Free Bihar Board Class 8 Hindi Durva Chapter 9 Solutions are available here. Get all written question answers for chapter 9 – “एक खिलाड़ी की कुछ यादें”. It follows the new syllabus and book of BSEB Class 8 Hindi.
‘एक खिलाड़ी की कुछ यादें’ केशवदत्त जी का संस्मरण है, जो उनके खेल जीवन की प्रेरणादायक कहानियों को बयान करता है। इस पाठ में आप खेल के प्रति जुनून, अनुशासन और देशप्रेम की भावना को जानेंगे। लेखक के अनुभव आपको यह सिखाएंगे कि मेहनत और लगन से मुश्किलों को पार किया जा सकता है।

Bihar Board Class 8 Hindi Durva Chapter 9 Solutions
Contents
| अध्याय | 9. एक खिलाड़ी की कुछ यादें |
| लेखक | केशव दत्त |
| विषय | Hindi (दूर्वा भाग 3) |
| कक्षा | 8वीं |
| बोर्ड | बिहार बोर्ड |
अभ्यास
पाठ से
(क) लेखक बैडमिंटन चैंपियन था। उसे हॉकी खेलने की प्रेरणा किससे और कैसे मिली?
उत्तर: लेखक बैडमिंटन के चैंपियन थे। एक दिन उन्होंने अपने स्कूल के मैदान में हॉकी के महान खिलाड़ी ध्यानचंद को हॉकी खेलते देखा। उनकी शानदार खेल शैली और गेंद पर नियंत्रण देखकर लेखक बहुत प्रभावित हुए। इससे उन्हें हॉकी खेलने की प्रेरणा मिली और उन्होंने हॉकी खेलना शुरू किया।
(ख) इंग्लैंड से मैच जीतने के बाद सबकी आँखों में आँसू क्यों थे?
उत्तर: इंग्लैंड में मैच जीतने के बाद सबकी आँखों में आँसू थे क्योंकि यह जीत बहुत खास थी। इंग्लैंड की रानी उस मैच को देखने आई थीं। भारत ने उस देश को हराया, जिसने कभी भारत पर शासन किया था। यह जीत गर्व और खुशी का पल था, जिसने सभी को भावुक कर दिया।
(ग) ‘खिलाड़ियों में जज़्बा ज़रूरी है।’ लेखक ने किस जज़्बे की बात की है? यह जज़्बा क्यों ज़रूरी है?
उत्तर: लेखक ने खिलाड़ियों में खेल के प्रति जुनून और जीतने की इच्छा के जज़्बे की बात की है। यह जज़्बा ज़रूरी है क्योंकि यह खिलाड़ी को मेहनत करने, हार न मानने और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। बिना जज़्बे के खिलाड़ी खेल में अपना पूरा दम नहीं दिखा पाता और आसानी से हार मान सकता है।
याद करना
“60 साल की बात करने से पहले मैं कुछ साल और पीछे जाना चाहता हूँ। लाहौर को याद करना चाहता हूँ।”
ऊपर के वाक्यों को पढ़ो और बताओ कि-
(क) लेखक 60 साल की बात करने के लिए क्या करना चाहता है?
उत्तर: लेखक 60 साल की बात करने से पहले कुछ साल और पीछे जाना चाहता है और लाहौर की यादों को ताज़ा करना चाहता है।
(ख) तुम्हें अगर अपने तीन साल के हिंदी सीखने की बात को कहने को कहा जाए तो उसके लिए क्या-क्या करोगे?
उत्तर: अगर मुझे अपने तीन साल के हिंदी सीखने की बात बतानी हो, तो मैं पहले यह याद करूँगा कि मैंने हिंदी कैसे शुरू की। पहले मुझे हिंदी के अक्षर और मात्राएँ सिखाई गईं। फिर मैंने छोटे-छोटे शब्द और वाक्य बनाना सीखा। इसके बाद कहानियाँ और कविताएँ पढ़ना शुरू किया, जिससे मुझे हिंदी समझने और बोलने में मदद मिली। मैं अपनी किताबों, कॉपियों और शिक्षकों की मदद को भी याद करूँगा।
(ग) क्या पिछली किसी बात को याद करने के लिए बार-बार रटना ज़रूरी होता है या सोच-समझ के साथ उस पर चर्चा, विचार और उसका आवश्यकतानुसार व्यवहार करना ज़रूरी होता है? तुम्हें जो भी उचित लगे उसे कारण सहित बताओ।
उत्तर: मेरे हिसाब से सोच-समझ के साथ चर्चा और विचार करना ज़्यादा ज़रूरी है। रटने से हम चीज़ें जल्दी भूल सकते हैं, लेकिन जब हम किसी बात को समझते हैं, उस पर बात करते हैं और उसे अपने जीवन में जोड़ते हैं, तो वह लंबे समय तक याद रहती है। उदाहरण के लिए, अगर मैं अपनी स्कूल की किसी घटना को दोस्तों से चर्चा करके याद करूँ, तो वह मेरे दिमाग में गहराई से बैठ जाती है।
बिखरा हुआ
(क) पता करो कि कोई सामान, विचार और ध्यान क्यों बिखरता है?
