Solutions: Bihar Board Class 8 Sanskrit Chapter 11 – सावित्री बाई फुले

Solutions for Bihar Board Class 8 Sanskrit Chapter 11 are available here. This provides written answers for all questions of chapter 11 – “सावित्री बाई फुले”. You will also get hindi explanations for better understanding.

‘सावित्री बाई फुले’ बिहार बोर्ड कक्षा 8 के संस्कृत का एक प्रेरणादायक पाठ है, जो महाराष्ट्र की पहली महिला शिक्षिका सावित्री बाई फुले के जीवन और योगदान पर आधारित है। यह पाठ आपको बताता है कि कैसे उन्होंने लड़कियों और वंचित समुदायों की शिक्षा के लिए संघर्ष किया। आप उनके दृढ़ निश्चय, सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लड़ाई और समानता के लिए किए गए कार्यों को जानेंगे। यह अध्याय हमें सिखाता है कि शिक्षा हर किसी का अधिकार है और साहस से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।

Bihar Board Class 8 Sanskrit Chapter 11 Solutions new

Bihar Board Class 8 Sanskrit Chapter 11 Solutions

SubjectSanskrit (रुचिरा-3)
Chapter11. सावित्री बाई फुले
Class8th
BoardBihar Board

अभ्यासः

1. एकपदेन उत्तरत-

(एक शब्द में उत्तर दीजिए-)

(क) कीदृशीनां कुरीतीनां सावित्री मुखरं विरोधम् अकरोत्? (किन बुराइयों का सावित्री ने खुलकर विरोध किया?)

उत्तर: सामाजिककुरीतीनाम् (सामाजिक बुराइयों)

(ख) के कूपात् जलोद्धरणम् अवारयन्? (किन लोगों ने कुएँ से पानी निकालने से रोका?)

उत्तर: उच्चवर्गीयाः (उच्च वर्ग के लोग)

(ग) का स्वदृढनिश्चयात् न विचलति? (कौन अपने दृढ़ निश्चय से नहीं डिगी?)

उत्तर: सावित्री (सावित्री बाई फुले)

(घ) विधवानां शिरोमुण्डनस्य निराकरणाय सा कैः मिलिता? (विधवाओं के सिर मुंडन को रोकने के लिए सावित्री ने किनसे सहायता ली?)

उत्तर: नापितैः (नाइयों से)

(ङ) सा कासां कृते प्रदेशस्य प्रथमं विद्यालयम् आरभत? (उन्होंने किनके लिए प्रदेश का पहला स्कूल शुरू किया?)

उत्तर: कन्यानाम् (लड़कियों के लिए)

2. पूर्णवाक्येन उत्तरत-

(पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए-)

(क) किं किं सहमाना सावित्रीबाई स्वदृढनिश्चयात् न विचलति? (किन-किन कठिनाइयों को सहते हुए सावित्रीबाई अपने दृढ़ निश्चय से नहीं डिगी?)

उत्तर: सावित्रीबाई स्व उपरि धूलिं प्रस्तरखण्डान् च सहमाना स्वदृढनिश्चयात् न विचलति। (सावित्रीबाई ने लोगों द्वारा उन पर धूल और पत्थर फेंके जाने को सहते हुए भी अपने दृढ़ निश्चय से नहीं डिगी।)

(ख) सावित्रीबाईफुलेमहोदयायाः पित्रोः नाम किमासीत्? (सावित्रीबाई फुले के माता-पिता का नाम क्या था?)

उत्तर: सावित्रीबाईफुलेमहोदयायाः मातुः नाम लक्ष्मी आसीत् पितुः च नाम खण्डोजी आसीत्। (सावित्रीबाई फुले की माता का नाम लक्ष्मी और पिता का नाम खण्डोजी था।)

(ग) विवाहानन्तरमपि सावित्र्याः मनसि अध्ययनाभिलाषा कथम् उत्साहं प्राप्तवती? (विवाह के बाद भी सावित्री के मन में पढ़ाई की इच्छा कैसे बढ़ी?)

उत्तर: विवाहानन्तरमपि सावित्र्याः मनसि अध्ययनाभिलाषा स्वपत्युः प्रोत्साहनेन उत्साहं प्राप्तवती। (विवाह के बाद सावित्री की पढ़ाई की इच्छा उनके पति के प्रोत्साहन से और बढ़ी।)

(घ) जलं पातुं निवार्यमाणाः नारीः सा कुत्र नीतवती किञ्चाकथयत्? (पानी पीने से रोकी गई महिलाओं को सावित्री ने कहाँ ले जाकर क्या कहा?)

