Bihar Board Class 7 Hindi Durva Chapter 16 Solutions – मिट्टी की मूर्तियाँ

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इस अध्याय में संकलित निबंध ‘मिट्टी की मूर्तियाँ’ आपको भारतीय लोकसंस्कृति और शिल्पकला की सुंदरता से परिचित कराएगा। आप जानेंगे कि कैसे ग्रामीण कलाकार साधारण मिट्टी से जीवंत मूर्तियाँ बनाते हैं। यह निबंध आपको अपनी संस्कृति के प्रति गर्व और कला के प्रति सम्मान की भावना जाग्रत करेगा।

Bihar Board Class 7 Hindi Durva Chapter 16 Solutions

Bihar Board Class 7 Hindi Durva Chapter 16 Solutions

SubjectHindi – दूर्वा (Durva)
Class7
Chapter16. मिट्टी की मूर्तियाँ
BoardBihar Board

यह अध्याय केवल पढ़ने के लिए है। इसमें कोई प्रश्नोत्तर नहीं दिए गए है। आपके बेहतर पढाई के लिए हम जरूरी प्रश्नोत्तर प्रस्तुत कर रहे है।

1. लघु उत्तरीय प्रश्न

1. मिट्टी की मूर्ति बनाने के लिए मिट्टी को कैसे तैयार किया जाता है?

उत्तर: मिट्टी को पानी में घोलकर हिलाया जाता है, फिर बारीक कंकड़ नीचे बैठने के लिए छोड़ दिया जाता है। एक-दो दिन बाद ऊपरी मिट्टी को अलग बर्तन में निकालकर पानी हटाया जाता है। मिट्टी को साफ जगह पर फैलाकर सुखाया जाता है और गोली बनाकर तैयार होने की जाँच की जाती है।

2. मूर्ति बनाने के लिए मिट्टी को कुटने का क्या महत्व है?

उत्तर: मिट्टी को अच्छी तरह कुटने से वह चिकनी और एकसार होती है। अगर कुटाई अच्छी नहीं होगी, तो मूर्ति चटक सकती है या पकाते समय टूट सकती है।

3. ठोस मूर्ति की अधिकतम ऊँचाई कितनी हो सकती है?

उत्तर: ठोस मूर्ति की अधिकतम ऊँचाई 15-20 सेंटीमीटर (एक बिलास) हो सकती है।

4. पोली मूर्ति बनाने के लिए मिट्टी की पड़ियों का उपयोग कैसे किया जाता है?

उत्तर: मिट्टी की आठ-दस लंबी पड़ियाँ बनाकर उनके सिरों को जोड़कर छल्ले बनाए जाते हैं। इन छल्लों को एक के ऊपर एक रखकर जार जैसी संरचना बनाई जाती है।

5. रिलीफ मूर्ति बनाने के लिए आधार के रूप में क्या उपयोग किया जाता है?

उत्तर: रिलीफ मूर्ति बनाने के लिए पत्थर या लकड़ी का 45 × 45 सेंटीमीटर का समतल टुकड़ा उपयोग किया जाता है।

2. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

1. मिट्टी की मूर्ति को पकाने की प्रक्रिया को विस्तार से समझाइए।

उत्तर: मूर्ति को पकाने के लिए पहले इसे तीन-चार दिन तक सुखाया जाता है। इसे पॉलीथीन से ढककर रखा जाता है और दिन में कुछ घंटों के लिए खोला जाता है ताकि हवा लगे। सूखने के बाद मूर्ति को धूप में रखा जाता है। पकाने के लिए एक साफ दिन चुनकर 20-25 ईंट, लकड़ी के टुकड़े, सूखी घास, मिट्टी और पानी की व्यवस्था की जाती है। जमीन में आधा फुट गहरा गड्ढा खोदा जाता है, जिसमें मूर्ति को ईंट की तह पर खड़ा किया जाता है।

मूर्ति को लकड़ी, ईंट और पुआल से ढककर ऊपर मिट्टी का घोल चढ़ाया जाता है। कुछ छेद धुआँ निकलने और आग लगाने के लिए छोड़े जाते हैं। आग धीरे-धीरे जलाकर 5-6 घंटे तक पकाया जाता है। मूर्ति को ठंडा होने के बाद सावधानी से निकाला जाता है।

2. चाक पर मिट्टी की मूर्ति बनाने की प्रक्रिया का वर्णन करें।

उत्तर: चाक पर पूरी मूर्ति नहीं बनती, बल्कि इसके कुछ हिस्से बनाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, हाथी की मूर्ति बनाने के लिए चाक पर चार कुल्हड़, एक दीया, एक छोटा मटका और एक बड़ा मटका बनाया जाता है। कुल्हड़ों को उल्टा करके पैरों की तरह जमाया जाता है। बड़ा मटका धड़ के लिए और छोटा मटका सिर के लिए जोड़ा जाता है। दिये को काटकर कान बनाए जाते हैं। गीली मिट्टी से सूंड और पूँछ बनाकर जोड़ी जाती है। आँखों के लिए बड़े छेद बनाए जाते हैं। इस तरह चाक पर बने हिस्सों को जोड़कर मूर्ति तैयार की जाती है।

3. भारत में मिट्टी की मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध कुछ जगहों और कलाकारों के बारे में बताइए।

उत्तर: भारत में मिट्टी की मूर्तियों के लिए कई जगहें प्रसिद्ध हैं। बंगाल का बांकुरा, उत्तर प्रदेश का गोरखपुर, राजस्थान का मूलेला और मध्य प्रदेश का बस्तर विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। राजस्थान के मूलेला गाँव (नाथद्वारा के पास) के कलाकार रिलीफ मूर्तियाँ बनाने के लिए जाने जाते हैं, जो 7 × 7 फुट तक बड़ी होती हैं। यहाँ के प्रसिद्ध कलाकारों में किशनलाल कुम्हार, खोमराज कुम्हार और लोमराज कुम्हार शामिल हैं। इनमें से कुछ को “मास्टर क्राफ्ट्समैन” जैसे राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिले हैं। इन कलाकारों की कृतियाँ विदेशों में भी प्रदर्शित की गई हैं।

3. रिक्त स्थान पूर्ति

1. मिट्टी को कुटने के लिए __________ के चपटे हथौड़े का उपयोग किया जाता है।

उत्तर: लकड़ी

2. चाक चलाना __________ के पास जाकर सीखा जा सकता है।

उत्तर: कुम्हार

3. ठोस मूर्ति की ऊँचाई अधिकतम __________ सेंटीमीटर हो सकती है।

उत्तर: 15-20

4. रिलीफ मूर्ति बनाने के लिए __________ सेंटीमीटर मोटी मिट्टी की तह जमाई जाती है।

उत्तर: 3

5. मूर्ति पकाने के लिए गड्ढे की गहराई __________ फुट होनी चाहिए।

उत्तर: आधा

4. सत्य/असत्य

1. मिट्टी को कुटने से मूर्ति चटकने का खतरा बढ़ता है।

उत्तर: असत्य

2. पोली मूर्ति को चाहे जितनी बड़ी बनाया जा सकता है, बशर्ते उसे संभाला जा सके।

उत्तर: सत्य

3. चाक पर पूरी मूर्ति बनाई जाती है।

उत्तर: असत्य

4. मूर्ति को पकाने के बाद पानी डालकर ठंडा करना चाहिए।

उत्तर: असत्य

5. राजस्थान के मूलेला गाँव के कलाकार रिलीफ मूर्तियाँ बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं।

उत्तर: सत्य

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