स्तुति करता है।)
(ङ) राकेशः कस्याः तिरस्कारं करोति? – (राकेश किसका अपमान करता है?)
उत्तरम्: राकेशः सृष्टेः उत्पादिकायाः शक्त्याः तिरस्कारं करोति। – (राकेश सृष्टि की उत्पादक शक्ति का अपमान करता है।)
(च) शालिनी भ्रातरम् कां प्रतिज्ञां कर्तुं कथयति? – (शालिनी भाई से कौन-सा वचन देने के लिए कहती है?)
उत्तरम्: शालिनी भ्रातरं कन्यायाः रक्षणाय तस्याः पाठने च दत्तचित्तं भवितुं कथयति। (शालिनी भाई से कन्या की रक्षा और उसकी पढ़ाई में ध्यान देने का वचन देने के लिए कहती है।)
(छ) यत्र नार्यः न पूज्यन्ते तत्र किं भवति? – (जहाँ नारियों का सम्मान नहीं होता, वहाँ क्या होता है?)
उत्तरम्: यत्र नार्यः न पूज्यन्ते तत्र सर्वं निष्फलं भवति। – (जहाँ महिलाओं का सम्मान नहीं होता, वहाँ सभी कार्य व्यर्थ हो जाते हैं।)
2. अधोलिखितपदानां संस्कृतरूपं (तत्सम रूपं) लिखत-
(निम्नलिखित पदों के संस्कृत रूप (तत्सम रूप) लिखिए)
(क) काख
उत्तरम्: कुक्षिः – पेट
(ख) साथ
उत्तरम्: सह – साथ
(ग) गोद
उत्तरम्: क्रोडम् – गोद
(घ) भाई
उत्तरम्: भ्राता – भाई
(ङ) कुआँ
उत्तरम्: कूपः – कुआँ
(च) दूध
उत्तरम्: दुग्धम् – दूध
3. उदाहरणमनुसृत्य कोष्ठकप्रदत्तेषु पदेषु तृतीयाविभक्तिं प्रयुज्य रिक्तस्थानानि पूरयत-
(उदाहरण के अनुसार कोष्ठक में दिए गए पदों के तृतीया विभक्ति का प्रयोग कर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए।)
(क) मात्रा सह पुत्री गच्छति (मातृ)
(ख) ………. विना विद्या न लभ्यते (परिश्रम)
उत्तरम्: परिश्रमेण (परिश्रम से)
(ग) छात्रः ………. लिखति (लेखनी)
उत्तरम्: लेखन्या (कलम से)
(घ) सूरदासः ………. अन्धः आसीत् (नेत्र)
उत्तरम्: नेत्राभ्याम् (आँखों से)
(ङ) सः ………. साकम् समयं यापयति। (मित्र)
उत्तरम्: मित्रेण (मित्र से)
4. ‘क’ स्तम्भे विशेषणपदं दत्तम् ‘ख’ स्तम्भे च विशेष्यपदम्। तयोर्मेलनम् कुरुत-
(‘क’ स्तम्भ में विशेषण पद और ‘ख’ स्तम्भ में विशेष्य पद दिया गया है। इनका मेल कीजिए – कॉलम ‘क’ में विशेषण और कॉलम ‘ख’ में विशेष्य दिए गए हैं। इनका मिलान करें।)

उत्तरम्:
(1) मनोदशा – (घ) मानसिक स्थिति
(2) गोष्ठी – (ङ) बैठक
(3) कृत्यम् – (क) कार्य
(4) पुत्री – (ख) बेटी
(5) वृत्तिः – (ग) आजीविका/पेशा
5. अधोलिखितानां पदानां विलोमपदं पाठात् चित्वा लिखत-
(निम्नलिखित पदों के विलोम पद पाठ से चुनकर लिखिए।)
(क) श्वः – (कल)
उत्तरम्: अद्य – (आज)
(ख) प्रसन्ना – (खुश)
उत्तरम्: चिन्तिता – (चिंतित)
(ग) वरिष्ठा – (बड़ी)
उत्तरम्: कनिष्ठा – (छोटी)
(घ) प्रशंसितम् – (प्रशंसा)
उत्तरम्: निघृणम् – (क्रूर)
(ङ) प्रकाशः – (प्रकाश)
उत्तरम्: अन्धकारः – (अंधेरा)
(च) सफलाः – (सफल)
उत्तरम्: अफलाः – (असफल)
(छ) निरर्थकः – (निरर्थक)
उत्तरम्: सार्थकः – (सार्थक)
6. रेखांकितपदमाधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत-
(रेखांकित पद के आधार पर प्रश्न निर्माण कीजिए।)
(क) प्रसन्नतायाः विषयोऽयम्। – (यह प्रसन्नता का विषय है। – यह खुशी की बात है।)
उत्तरम्: कस्याः विषयोऽयम्? – (यह किसका विषय है?)
(ख) सर्वकारस्य घोषणा अस्ति। – (सरकार की घोषणा है।)
उत्तरम्: कस्य घोषणा अस्ति? – (किसकी घोषणा है?)
(ग) अहम् स्वापराधं स्वीकरोमि। – (मैं अपना अपराध स्वीकार करता हूँ।)
उत्तरम्: अहम् किं स्वीकरोमि? – (मैं क्या स्वीकार करता हूँ?)
(घ) समयात् पूर्वम् आयासं करोषि। – (समय से पहले आया करता हूँ।)
उत्तरम्: कस्मात् पूर्वं आयासं करोषि? – (किससे पहले आया करता हूँ?)
(ङ) अम्बिका क्रोडे उपविशति। – (अंबिका गोद में बैठती है।)
उत्तरम्: अम्बिका कुत्र उपविशति? – (अंबिका कहाँ बैठती है? )
7. अधोलिखिते सन्धिविच्छेदे रिक्त स्थानानि पूरयत-
(नीचे लिखे गए संधि विच्छेद में रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।)

उत्तरम्:
| यथा – नोक्तवती | न + | उक्तवती |
| सहसेव | सहसा + | एव |
| परामर्शानुसारम् | परामर्शः + | अनुसारम् |
| वधार्हा | वधः + | अर्हा |
| अधुनेव | अधुना + | एव |
| प्रवृत्तोऽपि | प्रवृत्तः + | अपि |