उत्तर: सावित्री जलं पातुं निवार्यमाणाः नारीः स्वगृहं नीतवती। तडागं दर्शयित्वा अकथयत् यत् यथेष्टं जलं पिबत। अयं तडागः सर्वस्य अस्ति, अस्मात् जलग्रहणे कोऽपि बंधनं नास्ति। (सावित्री ने पानी पीने से रोकी गई महिलाओं को अपने घर ले जाकर तालाब दिखाया और कहा कि जितना चाहो पानी पियो। यह तालाब सबका है, इसमें पानी लेने की कोई रोकटोक नहीं है।)

(ङ) कासां संस्थानां स्थापनायां फुलेदम्पत्योः अवदानं महत्त्वपूर्णम्? (किन संस्थाओं की स्थापना में फुले दंपति का योगदान महत्वपूर्ण था?)

उत्तर: ‘महिला सेवा मण्डल’ च ‘शिशुहत्या प्रतिबन्धक गृह’ इति संस्थानां स्थापनायां फुलेदम्पत्योः अवदानं महत्त्वपूर्णम् आसीत्। (‘महिला सेवा मण्डल’ और ‘शिशुहत्या प्रतिबंधक गृह’ की स्थापना में फुले दंपति का योगदान महत्वपूर्ण था।)

(च) सत्यशोधकमण्डलस्य उद्देश्यं किमासीत्? (सत्यशोधक मण्डल का उद्देश्य क्या था?)

उत्तर: सत्यशोधकमण्डलस्य उद्देश्यं उत्पीडितानां समुदायानां स्वाधिकारान् प्रति जागरूकता कर्तुं आसीत्। (सत्यशोधक मण्डल का उद्देश्य शोषित समुदायों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना था।)

(छ) तस्याः द्वयोः काव्यसङ्कलनयोः नामनी के? (उनके दो काव्य संग्रहों के नाम क्या हैं?)

उत्तर: तस्याः द्वयोः काव्यसङ्कलनयोः नामनी ‘काव्यफुले’ च ‘सुबोध रत्नाकर’ इति स्तः। (उनके दो काव्य संग्रहों के नाम ‘काव्यफुले’ और ‘सुबोध रत्नाकर’ हैं।)

3. रेखांकितपदानि अधिकृत्य प्रश्ननिर्माणम् कुरुत-

(रेखांकित शब्दों के आधार पर प्रश्न बनाइए-)

(क) सावित्रीबाई, कन्याभिः सविनोदम् आलपन्ती अध्यापने संलग्ना भवति स्म। (सावित्रीबाई, लड़कियों के साथ हँसते-बोलते पढ़ाने में व्यस्त रहती थीं।)

उत्तर: सावित्रीबाई काभिः सविनोदम् आलपन्ती अध्यापने संलग्ना भवति स्म? (सावित्रीबाई किनके साथ हँसते-बोलते पढ़ाने में व्यस्त रहती थीं?)

(ख) सा महाराष्ट्रस्य प्रथमा महिला शिक्षिका आसीत्। (वह महाराष्ट्र की पहली महिला शिक्षिका थीं।)

उत्तर: सा कस्य प्रथमा महिला शिक्षिका आसीत्? (वह किस प्रदेश की पहली महिला शिक्षिका थीं?)

(ग) सा स्वपतिना सह कन्यानां कृते प्रदेशस्य प्रथमं विद्यालयम् आरभत। (उन्होंने अपने पति के साथ लड़कियों के लिए प्रदेश का पहला स्कूल शुरू किया।)

उत्तर: सा स्वपतिना सह कासां कृते प्रदेशस्य प्रथमं विद्यालयम् आरभत? (उन्होंने अपने पति के साथ किनके लिए प्रदेश का पहला स्कूल शुरू किया?)

(घ) तया मनुष्याणां समानतायाः स्वतन्त्रतायाश्च पक्षः सर्वदा समर्थितः। (उन्होंने मनुष्यों की समानता और स्वतंत्रता का हमेशा समर्थन किया।)

उत्तर: तया केषां समानतायाः स्वतन्त्रतायाश्च पक्षः सर्वदा समर्थितः? (उन्होंने किनकी समानता और स्वतंत्रता का हमेशा समर्थन किया?)

(ङ) साहित्यरचनया अपि सावित्री महीयते। (साहित्य रचना से भी सावित्री की प्रशंसा होती है।)

उत्तर: केन सावित्री महीयते? (किसके द्वारा सावित्री की प्रशंसा होती है?)