उत्तर:
- सामान: सामान तब बिखरता है जब हम जल्दबाजी करते हैं, चीज़ों को ठीक से नहीं रखते या लापरवाही करते हैं।
- विचार: विचार तब बिखरते हैं जब हम एक साथ कई चीज़ों के बारे में सोचते हैं, तनाव में होते हैं या हमारा ध्यान भटकता है।
- ध्यान: ध्यान तब बिखरता है जब आसपास शोर होता है, हम चिंता में होते हैं या हमारा मन स्थिर नहीं होता।
(ख) उनके बिखरने से क्या-क्या होता है?
उत्तर:
- सामान बिखरने से: समय बर्बाद होता है, चीज़ें खो सकती हैं और काम में देरी होती है।
- विचार बिखरने से: सही निर्णय नहीं ले पाते, मन उलझा रहता है और काम अधूरा रह सकता है।
- ध्यान बिखरने से: पढ़ाई या काम में गलतियाँ होती हैं, एकाग्रता कम हो जाती है और परिणाम खराब हो सकता है।
(ग) लेखक का दिमाग खेल से ज़्यादा भारत-पाकिस्तान के अलगाव और ट्रेजडी होने के कारण कैसी मुश्किलों में उलझा होगा?
उत्तर: लेखक का दिमाग खेल से ज़्यादा भारत-पाकिस्तान के बँटवारे और उसकी त्रासदी के कारण इन मुश्किलों में उलझा होगा:
- बँटवारे की वजह से हुई हिंसा और दुख की यादें।
- अपनों और दोस्तों से बिछड़ने का दर्द।
- लाहौर जैसे अपने शहर को छोड़ने की टीस।
- देश के भविष्य और समाज के टूटने की चिंता।
फ़िल्म और गीत
फ़िल्मों में दृश्यों के साथ गीत गाए जाते हैं। फ़िल्म के अतिरिक्त ऐसे बहुत से अवसर होते हैं जहाँ उसी के अनुकूल गीत भी गाए-बजाए जाते हैं। इस पाठ में भी ‘पहली बार विश्व स्तर पर कहीं जन-गण-मन बजा’ का उल्लेख हुआ है। तुम फ़िल्मों के कुछ मशहूर गीतों के बोलों की सूची बनाओ जो फ़िल्मों में दृश्यों के साथ तो गाए ही गए हों, जिन्हें विशेष अवसरों पर भी गाया बजाया जाता हो।
उत्तर: कुछ मशहूर फ़िल्मी गीत जो विशेष अवसरों पर भी गाए जाते हैं:
गीत: “ऐ मेरे वतन के लोगों” (फ़िल्म: कोई नहीं)
विशेष अवसर: स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस।
गीत: “मेरा रंग दे बसंती चोला” (फ़िल्म: शहीद)
विशेष अवसर: देशभक्ति के कार्यक्रम।
गीत: “सारे जहाँ से अच्छा” (फ़िल्म: भाई-भाई)
विशेष अवसर: राष्ट्रीय पर्व और स्कूल के समारोह।
गीत: “वंदे मातरम” (फ़िल्म: आनंद मठ)
विशेष अवसर: स्वतंत्रता दिवस और अन्य राष्ट्रीय अवसर।
खेल-कूद
नीचे कुछ खेलों के नाम दिए गए हैं। इन्हें खेलने के लिए किन-किन चीज़ों की जरूरत होती है, उसकी सूची बनाओ।
(क) हॉकी
उत्तर: हॉकी स्टिक, गेंद, गोल पोस्ट, शिन गार्ड।
(ख) क्रिकेट
उत्तर: बल्ला, गेंद, विकेट, पैड।
(ग) लॉन टेनिस
उत्तर: टेनिस रैकेट, टेनिस बॉल, नेट, कोर्ट।
(घ) तैराकी
उत्तर: स्विमसूट, गॉगल्स, स्विमिंग कैप, स्विमिंग पूल।
(ङ) तीरंदाज़ी
उत्तर: धनुष, तीर, लक्ष्य बोर्ड, कंधे का गार्ड।
(च) कबड्डी
उत्तर: खेल का मैदान, जर्सी, घुटने के पैड, चपलता और ताकत।
पता लगाओ
(क) क्रिकेट, फुटबॉल और हॉकी के मैदान में क्या अंतर होता है?
