Here you will get complete Bihar Board Class 8 Hindi Vasant Chapter 3 Solutions. This covers all question answer of chapter 3 – “दीवानों की हस्ती”, from the new book. It follows the updated syllabus of BSEB.
“दीवानों की हस्ती” एक प्रेरणादायक कविता है, जो मस्त-मौला और प्रेमपूर्ण स्वभाव की बात करती है। इस पाठ से आप सीखेंगे कि कैसे एक दीवाना अपने जीवन को बेफिक्री और खुशी के साथ जीता है, बिना किसी को दोष दिए। कवि बताते हैं कि हमें हर हाल में प्रेम और खुशी बाँटनी चाहिए, चाहे सफलता मिले या असफलता। यह कविता सिखाती है कि अपनी जिम्मेदारी स्वीकार कर जीवन को अपने ढंग से जीना ही सच्ची दीवानगी है।

Bihar Board Class 8 Hindi Vasant Chapter 3 Solutions
Contents
| अध्याय | 3. दीवानों की हस्ती |
| लेखक | भगवतीचरणवर्मा |
| विषय | Hindi (वसंत भाग 3) |
| कक्षा | 8वीं |
| बोर्ड | बिहार बोर्ड |
प्रश्न-अभ्यास
कविता से
1. कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ और जाने को ‘आँसू बनकर बह जाना’ क्यों कहा है?
उत्तर: कवि ने अपने आने को ‘उल्लास’ इसलिए कहा है क्योंकि वे जहाँ जाते हैं, वहाँ खुशी और उत्साह फैलाते हैं। उनकी मस्ती और आज़ादी लोगों को अच्छी लगती है। लेकिन उनके जाने को ‘आँसू बनकर बह जाना’ इसलिए कहा है क्योंकि उनके जाने से लोग उदास हो जाते हैं। उनकी यादें और उनके साथ बिताए पल लोगों के दिल में रह जाते हैं, जिससे आँसुओं का भाव आता है। यह कवि के आज़ाद और भावुक जीवन को दिखाता है।
2. भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटानेवाला कवि ऐसा क्यों कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है? क्या वह निराश है या प्रसन्न है?
उत्तर: कवि कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का निशान लेकर चलता है क्योंकि उसने दुनिया को बहुत प्यार और मस्ती दी, लेकिन बदले में उसे उतना प्यार या सफलता नहीं मिली। यह असफलता इस बात का प्रतीक है कि लोग उसके प्रेम की पूरी कद्र नहीं कर पाए। फिर भी, कवि निराश नहीं है। वह खुश और संतुष्ट है क्योंकि वह सुख-दुख को एक समान मानता है और आज़ादी से जीता है। उसका यह भाव दिखाता है कि वह अपने जीवन से खुश है।
3. कविता में ऐसी कौन-सी बात है जो आपको सबसे अच्छी लगी?
उत्तर: कविता में मुझे सबसे अच्छी बात यह लगी कि कवि ने जीवन को पूरी तरह जीने का संदेश दिया है। वह सुख-दुख, हार-जीत को एक समान मानता है और बिना किसी डर या अपेक्षा के प्यार बाँटता है। यह बात मुझे प्रेरणा देती है कि हमें भी हर हाल में खुश रहना चाहिए और दूसरों के लिए अच्छा करना चाहिए। कवि की आज़ादी और मस्ती का अंदाज़ बहुत पसंद आया।
कविता से आगे
1. जीवन में मस्ती होनी चाहिए, लेकिन कब मस्ती हानिकारक हो सकती है? सहपाठियों के बीच चर्चा कीजिए।
उत्तर: मस्ती जीवन में ज़रूरी है क्योंकि यह हमें खुश रखती है और तनाव कम करती है। लेकिन मस्ती तब हानिकारक हो सकती है जब हम पढ़ाई, काम, या ज़िम्मेदारियों को भूल जाएँ। अगर मस्ती से किसी का दिल दुखे, कोई नुकसान हो, या अनुशासन टूटे, तो यह गलत हो सकती है। उदाहरण के लिए, क्लास में ज़्यादा मस्ती करने से पढ़ाई में ध्यान नहीं रहता। इसलिए, मस्ती को समय और जगह के हिसाब से संतुलित रखना चाहिए।
अनुमान और कल्पना
1. एक पंक्ति में कवि ने यह कहकर अपने अस्तित्व को नकारा है कि “हम दीवानों की क्या हस्ती, हैं आज यहाँ, कल वहाँ चले।” दूसरी पंक्ति में उसने यह कहकर अपने अस्तित्व को महत्त्व दिया है कि “मस्ती का आलम साथ चला, हम धूल उड़ाते जहाँ चले।” यह फाकामस्ती का उदाहरण है। अभाव में भी खुश रहना फाकामस्ती कही जाती है। कविता में इस प्रकार की अन्य पंक्तियाँ भी हैं उन्हें ध्यानपूर्वक पढ़िए और अनुमान लगाइए कि कविता में परस्पर विरोधी बातें क्यों की गई हैं?
उत्तर: कविता में परस्पर विरोधी बातें इसलिए हैं क्योंकि कवि जीवन के दो पहलुओं को दिखाना चाहता है। एक तरफ वह कहता है कि उसकी कोई स्थायी पहचान नहीं, वह आज यहाँ, कल वहाँ चला जाता है। दूसरी तरफ वह अपनी मस्ती और प्यार बाँटने की भावना को महत्त्व देता है। यह फाकामस्ती है, यानी कमी या असफलता के बावजूद खुश रहना। कवि कहता है कि वह सुख-दुख, हार-जीत को एक समान मानता है और हर हाल में मस्ती के साथ जीता है। यह विरोधी बातें जीवन को संतुलित और सकारात्मक ढंग से जीने का संदेश देती हैं।
भाषा की बात
1. संतुष्टि के लिए कवि ने ‘छककर’ ‘जी भरकर’ और ‘खुलकर’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया है। इसी भाव को व्यक्त करनेवाले कुछ और शब्द सोचकर लिखिए, जैसे-हँसकर, गाकर।
उत्तर: कवि ने ‘छककर,’ ‘जी भरकर,’ और ‘खुलकर’ जैसे शब्दों से संतुष्टि और भावनाओं को पूरी तरह जीने की बात कही है। इसी भाव को दिखाने वाले कुछ और शब्द हैं: ‘हँसकर,’ ‘गाकर,’ ‘नाचकर,’ ‘खिलकर,’ ‘मुस्कुराकर,’ ‘बोलकर,’ ‘दिल से,’ और ‘आज़ादी से।’ ये शब्द दिखाते हैं कि कवि हर पल को पूरे दिल से जीता है और हर अनुभव को खुलकर अपनाता है।