Bihar Board Class 7 Hindi Durva Chapter 9 Solutions are available here. Get all question answers of chapter 9 – “विश्वेश्वरैया” for free. This follows the new supplementary Hindi book of Bihar Board Class 7.
इस अध्याय में आर. के. मूर्ति द्वारा लिखी गई सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया की जीवनी आपको एक महान अभियंता और देशभक्त के जीवन से परिचित कराएगी। आप उनके परिश्रम, अनुशासन और देश के प्रति समर्पण के बारे में जानेंगे।

Bihar Board Class 7 Hindi Durva Chapter 9 Solutions
Contents
| Subject | Hindi – दूर्वा (Durva) |
| Class | 7 |
| Chapter | 9. विश्वेश्वरैया |
| Board | Bihar Board |
1. पाठ से
क. अपने घर के बरामदे में खड़े होकर छः वर्षीय विश्वेश्वरैया ने क्या देखा?
उत्तर: छः साल के विश्वेश्वरैया ने अपने घर के बरामदे से देखा कि बारिश की वजह से पेड़ साफ हो गए हैं और बहुत सुंदर लग रहे हैं। पत्तों से पानी की बूँदें टपक रही थीं और खेतों में हरे-भरे धान लहरा रहे थे। पास की नाली का पानी तेज़ी से बह रहा था और उसमें भंवर भी बन रहे थे। पानी में इतनी ताकत थी कि वह एक बड़ा पत्थर बहा ले जा रहा था। उन्होंने हवा और सूरज की शक्ति को भी देखा। उन्होंने एक बूढ़ी औरत को बारिश में खड़ा देखा जो गरीब लग रही थी।
इन सबको देखकर उनके मन में बहुत से सवाल उठे और वे जानना चाहते थे कि प्रकृति और गरीबी के पीछे क्या कारण है।
ख. तुम्हें विश्वेश्वरैया की कौन सी बात सबसे अच्छी लगी? क्यों?
उत्तर: मुझे विश्वेश्वरैया की हर बात को जानने और समझने की कोशिश करने वाली आदत सबसे अच्छी लगी। वे छोटी उम्र में भी हर चीज़ के पीछे का कारण जानना चाहते थे। ऐसी सोच से इंसान आगे बढ़ता है और कुछ नया कर सकता है। जिज्ञासु होना हमें सीखने और समझने में मदद करता है।
ग. विश्वेश्वरैया के मन में कौन-कौन से सवाल उठते थे?
उत्तर: विश्वेश्वरैया के मन में यह सवाल उठते थे कि बारिश का पानी इतना तेज़ कैसे बहता है? उसमें इतनी ताकत क्यों होती है? हवा और सूरज की ताकत कहाँ से आती है? लोग गरीब क्यों हैं? नौकरानी फटी हुई साड़ी क्यों पहनती है? वह झोपड़ी में क्यों रहती है? उसके बच्चे स्कूल क्यों नहीं जाते?
2. सवाल
उत्तर: हाँ, मैं भी अपने अध्यापकों से किताब के सवालों के अलावा कई और बातें पूछता हूँ। जैसे:
- आसमान नीला क्यों होता है?
- चाँद पर इंसान कैसे गया?
- पेड़ हमें साँस लेने के लिए ऑक्सीजन कैसे देते हैं?
3. अनुभव और विचार
(क) तुम्हें सर्दी-गर्मी के मौसम में अपने घर के आसपास क्या-क्या दिखाई देता है?
उत्तर: सर्दी के मौसम में चारों ओर ठंडक महसूस होती है। लोग गर्म कपड़े पहनते हैं और अलाव के पास बैठते हैं। सुबह और शाम को कोहरा छाया रहता है जिससे दृश्यता कम हो जाती है। लोग धूप में बैठना पसंद करते हैं क्योंकि धूप हल्की और सुखद होती है। पक्षी कम बोलते हैं और जानवर भी सुस्त रहते हैं।
गर्मी के मौसम में तेज धूप और तपिश महसूस होती है। लोग हल्के और सूती कपड़े पहनते हैं। ठंडे पेय जैसे शरबत और आइसक्रीम की माँग बढ़ जाती है। दोपहर में लू चलती है जिससे बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। घरों में कूलर और पंखे लगातार चलते रहते हैं।
(ख) तुमने पाठ में पढ़ा कि एक बूढी महिला ताड़पत्र से बनी छतरी लिए खड़ी थी। पता करो कि ताड़पत्र से और क्या-क्या बनाया जाता है?