4. यथानिर्देशमुत्तरत-

(निर्देशानुसार उत्तर दीजिए-)

(क) इदं चित्रं पाठशालायाः वर्तते, अत्र ‘वर्तते’ इति क्रियापदस्य कर्तृपदं किम्? (यह चित्र स्कूल का है, यहाँ ‘वर्तते’ क्रिया का कर्ता क्या है?)

उत्तर: चित्रम् (चित्र)

(ख) तस्याः स्वकीयम् अध्ययनमपि सहैव प्रचलति, अस्मिन् वाक्ये विशेष्यपदं किम्? (उनका निजी अध्ययन भी साथ-साथ चलता था, इस वाक्य में विशेष्य क्या है?)

उत्तर: अध्ययनम् (अध्ययन)

(ग) अपि यूयमिमां महिलां जानीथ, अस्मिन् वाक्ये ‘यूयम्’ इति पदं केभ्यः प्रयुक्तम्? (क्या आप लोग इस महिला को जानते हैं, इस वाक्य में ‘यूयम्’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?)

उत्तर: छात्रेभ्यः (छात्रों के लिए)

(घ) सा ताः स्त्रियः निजगृहं नीतवती, अस्मिन् वाक्ये ‘सा’ इति सर्वनामपदं कस्यै प्रयुक्तम्? (उन्होंने उन महिलाओं को अपने घर ले गईं, इस वाक्य में ‘सा’ सर्वनाम किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?)

उत्तर: सावित्रीबाई महोदयायै (सावित्रीबाई के लिए)

(ङ) शीर्णवस्त्रावृताः तथाकथिताः निम्नजातीयाः काश्चित् नार्यः जलं पातुं याचन्ते, अत्र ‘नार्यः’ इति पदस्य विशेषणपदानि कति सन्ति, कानि च इति स्म लिखत? (फटे कपड़ों वाली, तथाकथित निम्नजातीय कुछ महिलाएँ पानी माँगती हैं, यहाँ ‘नार्यः’ शब्द के विशेषण कितने हैं और कौन-कौन से हैं?)

उत्तर: चत्वारि। शीर्णवस्त्रावृताः, तथाकथिताः, निम्नजातीयाः, काश्चित्। (चार विशेषण हैं: फटे कपड़ों वाली, तथाकथित, निम्नजातीय, कुछ।)

5. अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत-

(निम्नलिखित शब्दों के आधार पर वाक्य बनाइए-)

(क) स्वकीयम् (अपना)

उत्तर: सावित्री स्वकीयं कर्तव्यम् सदा पालयति। (सावित्री हमेशा अपने कर्तव्य का पालन करती थी।)

(ख) सविनोदम् (हँसते-बोलते)

उत्तर: कन्याः सविनोदम् पाठशालायाम् क्रीडन्ति। (लड़कियाँ हँसते-बोलते स्कूल में खेलती हैं।)

(ग) सक्रिया (सक्रिय)

उत्तर: सावित्रीबाई नारीशिक्षायाम् सक्रिया आसीत्। (सावित्रीबाई महिलाओं की शिक्षा में सक्रिय थीं।)

(घ) प्रदेशस्य (प्रदेश का)

उत्तर: सा प्रदेशस्य प्रथमं कन्याविद्यालयम् आरभत्। (उन्होंने प्रदेश का पहला लड़कियों का स्कूल शुरू किया।)

(ङ) मुखरम् (खुलकर)

उत्तर: सावित्रीबाई सामाजिक कुरीतीनां विरोधे मुखरम् आसीत्। (सावित्रीबाई सामाजिक बुराइयों के विरोध में खुलकर बोलती थीं।)

(च) सर्वथा (पूरी तरह)

उत्तर: सा सर्वथा नारीजागरणाय समर्पिता आसीत्। (वह पूरी तरह से महिलाओं के जागरण के लिए समर्पित थीं।)

6. (अ) अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत-

(निम्नलिखित शब्दों के आधार पर वाक्य बनाइए-)

(क) उपरि (ऊपर)

उत्तर: खगाः वृक्षस्य उपरि तिष्ठन्ति। (पक्षी पेड़ के ऊपर बैठते हैं।)

(ख) आदानम् (लेना)

उत्तर: सावित्रीबाई विद्यायाः आदानं सर्वेभ्यः ददाति। (सावित्रीबाई शिक्षा का लेना सभी को देती थीं।)

(ग) परकीयम् (दूसरों का)

उत्तर: परकीयं धनं कदापि न गृह्यति। (दूसरों का धन कभी नहीं लेना चाहिए।)