उत्तर:
- क्रिकेट: गोल या अंडाकार मैदान, बीच में 22 गज की पिच, विकेट लगे होते हैं।
- फुटबॉल: आयताकार मैदान, दोनों तरफ गोल पोस्ट, बड़ा और घास वाला मैदान।
- हॉकी: छोटा आयताकार मैदान, दोनों तरफ गोल पोस्ट, ज्यादातर कृत्रिम घास पर खेला जाता है।
(ख) क्रिकेट, फुटबॉल और हॉकी में कितने-कितने खिलाड़ी होते हैं?
उत्तर:
- क्रिकेट: प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी।
- फुटबॉल: प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी।
- हॉकी: प्रत्येक टीम में 11 खिलाड़ी।
(ग) हॉकी से जुड़े शब्दों की सूची बनाओ।
उत्तर:
- ड्रिबलिंग
- पेनाल्टी कॉर्नर
- गोलकीपर
- सेंटर पास
- शॉट
- स्टिक
- स्कूप
तुम्हारी बात
(क) तुम्हें कौन-सा खेल पसंद है? अपने किसी स्थानीय खेल के नियम, खिलाड़ियों की संख्या और सामान के बारे में बताओ।
उत्तर: मुझे खो-खो खेलना बहुत पसंद है।
खो-खो के नियम:
- दो टीमें होती हैं, एक बैठने वाली और एक दौड़ने वाली।
- बैठने वाली टीम के खिलाड़ी एक-दूसरे के पीछे बैठते हैं, और दौड़ने वाली टीम के खिलाड़ी मैदान में भागते हैं।
- बैठने वाली टीम का खिलाड़ी दौड़ने वाले को छूकर “खो” देता है और उसका पीछा करता है।
- अगर दौड़ने वाला खिलाड़ी पकड़ा जाता है, तो वह आउट हो जाता है।
- समय के हिसाब से दोनों टीमें बारी-बारी से दौड़ती और बैठती हैं।
- जो टीम ज्यादा खिलाड़ियों को आउट करती है, वह जीतती है।
खिलाड़ियों की संख्या: प्रत्येक टीम में 9 खिलाड़ी।
सामान: खो-खो का मैदान, जर्सी, खेल के जूते।
(ख) अपने जीवन की किसी ऐसी घटना के बारे में बताओ-
(i) जब तुम्हारी आँखों में आँसू आए हों।
उत्तर: एक बार मेरे दादाजी बीमार पड़ गए थे। उन्हें देखने के लिए हम अस्पताल गए। वहाँ उन्हें दर्द में देखकर मेरी आँखों में आँसू आ गए। मुझे बहुत दुख हुआ कि वे इतनी तकलीफ में हैं।
(ii) जब तुम अपना दुख-दर्द भूल गए हो।
उत्तर: एक बार मेरे दोस्तों ने मेरे जन्मदिन पर सरप्राइज पार्टी दी। मैं उस दिन स्कूल में कुछ उदास था, लेकिन जब मैं घर आया और दोस्तों ने मुझे केक काटने के लिए बुलाया, तो मैं अपना सारा दुख भूल गया और बहुत खुश हो गया।
खेल और सिनेमा
(क) खेलों पर बनी कुछ फ़िल्मों के बारे में पता लगाओ। उनमें से कुछ फ़िल्मों के नामों और उनमें दर्शाए गए खेलों के नामों को साथ मिलाकर एक सूची बनाओ। कक्षा में उन फ़िल्मों के बारे में बातचीत भी करो।
उत्तर:
- फ़िल्म: लगान – खेल: क्रिकेट
- फ़िल्म: चक दे इंडिया – खेल: हॉकी
- फ़िल्म: मैरी कॉम – खेल: मुक्केबाज़ी
- फ़िल्म: भग मिल्खा भग – खेल: दौड़ (एथलेटिक्स)
- फ़िल्म: गोल्ड – खेल: हॉकी
जगह-जगह के खेल
(क) कौन-से खेल अंदर खेले जाते हैं?
उत्तर: बैडमिंटन, टेबल टेनिस, शतरंज, कैरम, लूडो।
(ख) कौन-से खेल बाहर खेले जाते हैं?
उत्तर: क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी, कबड्डी, खो-खो।
(ग) कौन-से खेल अकेले खेले जाते हैं?
उत्तर: शतरंज, तैराकी, तीरंदाज़ी, टेबल टेनिस (एकल खेल), दौड़।