उत्तर: ताड़पत्र प्राचीन काल में लेखन के लिए इस्तेमाल किया जाता था। उस पर धार्मिक ग्रंथ जैसे रामायण और वेद लिखे जाते थे। आज के समय में ताड़पत्र से सुंदर कलाकृतियाँ बनाई जाती हैं। इससे टोकरियाँ, चटाइयाँ, पंखे और छतरियाँ बनाई जाती हैं।
कुछ लोग इससे दस्तकारी का काम करते हैं और सजावटी वस्तुएँ बनाते हैं। गाँवों में ताड़पत्र का प्रयोग घरों की छत ढँकने के लिए भी किया जाता है। यह सस्ता और टिकाऊ होता है। ताड़पत्र पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होता है क्योंकि यह प्राकृतिक होता है।
(ग) विश्वेश्वरैया ने बचपन में रामायण, महाभारत, पंचतंत्र आदि की कहानियाँ सुनी थीं। तुमने पाठ्यपुस्तक के अलावा कौन-कौन सी कहानियाँ सुनी हैं? किसी कहानी के बारे में बताओ।
उत्तर: मैंने कई रोचक कहानियाँ सुनी हैं, जैसे पंचतंत्र की, अकबर-बीरबल की, और लोक कथाएँ। एक कहानी जो मुझे याद है, वह है “बिजली और तूफान” की। इसमें बताया गया है कि बिजली एक क्रोधित स्वभाव की लड़की थी और तूफान उसके पिता थे।
जब बिजली गुस्सा होती, तो लोगों के घर जलाकर नुकसान करती थी। तूफान उसे रोकने की कोशिश करता, पर वह नहीं मानती थी। अंत में राजा ने उन्हें धरती से निकालकर आकाश में भेज दिया। तब से आज तक जब भी बिजली कड़कती है, तूफान उसके पीछे गरजता है। यह कहानी हमें सिखाती है कि क्रोध का फल हमेशा बुरा होता है।
(घ) तुम्हारे मन में भी अनेक सवाल उठे होंगे जिनके जवाब तुम्हें नहीं मिले। ऐसे ही कुछ सवालों की सूची बनाओ।
उत्तर: हाँ, मेरे मन में भी कई ऐसे सवाल आते हैं जिनके जवाब मुझे नहीं मिले। जैसे:
- पेड़ और पौधे धरती पर ही क्यों उगते हैं, आकाश में क्यों नहीं?
- जब हम सोते हैं तो सपने क्यों आते हैं?
- बादल गिरते क्यों नहीं?
- आकाश नीला क्यों दिखता है?
- सूरज इतना तेज़ क्यों चमकता है?
- क्या जानवर भी हमारी तरह सोचते हैं?
- चाँद दिन में कहाँ चला जाता है?
- इंसान उड़ क्यों नहीं सकता?
- समुद्र का पानी खारा क्यों होता है?
- बिजली गिरती कैसे है?
(ङ) तुम्हारे विचार से गरीबी के क्या कारण हैं?
उत्तर: मेरे अनुसार गरीबी के कई कारण हो सकते हैं। सबसे बड़ा कारण अशिक्षा है। जब लोग पढ़-लिख नहीं पाते, तो उन्हें अच्छी नौकरी नहीं मिलती। बिना नौकरी के आमदनी नहीं होती और लोग गरीब रह जाते हैं।
कभी-कभी लोग मेहनत करते हैं, लेकिन उन्हें सही काम या मजदूरी नहीं मिलती। गाँवों में काम के मौके कम होते हैं, जिससे लोग कम कमाते हैं।
बीमारियाँ भी गरीबी बढ़ाती हैं क्योंकि इलाज में पैसे खर्च हो जाते हैं। कुछ लोग आलसी भी होते हैं, वे मेहनत नहीं करते, जिससे वे आगे नहीं बढ़ पाते।
अगर हर बच्चा पढ़े और लोग मेहनत करें, तो गरीबी कम हो सकती है।
4. वाक्य बनाओ
नीचे पाठ में से चुनकर कुछ शब्द दिए गए हैं। तम इनका प्रयोग अपने ढंग के वाक्य बनाने में करो।
(क) हरे-भरे
उत्तर: बगीचे में हरे-भरे पेड़ और पौधे बहुत सुंदर लग रहे हैं।
(ख) उमड़-घुमड़
उत्तर: बरसात से पहले आसमान में बादल उमड़-घुमड़ कर छा गए।
(ग) एक-दूसरे
उत्तर: अच्छे दोस्त हमेशा एक-दूसरे की मदद करते हैं।
(घ) धीरे-धीरे
उत्तर: चोट लगने के बाद वह धीरे-धीरे चल रहा था।
(ड़) टप-टप
उत्तर: बारिश की बूँदें छत पर टप-टप गिर रही थीं।
(च) फटी-पुरानी
उत्तर: गरीब बच्चे फटी-पुरानी किताबों से पढ़ाई कर रहे थे।
5. इन वाक्यों को पढ़ो और इन्हें प्रश्नवाचक वाक्यों में बदलो
क. ज्ञान असीमित है।
उत्तर: क्या ज्ञान असीमित है?
ख. आकाश में अँधेरा छाया हुआ था।
उत्तर: क्या आकाश में अँधेरा छाया हुआ था?
ग. गड्ढे और नालियाँ पानी से भर गईं।
उत्तर: क्या गड्ढे और नालियाँ पानी से भर गईं?
घ. उसने एक जल-प्रपात का रूप धारण कर लिया।
उत्तर: क्या उसने एक जल-प्रपात का रूप धारण कर लिया?
ड़. राष्ट्रीयता की चिंगारी जल उठी थी।
उत्तर: क्या राष्ट्रीयता की चिंगारी जल उठी थी?
च. मैं काफी धन कमा लूँगा।
उत्तर: क्या मैं काफी धन कमा लूँगा।
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