(घ) विषमता (असमानता)

उत्तर: सावित्री विषमतायाः विरोधे सदा संनादति। (सावित्री हमेशा असमानता के खिलाफ बोलती थीं।)

(ङ) व्यक्तिगतम् (व्यक्तिगत)

उत्तर: व्यक्तिगतं स्वार्थं त्यक्त्वा सर्वं समुदायाय कुर्यात्। (व्यक्तिगत स्वार्थ छोड़कर सब कुछ समाज के लिए करना चाहिए।)

(च) आरोहः (चढ़ना)

उत्तर: बालकः वृक्षे आरोहः न कुर्यात्। (बच्चे को पेड़ पर नहीं चढ़ना चाहिए।)

(आ) अधोलिखितपदानां समानार्थकपदानि पाठात् चित्वा लिखत-

(निम्नलिखित शब्दों के समानार्थक शब्द पाठ से चुनकर लिखिए-)

मार्गे (रास्ते में), अविरतम् (लगातार), अध्यापने (शिक्षण में), अवदानम् (योगदान), यथेष्टम् (इच्छानुसार), मनसि (मन में)

(क) शिक्षणे

उत्तर: अध्यापने (शिक्षण में)

(ख) पथि

उत्तर: मार्गे (रास्ते में)

(ग) हृदये

उत्तर: मनसि (मन में)

(घ) इच्छानुसारम्

उत्तर: थेष्टम् (इच्छानुसार)

(ङ) योगदानम्

उत्तर: अवदानम् (योगदान)

(च) निरन्तरम्

उत्तर: अविरतम् (लगातार)

7. (अ) अधोलिखितानां पदानां लिङ्ग, विभक्ति वचनं च लिखत-

(निम्नलिखित शब्दों का लिंग, विभक्ति और वचन लिखिए-)

Bihar Board Class 8 Sanskrit Chapter 11

उत्तर:

पदानिलिङ्गम्विभक्तिःवचनम्
(क) धूलिम्स्त्रीलिङ्गम् (स्त्रीलिंग)द्वितीयाएकवचनम्
(ख) नाम्निनपुंसकलिङ्गम् (नपुंसक लिंग)सप्तमीएकवचनम्
(ग) अपरःपुँल्लिगम् (पुल्लिंग)प्रथमाएकवचनम्
(घ) कन्यानाम्स्त्रीलिङ्गम् (स्त्रीलिंग)षष्ठीबहुवचनम्
(ङ) सहभागितास्त्रीलिङ्गम् (स्त्रीलिंग)प्रथमाएकवचनम्
(च) नापितैःपुँल्लिगम् (पुल्लिंग)तृतीयाबहुवचनम्

(आ) उदाहरणमनुसृत्य निर्देशानुसारं लकारपरिवर्तनं कुरुत-

(उदाहरण के अनुसार काल परिवर्तन कीजिए-)

यथा: सा शिक्षिका अस्ति। (लट्लकारः) → सा शिक्षिका आसीत्। (लङ्लकारः)

(क) सा अध्यापने संलग्ना भवति। (लृट्लकारः → लङ्लकारः)

उत्तर: सा अध्यापने संलग्ना अभवत्। (वह पढ़ाने में व्यस्त थी।)

(ख) सः त्रयोदशवर्षकल्पः अस्ति। (लट्लकारः → लङ्लकारः)

उत्तर: सः त्रयोदशवर्षकल्पः आसीत्। (वह तेरह वर्ष का था।)

(ग) महिलाः तडागात् जलं नयन्ति। (लोट्लकारः → लङ्लकारः)

उत्तर: महिलाः तडागात् जलम् अनयन्। (महिलाओं ने तालाब से पानी लिया।)

(घ) वयं प्रतिदिनं पाठं पठामः। (लट्लकारः → विधिलिङ्ग)

उत्तर: वयं प्रतिदिनं पाठं पठेम। (हमें प्रतिदिन पाठ पढ़ना चाहिए।)

(ङ) यूयं किं विद्यालयं गच्छथ? (लृट्लकारः → लङ्लकारः)

उत्तर: यूयं किं विद्यालयम् अगच्छत? (क्या आप लोग स्कूल गए?)

(च) ते बालकाः विद्यालयात् गृहं गच्छन्ति। (लट्लकारः → लङ्लकारः)

उत्तर: ते बालकाः विद्यालयात् गृहम् अगच्छन्। (वे बच्चे स्कूल से घर गए।)

Leave a Comment

WhatsApp Icon
X Icon